मेरी सीमा चुदाई कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि मेरे तीनो दोस्तों और सेकेट्री से सीमा को चूदवाए 10 दिन हो गए थे. इस दौरान मैंने भी उसे नहीं चोदा था.
अब आगे सीमा हार्डकोर सेक्स कहानी:
अनिल – 10 दिन तक मेरे उन चारों आकाओं में से किसी का कॉल नहीं आया और ना ही मैंने उनको कॉल किया.
मैं उनके सामने अपने आपको शर्मिंदा नहीं करना चाहता था.
क्योंकि सच तो उन्हें भी पता था कि वो लोग सीमा को बहुत ज्यादा ही चोद गए थे और मैंने कोई बात की, तो वो मुझे नीचा दिखाने की कोशिश जरूर करेंगे.
इसलिए मैंने उनसे दूरी बनाना ही उचित समझा.
सीमा 10 दिन तक घर में नंगी ही घूमती रही पर मैंने उसकी हालत को समझते हुए उसे परेशान नहीं किया.
इस दौरान एक दो बार उसने मेरे मुँह में अपनी चूत लगा कर चटवाई और पानी निकलवा कर अलग हो गई.
उसकी वासना भड़क उठती थी मगर मैं उसके शरीर की हालत देख कर मे ये सोच कर रहा जाता था कि वो चूदना नही चाहेगी.
मुझे क्या मालूम था कि मैं कितना गलत सोच रहा था.
मेरी बीवी की चुदास काफी बढ़ने लगी थी और मैं उसे अपनी गलत सोच के कारण उस के लिए कुछ नहीं कर पाया था.
10 दिन बाद रात में ग्यारह बजे मेरा मूड बन गया और मैंने उसके बदन से खेलना चालू किया.
उसने भी ज़रा सा नानुकर नहीं किया और मुझे अपने बदन से खेलने देती रही.
अभी मैं अपने कपड़े उतार कर फ्री ही हुआ था कि दरवाजे की घंटी बजी.
मैं आने वाले को कोसते हुए उठा और टॉवल लपेट कर दरवाजा खोलने गया.
दरवाजे पर जेठलाल जी खड़े थे, उन्होंने मुझे चार फाइलें दीं और चैक करने को कहा.
उन्होंने कहा कि ये उनके वादे अनुसार चार कामों की फाइलें हैं.
मैंने ‘हम्म’ करके फाइल्स ले लीं.
उन्होंने मुझसे कहा- अभी फाइल चैक कर लो, कुछ और काम निकला, तो सुबह पीए से भिजवा देंगे.
मैं बरामदे में बैठ कर फाइल चैक करने लगा.
वो भी सामने बैठ गए लेकिन थोड़ी देर बाद वाशरूम की बोले.
मैंने सर हिला दिया और वो अन्दर चले गए.
सीमा के रूम में – में नंगी बेड पर लेटी हुई थी
जेठालाल जी रूम में आते ही खुश हो गए थे और हमारी आंखे आपस में मिली तो हम मुस्कुरा दिये
जेठालाल जी बड़े कामुक तरीके से मेरी शरीर पर हाथ फेरकर खेलने लगे मुझे बहुत अच्छा मेहसूस हो रहा था फिर वो अपने सारे कपड़े उतारने लगे.
मेने जेठालाल जी को बेड पर लिटाया, अपनी चूत जेठालाल जी के मुंह पर रख दी वो मेरी चूत को बड़े मजे से चाटने और में जेठालाल का लंड मुंह में लेकर मजे से चूसना शुरू कर दिया
अनिल – लगभग दस मिनट तक जब वो बाहर नहीं आए, तो मैं उनको ढूंढते अन्दर गया.
वो टॉयलेट में नहीं थे … ना बाथरूम में!
तो मैं ढूंढते ढूंढते बेडरूम में पहुंचा.
उधर देख कर हक्का बक्का रह गया.
जेठालाल नंगे होकर सीमा के मम्मों को मसल रहे थे, सीमा खिलखिला रही थी और जेठालाल जी का लंड सीमा की चूत में फंसा था.
वो सीमा के दोनों निप्पलों को बारी बारी से चूस रहे थे.
मुझे आया देख कर भड़क कर बोले- साले भड़वे! देख नहीं रहा, मैं तेरी बीवी के साथ बिजी हूँ. बाहर जा और वेट कर!
सीमा मुस्कुरा दी और उसने मुझे बाहर जाने का इशारा कर दिया.
मैं अनमने मन से बाहर आकर सोफे पर बैठ गया.
