हेलो दोस्तों, मैं रश्मि. मैं आपकी सेवा में फिरसे हाज़िर हुई. और आपका शुक्रिया अदा करती हू की आपको मेरी स्टोरी पसन्द आई. अब मैं कहानी पर आती हू.
जैसा की आपने पिछली स्टोरी में पढ़ा था, की शामऊ घर पर आया था मालिश करने. अब मैं उसको बेडरूम में ले गयी.
शामऊ बोला: आप पीठ के बाल लेट जाओ.
मैने ऐसा ही किया. शामऊ ने मेरी अंडरशर्ट उपर की, और आयिल डाला, और ब्रा का हुक खोल दिया. अब शामऊ बोला-
शामऊ: आप इसको निकाल आओ.
मैं बोली: तुम उधर मूह करो, मैं निकालती हू.
शामऊ ने मूह उधर किया, और मैने जल्दी से ब्रा निकाल दी. अब शामऊ ने आयिल से मस्साग करनी शुरू की.
शामऊ बोला: मेडम जी, ये कक्चा आपका गंदा हो जाएगा, इसको भी निकाल डू क्या?
मैं बिना बोले वही लेते-लेते उपर हुई, और हुक खोल दिया. शामऊ ने कक्चा पकड़ा, और निकाल दिया. अब मैं एक पनटी और अंडरशर्ट में थी. शामऊ ने आयिल मेरी टाँगो पर डाला, और मालिश करने लगा.
हमारे बेड के सामने शीशा लगा है. मैं चोरी-चोरी वाहा से शामऊ को देख रही थी. शामऊ ने मेरे जिस्म पर नज़रे गाड़ रखी थी.
शामऊ मालिश करते-करते उपर की तरफ आया, और मेरी पनटी को मेरी गांद से हटा कर बीच में कर दिया.
फिर मेरी गांद पर उसके हाथ आते ही उसने मालिश का तरीका बदल दिया. जैसे की पहले तो वो टाइट हाथ से कर रहा था, और अब हल्के हाथो से करने लगा.
अब शामऊ बोला: आप सीधी लेट जाओ.
मैं सीधा लेट गयी. मेरे चूचे जैसे की आज़ाद हो चुके थे पहले से ही ब्रा निकालने के वजह से, वो उपर को उठ आए. शामऊ का लंड हरकत में आने लगा. अब उसने पावं की मालिश की मेरे पहले, और फिर पेट की मालिश की.
शामऊ बोला: मेडम जी, ये मालिश तो हो गयी. अब एक दूसरी मालिश और है.
मैने बोला: अब कों सी है.
वो बोला: वो केवल औरते ही करा सकती है.
मैने बोला: बताओ कों सी?
शामऊ बोला: आप नाराज़ तो नही होगी?
मैने बोला: नही-नही, बोलो.
वो बोला: आपके चूचे की, और योनि मसाज.
मैने बोला: आप करोगे, तो मुझे शरम आएगी.
शामऊ बोला: शरम कैसी? आप डॉक्टर को भी तो बीमारी बताते हो. वो भी हाथ लगता और चेक करता है. ऐसे ही मैं डॉक्टर ही हू, और तुमको आराम मिलेगा.
मैने कहा: ठीक है.
अब शामऊ मेरी टाँगो के बीच आ कर बैठ गया, और मसाज करने लगा. वो हल्के-हल्के से हाथ घुटनो तक ले आया. फिर शामऊ और तोड़ा आयेज हुआ, और मेरे घुटनो से उपर बहुत तोड़ा सा आयिल डाला.
मैं बोली: अब कम क्यू डाला आयिल?
शामऊ बोला: आपके पास कोई क्रीम है, जो रगड़ने पर गायब हो जाए?
मैने बोला: हा माय्स्टयरिसर है. वाहा रखा है सामने, उठा लाओ.
शामऊ लेने गया और जब लेकर आ रहा था, तो उसका लंड पूरा तन्ना हुआ था.
मैने अपनी नज़रे इधर-उधर कर ली. अब शामऊ आ कर. मेरे दोनो घुटनो के बीच बैठ गया.
फिर उसने क्रीम लगाई, और हल्के-हल्के रगड़ना शुरू किया. वो मेरी जांघों तक आ गया था. फिर शामऊ बेड से नीचे खड़ा हुआ और बोला-
शामऊ: अब आपको अपनी ये शर्ट उपर करनी पड़ेगी.
