हवस का आमना-सामना

भाभी की चुदाई कहानी का अगला पार्ट शुरू करते है-

पिंकी: तो चलो ठीक है. कोई बात नही तुम नाश्ता कर लो. मैं तब तक किचन का काम कर लेती हू.

सन्नी: ओके भाभी.

( और फिर पिंकी किचन में चली गयी, और सन्नी ने भी अपना नाश्ता पूरा कर लिया. करीब 1 घंटे के बाद जब किचन में से पिंकी बाहर आई. तब भी सन्नी हॉल में ही बैठा था.

जब पिंकी बाहर आई तो उसके कपड़े भीगे हुए थे, तो निपल्स एक-दूं सॉफ-सॉफ दिख रहे थे. उसके हाथ में कचरे की बकेट थी, जो बाहर फेंकने के लिए जाने लगी. तभी सन्नी उठा और पिंकी के सामने आया और उनसे बोला).

सन्नी (आह वाउ क्या मस्त निपल है भाभी के): भाभी ये कचरे की बकेट मुझे दो. मैं बाहर फेंक कर आता हू.

पिंकी: कोई बात नही है सन्नी. मैं कर आती हू बाहर. वैसे भी तुम्हारी तबीयत खराब है. तुम्हे आराम की ज़रूरत है.

सन्नी: नही भाभी, मैं बिल्कुल ही ठीक हू. और इस बकेट को उठा सकता हू. मैं पहले से काफ़ी अछा महसूस कर रहा हू.

पिंकी: अछा ठीक है बच्चा, जाओ फेंक के आओ बाहर.

(और फिर सन्नी ने अपने हाथ से बकेट उठाई और बकेट को अपने आयेज रखा, क्यूंकी उसका लंड अभी टाइट हो कर खड़ा हुआ था. जिसे वो बकेट की मदद से च्छुपाने की नाकाम कोशिश कर रहा था.

और ये सब पिंकी को पता था की उसका लंड उसे देख कर खड़ा हो जाता था. बस वो इसे बच्चा समझ कर इग्नोर कर रही थी. फिर सन्नी कचरे के बकेट बाहर फेंक कर जब वापस अंदर आया, तो पिंकी उसके लिए ऑरेंज जूस लेकर आई.)

सन्नी (मॅन में): ओह भाभी तो बहुत सेक्सी लग रही है भीगे हुए कपड़ों में.

मैं क्या करू, ना चाहते हुए भी मेरी नज़र भाभी की च्चती पर ही क्यूँ जाती है?

पिंकी: लो सन्नी ये ऑरेंज जूस पी लो. तुम्हे इससे एनर्जी मिलेगी.

सन्नी: थॅंक योउ भाभी.

पिंकी: सन्नी इसमे थॅंक योउ की कोई बात नही है. मैं रिश्ते में तुम्हारी भाभी हू. तो तुम्हारा ख़याल तो रखना पड़ेगा ना.

सन्नी: हा भाभी आपने सही कहा. लेकिन मैं भी आपका ख़याल रखना चाहता हू.

पिंकी: मेरा ख़याल की मेरी छ्चाटी का ख़याल रखना चाहते हो?

सन्नी: जी भाभी, आप क्या बोली मैं समझा नही.

पिंकी: लेकिन मैं तो समझ रही हू ना की तुम किसका ख़याल रखना चाहते हो. चलो सब कुछ छ्चोढो, और तुम जूस पियो. अपनी नज़र ग्लास पर रखो, जूस गिर जाएगा.

सन्नी: ओह सॉरी भाभी.

पिंकी: ओके, कोई बात नही. चलो ये बताओ सन्नी क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?

सन्नी: मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है.

पिंकी: क्यूँ तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही है?

सन्नी: बस ऐसे ही भाभी.

पिंकी: तुम्हे कोई लड़की पसंद नही आई या तुमको कोई लड़की पसंद नही करती?

सन्नी: भाभी मैं लड़कियों से डोर रहता हू, इसलिए शायद मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही बनी.

पिंकी: तो क्या तुम अभी वर्जिन हो?

सन्नी: भाभी मैं अब क्या बोलू?

पिंकी: क्या बोलू का क्या मतलब है?

सन्नी: भाभी मैं हा भी नही बोल सकता, और ना भी नही बोल सकता.

पिंकी: वो कैसे?

सन्नी: हा इसलिए नही बोल सकता, की मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही, और ना इसलिए नही बोल सकता, क्यूंकी मैं मूठ मारता हू.

पिंकी: ओह अछा, कैसा अजीब लड़का है.

(और तभी पिंकी को फोन आता है तो वो वहाँ से चली जाती है अपने रूम में, और सन्नी वहीं बैठा रहता है)

फोन कॉल-

पिंकी: अपने कहा था की मैं आज आने वाला हू.

हज़्बेंड: हा डार्लिंग मुझे पता है. लेकिन तोड़ा और काम आ गया है, इसलिए मुझे 4 से 5 दिन और लग सकते है.