मेरा मन नहीं मान रहा था कि मैं सीमा को अन्दर जेठालाल जी से चुदते हुए छोड़ कर बाहर बैठ कर उनके चुदाई ख़त्म कर आने का इंतज़ार करूं.
मैंने फिर से उठ कर अन्दर झांका तो देखा कि जेठालाल जी सीमा की जांघें पकड़ कर ताबड़तोड़ उसकी चूत चोद रहे थे.
उनकी आंखें बंद थीं और वो मेरी बीवी की टाइट चूत का पूरा मज़ा ले रहे थे.
मेरा मन उनको रोकने और यहां से चले जाने को बोलने का था पर मेरी बीवी मजे से लंड ले रही थी और उसकी ख़ुशी देख कर मैं चुप रहा.
फिर जेठालाल जी की घनिष्ठता सलमान जी से थी और मैं विपरीत परिणामों से परहेज कर रहा था.
सच तो ये था कि इन तीनो से मैं सीधे तौर पर उलझना ही नहीं चाहता था इसलिए मन मार कर मैं बाहर आ गया.
बीच बीच में मैं अन्दर झांकता था तो कभी वो रुक कर सीमा के निप्पल्स चूस रहे होते, तो कभी उसके होंठों को चूम चूस रहे होते और कभी चूत चोद रहे होते.
अभी मैं बैठा ये सब होते देख ही रहा था कि दरवाजे पर फिर से घंटी बजी.
मेरा दिमाग गर्म हो ही गया था, सोचा कि जो भी दरवाजे पर होगा, उसको खरी खोटी सुनाऊंगा, ये सोच कर मैंने दरवाजा खोला.
दरवाजे पर सलमान जी खड़े थे, वो दरवाजे को धक्का देते हुए जल्दी से अन्दर आए और बोले- जेठालाल जी कहां है?
मैं कुछ जवाब नहीं दे पाया, तो उन्होंने खींच कर मेरे गाल पर एक थप्पड़ लगा दिया.
मुझे उनसे ऐसे व्यवहार की कतई उम्मीद नहीं थी.
मैं गाल सहलाते हुए बोला- वो अन्दर सीमा के साथ …
इतना बोल कर मैं रुक गया और आगे नहीं बोला.
सलमान जी बोले- तो ऐसा बोल न भड़वे कि अन्दर जेठालाल तेरी रंडी बीवी को चोद रहा है. जब रंडी से शादी की है, तो भड़वा जितना बेशर्म भी बन जा न!
वो कपड़े उतार कर मेरे सामने ही नंगे हो गए और अन्दर जाने लगे.
थप्पड़ का दर्द अभी भी गाल पर हो रहा था तो मैं उनको मना ही नहीं कर सका.
सीमा – रूम के अंदर जेठालाल जी मेरी चूत मजे से चोद रहे थे जैसे ही मेने सलमान जी को नंगा देखा तो इशारे से उने अपने पास बुलाया
अनिल – पांच मिनट बाद जब थोड़ी हिम्मत हुई तो मैंने बेडरूम में झांक कर देखा.
सीमा को जेठालाल जी कुतिया बना कर पीछे से चोद रहे थे.
वो उसकी चूत मार रहे थे , और मजे ले रहे थे.
सलमान जी उसके चेहरे को पकड़ कर उसका मुँह चोद रहे थे.
वो मुँह चोद रहे थे, ये इसलिए कह रहा क्योंकि वो लंड चूस नहीं रही थी बल्कि सलमान जी अपना लंड अन्दर धकेल रहे थे, जितना अंदर डाल सकते थे उतना डाल रहे थे,पर ऐसा लग रहा था कि सीमा का मन नहीं है लंड चूसने का .
सीमा को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी क्योंकि उनका लम्बा लंड उसके गले के अन्दर तक छू जा रहा था.
मेरे रोकने से वो दोनों रुकने वाले तो थे नहीं, तो मैं बाहर आकर बैठ गया.
अभी दो मिनट भी नहीं हुए थे कि मुझे औ औ … की आवाज आई और मैंने अन्दर जाकर देखा.
अन्दर सीमा ने सलमान जी के लंड पर उलटी कर दी थी और बाकी उलटी चादर पर फ़ैल गई थी.
सलमान जी ने पहले मुझे देखा, फिर सीमा का बाल पकड़ कर खींच कर कहा- साली रंडी! प्रेग्नेंट हो गई क्या?
