हेलो दोस्तों, मुझे समझ में नही आ रहा की मैं कैसे और कहाँ से शुरू करू अपनी सेक्स कहानी. ये बात एक साल पहले की है. मैं पहले अपने बारे में बताती हू. मेरा नाम रिया है, और मेरी उमर 28 है. काड्द मेरा 5 फुट 6 इंच है. मेरा शरीर पतला और रंग गोरा है. मेरे बूब्स छ्होटे है और ब्रा का साइज़ 32ब है.
अब मैं अपनी तारीफ नही करना चाहती, पर मुझे देखने वालो की और प्रपोज़ करने वालो की कमी नही है. मैं एक डाइवोर्स और एक बच्ची की मा हू, और डाइवोर्स के बाद कोई रीलेशन नही रखा. मैं हॉस्पिटल में एक नर्स हू, और कभी-कभी रात की शिफ्ट भी लगानी पड़ती है.
अब कहानी की तरफ चलते है, और उसके बारे में बताती हू. उसका नाम नही बतौँगी, नाम की जगह ब्फ लिख रही हू.
ब्फ 6 फुट 2 इंच लंभा है, और उसकी उमर 46 है. ब्फ का रंग भी गोरा था. उसकी आँखें अलग ही थी. ब्फ में कोई कशिश है, जो औरत को अपनी तरफ खींचती है. उसको देख के हर औरत उसको अपने साथ महसूस करना चाहती है. हॉस्पिटल में हर एक नर्स और डॉक्टर उसके पीछे पागल है. ब्फ हॅंडसम है और उसकी पर्सनॅलिटी तो जानलेवा है.
वो इतना स्माइल तो नही करता है, पाट जब करता है, जान निकल जाती है. यार मैं लिखते-लिखते बहुत गीली हो गयी हू, और मेरी फुददी तड़पने लग गयी है. जब ब्फ के बारे में सोचती हू, ऐसा ही हो जाता है. वो है ही ऐसा, कोई भी औरत उससे अट्रॅक्ट हो जाती है. ब्फ आंब्युलेन्स चलता है, और मेडिकल टेक्नीशियन है. सब उसको हॉस्पिटल में जानते है.
वो जहाँ से गुज़रता है, सब उसको बुलाते है. मैने कितनी बार नर्सस को सुना है की वो ब्फ को पसंद करती है, और कुछ तो सेक्षुयली अट्रॅक्टेड है. अब जो मेरे और ब्फ के बीच में हुआ, वो बताती हू. अफ!!
एक दिन ब्फ मरीज़ को वॉर्ड में लेके आ रहा था. उसने और उसके साथ काम करने वाले ने मरीज़ को बेड पे डाला, और वॉर्ड से निकालने ही वाले थे, जब एक मरीज़ की साँस बंद हो गयी और वॉर्ड में हुलचल मच गयी. उसी वक़्त ब्फ ने मरीज़ को संभालना शुरू कर दिया. उसने मदद के लिए बुलाया और मैं चली गयी मदद करने के लिए. हम दोनो मरीज़ को रेससिटेट करने लाग्गे.
ब्फ दिल को दबाने लगा, और मैं हवा के पंप से मरीज़ को साँस देने लगी. ब्फ दिल को दबाता था, और जब रुकता था, मैं मरीज़ को 2 साँसे देती थी, और ब्फ उसके बाद फिर दिल को दबाने लग जाता था. मैने नोटीस किया की मैं जब भी साँस देने के लिए नीचे होती थी, मेरे बूब्स पुर दिखते थे. मगर ब्फ ने एक बार भी नही देखा मेरी तरफ. हम दोनो 20 मिनिट लगे रहे, और मरीज़ को हम ने बचा लिया. मैं रोने लग गयी और ब्फ ने मुझे बोला-
ब्फ: आप रो ना, आपने बहुत अछा संभाला आज.
रिया: थॅंक योउ. आपका नाम?
ब्फ: जी मेरा नाम क्षकशकश है. आपका नाम?
रिया: मेरा नाम रिया.
उस दिन के बाद ब्फ मुझे बहुत बार मिला, और हम हेलो बोल के अपने-अपने काम को निकल जाते थे. एक दिन मेरी रात की शिफ्ट थी, और मेरी ड्यूटी 6 पीयेम शुरू हुई. इस टाइम पे हॉस्पिटल एक-दूं शांत होता है. उस रात शायद 8:30 पीयेम बजे होंगे, और मैं दूसरे वॉर्ड में कुछ मेडिसिन देके आ रही थी, और सामने ब्फ आ रहा था.
