हॉट सीमा 2 Xxx की चूदाई कहानी 4
मेरी पिछली कहानी आई थी
हॉट सीमा 2 Xxx की चूदाई कहानी 3
सुबह उठकर में और बाबर जी ऑफिस के लिए निकल गए वहां हमने ऐसी कोई बात नहीं की जिससे कोई हम पर शक कर सके।
अगले दिन ऑफिस में अनुम का फोन आया ऑफिस के बाद कहीं बाहर चलेंगे मैंने हां कह दिया।
अनुम कार लेकर आया था, मैं कार में अनुम के साथ बैठ गई. अनुम सीधे मुझे बढ़ैया नगर की तरफ ले गया. वहां एक घर था. उसकी चाभी अनुम के पास थी.
उसने उसका दरवाजा खोला. मैंने पूछा- अनुम, यह किसका घर है?
तो उसने बोला- यह घर मेरी बुआ का है, मैंने तुम्हें बताया था, वही है. वह लोग अभी थोड़े दिन के लिए बाहर हैं. इधर अभी मेरा भाई रहता है, बुआ का बेटा. मैंने उससे ऐसे ही बहाने से चाभी ले ली थी.
फिर उसने अन्दर से दरवाजा बंद कर लिया और मुझे अन्दर ले गया. वहां तीन कमरे थे, जिस कमरे में पलंग रखा था उस कमरे में अनुम मुझे ले गया.
मैं बोली- अनुम कोई आएगा तो नहीं? मुझे बहुत डर लग रहा है.
मेरा इतना कहना हुआ तो उसने सीधे मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अपने सीने से लगा लिया और मेरे होंठों में अपने होंठ रख दिए और बहुत जोर से होंठों को चूमने लगा.
फिर बोला- सीमा तुम अब कोई चिंता नहीं करो, मैं तुमसे वादा करता हूं कुछ नही होगा।
मैं उसकी बात सुनकर बहुत खुश हुई और मैंने भी अनुम को अपनी बांहों में भर लिया.
फिर उसने मुझे अपनी बांहों में भर कर मेरे बालों में जो बैंड लगा था, उसे खोल दिया और बोला- तुम्हारी जुल्फें बहुत खूबसूरत हैं, इन्हें खोल दो सीमा … तुम बहुत सेक्सी हो.
वह अपने दोनों हाथों से मेरे पिछवाड़े को मेरी चूतड़ों को जींस के ऊपर से ही दबाने लगा.
मैं उसके ऊपर पूरी तरह से फिदा थी. अनुम मेरे बालों को सहलाने लगा.
फिर वो मुझसे बोला- सीमा, हम दोनों आज बहुत खुलकर प्यार और सेक्स करेंगे देशी स्टाइल में… तुम्हें कोई दिक्कत तो नहीं?
मैं बोली- नहीं अनुम में तो तुम्हारी हूं. … बस तुम्हें जो अच्छा लगता है, वह करो … मैं तुम्हारा साथ दूंगी.
अनुम बोला- तो तुम मुझे अब तुम नहीं तू बोलो … और प्यार में जितना खुल के बिल्कुल जानवरों जैसा जिसे वाइल्ड सेक्स कहते हैं … वैसा करना चाहिए. तो बहुत मजा आता है.
मैं बोली- ठीक है अनुम.
में तो सर के साथ कर चुकी थी . मैं सेक्स वीडियो भी कई देख चुकी थी, पर अनुम के सामने बिल्कुल अनजान बन रही थी. मेरा भी मन वैसा ही था.
तो अनुम ने बोला- अब तुम मुझे खुल के गाली देना … गंदी से गंदी बातें बोलना.
मैंने कहा- जो हुकुम मेरे अनुम.
उसने बोला- अब हम दोनों के बीच इन कपड़ों का कोई मतलब नहीं है. तो सेक्सी सीमा तुम मेरे कपड़े खोलो, मैं तुम्हारे उतारूंगा.
मैंने कहा- ठीक है.
तो अनुम बोला- पहले तुम शुरू करो सीमा.
मैंने कहा- चलो … जो तुम कहो,
तो अनुम मेरे सामने आ गया वह व्हाइट शर्ट और जींस पहना था. वो मेरे सामने हाथ उठा कर खड़ा हो गया. मैं अनुम के शर्ट की बटन खोलने लगी. जैसे ही अनुम की बटन खोलने लगी, अनुम मेरी वाइट कलर के टॉप के ऊपर से मेरे सीने को दबाने लगा.
