भाभी जान की चुदाई

पर मेरे चुमने से नरज़ ना होकर बोले देखो छोतु आओ हुम तुम एक समझौता कर ले जब तुम चहो मुजखे चोद सकते हो पेर इन 21 दिनो मैन मे परेगनेनत होना चहते हून। मैने हमि भर दी और इस्स तरह शुरु हुअ आपना सेक्स का सफ़र। हुम दोनो नहा दोह कर रूम मैन आ गये और मैने भभि को किस्स करना शुरु किया किस्स करते करते मैने उसके बलौसे मैन हथ दाल कर उसके मुम्मेय दबने लगा और धीरेधीरे उसके बलौसे के बुत्तोन खोलना शुरु कर दिया । जेस्से जेस्से बुत्तोन खुलता जाता भभि के चेहरे पर चमक आ रही थी ।

पुरा बलौसे उत्तर कर मैने उसकि बरा का हूक भि खोल दिया अब भभि मेरे समने आपने 34द सिज़े के बूबस लेकर खदि थे और हुस्स कर मुझे देख रही थी और कह रहे थी छोतु ये सब कहन से सिखा। मैने मुसकरकर कहा सब आप लोगो को करते देख कर अनदज़्ज़ा लगया। और सिख लिया मैने उसके चुचियो को सुसक करने लगा और वोह अह,,, उफ़।।।।। अह।।।।।। उफ़ करते जति।

अब मेरा हथ उसके पेत्तिसोअत पेर था और मैने उसका इझारबनद खोल दिया। इझारबनद खुलते ही पीत्तिसोअत नीचे गिर गया वोह भभि एकदुम ननगि हो गयी। अब उसकि बारि थी वोह मेरि त शिरत उत्तर कर मेरे जिसम को चुमने लगे। मुझे उसके जिसम से भिनि भिनि खुसबू आ रही थे और मैन मसत हो रहा था।

वोह मेरि त शिरत उत्तर कर मेरि पनत कि जिप खोल रही थी और मेरि दिसक को पकर कर उसे एरेसत करने लगि। दिसक धीरे धीरे आसमान कि तरफ़ देखने लगि थी और उसने उसी सुसक करना शुरु कर दिया मैन अपने हथोन से उसके चुचिया दबा रहा था और वोह दिसक को चूस रहि थी दिसक चूसते चूसते थोदा सा परेसुम भि निकला जो उसने चत कर लिया।

यह कहानी भी पड़े  कामुक औरत और मनमोहक मर्द की पहली मुलाकात की कहानी

अब मैन उसके पुस्सी को सुसक करने लगा धीरे धीरे फिर तेजि से रफ़तर बदा कर अपनी जीब को अनधर बहर करने लगा भभि अननदित हो रही थी और धीरे धीरे से अवज़े निकल रही थे कि करे जओ मज़्ज़ा आ रहा हैन।

एस्स अननद को उथते हुए करीब 1 हौर बीत गया था और दोनो तरफ़ से कोइ कमि नहि आ रही थी कभि वोह मेरे को कस कर गले लगति और कभि मैन उसको गले लगता। इक दुसरे को चुमते चत ते कफ़ि समय लग गया तो भभि बोले अब कर दलो छोतु नहिन तो रविनदेर आ जयेगि।।

हुम दोनो बेद पर चले गये और भभि को पलग पर लिता मैन उसकि जघोन को सहलने लगा भभि अननदित हो रही थे और उसने तनगे फेअला दी अब उसके पुस्सी साफ़ नज़र आने लगि और मेरि दिसक का भि बुरा हाल था मैने रम का नाम लेकर भभि कि बुर पर अपना लुनद रख कर धका लगा दिया और रम जि ने सथ देकर मेरा अधा लुनद अनदर कर दिया। इक दो धको के बाद पुरा का पुरा लनद अनदर चला गया भभिजो से छेखि मैने उनका मुह बनद कर दिया और सत्रोकेस लगता रहा वोह मेरे बदन को चुमति मैन उसके चुचि को चुमता इस्स तरह करते करते मैन ने आपना पुरा लोअद भभि कि बुर मैन दाल दिया।वोह भुरि तरह मेरे से चिपक गयी ।

इस्सि तरह हुम करीब अधे घनते पदे रहे फिर रविनदेर के आने का समय हो गया था इस्स लिये इक दुसरे को किस्स कर के अलग हो गये।अब इक चिनता मन मैन थी कि अगर रविनदेर को इस्स बात का पता चल गया तो कया होगा अभि 21 दिन चुदै करने हैन और नेक्सत वीक तो पुरा उसका छुति हैन।

यह कहानी भी पड़े  मेरी मौसी सास की चुदाई वासना

Pages: 1 2 3



error: Content is protected !!