मेरे दिल में एक एग्ज़ाइट्मेंट शुरू होने लग गयी. हमने एक-दूसरे को हेलो बोला, और हाल-चाल पूछा. वो बस जाने ही वाला था, जब मैने हिम्मत करके उसे छाई के लिए पूच लिया. उसने कहा की अब घर जा रहा हू, फिर कभी.
मैने बोला: एक कप छाई पीने में कितना वक़्त लगता है? पर कोई बात नही, फिर कभी.
ब्फ ने मेरी तरफ देखा, और छाई के लिए मान गया. उस वक़्त मेरे पुर शरीर में एक अलग मिठास शुरू होने लग गयी. हम स्टाफ रेस्ट रूम में पहुँच गये, जहाँ छाई कॉफी का भी प्रबंध था. हम रेस्ट रूम के अंदर आ गये, और मैने छाई बनाना शुरू कर दिया. जब तक पानी गरम हो रहा था, हम बातें करने लग गये.
बातें करते-करते मैं ब्फ के हाथ को हाथ लगाने लग गयी, और कभी-कभी उसके बाजू को. हम हस्सी-मज़ाक में एक-दूसरे के करीब आने लग गये. इस वक़्त मेरी फुददी में आग मचल रही थी, और मेरी फुददी बहुत गीली हो रही थी. पानी गरम हो गया था. फिर जब मैं छाई बनाने के लिए जेया रही थी, ब्फ भी मेरे पीछे आ गया और बोला-
ब्फ: मैं छाई बनता हू.
फिर ब्फ छाई बनाने लग गया, और मैं उसके पास खड़ी थी. ब्फ ने पूछा की छाई के कप कहाँ है और मैने कहा की मैं उपर की कपबोर्ड से निकालती हू. अब मैं बिल्कुल ब्फ के करीब थी, और जैसे ही मैने कपबोर्ड खोलने की कोशिश की, मेरे बूब्स उसके बाजू से टच हो रहे थे.
ब्फ: ये क्या कर रही हो रिया?
मे: मैं आपको बहुत पसंद करती हू.
मैने अपनी बाहें ब्फ के गले में डाल दी, और मैने अपने होंठ ब्फ के होंठो से चिपका दिए. हम हल्के से किस करने लग गये. आहिस्ता-आहिस्ता हम एक-दूजे के नशे में खोने लग गये. मैने अपनी जीभ ब्फ के मूह में डाल दी, और ब्फ की जीभ मेरी जीभ के साथ मिल
गयी.
हम ज़ोर-ज़ोर से किस करने लग गये. ब्फ ने मुझे उठा के किचन यूनिट पे बिता दिया. मैने अपनी टाँगें खोल दी, और वो मेरी टाँगों के बीच में खड़ा था. ब्फ मेरी नेक को किस करने लग गया. उसके गरम होंठ मुझे मदहोश कर रहे थे. मैने अपने नर्स का यूनिफॉर्म पहना हुआ था. वाइट कोट और नीचे वाइट ब्रा और पॅंटीस. वाइट स्टॉकिंग्स जो घुटनो तक थी.
ब्फ ने मेरे कोट के बटन खोल दिए. वो मुझे किस करते-करते मेरे बूब्स मसालने लग गया. मेरे पुर बदन में आग मचल रही थी. मेरी फुददी दिल की धड़कन की तरह बजने लग गयी थी. ब्फ ने मेरा कोट उतार दिया, और मेरे जिस्म को चूमने लग गया. वो मेरे कंधों को बीते करने लग गया और चूसने लग गया. फिर उसने पीछे से मेरी ब्रा खोल दी.
मे: कैसे लगे मेरे गोरे चीतते बूब्स?
ब्फ: बहुत खूबसूरत और सेक्सी है.
मे: मूह में डालो.
ब्फ मेरे बूब्स को चाटने लग गया. मैने उसका सर पकड़ लिया. वो मेरे निपल्स पे अपनी जीभ फेर ने लग गया. कभी-कभी वो हल्के से अपने दाँतों में दबाने लग गया. मेरा एक बूब ब्फ के हाथ में था, और दूसरा उसके मूह में. वो दबा-दबा के चूसने लग गया, और अब उसका हाथ मेरी पॅंटीस पे था, और उसकी उंगलियाँ मेरी पॅंटीस पे फिर रही थी. मेरी पॅंटीस पूरी भीग गयी थी मेरी फुददी के पानी से. वो ज़ोर-ज़ोर से दबाने लग गया, और मेरा मज़ा बढ़ता गया.