अनुम जोर जोर से पकड़ के मेरे मम्मों को दबाकर बोला- तुम बहुत अच्छी हो, यह तेरे दूध और बड़े कर दूंगा, मैं तुमसे मिलने आता रहूंगा और अब तुम्हें कभी नहीं छोडूंगा.
मैंने अनुम की शर्ट खोल कर अपने हाथों से उतार दी. उसने बनियान पहनी थी, तो बोला- इसे भी उतार दो.मैं अपने हाथ से अनुम की बनियान उतारने लगी.
अनुम बोला- मेरी सेक्सी सीमा, अब मेरी पैंट को भी उतारो.
मैंने उसके बेल्ट को पहले खींचा, फिर उसकी जींस का बटन खोला और अपने हाथों से उसकी पैन्ट उतारने लगी. उसका जो अंडरवियर था, उसके अन्दर उसका छुपा हुआ लौड़ा बहुत फूला हुआ दिखा. एकदम फाड़कर उसका लौड़ा बाहर आने को तैयार था. मैं अब उसके कपड़े उतार चुकी थी, सिर्फ अंडरवियर उसके शरीर पर रह गया था.
अनुम ने बोला- जान इसको भी उतार दो.
अनुम ने कसके मेरी जींस के ऊपर से ही मेरी चुत को दबा दिया और बोला- उतार ना साली सेक्सी … और मुझे गाली भी दे … मैं बहुत पागल हो रहा हूं.
मेरे हाथ पकड़ कर अनुम ने अपनी अंडरवियर पर रख दिया.
मैं अब अनुम का अंडरवियर उतारने लगी. मैंने उसे जैसे ही नीचे खिसकाया, अनुम का लौड़ा मेरे सामने आ गया. वह बहुत कड़क लंबा फनफना रहा था. अनुम ने बोला- यह मेरा लौड़ा तेरी अमानत है. तू बहुत सेक्सी है साली सीमा … तू भी मुझे गाली बक.
मैं बोली- अनुम तेरा लौड़ा बहुत मस्त है.
उसने मेरे खुले बाल से मुझे पकड़ा और बैठा कर बोला- ले इसे चूस सीमा.
मैंने अनुम का लंड अपने हाथों से पकड़ कर अपने मुँह में होंठों पर लगाया, तो अनुम तड़प उठा और जोर से पकड़ कर मेरे मुँह में अपना लंड दबाने लगा. मैंने मुँह खोल दिया, तो अनुम का लंड मेरे मुँह में घुस गया और उसे मैं चूसने लगी.
अनुम अब बिल्कुल हांफने लगा, मैं करीब दो-तीन मिनट तक उसका लंड चूसती रही.
तब अनुम बोला- चल साली कुतिया बिस्तर में आ जा.
मैं बोली- ले चल हरामी मुझे बिस्तर में.
उसने जोर का धक्का दिया, पीछे ही बिस्तर था. मैं उस पर गिर गई. अनुम अब बिस्तर में चढ़ गया और बोला- अब मैं तेरे एक-एक कपड़े उतारता हूं.
वो मेरे व्हाइट टॉप को पकड़ कर उतारने लगा. उसने टॉप को उतार कर फेंक दिया. उसके बाद में अब ब्रो और नीचे जींस में थी.
अनुम मेरी ब्रो को देख कर बोला- सीमा तू तो पागलपन की हद है … वाह क्या मस्त उठे हुए तेरे बूब्स हैं … वो भी कड़क.
और अनुम मेरी ब्रो के ऊपर से ही मेरे दोनों दूधों को पकड़ कर जोर से दबा दिया और फिर मुझसे बोला- तू बहुत मस्त लग रही है.
वो मेरी ब्रो को पकड़ के उतारने लगा. जैसे ही गर्दन के ऊपर करके उतारा तो मैं ऊपर से पूरी नंगी हो गई. तो अनुम मेरे ऊपर चढ़ गया और बोला- सीमा यार बुरा मत मानना, मैं बहुत गंदा बोलूंगा … तुम भी बोलना.
मैं बोली- ठीक है, अनुम तुम भी बुरा मत मानना, मैं जो भी बोलूंगी सब बनावटी झूठ होगा … बस तुम्हें खुश करने के लिए ये सब कर रही हूं.