सीमा मादक आवाज में कराहती हुई बोली- सर आपका लंड मेरे गले में छू रहा था … तो उबकाई आ रही थी.
सलमान जी मुझसे बोले- देख क्या रहा है भड़वे … साफ़ कर इधर, पूरा मूड ख़राब हो गया.
मैंने धीरे धीरे करके उनके नीचे से चादर निकाली और उसको वाशिंग मशीन में डाल दिया.
चादर धोने डालने के बाद मैंने एक छोटी बाल्टी में सीमा को कुल्ला करवाया और गीले कपड़े से उसका मुँह और चेहरा पौंछा.
इतना कुछ चल रहा था, लेकिन जेठालाल जी रुके नहीं थे.
सीमा अभी भी कुतिया स्टाइल में ही थी और जेठालाल जी मजे से उसे चोदने में जुटे थे.
सामने क्या हो रहा है, उससे उन्हें मानो कोई मतलब ही नहीं था.
इसके बाद सीमा सलमान जी से बोली- अब आप मुझे चूसने दो, मैं अच्छे से चूस दूंगी.
सलमान जी कुछ नहीं बोले और अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया.
सीमा लंड चूस ही रही थी कि जेठालाल जी ने अपना लंड पूरा अन्दर डाला और उसकी चूत में पूरा झड़ गए.
जेठालाल जी उठ कर बाथरूम चले गए और सीमा अपनी कमर नीचे करके पूरी तन्मयता से सलमान जी का लंड चूसने लगी.
लंड पर उसके जीभ और मुँह का जादू चलते ही उनका गुस्सा थोड़ा कम हुआ और वो आंखें बंद करके लंड चुसवाने का मजा लेने लगे.
थोड़ी देर बाद सलमान जी बोले- बस कर रंडी … मैं समझ रहा हूँ, साली अपने मुँह में ही निकलवा देना चाहती है और सोच रही है कि गांड मराने से बच जाएगी.
वो मुझे देख कर बोले- अबे भड़वे! क्रीम या तेल लेकर आ, मुझे इस रंडी की गांड मारनी है.
मैंने ड्रेसिंग टेबल से क्रीम निकाल कर उनको दे दी और उन्होंने सीमा को दे दी- चल लगा साली!
सीमा ने उनका लंड अपने मुँह से निकाला और लंड पर क्रीम लगाने लगी.
जब क्रीम लग गई तो उसने खुद ही उनकी तरफ अपनी गांड पलटा दी.
ये देख कर सलमान जी हंस कर बोले- पूरी प्रशिक्षित हो गई है रांड … साली कोठे पर बैठने लायक हो गई है.
सीमा भी हंस दी.
सलमान जी ने उसके चूतड़ों को फैलाया और अपना लंड उसके गांड में घुसाने लगे.
सीमा की पहले भी गांड मर चुकी थी लेकिन फिर भी वो अभी इतनी अभ्यस्त नहीं हुई थी कि आसानी से सलमान जी का लंड अन्दर चला जाए.
फिर गांड मारने वाले और मराने वालियां इस बात को समझती होंगी कि गांड में लंड लेने में शुरुआत में दर्द होता ही है.
जैसे तैसे कराहते चिहुंकते एक दो मिनट में लंड गांड के अन्दर समा गया.
उसके बाद सलमान जी मेरी बीवी की कमर पकड़ कर उसकी गांड पूरी ताकत से चोदने लगे.
कुछ झटकों तक सीमा अपने होंठों को चबाती हुई कराहती रही.
कुछ देर बाद अपनी आंखें बंद करके उसने चेहरा तकिए पर टिका दिया.
सलमान जी कुछ मिनट उसकी गांड मारते रहे, फिर रुक कर उसके मम्मों को जोर जोर से मसलने लगे. निप्पलों को खींचते और दोबारा से उसकी गांड मारना चालू कर देते.
इसी तरह गांड चुदाई करते करते कुछ मिनट में वो उसकी गांड में झड़ गए.
फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला और बाथरूम में घुस गए.
दस मिनट बाद बाहर आए और कपड़े पहनने लगे.
जेठालाल जी अपने कपड़े पहन कर ड्राइंग रूम में बैठे थे और सलमान जी के आते ही खड़े हो गए.
सलमान जी मुझसे बोले- सोच रहा हूँ कि आज रात सीमा रंडी को घर ले जाऊं, आज रात इसे तबीयत से चोद कर सुबह वापस पहुंचा दूँ.
मैंने कुछ नहीं कहा, बस अपने दोनों हाथ जोड़ दिए.