पिंकी: आपने मेरा सारा मूड खराब कर दिया. तुमको पता है आज मैने पूरी बॉडी को वॅक्स किया था सिर्फ़ आपके लिए? ताकि जब आप वापस आए तो आपको पूरी बॉडी क्लीन मिले.

मैने आज रात के पता है कितने सपने देखे थे? कितना टाइम हुआ हमने सेक्स नही किया है.

हज़्बेंड: ई आम वेरी सॉरी डार्लिंग. मुझे पता है तुम्हारी आज रात की बहुत ख्वाहिशे थी. बुत मैं उसे पूरा नही कर पाया.

पिंकी: और तुम्हे पता है आज ये सब करने के लिए मुझे कितना टाइम लगा?

हज़्बेंड: हा मुझे पता है तुमको बहुत वक़्त लगा होगा. प्लीज़ माफ़ कर दो. 4-5 दिन में पक्का मैं आ जौंगा, और उसके बाद हम जी भर कर सेक्स एंजाय करेंगे.

पिंकी: ओके, कोई बात नही, मैं इंतेज़ार करूँगी, बाइ.

(और पिंकी उदास हो कर वही बैठ कर ही और सोचने लगी)

पिंकी: पता नही वो दिन कब आएँगे जिस दिन हम दोनो सेक्स एंजाय करेंगे. मैने पता नही क्या-क्या सोचा था, की आज मेरे हज़्बेंड आएँगे, और मेरे हवस से भरे हुए जिस्म को सुकून देंगे. काश ऐसा होता तो कितना अछा होता. मेरी किस्मत में तो सिर्फ़ मेरी उंगली ही लिखी है. लगता है मुझे आज रात भी अपने जिस्म की आग अपनी उंगली से ही मिटानी पड़ेगी.

(और फिर पिंकी ने एक-एक करके अपने कपड़े उतारे. वो पूरी नंगी हो चुकी थी. फिर वो अपने एक हाथ से अपने बूब्स को दबा रही थी, और दूसरे हाथ से अपनी छूट को मसल रही थी. ये सब कुछ करते हुए पिंकी को सन्नी देख रहा था.

क्यूंकी सन्नी उसके रूम की खिड़की के पास खड़ा था. वो बिल्कुल सॉफ-सॉफ पिंकी को देख रहा था. पिंकी अपने जिस्म की हवस में गुम थी. उसे क्या पता की सन्नी उसे ये सब करते हुए देख रहा था).

सन्नी (मॅन में): ओह शीत! ये क्या हुआ? मेरा लंड तो खड़ा हो गया भाभी को इस तरह देख कर. मुझे ये मालूम नही था की भाभी इतनी सेक्सी है. बहुत हॉट है. इसे देख कर मैं अपने आप पर कंट्रोल नही कर पा रहा हू. भाभी को इस तरह नंगी देख कर मुझे लगता है की मैं अब पूरी रात उनको नंगी सोच-सोच कर मूठ मारता रहूँगा.

(और फिर सन्नी तोड़ा सा आयेज बढ़ा पिंकी को अची तरह से देखने के लिए. लेकिन पिंकी ने भी उसे देख लिया. अब दोनो एक-दूसरे को देख कर शॉक हो गये. सन्नी वहाँ से उठ कर भागा. पिंकी ने अपने कपड़े उठाए और सन्नी के पीछे गयी.)

सन्नी (मॅन में): ओह शीत यार, मुझे लगता है भाभी ने मुझे देख लिया. सारा मज़ा खराब हो गया. अछा होगा मैं जल्दी से अपने रूम में वापस चला जौ.

पिंकी (मॅन में): लगता है रूम की खिड़की खुली है, और सन्नी वहाँ पर खड़ा हो कर मुझे देख रहा था. लेकिन वो कहाँ चला गया? मेरे ख़याल से वो अपने रूम में गया है. मैं भी उसके पीछे जाती हू.

सन्नी ( मॅन में): ओह बाप रे, भाभी का जिस्म तो बहुत सेक्सी है. काश वो मेरी बीवी होती. लगता है मुझे अब मूठ मारनी पड़ेगी.

पिंकी (मॅन में): ओह मान, ये तो अपना लंड हाथ में पकड़ कर मेरे नाम लेकर मूठ मार रहा है.

सन्नी: ह आह आ ऑश भाभी उफफफ्फ़ बहुत मज़ा आ रहा है.

पिंकी: ओह मा, इसका इतना बड़ा लंड! और ये मेरे बारे में सोच कर मूठ मार रहा है!

मेरे ख़याल से मुझे लगता है की मुझे इसके पास जाना चाहिए इसे समझने के लिए.

(पिंकी दरवाज़े पर नॉक करती है, नॉक-नॉक)

सन्नी: कों भाभी आप?

इससे आयेज क्या हुआ वो इस कहानी के नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी. फ्रेंड्स अगर मेरी कहानी आप सब को पसंद आती है, तो प्लीज़ मुझे मेरी गमाल ईद पर मैल करे. मैं रिप्लाइ दूँगी, और अपनी इंस्था ईद भी दूँगी. प्लीज़ भाभी की चुदाई कहानी पर फीडबॅक ज़रूर दे.

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