अनुम ने अब मेरे पेट को चाटना शुरू कर दिया. वो मेरे पूरे पेट को चाट चाट के बिल्कुल मुझे पागल कर रहा था. वो मेरी नाभि को चूमने लगा और बोला- सीमा तुझे मैं गाली दूंगा और रंडी छिनाल बोलूंगा, तुम बुरा तो नहीं मानोगी?
मैं बोली- नहीं अनुम, जिससे तुम्हें मजा आए, सब बोलो.
उसने मेरे यह कहते ही मेरे होंठों को चूम लिया और बोला- तू बहुत अच्छी है पर एक बात बोलूं, तू बिल्कुल एक नंबर की माल लगती है. मेरी बीवी बनेगी इसलिए आगे चल के तुझे बहुत बचाना होगा क्योंकि हर कोई तुझे चोदना चाहेगा. एकदम आइटम दिखती है तू.
अनुम अब बहुत उत्तेजित हो गया. वो मेरी तरफ उल्टा हो गया. उसका लंड अब मेरे गले और गालों तरफ टकराने लगा. वह अपने हाथों से मेरी पैंट की जिप खोलने लगा और फिर बटन खोलने लगा. जैसे ही उसने जींस खिसकाकर उतारी, वैसे ही अनुम बिना पलक झपकाये मुझे देखने लगा.
उसने कमर के नीचे हाथ लगा कर मेरी पैंटी का इलास्टिक को पकड़ा और पेंटी को नीचे उतार दिया. पैंटी उतार कर अपने हाथों में लेकर उल्टी तरफ से मेरी पैंटी को दिखाया कि देख तेरी चुत तो रस गिरा रही है.
बस देखते ही देखते वो पैंटी में लगा रस अपनी जीभ से चाटने लगा. उसकी यह हरकत देखकर मैं और एक्साइटेड हो गई. मैं सोचने लगी कि कितना मस्त लड़का मुझे मिला है … बहुत ही हॉट है. उसने मेरी पैंटी चाटी और फिर बेड में फेंक दी.
अनुम ने बिस्तर में रखी दो तकिया मेरी कमर के नीचे लगा दिए , उसने मेरी टांगों को इधर-उधर फैला करके सीधे अपना मुँह रखकर उसे चूमा और फिर जीभ निकाल कर मेरी चुत में जैसे जीभ को डाल दिया.
मैं अनुम से बोली- मार ही डालोगे क्या? मुझे और मत तड़पाओ … कुछ कर दे..
अनुम बोला आह क्या मस्त तेरी चुत है. मैं शादी के बाद 24 घंटे बस तेरी टांगों की नीचे लेटा तेरी चुत को चाटता रहूंगा. बहुत मस्त है तेरी प्यारी बहुत गर्म सेक्सी चुत.
अब अनुम मुझसे बोला कि तुम कुतिया की तरह बन जाओ.
मैं झट से पैर घुटनों के बल करके और हाथों को बिस्तर में टिका कर कुतिया की तरह बन गई. अनुम मेरे पीछे तरफ आया और जैसे ही पीछे आया, वह एकदम से वो चीज बोला, जो मैं सोच नहीं सकती थी.
उसने बोला- सीमा, तेरी गांड तो आइटम बम है … क्या गजब की गांड है … तेरे कूल्हे मस्त हैं. पिछवाड़ा एकदम लाल लाल है … मैं तो पागल हो रहा हूं. अब तो पहले मैं तेरी गांड ही मारूंगा साली … तेरी तो गजब की गांड है. मैंने आज तक किसी वीडियो में ऐसी उठी हुई निकली गांड नहीं देखी. मैंने ऐसी गांड के बारे में सोचा भी नहीं था. अगर तुझे कुतिया ना बनाता, तो मैं तेरी गांड का यह राज मुझे पता ही नहीं चलता.
मैं उसकी बात से हतप्रभ थी.
अनुम- वैसे तो जब तू मटक कर चलती है, तो तेरी निकली हुई गांड बहुत हिलती है. खड़े होने चलने में भी गजब लगती है, पर ऐसे में तो किसी भी मर्द को किसी भी लड़के को पागल कर देगी.