जेठालाल जी हंस दिए और बोले- भड़वे, हाथ मत जोड़ … सर मजाक कर रहे हैं. फाइल देख ली हो, तो कल निगम जाकर जरूरी दस्तावेज जमा कर देना और काम तुझे आबंटित हो जाएगा. भूलना मत, मुझे कल बाहर जाना है.
मैंने सर हिला दिया और वो दोनों निकल गए.
सीमा – जब मेने सुना की सलमान जी मुझे अपने घर लेजाकर और चोदना चाहते है, ये सुन कर में बहुत खुश हो गई मुझे अभी और चूदना था,
अभी तो में बस दो बार ही चूदी थी, ये मेरे लिए अब बहुत कम था मुझे और लंड चाहिए थे
अब में कुछ नही कर सकती थी और गुसे से थकान का कहा कर सोने के लिए रूम में चली गई.
अनिल – रूम ने आ कर मैंने नम कपड़े से उसकी चूत और गांड को हल्के से पौंछा और सीमा को चादर ओढ़ा दिया.
मैं खुद भी उसकी बगल में लेट गया और नींद लग गई.
सुबह नौ बजे मोबाइल के रिंग से नींद खुली.
दूसरी तरफ जेठालाल जी थे.
फोन उठाते ही वो चिल्लाए- अबे भड़वे! हमारे जाने के बाद भी उस वेश्या को चोद रहा था क्या … जो अब तक सो रहा है? जल्दी उठ और निगम जाकर चारों फाइल जमा कर दे और पावती ले लेना. वो मेरे पीए को दे देना.
मैं फटाफट उठा और फ्रेश होकर तैयार होने लगा.
सीमा भी उठ गई.
जब तक मैं तैयार हो रहा था और फाइलों को समेट और एक सी जमा रहा था, तब तक उसने नहा कर नाश्ता तैयार कर दिया.
मैं जैसे ही नाश्ता करने बैठा, वो डाइनिंग टेबल के नीचे घुस गई.
उसने मेरी पैंट की ज़िप खोली और मेरा लंड बाहर निकाल लिया.
मैंने पूछा- क्या कर रही हो?
उसने मुस्कुरा कर कहा- आप इतने दिन से कुछ नहीं कर पा रहे हो. कल का भी प्रोग्राम आपका व्यर्थ चला गया था और आज भी आपको काम है. इसलिए मैंने सोची कि आपको कम से कम थोड़ी राहत तो दे ही दूँ.
इतना बोल कर वो हंस दी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में भर कर चूसना चालू कर दिया.
एक तो उसका लंड चूसने का टेलेंट और इतने दिनों की मेरी बेताबी, सो पांच मिनट भी नहीं लगा और मैं उसके मुँह में झड़ गया.
उसने चूस कर और चाट कर मेरा लंड साफ़ कर दिया.
फिर मैंने नाश्ता किया. नाश्ता करके और फाइल को समेट कर मैं दरवाजे तक आया.
सीमा भी मेरे पीछे पीछे दरवाजे तक आई.
मैंने दरवाजा खोल कर उसके होंठों को चूमा और बाहर निकलने ही वाला था कि मुझे धक्का देकर कोई अन्दर घुस गया.
पलट कर मैंने देखा तो सलमान जी दो लोगों के साथ मेरे सामने खड़े थे.
सीमा को उनका आना बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था और ये उसके चेहरे पर साफ़ झलक रहा था.
सलमान जी आगे बढ़ कर सीमा की कमर पकड़ कर खड़े हो गए.
उन्होंने मुझसे कहा- आज तो दिन भर काम है तुझे, तो मैंने सोचा कि सीमा बोर हो जाएगी इसलिए मैं उसका दिल बहलाने आ गया.
मैंने मन ही मन सोचा कि सीमा का दिल बहलाने आए हो या अपनी हवस की आग बुझाने.
सलमान जी के साथ खड़े दोनों आदमियों में से एक ने तुरंत सीमा की चूत पर अपनी हथेली रखी और उसकी चूत में एक उंगली घुसा दी.
दूसरे ने सीमा के एक दूध को पकड़ कर जोर से दबा दिया.
सलमान जी बोले- अब जा ना … नहीं तो तुझे देर हो जाएगी. बेफिक्र होकर जा, हम तेरे आने तक यही हैं.
मैं बाहर आया और पलट कर देखा, तो सलमान जी सीमा को लेकर अन्दर बेडरूम के तरफ जा रहे थे.
वो चिल्ला कर बोले- दरवाजा बंद करके आइएगा.