मैने बोला: तुम पहले अपनी आँखों पर पट्टी बांधो.
उसने बोला: चलो अपनी चुननी बताओ कहा है?
मैं बोला: वो रखी है.
वो चुननी लेकर आया, और मैने उसकी आँखों पर बाँध दी.
अब शामऊ बोला: उतार लो आप अब.
मैने अपनी अंडरशर्ट निकाल दी. शामऊ ने आइडिया से क्रीम हाथ में ली, और बोला-
शामऊ: मेडम मेरा हाथ वाहा तक ले जाओ अपने चूचे तक.
मैने उसका हाथ पकड़ा, और अपने बूब्स पर रख दिया. फिर शामऊ ने मसलना शुरू किया, और अब मुझे मज़ा आ रहा था. वो मेरे मूह के पास ही खड़ा था.
अब शामऊ एक हाथ से बूब्स मसल रहा था और दूसरे से मेरा पेट. मुझे पता ही नही चला, की कब शामऊ का हाथ मेरी पनटी के अंदर चला गया. अब वो मेरी छूट के दाने को मसालने लगा.
मैं आहह आहह कर रही थी. फिर मैने शामऊ के तरफ देखा, पर उसकी आँखों पर पट्टी बँधी थी. मैने आपने दोनो पावं खोल लिए और शामऊ पूरी अची तरह मेरी छूट सहला रहा था.
मैने शामऊ के लंड की तरफ देखा, और मौका ना गवाते हुए, उसकी धोती को एक साइड किया. फिर अपने सर उपर को उठाया, और सीधे लंड का सूपड़ा मूह में लेकर चूसने लगी.
शामऊ बोला: वाह मेडम जी.
मैं बिना कुछ बोले उसका लंड चूस रही थी, और वो मेरे बूब्स और छूट मसल रहा था.
अब शामऊ ने पट्टी हटाई, और अपनी धोती खोल दी. वो मौका ना गवाते हुए मेरे उपर आ गया, और मुझे किस करने लगा. मैं भी पागलों की तरह उसको किस करती रही. अब शामऊ ने बूब्स चूसने शुरू किए.
मैं: आहह, हल्के अया शामऊ.
शामऊ बोला: आज इनका रस्स सारा निकाल दूँगा.
मैं बोली: मैं तो अब हमेशा के लिए तुम्हारी हू.
अब शामऊ ने आपना लंड मेरी छूट पर रगड़ना शुरू किया, और देखते ही देखते दो से चार धक्को में पूरा लंड मेरी छूट में समा गया.
मैं बोली: आअहह निकालो बाहर तोड़ा सा. दर्द हो रहा है.
शामऊ बोला: बस अब नही होगा.
और वो रुक गया. फिर तोड़ा दर्द कम हुआ तो शामऊ ने हल्के से धक्के मारने शुरू किए. मैं भी उसका साथ देने लगी. वो कभी मुझे होंठो से चूस्टा, और कभी मेरे बूब्स को चूस्टा.
ऐसे ही शामऊ ने 20 मिनिट में पहला रौंद पूरा किया.
अब शामऊ बोला: आजा मेरी गोद में बैठ.
मैं क्रॉस लेग करके बैठ गयी उसके लंड पर. उसका लंड मेरी अंतडियों तक वार कर रहा था. अब उसने मुझे चूसना और चूमना शुरू किया.
शामऊ बोला: चल घोड़ी बन जेया.
मैं घोड़ी बन गयी. फिर शामऊ ने पीछे से मेरी छूट छोड़नी शुरू की, और मेरी गांद को चियर कर छोड़ रहा था. उसके धक्के वाकाई में कमाल के थे. उसके बाद वो उठा, और हम फिर नहाने गये. वाहा उसने मुझे एक बार और छोड़ा.
उसके बाद हमे जब भी मौका मिलता मैं उससे चुड़वति, और टाइम कम होता तो केवल उसका लंड चूस कर उसका माल निकाल देती.
तो बताओ दोस्तों आपको कैसी लगी ये स्टोरी? उम्मीद करती हू पसंद आई होगी. जल्द ही हाज़िर होती हू नयी कहानी के साथ. आप ये कहानी देसीकाहानी.कॉम पर पढ़ रहे है. कॉमेंट करना ना भूले.