बस उसने सीधे मेरी गांड पर अपनी हथेली को रखा और अब बैठकर मेरी गांड में अपना मुँह लगाकर मेरी गांड के सुराख पर अपनी जीभ लगा कर उसे चूमने लगा और मेरी गांड को चाटने लगा. मेरी गांड में बहुत गुदगुदी उसके जीभ चलाने से चाटने से होने लगी. मैं सच में इतनी चुदासी थी कि मुझे कुछ पता नहीं चला.
मैं बोली- जो भी करना है कर दे अनुम … बस अपना लौड़ा डाल दे और चोद दे … अब मैं मरी जा रही हूं.
तो अनुम बोला- ठीक है मेरी डार्लिंग बहुत सेक्सी है तू … क्या बताऊं मुझसे भी नहीं रहा जा रहा.
उसने बहुत सारी क्रीम मेरी गांड में और अपने लंड में भी लगाया. उसके बाद सीधे मेरे पीठ के ऊपर तरफ आके टांगें इधर उधर करके अपना लौड़ा मेरी गांड के छेद में टिका दिया.
जैसे ही अनुम ने अपना लंड का सुपारा मेरी गांड में घुसाने की कोशिश की, मुझे दर्द महसूस हुआ. मैं दर्द से कराहते हुए बोली- अनुम आराम से घुसाना … तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है और मेरी गांड कुंवारी और बहुत नाजुक है.
अनुम बोला- तेरी गांड कयामत है सीमा, ये सिर्फ चुदाई के लिए बनी है. तू देखना एक दिन बहुत बड़ी गंडखोर बनेगी. तू मेरी बात लिख ले, तेरे से ज्यादा गंडखोर लंड लेने वाली गांड चुदवाने वाली दूसरी कोई नहीं होगी.
ऐसा कहते हुए एक जोर का झटका मेरी गांड में अनुम ने पूरी ताकत से मारा, तो लगभग उसके लंड का सुपड़ा मेरी गांड के अन्दर घुस गया.
उसके बाद उसने तुरंत दूसरा झटका मार कर आधा लौड़ा अन्दर डाल दिया. पहले ही झटके में मैं बहुत जोर से चिल्लाई उम्म्ह… अहह… हय… याह… और लगा कि मर जाऊंगी, मैं इतना दर्द हुआ कि बेहोश होने की हालत में हो गई.
मैंने अनुम को बोला- हरामी यह करने के लिए मुझे यहां बुलाया है? मैं तुझे नहीं छोडूंगी … तू मुझे छोड़ दे, मुझे जाने दे … मुझे कुछ नहीं करवाना. मुझे छोड़ मादरचोद भोसड़ी वाले … तेरी ऐसी तैसी मैं सबसे बता दूंगी. मुझे छोड़ अनुम मादरचोद … मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
मैं मम्मी मम्मी चिल्लाने लगी … तेजी से रोने लगी,
तो अनुम बोला- अब सीमा सीधी लेट जा, मुझे तेरी चुत की चुदाई करनी है … जो मुझे खुद से भी ज्यादा प्यारी लगती है.
उसने मेरी गांड से अपना लंड बाहर निकाल लिया. इसके बाद अनुम ने मेरी पिछवाड़े में हाथ लगाकर मुझे सीधे लिटा दिया और अब अपने हाथों से अनुम ने मेरे दोनों टांगों को चौड़ा किया. मेरी एक टांग को अपने कंधे पर रख लिया और अपना लौड़ा हाथ से पकड़ कर मेरी चुत में जैसे ही रखा, लंड का सुपारा मेरी चुत की फांकों के बीच में छुआ, मैं उछल पड़ी और जाने क्या ऐसा हुआ कि मैंने अपनी कमर ऊपर करके उछाल दी, जिससे अनुम का लंड जल्दी से चुत में घुस जाए.
मेरी चुत अब तक वैसे भी बहुत गीली हो चुकी थी. चुत से निकलने वाला रस लगा हुआ था, तो बहुत चिकनी थी.
तभी अनुम ने पूरी ताकत से एक जोरदार झटका मेरी चुत में मारा और उसका पूरा से भी ज्यादा लौड़ा, मेरी चुत में फच्च से घुस गया.
मैं बहुत जोर से चीखी और चिल्लाई- फट गई मेरी चुत … मार डाला रे बहुत दर्द हुआ …
मुझसे अब दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था. मैं पागल सी होने लगी थी. मुझे बहुत तेजी से दर्द होने लगा.