एक आदमी दरवाजे तक आया और मुझे देख कर मुस्कुरा कर बोला- मस्त रंडी है … आज तो मजा आ जाएगा.
ये बोल कर उसने मेरे मुँह पर ही दरवाजा बंद कर दिया.
अब मेरा रुकने का कोई औचित्य नहीं था. मैं भागा भागा निगम पहुंचा.
लगभग ग्यारह बज चुके थे . निगम का काम अभी चालू हो ही रहा था. बहुत से अधिकारी अभी आए ही नहीं थे.
इंतज़ार करते करते बारह बज गए. कुछ अधिकारी आए और कुछ नहीं.
जिन अधिकारियों से मुझे काम था, मैंने उनसे दस्तखत करवाना चालू किया और काम खत्म होते होते लगभग तीन बज गए.
फिर मैंने हर एक फाइल को अलग अलग कार्यालय में जमा किया और पावती ले ली.
पावती लेकर मैं जेठालाल जी के प्राइवेट ऑफिस के तरफ भागा.
वहां उनका पीए उपस्थित नहीं था.
मैंने उसको फोन किया तो उसने कहा- कुछ देर में आ रहा हूँ.
वो पौन घंटा बाद तक आया.
उसे पावतियां थमा कर मैं घर को भागा.
घर पहुंच कर दरवाजे की बेल बजाई, तो अन्दर से आवाज आई- खुला है आ जाओ.
मैं धड़कते दिल के साथ ये सोचते हुए अन्दर घुसा कि सीमा किस हालत में मिलेगी.
जैसे ही ड्राइंग रूम में पहुंचा तो देखा कि सलमान जी नहीं थे, सीमा पूरी नंगी सोफा टेबल पर घोड़ी बनी हुई थी.
एक आदमी उसके मुँह को चोद रहा था और दूसरा शायद उसकी गांड मार रहा था.
सीमा के पूरे बाल अस्त व्यस्त थे और चूचे मसले जाने की वजह से लाल हो गए थे.
बाकी बदन पर कहीं कहीं दांत से काटने के निशान थे और कहीं कहीं खरोंचों के निशान भी थे.
उसके दोनों चूतड़ भी लाल दिख रहे थे, शायद वाइफ हार्डकोर सेक्स के टाइम उन पर उन सब ने थप्पड़ लगाए होंगे.
मेरे सामने रहते सब थोड़ा नर्मी से सीमा को चोदते थे और मेरे अनुपस्थिति में सब शायद ज्यादा कामुक और आक्रामक हो जाते थे.
उसकी गांड जो आदमी मार रहा था, उसने फिर से उसके चूतड़ पर एक थप्पड़ मारा तो सीमा ने मुँह से लंड निकाल कर कहा- मार क्यों रहे हो, चुदवा तो रही हूँ ना!
वो गरज कर बोला- साली रंडी, मुझे मत सिखा कि कैसे चोदना है, मेरा जैसे मन करेगा, मैं वैसे चोदूंगा.
सीमा ने बहस नहीं की और फिर से दूसरे का लंड चूसना शुरू कर दिया.
लगभग दस मिनट बाद मेरी वाइफ से हार्डकोर सेक्स करके दोनों एक साथ उसके मुँह और गांड में झड़ गए, दोनो ने कपड़े पहने और दूसरे सोफे पर बैठ गए.
सीमा सोफे पर निडाल पड़ी थी में कुछ करता की मेने देख दो और आदमी बेडरूम से निकले और सीमा को सोफे से उठाया .
एक उस की चूत और दूसरा उस की गांड मरने लगे, सामने बैठे दोनो आदमी बात कर रहें थे और बोल रहे थे रिश्तेदार होते सलमान जी जैसा होना चाहिए, पांच साल बाद हम उन के साथ कुछ दिन रहने के लिए आए, जाने से पहले क्या शानदार गिफ्ट दिया है
ये सुन कर वो सब हसने लगे , तीस मिनिट के बाद वो दोनो झड़ गए ,दोनों अपने कपड़े पहनने लगे और फिर सब घर से बाहर निकल गए.
मैंने सीमा को सहारा दिया और बाथरूम में ले गया.
मेने उसे नहलाया , फिर लाकर इसे बेडरूम में सुला दिया.
मैंने रात का खाना बाहर से मंगवा लिया लेकिन सीमा इतनी थकी थी कि उसने उठ कर केवल जूस पिया और दोबारा सो गई.
मैं भी उसके बगल में सो गया.
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