हेलो रीडर्स, तो कैसे है आप सब? इतने सारे मेल्स! थॅंक योउ सो मच फॉर युवर वॅल्युवबल फीडबॅक और इतना प्यार देने के लिए. अब आप सब के लिए पेश है कहानी का अगला भाग.
महाराष्ट्रा से कोई लड़की सेक्स करना चाहती हो तो मुझे मैल कर सकती है. अब आते है स्टोरी पर.
ट्रेन में हम दोनो छाई-नाश्ता करते हुए साथ बैठे थे. खुश्बू मेरी गोद में बैठी थी, जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया था. मैं उसको किस कर रहा था, उससे प्यार कर रहा था. उसने मेरा फेस हाथो में लेते हुए कहा-
खुश्बू: बेबी!
मैं: भाई से बेबी?
खुश्बू: एस! अब 5 दिन सिर्फ़ बेबी.
हम दोनो ने एक प्यार भारी रोमॅंटिक किस की, और वो वॉशरूम चली गयी. वापस आने के बाद उसने कहा-
खुश्बू: मुझे नींद आ रही है.
मुझे भी नींद आ रही थी. हम लोग सो गये एक-दूसरे को हग करके. मेरी आँख सीधे 5 बजे खुली. तब तक खुश्बू जाग गयी थी. वो कपड़े चेंज कर रही थी मेरे ही सामने. तब वो ब्लॅक जीन्स आंड ब्रा में थी.
मैने उसको कहा: खुश्बू तू इतनी सुंदर क्यूँ है?
वो मेरी तरफ देखी और कहा-
खुश्बू: आप उठ गये (और मुझे हग की).
मैं: हा मेरी जान.
खुश्बू: मैं इसलिए सुंदर हू, क्यूंकी आपकी जो हू.
मैने उसको फोर्हेड पे किस किया, और उसको हग करके रखा.
वो बोली: उठो, चेंज करो, हम बंगलोरे पहुँचने वाले है.
मैं बोला: तू इतनी खूबसूरत है खुश्बू, की तुझे छोड़ने का मॅन ही नही करता.
वो बोली: हा मैं आपकी ही हू ना. पर अभी तैयार हो जाओ, हम पहुचने वाले है.
मैं उसके सामने ही चेंज करने लगा. मैने बाग से वाइट शर्ट और ब्लू जीन्स निकाल कर पहन ली. वो भी रेडी हो गयी. थोड़ी देर में हम बंगलोरे पहुँच गये. कस्र बंगलोरे जंक्षन पे पहुँचे हम लोग.
बाहर निकले तो कॅब बुक मैं पहले ही कर चुका था. हम लोग कॅब में बैठ के हमारी होटेल की तरफ चले. टॅक्सी वाला हमे कपल समझ रहा था. उसने हमारी होटेल पर हमे ड्रॉप किया.
हम लोगों ने होटेल में चेक इन किया. वाहा रिसेप्षन पर एक बहुत ही खूबसूरत लड़की थी. मैं उसे देखता ही रहा. मैने फ्लर्ट करते हुए उससे उसका नाम पूछा. उसने वैष्णवी नाम बताया. मैं उसको ही देख रहा था. मेरे ऐसे देखने से वो शर्मा गयी.
खुश्बू ये देख के गुस्से से लाल हो रही थी. मैने रूम की कीस माँगी तो वैष्णवी ने मुझे कहा कम वित मे सिर. हिं उसके पीछे चल दिए. उसकी मोटी गांद मटका-मटका के चल रही थी वो.
हमे रूम नो 233 मिला था. हमे कीस देके वो एक नॉटी स्माइल देते हुए वाहा से चली गयी. मैं रूम में आते ही सीधे बातरूम में गया. जब मैं फ्रेश होके वापस आया तो खुश्बू बेड पे बैठी गुस्से से लाल मुझे देख रही थी.
मैने खुश्बू से कहा: मेरे बेबी को क्या हुआ?
तब वो बोली: जाओ ना, वैष्णवी बेबी है ना नीचे! उससे करो फ्लर्टिंग.
मैं समझ गया ये जेलस हो गयी थी. मैने उसका चेहरा अपने हाथो में लिया, उसके माथे पे किस किया, और बोला-
मैं: खुश्बू मेरा बच्चा, मैं बस मस्ती कर रहा था. वैसे भी जब मेरे पास इतनी खूबसूरत मासूम सी खुश्बू है, तो मैं क्यूँ जौ किसी के पास?