मैं बोली- अनुम मुझे छोड़ दो, जाने दो यह मत करो, मत करो मुझे बहुत दर्द हो रहा है … मैं मर जाऊंगी, ये तूने बहुत तेजी से क्या डाल दिया.
अनुम बोला- डार्लिंग, तू बहुत मस्त है … तेरी बहुत टाइट चुत है … गजब की चुत है और चिल्ला साली.
मैंने अपने पैरों को कैंची की तरह बनाकर उसके कमर से लिपटा दिया और अनुम से लिपट गई.
अनुम अब जोर जोर से चुत में धक्के मारने लगा. करीब पांच मिनट की बेदम दर्द भरी चुदाई के बाद मेरी चुत का दर्द धीरे-धीरे कम होने लगा.
मैं अनुम को बोली- अनुम तुमने यह क्या किया … और यह कैसे हुआ … तू जादूगर है क्या … मुझे बहुत दर्द हो रहा था, पर अब जरा भी दर्द नहीं बचा. वाऊ मेरे राजा … आई लव यू …
मैं उसकी पीठ को नोंचने लगी. अन्दर से मेरे पता नहीं कैसी आग सी लगी कि मैं खुद अब अपने होश गवां बैठी. मुझे ये भी नहीं पता कि क्या बोलना चाहिए क्या नहीं, सब मेरे दिमाग से हट गया और मैं पागलों सी कुछ भी बके जा रही थी.
मैं बोली- अनुम तू बहुत बड़ा कुत्ता गांडू है … और जोर से मार मेरी चुत … पूरा लंड अन्दर घुसा भोसड़ी के …
उसके जीभ को मैं अपने होंठों से निकाल कर चूसने लगी. अनुम अपने हाथ मेरे दूधों पर रख कर कसके दबाने लगा. अब तो वो मेरे मम्मों को पूरी ताकत से उछाल उछाल के खींच खींच कर नोंचने लगा. अनुम एक जानवर बन गया था. मैं भी मचलने लगी थी. अनुम जम के मेरी चुत मसल मसल कर चोदे जा रहा था. उसका लंड मेरी जड़ तक घुसा जा रहा था. वो फिर लंड बाहर निकालता, फिर अन्दर तक घुसा कर धक्के मारने लगता. उसकी चुदाई से मैं पागल हो रही थी.
वह भी कुछ भी बके जा रहा था. वो बोला- सीमा साली तू बहुत चुदक्कड़ है … मुझे ऐसी ही बीवी चाहिए थी, पर तेरी चुत तो बहुत गहरी है … मेरा लंड पूरा घुसने के बाद भी अन्दर पूरा नहीं पहुंच पा रहा. तुझे तो मेरे से भी बड़ा लौड़ा चाहिए है, यह मैं समझ गया. साली तेरे लिए मैं कुछ भी दवाई खाकर अपने लौड़े का साइज बड़ा करूंगा, तू बहुत चुदासी है.
मैं बोली- हां मेरे अनुम, सच में मैं बहुत चुदक्कड़ हूं … मेरा अपने आप बेहद चुदवाने का मन करता रहता है. अनुम तू हमेशा मेरी चुत में ऐसे ही अपना लौड़ा डाले रहना. जोर जोर से डाल दे मादरचोद अनुम … बहनचोद और डाल पूरा लौड़ा … चोद मुझे जमके … और घुसा.
मुझसे रहा नहीं जा रहा है. मैं उत्तेज में उसकी पीठ को अपने नाखून से नोंचने लगी. उसके होंठों को काटने लगी.
अनुम बोला- तू तो पागल है रे … तेरे जैसी चुद्दक्कड़ चुदासी लड़की का मैंने सुना भी नहीं है … मैं कितना लकी हूं.
करीब 12-13 मिनट की बेदम चुदाई करने के बाद, अब लंड मेरी चुत में पूरा जड़ तक घुसाने लगा. वह मुझको बिल्कुल चिपक के पकड़ने लगा और मुझे बहुत गंदी गालियां देने लगा.