मे: आ आउच आह आह अयाया.
ब्फ ने मेरी पॅंटीस उतार दी, और टाँगें खोल दी. अब मेरी फुददी ब्फ के हवाले थी. वो मेरे पेट को चूमने लग गया. आहिस्ता वो मेरी बेल्ली बटन तक पहुँच गया. फिर वो और नीचे आ गया, और मेरी टाँगें चूमने लग गया. अपने होंठो से मेरी जांघें चूसने लग गया. अब मैं पूरी तरह मदहोश थी, उसके नशे में चूर थी.
मेरी फुददी में घुटन हो रही थी. अब रहा नही जेया रहा था. मैं ब्फ को अपने अंदर चाहती थी. वो मेरी जांघें चूस्टा-चूस्टा मेरी फुददी तक पहुँच गया. ब्फ की गरम साँसे मेरी फुददी को चू रही थी. मेरी फुददी के होंठ मचल रहे थे. मेरी फुददी का दाना मज़े से उछाल रहा था. फिर ब्फ ने अपने होंठ मेरी फुददी पे लगा दिए.
मैं मज़े में पागल हो रही थी. आहिस्ता-आहिस्ता ब्फ मेरी फुददी अपने होंठो से मसालने लग गया, और उसकी जीभ मेरी फुददी के होंठो को खोलने लग गयी.
मे: अया आह आह एम्म्म आहा ब्फ मैं मॅर जौंगी आज, आउच हा आह आह.
अब ब्फ मेरी फुददी के दाने को चूसने लग गया, और चबाने लग गया. मैं और भी ज़्यादा पागल होने लग गयी. मैं अपनी कमर उपर-नीचे हिलने लग गयी, और ब्फ फिर से चाटने लग गया. अब उसकी जीभ मेरी फुददी और गांद दोनो चाट रही थी. मैं वो चीज़ें महसूस कर रही थी, जो मैने कभी नही महसूस की पहले.
ब्फ अपनी जीभ मेरे दोनो च्छेदो में डालने लगा. मैने उसका सर पकड़ लिया, और अपनी टाँगों के बीच में दबाने लग गयी. वो ज़ोर-ज़ोर से चाटने लग गया. अब मुझसे नही रहा गया. मैं किचन यूनिट से उतार के ब्फ की शर्ट खोलने लग गयी, और उतार दी. फिर मैने उसकी ट्राउज़र्स का बेल्ट खोल दी, और नीचे अपने घुटनो पे बैठ गयी.
मैने ब्फ की ट्राउज़र्स आंड अंडरवेर उतार दी, और उसका ख़तरनाक लूंस मेरे मूह के सामने था. उसका लंड बहुत खूबसूरत था और बड़ा था. ब्फ का लंड अभी आधा हार्ड था. मैने उसके लंड को उठा के नीचे से चाटने लग गयी. उसकी बॉल्स को चूसने लग गयी, और फिर चाटने लग गयी.
अब ब्फ का लंड पूरी तरह हार्ड था, और मैं उपर-नीचे चाटने लग गयी. उसका लंड बहुत गरम था, और बहुत सख़्त था. मैने अपने मूह में लंड ले लिया, और चूसने लाग्ग गयी. ब्फ ने मेरा सर पकड़ लिया, और मैं और ज़ोर से चूसने लग गयी. अब और नही रहा जेया रहा था.
मे: ब्फ मुझे छोड़ लो. मेरी फुददी को तबाह कर दो.
ब्फ ने मुझे नीचे से उठा लिया. उसने मुझे सोफा पे पटक दिया. मैने अपनी टाँगें खोल दी, और वो मेरी टाँगों के बीच में आ गया. ब्फ ने अपना लंड मेरी गरम फुददी के उपर रख दिया. वो आहिस्ता अपने लंड को मेरी फुददी पे रख के घिसने लग गया.
उसका लंड बहुत गरम था, और मेरी फुददी को और ज़्यादा मज़े देने लाग्ग गया. ब्फ ने अपने लंड से मेरी फुददी के होंठ खोल दिए, और अपना लंड मेरे अंदर डालने लग गया.
मे: आआआः ब्फ मुझे छोड़ ले, फक मे.