मैने उसके फोर्हेड पर किस किया, और उसको ई लोवे योउ बोला. वो थोड़ी शांत हुई, और मुझे हग कर लिया. थोड़ी देर हग करने के बाद वो बोली-
खुश्बू: ई लोवे योउ टू भाई. पता नही क्यूँ अब मुझे आपसे डोर नही जाना है. ये 4 दिन मैं आपके पास आपके साथ बिताना चाहती हू. आपको प्यार करना चाहती हू. आपका प्यार पाना चाहती हू. मुझे नही पता वापस जाके हम कैसे रहेंगे. पर यहा मैं आपके सीने से लग के रहना चाहती हू. मुझे खुद से डोर मत करना प्लीज़ भाई.
मैने उसे कस्स के हग किया, और उसको बोला: खुश्बू मेरी जान, मैं भी नही चाहता मैं तुमसे डोर राहु. हम दोनो एक रिश्ते में बाँध गये थे. पर मैं हमेशा से चाहता था तुम मेरे करीब रहो, मुझे प्यार दो, अपने पास रखो. मैं तुम्हारी केर करना चाहता था. छ्होटी से छ्होटी चीज़ का ख़याल रखना चाहता था तुम्हारी. अब मैं तुमसे डोर नही जौगा. मैं हू तुम्हारे पास.
हम दोनो ने एक-दूसरे की आँखों में देखा. दोनो की आँखों में आँसू थे. हम एक-दूसरे के करीब आए, और किस करने लगे. अब हम एक-दूसरे में खो चुके थे. होंठो को चूस रहे थे आँखों में देखते हुए. हम दोनो की साँसे तेज़ चल रही थी. होंठो को चूस्टे हुए हमारी ज़ुबान एक-दूसरे के मूह में ऐसे घुल रही थी, जैसे छाई में चीनी.
हम दोनो अपने जिस्मों को च्चिपाए हुए किस कर रहे थे. मैं उसके टॉप के उपर से उसके बूब्स दबाने लगा हल्के-हल्के से. उसे जैसे करेंट सा लग गया, और वो और डीप्ली मुझे किस करने लगी. मैं भी अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था, और दूसरे हाथ से उसकी गांद दबा रहा था.
वो किस करते हुए आहें भर रही थी “आअहह-आअहह” मैने उसका टॉप निकाल लिया, और फिरसे उसके लिप्स पे टूट पड़ा, और अब ब्रा के उपर से मैं उसके बूब्स की मसगे कर रहा था. वो मेरे शर्ट के बटन्स खोलने लगी, और मेरा शर्ट निकाल लिया. मैं उसकी पीठ पे हाथो से सहलाते हुए उसका ब्रा खोल लिया, और नेक पे किस करने लगा.
उसकी ब्रा मैने उतार ली, और उसकी नेक पे किस और बीते करने लगा. वो आहह उंह स्शह करते हुए मेरी बॉडी सहला रही थी. मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी. मेरी पीठ सहला रही थी. मैं नेक से होते हुए बूब्स पे गया, और निपल्स चूसने लगा. वो सहम गयी. मैने फिर उसको गोद में उठाया, और बेड में ले गया.
मैं बेड पे लिटा के उसको प्यार करने लगा. उसके बूब्स को मूह में लेके चूसने लगा. वो स्ष उम्म करने लगी, और मैं एक बूब को दबाते हुए दूसरे को चूसने लगा. फिर एक हाथ धीरे से उसकी छूट पे ले गया, और सहलाने लगा उसकी पंत के उपर से.
वो एक-दूं से मचल उठी, और मुझे कस्स के पकड़ कर मेरा सर उसके दूध में दबाने लगी. मैं बूब को चूज़ जेया रहा था. फिर मैं दूसरा बूब चूसने लगा. निपल को दाँत से हल्का-हल्का काटने लगा. वो आअहह आअहह आअहह करने लगी. मैं किस करते हुए नीचे आया, और उसकी नाभि को चाटने लगा, किस करने लगा.
फिर मैने उसकी पंत को निकाल दिया. वो पनटी में थी सिर्फ़. बहुत खूबसूरत लग रही थी. फिर मैने भी अपनी पंत उतार दी, और अंडरवेर भी निकाल दिया. मैं नीचे झुका, और पनटी पर से ही उसकी छूट पे किस किया.
उसने मुझे रोका: भाई नही, गंदा होता है, मूह मत लगाओ.