वो बोला- साली कुतिया तू बहुत बड़ी चुदक्कड़ है रे … मादरचोदी ले और चुदवा साली … बोल कितना चोदूं …
वो कस कसके मेरी चुत को चोदने लगा. मेरे मुँह से अपने आप निकलने लगा- ऊंहहह ऊंहहह ऊंहहह ओहह आहहहह मेरे चोदू राजा … और चोद आहहहह ऊंहहह अनुम और घुसा रे … आऊच्छ अनुम तेरा लौड़ा थोड़ा छोटा पड़ रहा है … क्या ये मेरी चुत जड़ तक नहीं पहुंच रहा. अनुम भोसड़ी के मेरी चुत की जड़ तक अपना लौड़ा पेल!
यह सब मैं जोर से बोले जा रही थी. अनुम ने तेजी से अपने लौड़े की स्पीड बढ़ाते हुए एकदम पूरा झटका मेरी चुत पर मारा और फुल स्पीड से चोदने लगा.
उसने इतना जोर से मुझे कंधे से जकड़ लिया कि मैं तड़पने लगी और फिर अचानक उसके लंड से बहुत गर्म लावा, उसका लंड रस मेरी चुत में भरने लगा. मुझे उसका एहसास हुआ, इतना गर्म लंड रस था कि मुझे लगा मेरी चुत जल जाएगी, पिघल जाएगी. पूरा रस अनुम के लौड़े का मेरी चुत में भर गया.
अनुम हांफते हुए मेरे ऊपर ढेर हो कर लेट गया. वह पसीने में नहा गया था.
थोड़ी देर बाद अनुम ने अपना हाफ निकर पहना और रसोई से खाना लेकर आए।
मैं बाथरूम गई और अपनी चूत और गांड़ को पानी और हाथ धोकर खाने के लिए आ गई।
मैं जाकर अनुम के पास बैठ गई और कहा- आप ही खिला दो।
अनुम कभी खुद खाते तो कभी मुझे खिलाते।
खाना खत्म हुआ और अनुम फिर से मेरे पास आकर बैठ का बाते करने लगे ।
मैंने रात को अनुम को बिस्तर पे लिटा दिया और 69 की पोजीशन में उनके ऊपर चढ़ के लेट गई।
अनुम जहाँ एक तरफ चूत चाटने में व्यस्त था, में लंड को मुँह में लेने लगी और साथ ही साथ अनुम के लंड से टोपे को अपनी जीभ से सहलाने लगी और धीरे धीरे मैंने गति और बढ़ा दी।
अनुम उठ कर सामने टेबल से तेल की शीशी ले आए और अपनी उंगली तेल में डुबो कर मेरी गांड में डालने लगे.
मुझे बड़ा मजा आ रहा था और मैं सिसयाने लगी ‘आहह ओह इस्स आह आह ओह.’
थोड़ी देर में उन्होंने पूरा तेल मेरी गांड के अन्दर भर दिया और अपनी उंगली मेरी गांड में घिसने लगे.
मुझे मजा आने लगा और मैं बोली- अनुम जल्दी से लंड गांड में घुसा दो.
मैंने भी उठकर उनके लंड पर तेल लगाकर चिकना कर दिया.
वे बोले- चल कुतिया, लेट जा मादरचोद.
मैं तकिये पर लेट गई और अपनी उंगलियों से अपनी गांड फैला कर बोली-प्लीज अनुम , अपना लंड धीरे से डालना .
उन्होंने मेरी टांगें फैलाईं और लंड मेरी गांड में घुसाने लगे . मेरी गांड फैलने लगी.
मैं कराहने लगी- आह अनुम … ओह ओह … प्लीज अनुम नहीं … ईईई उफ अह छोड़ दो ना … काफी मोटा लंड है … आईईईई ऊईईईई आआह.
अनुम ने मेरी कमर पकड़ी और जोर लगाया, तो उनका मोटा सुपारा मेरी गांड में घुस गया.
मेरी गांड छिल गई.
मैं थोड़ी सी तड़पी, फिर शांत हो गई.
अनुम शायद इसी का इंतजार कर रहे थे; उन्होंने मेरी कमर पकड़ी और जोर का झटका दे मारा.
उनका आधा लंड मेरी गांड में घुस गया.
मैं जोर से चीखी- आईईई ईईई … मर गयी मम्मीईईई … ईईई आहह … बचाओ अनुम जीईई.
अनुम ने मेरी चीख पर कोई ध्यान नहीं दिया और फिर से एक बार जोर से झटका दे मारा.
इस बार पूरा लंड मेरे अन्दर हो गया.
