हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका इस ट्ंकॉक की सेक्सी कहानी के आखरी पार्ट में. जैसा की आपने पिछले पार्ट में देखा होगा की इस खेल के सारे मेंबर्ज़ नंगे हो चुके थे. अब जो ग़मे रौंद था, वो तो ख़तम हो चुका था. लेकिन सभी को मज़ा आ रहा था, इसलिए उन्होने आयेज बढ़ने का सोचा.
सोनू: तो फ्रेंड्स अब आयेज क्या करे?
रीता: बबिता जी, हम सेक्स करे क्या? मैने जब गोली का लिया था ना टास्क में, उससे पहले से ही मेरी छूट में खुजली होने लगी थी.
पिंकू: रीता दीदी आप तो शुरू से ही हॉर्नी लग रही थी.
माधवी: हमारे तो पति है ना, जैसे भी हो, थोड़ी देर ही सही चुदाई तो मिलती है. इस बेचारी का क्या? पूरा दिन दूसरों के लिव म्मस कवर करने के पीछे पड़ी होती है. छूट की खुजली तो बढ़ेगी ही ना.
बबिता: तो फिर क्यूँ ना हम सेक्स रौंद शुरू करे? यहाँ 4 लड़के है, और हम 4 लॅडीस. सभी के लिए एक-एक लंड सेट है.
सोनू: 4 लॅडीस मतलब? बबिता आंटी, आप मुझे काउंट नही कर रही लॅडीस में?
माधवी: सोनू बाला, तू अभी छ्होटी है ना? तू सेक्स करेगी?
टापू: ये ग़लत है बबिता आंटी. सोनू टापू सेना की मेंबर है. अगर टापू सेना के बाकी मेंबर्ज़ सेक्स करेंगे, और सोनू नही करेगी तो मज़ा नही आएगा.
गोगी: हा टापू. सोनू सेक्स नही करेगी, तो हम भी नही करेंगे.
गोली: सही बात है गोगी.
माधवी: टापू, सब समझ रही हू मैं. तुम्हे सोनू की छूट चाहिए इसलिए ये बहाने कर रहे हो. लेकिन बाकी गोगी, गोली, तुम लोगों के लंड में क्यूँ खुजली हो रही है सोनू के लिए?
पिंकू: माधवी भाभी हम सब बेस्ट फ्रेंड्स है ना, इसलिए.
अंजलि: पिंकू बेटा, तुझे तो मेरी लेनी थी ना. फिर सोनू करे ना करे तुम्हे इससे क्या? तू आज सिर्फ़ मेरी लेगा ठीक है? आप सब तो जानते है, मैं तारक को फिट देखने के लिए क्या कुछ नही करती. और आज रात पिंकू जैसा बॉडी वाला लड़का मिल रहा हो तो ये मौका मैं नही छ्चोधूंगी.
रीता: हा अंजलि भाभी, आप पिंकू को छोड़िए.
माधवी: रीता, पिंकू छोड़ेगा ना अंजलि भाभी को? अंजलि भाभी कैसे छोड़ेंगी? उनके पास थोड़ी लंड है.
रीता: मेरा मतलब था की पिंकू देखिए ना कैसे शर्मा रहा है शुरू से. वो तो अंजलि भाभी को ठीक से कर नही पाएगा. फिर अंजलि भाभी को माजरा अपने हाथो में लेना पड़ेगा ना. इसलिए कहा मैने.
बबिता: रीता, अंजलि भाभी मक़ाजरा हाथो में नही, अपनी छूट में लेंगी. क्यूँ अंजलि भाभी?
अंजलि (खुश होके): करेक्ट बबिता जी. चलो पिंकू बेटा, सोफे पे चलते है. आप लोग आपस में डिसाइड कर लीजिए.
(अंजलि पिंकू को लेकर साइड में सोफा था, वहाँ चली गयी, और पिंकू सोफा पे बैठ गया. फिर अंजलि उसके सामने झुक कर उसे स्मूच करने लगी.)
सोनू: चलो एक लड़का तो कम हो गया.
रीता: मैं क्या कहती हू? की गोली का लंड छ्होटा है टापू और गोगी से. और बुरा मत लगाना, बबिता जी और माधवी भाभी, लेकिन क्या है की आप दोनो की गांद मुझसे बड़ी है. तो गोली आप दोनो की ठीक से छोड़ नही पाएगा.
बबिता: हा सही बात है रीता. तू गोली को ले-जेया. हम बाकी डिसाइड करते है.
रीता और गोली वहाँ पड़े स्नुकर (पूल) टेबल पे चले जाते है. गोली टेबल पे लेट जाता है पूरा फैल के, और रीता 69 पोज़िशन में गोली के मूह पे अपनी छूट रख के लेट जाती है. उसके बूब्स गोली के पेट पे दबने शुरू हो चुके थे, और वो गोली के ढीले छ्होटे लंड को मूह में लेके चूसने लगी.
बबिता: माधवी भाभी, मुझे लगता है की टापू को आप ले जाए, तो अछा रहेगा. वो क्या है आज नही तो कल, टापू तो आपके घर का दामाद ही बनेगा. आप ठीक से उसकी परीक्षा ले लीजिए, आपकी सोनू को वो खुश कर पाएगा या नही. आफ्टर ऑल सोनू के भविष्या का सवाल है.
माधवी: वैसे बात तो सही कह रही है आप बबिता जी. क्यूँ टापू बेटा? छोड़ेगा अपनी होने वाली सासू मा को?
टापू: क्यूँ नही माधवी मम्मी. मेरा मतलब है माधवी आंटी (मज़ाक करते हुए).
सोनू: आई मैं भी तुम्हारे साथ अवँगी. टापू हम दोनो की मिल के लेगा.