मैने उसका फेस हाथ में लेके बोला: मेरी खुश्बू की कोई चीज़ गंदी नही.
और फिर उसको चूमा और फिरसे छूट पे आया और पनटी निकाल के छूट को किस किया. वो सहम गयी. मैं उसकी छूट चाटने लगा. ज़ुबान से छूट को चाट रहा था.
वो बोली: आ उम्मह भाई, ये क्या हो रहा है मुझे? करेंट लग रहा है आह. मज़ा आ रहा है. ये कैसे फील हो रहा है मुझे भाई?
मैं अपनी ज़ुबान उसकी छूट में डाल दिया. वो मछली जैसे बिन पानी के तड़प उठी. मैं अपनी ज़ुबान का जादू चलाने लगा. उसकी छूट का टेस्ट क्या बतौ. बहुत यम्मी था. मैं छूट को ज़ुबान से छोड़ रहा था, और वो आहह आअहह करते हुए बेड पे तड़प रही थी.
फिर उसने मुझे पैरों से जाकड़ लिया, और हाथ से मेरे सर को छूट पे दबाए जेया रही थी. उसके बाद उसने अपना पानी छ्चोढ़ दिया. मैं उठा और हाथ से उसका पानी लेके अपने लंड पे लगाने लगा. अब मुझसे और नही रहा जेया रहा था.
मैने अपना लंड उसकी प्यारी सी छूट पे घिसना स्टार्ट किया. वो तड़पने लगी. मैं हल्का-हल्का घिसने के बाद सेट करके अंदर डालने लगा. उसे दर्द होने लगा.
खुश्बू: आ आहह आराम से भाई.
मैं स्लोली-स्लोली अंदर डालने लगा. जब पूरा लंड अंदर चला गया, तो आयेज-पीछे करते हुए चुदाई करने लगा. मैं धक्का पेल चुदाई करे जेया रहा था, और हाथो से उसके बूब्स दबाते हुए उसको किस कर रहा था. वो आअहह आअहह आअहह उम्मह ऊहह भाई आअहह की आवाज़े निकाल रही थी. मैं 15 मिनिट नों-स्टॉप चुदाई करे जेया रहा था. इस बीच वो और 1 बार झाड़ गयी थी.
मैं भी झड़ने को हुआ तो मैने बाहर निकाल लिया अपना लंड, और बाहर ही उसके पेट पे झाड़ गया. हम दोनो निढाल होके बेड पे पद गये. फिर वो उठी, और मुझे किस करके बातरूम में चली गयी, और नहाने लगी. नहाने के बाद वो नंगी ही अपने बाल पोंछते हुए बाहर आई. फिर मैं फ्रेश हुआ.
हमने रूम सर्विस को कॉल किया, और लंच बुलाया. लंच करने के बाद हम दोनो ने टाइम देखा तो 1 बाज रहा था. खुश्बू का 2 बजे इंटरव्यू था. मैं और वो रूम से चेंज करके बाहर निकले, और कॅब बुक करके हम दोनो उसके बताए हुए अड्रेस पे पहुँचे. वो इंटरव्यू के लिए गयी और वापस आई.
मैने पूछा: कैसा रहा इंटरव्यू?
वो बोली: अछा था, अब मैल पे पता चलेगा किसको मिली जॉब.
हम लोग वाहा से निकल गये. वो तक गयी थी. कॅब में वो मेरी गोद में सर रख के सो गयी. मैने भी उसको प्यार से सहलाते हुए सोने दिया. जब होटेल आया तो मैने उसको जगाया, और रूम में जाके वो बेड पे सोने लगी.
उसने मुझे आवाज़ लगाई: भाई यहा आओ.
मैं उसके पास गया तो उसने मुझे हग किया और सोने लगी. मैने भी उसको प्यार से हग करके सुलाया, और हम दोनो सो गये. हम दोनो ने इन 4 दीनो में एक-दूसरे को एक पति-पत्नी की तरह संभाले रखा, घूमे, फिरे, प्यार किया, भर-भर के चुदाई किए, बहुत एंजाय किया, और प्यार से भी रहे.
तो दोस्तों ये थी मेरी और मेरी मूह बोली बेहन खुश्बू की प्रेम कहानी. आप लोगों को कैसी लगी ज़रूर बताए. महाराष्ट्रा से कोई लेडी सेक्स करवाना चाहती हो तो मुझे मैल करे.