मेरी आंखों में अंधेरा छा गया और मुझे लगा कि धरती हिल गयी है.
फिर अनुम जी ने जो लंड पेला, मुझे ऐसा लगा कि मेरी गांड के दो टुकड़े हो जाएंगे.
मैं चीखने लगी- आई ईईई ऊईई ईई बचाओ … आह छोड़ दो नाआ.
अनुम बोले- वाह हरामजादी, वाह क्या बात है … आह मजा आ गया. … क्या चूसती है रांड आह क्या चुदती है. बड़ी मस्त गांड है सीमा की. .
वे जोश में आ गए और तेजी से मेरी गांड मारने लगे.
अनुम ने तो मेरी गांड का फालूदा बना दिया हैं.
अनुम ने पांच मिनट में मेरी गांड को पोला कर दिया और मेरा दर्द कम हो गया.
मेरी चीखें कम हो गईं और मैं सिसयाने लगी- आहह ओह इस्स … प्लीज छोड़ दो ना दर्द हो रहा है.
अनुम रूककर मेरे गालों को चूमने लगे और बोले- दर्द कम हुआ कि नहीं?
मैं बोली- हां थोड़ा सा कम हो गया है मजा भी आ रहा है.
उन्होंने मेरे बदन को करवट लेकर लिटा लिया और मेरे मम्मे दबाने लगे.
मैं- आह आह धीरे धीरे मसलो … आह ओहह हह प्लीज.
अनुम धीरे धीरे मेरी गांड मारने लगे.
वो लंड अन्दर बाहर करते हुए बोले- सच में यार … बड़ी मस्त गांड है तेरी … .
मैं बोली- अनुम, मेरी चूत और गांड तुम्हारी है .
अनुम ने रफ्तार बढ़ा दी और मैं मस्ती में सिसयाने लगी- आहह ओह … क्या मस्त लंड है … आह मजा आ गया आह … और तेज अनुम … और तेजी से मेरी गांड मारो!
वे पूरी ताकत से मुझे चोद रहे थे. मेरा बदन दुखने लगा था लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था.
वह खड़े हुए, और उन्होंने अपना लंड निकाल लिया और मैं उठ कर लंड को चाटने लगी.
वह बोले- आह मादरचोद रांड … चाट साली … और चाट कुतिया.
मैं बोली- अनुम … आह लंड चाटने में बड़ा मजा आ रहा है.
उसने लंड मेरे मुँह में डाला और घिसने लगा .
मैंने जी भरकर लंड को चाटा और फिर अपनी गांड में घुसा कर बैठ गई.
अनुम नीचे से मेरी गांड मारने लगे और मेरा बदन उछलने लगा.
मैं कराहती हुई बोली- आहह आह आह अब छोड़ भी दो ना!
उन्होंने मेरे मम्मों को निचोड़ते हुए कहा- आह बहनचोद सीमा , मजा आ रहा है चोदने में, रंडी साली कुतिया सीमा , तुझे कैसा लग रहा है मादरचोद?
मैं- आह बड़ा मजा आ रहा है.
वे देर तक मेरी गांड मारते रहे।
फिर उन्होंने मुझे पलटा कर लिटा दिया और मेरी टांगें अपने कंधों पर फंसा लीं.
वो फिर से तेज गति से मेरी गांड मारने लगे.
मैं ‘ओहहहह ओह प्लीज छोड़ दो ना.’ करती रही, पर वे मेरी गांड चुदाई करते रहे.
उन्होंने मेरी गांड को एकदम ढीला कर दिया था.
करीब पंद्रह मिनट तक वे अपने लंड से मेरी गांड का फालूदा बनाते रहे और फिर उन्होंने मेरी गांड को अपने वीर्य से भर दिया.
उनके वीर्य से मेरी गांड की सिकाई हो गई और मैंने अपनी टांगें उनके कंधों से उतारकर बिस्तर पर फैला लीं.
उनकी कमर पर हाथ फेरते हुए कहा- अनुम, तुमने मेरी जान निकाल दी, बापरे कितनी बुरी तरह से मेरी गांड को पेला.
वे बोले- मेरी मादरचोद रांड, साली तू तो चुदने के लिए ही बनी है बहनचोद. तुझे चोदने में मुझे काफी मजा आया.
उन्होंने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया. मैं लंड चूसकर साफ कर दिया।
अनुम और में साथ में सौ गए ।
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