टापू: एक से भले दो. बेस्ट फ्रेंड और उसकी मम्मी को एक साथ पेलो, वाह!
सोनू: खुश मत हो टापू अगर हम दोनो को खुश नही कर पाया ना, तो याद रखना. आई फिर बाबा से तेरे लिए लंड (पॉज़ होके), मेरा मतलब है तेरे लिए बाबा से हाथ कभी नही माँगेंगी.
सब हासणे लगे और फिर टापू, सोनू और माधवी मीटिंग के लिए जो हमेशा टेबल उसे करते है, वहाँ चले गये. अब बचे थे बबिता, और हमारे शेर गोगी पुत्तर. वो दोनो जहाँ बैठे थे, वहीं रौंद टेबल पे शुरू करने का सोच लेते है.
बबिता: गोगी बेटा, तुम्हे आयेज से लेने की इक्चा है या पीछे से?
गोगी: बबिता आंटी, मैं तो पीछे से लूँगा. मैने आपके जैसी मस्त गांद, वो भी इतनी बड़ी, रियल में कभी नही देखी.
बबिता: मुझे लगा ही था, जब तुमने मेरी पनटी वाली बात कही तब. अछा लेकिन वहाँ मेहनत ज़्यादा करनी पड़ेगी हा. मैने काफ़ी टाइम से पीछे लिया नही है.
गोगी: बबिता आंटी उससे मैं पीछे नही हट-ता. शेर का पुत्तर हू.
(इतना कहते ही बबिता रौंद टेबल पे झुक गयी अपने बूब्स टेबल पे लगा के, और बबिता की बड़ी गोरी गांद के पीछे गोगी आके बैठा. फिर उसने बबिता की मस्त गोल गांद को पहले किस किया, और फिर अपना मूह उसकी गांद के च्छेद पे रखा, और सूंघने के बाद चाटने लगा).
दूसरी तरफ माधवी टापू का लंड चूस रही थी, जब टापू टेबल पे लेता हुआ था टाँगें फैला के, और सोनू टापू के मूह पे बैठी थी स्क्वाट करके, और टापू सोनू की मस्त जवान छूट चाट रहा था.
अंजलि और पिंकू की तरफ देखा जाए तो अंजलि अब पिंकू की तरफ गांद दिखा कर खड़ी थी, और पिंकू अंजलि की गांद चाटने में मगन था. अंजलि आवाज़े निकाल रही थी, और उसके हाथ पीछे जेया कर पिंकू के बालों को सहला रहे थे.
रीता वहाँ 69 पोज़िशन से उठ कर, गोली के उपर से चलते हुए उसके टाँगों के उपर खड़ी हुई. उसने काफ़ी सारा थूक अपनी छूट पे लगाया, और फिर गोली की लुल्ली पकड़ के छूट पे लेके बैठ गयी. उसने अपने हाथ गोली की जांघों पे रखे, और वो उछालने लगी. गोली का पेट भी उसी तरह हिल रहा था जैसे रीता की गांद.
फिर सोनू टापू के मूह पे से उठी, और वो टापू के लंड की तरफ घूमी, जहाँ माधवी अभी भी उसका लंड चूस रही थी. वो फिर से टापू के मूह पे बैठी, ताकि टापू ठीक से उसकी गांद चाट सके और आई को बोली-
सोनू: आई चूस-चूस के पानी निकाल डोगी क्या? बैठो ना अभी उसपे. फिर मुझे भी तो चूड़ना है.
माधवी: सोनू फिर आजा तू पहले कर ले (मा अपने बच्चे के बारे में जैसे सोचती है, पहले खुशी मेरे बच्चे को मिले, वैसे ही).
सोनू: नही आई. पहले आप.
फिर माधवी मुस्कुरा के किसी तरह टेबल पे चढ़ि, और सोनू की तरफ देखते हुए उसने लंड अपनी छूट में डाला और बैठ गयी. उसके चेहरे पे एक मस्त मुस्कान आई सुकून वाली, और अब वो धीरे-धीरे लंड के उपर उछालने लगी.
सोनू ने माधवी के चेहरे पे खुशी देखी, और उसने करीब जाके माधवी के होंठो पे किस करना शुरू कर दिया. माधवी भी उसका साथ देते हुए स्मूच करने लगी. यहाँ देखा जाए तो गोगी ने बबिता की गांद तो चाट ली थी, जिसमे उसे बहुत मज़ा आया था.
बबिता: गोगी, पहले पीछे से छूट मार, ठीक है? उसके बाद पीछे डालना.
गोगी: क्यूँ बबिता आंटी? सीधा गांद में डालता हू ना.
बबिता: गोगी बेटा, तूने पहले किसी को छोड़ा है?
गोगी: नही बबिता आंटी.
बबिता: इसलिए बेटा, पहले चूत मार के थोड़ी नेट प्रॅक्टीस कर ले. उसके बाद अगर तेरे लंड में खून रहा, तो गांद मारना.
गोगी: आप कितने समझदार हो बबिता आंटी. सेक्सी ब्यूटी वित आ नॉटी ब्रायन.
ये कहते ही गोगी एग्ज़ाइट हो गया, और पीछे से उसने अपना बड़ा लंड बबिता की छूट पे सेट करके अंदर घुसा दिया. बबिता की आँखें थोड़ी बाअहर आ गयी, की गोगी ने एक झटके में अंदर डाल दिया. लेकिन उसे आदत थी तो उसके लिए ये नॉर्मल था. बस वो गोगी से एक्सपेक्ट नही कर रही थी. फिर गोगी ने पीछे से चुदाई शुरू की.
तो दोस्तों यहाँ तक की ग्रूप सेक्स कहानी कैसी लगी कॉमेंट्स करके और नीचे दिए गये एमाइल ईद पर मैल करके ज़रूर बताए.