ब्फ ने मेरे बालों से पकड़ा, और एक-दूं ज़ोर से अपना लंड मेरी फुददी में घुसा दिया, और मेरी चीख निकल गयी.
मे: आआआः.
वो छोड़ने लग गया मुझे. मेरी फुददी ब्फ के लंड को चूसने लग गयी. उसका गरम और सख़्त लंड मेरे अंदर मज़े कर रहा था. ब्फ मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग गया. उसके झटके कस्स-कस्स के लगने लग गये. वो आयेज-पीछे जानवरों की तरह छोड़ने लग गया.
अब मेरी हड्द और नही बर्दाश्त कर रही थी. मैने ब्फ को कस्स के पकड़ लिया, क्यूंकी मेरा पानी छूटने वाला था.
मे: ओह ब्फ, आह अया आह आह आह आह, हाए मॅर गयी मैं. फक मे ब्फ, फक मे, छोड़ लो मुझे.
मेरे अंदर कुछ हो रहा था, कुछ मचल रहा था. मेरी फुददी मचल रही थी, और मेरे पुर सरीर में आग लगी हुई थी.
मे: ब्फ ई’म कमिंग, ई’म कमिंग, मेरा पानी छ्छूट रहा है आहा आहा आह आह अयाया.
वो अब पुर ज़ोर से छोड़ने लग गया, और मैं चीकने चिल्लाने लग गयी. अब वो घड़ी आ गयी, और मेरा पानी छ्छूटने लग गया. मेरी जान निकल रही थी, और वो जानवरों की तरह छोड़ रहा था. मेरा पानी पूरी तरह छ्छूट गया पर ब्फ छोड़ता रहा.
फिर उसने मुझे घुमा दिया, और मुझे पीछे से छोड़ने लग गया. ब्फ ने पीछे से मेरे बूब्स को पकड़ के तोड़ा उपर खींच लिया, और कस्स-कस्स के छोड़ने लगा. मैं तो पूरी तरह चुड रही थी. अब ब्फ ने मेरे बालो से पकड़ लिया, और मेरे बाल अपने हाथ में लपेट लिए.
वो बालों से मुझे खींच-खींच के छोड़ने लग गया. मेरे अंदर कस्स-कस्स के झटके लगाने लग गया. मेरा पानी फिर से छ्छूटने लग गया. मेरी फुददी अब और ज़ुल्म नही बर्दाश्त कर सकती थी. चीखें निकालने लग गयी मेरी.
मे: ओह फक, बस करो ब्फ प्लीज़.
मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे, और वो और ज़ोर से छोड़ने लग गया. मेरा पानी छ्छूटने लग गया और मेरी जान निकालने लग गयी.
मे: अयाया आ आ, हाए मैं मॅर गयी, ओह ओह.
ब्फ: रिया आपकी फुददी बहुत गरम है और टाइट है.
मे: ब्फ आपका लंड बहुत बड़ा और मोटा है. मेरी फुददी को फाड़ दिया.
अब मुझे महसूस हुआ की ब्फ मेरे अंदर छ्छूट गया. उसने अपना गरम लंड आहिस्ता मेरी फुददी से बाहर निकाला, और जब पूरी तरह निकल गया, मैं सोफा पे गिर गयी. इतनी ज़ालिम चुदाई के बाद बुरी हालत में थी. ब्फ का पानी मेरी फुददी से बाहर निकल रहा था. पर मैं कुछ ना कर सकी.
ब्फ पीछे से मेरे उपर लेट गया, और मेरी नेक किस करने लग गया. थोड़ी देर हम लेते रहे. फिर ब्फ मेरे उपर से उठा, मुझे घुमा के अपने से लगा के मुझे कस्स के हग किया.
हम अपने कपड़े पहन के तैयार हो गये. हमने किस किया. फिर मैं ड्यूटी पे चली गयी और वो घर. मुझसे तो चला नही जेया रहा था. मैने पेनकिलर लिया और थोड़ी देर सो गयी. मुझे पहले ऐसे कभी किसी ने नही छोड़ा था. ब्फ ने मेरी फुददी को तबाह कर दिया.
हमने बहुत बार सेक्स किया, पर मुझे ऐसे ना ही पहले किसी ने छोड़ा, और ना ही बाद में. अब हम नही मिलते, क्यूंकी मैं दूसरे शहर में चली गयी. पर ब्फ की याद अभी भी मुझे सताती है.
उमीद है आपको मेरी चुदाई के बारे में पढ़ के मज़ा आया होगा.