गोआ ट्रिप के मज़े सेक्सी मम्मी के साथ

मों-सोन सेक्स स्टोरी कंटिन्यूस…

मम्मी: आंड आफ्टर टेकिंग ड्रग्स योउ हद बिकम आ बीस्ट. आंड आफ्टर तट योउ मेड मे इनटॉक्सिकेटेड वित ड्रग्स, ई स्टार्टेड फ्लाइयिंग इन थे स्काइ. ई एंजाय्ड इट वेरी मच. (और ड्रग्स लेने के बाद तुम हैवान बन गये थे. और उसके बाद तुमने मुझे भी ड्रग्स का नशा करवा दिया. मैं आसमान में उड़ने लगी. बहुत मज़ा आया.)

दवीड: योउ अरे नोट उसेड तो तीस. बेबी तीस इस रिस्की. बुत योउ इन्सिस्टेड सो ई हद तो गिव इट. (तुम्हे इसकी आदत नही है. बेबी ये बहुत रिस्की है. लेकिन तुमने ज़िद की तो मुझे देना पड़ा.)

मम्मी: दवीड, मी बेबी, ई आम हॅविंग आ लॉट ऑफ पाईं इन मी आस. इफ़ तेरे इस अन्य ड्रग देन गिव इट विच विल रेड्यूज़ थे पाईं. (दवीड मेरी गांद में बहुत दर्द हो रहा है. अगर कोई ड्रग है तो दो ना जिससे दर्द कम हो जाए.)

दवीड: नो बेबी, योउ अरे नोट उसेड तो तीस. ई कॅन’त गिव योउ. (नही बेबी, तुम्हे इसकी आदत नही है. मैं तुम्हे नही दे सकता.)

मम्मी: ओके देन ई डॉन’त वॉंट तो टॉक तो योउ. ई आम गोयिंग. (ठीक है, तो मैं तुमसे कोई बात करना नही चाहती. मैं जेया रही हू.)

मम्मी नाराज़ हो कर जाने लगी. दवीड उसके पीछे आया और उसका हाथ पकड़ लिया.

दवीड: बेबी वाइ अरे योउ डूयिंग तीस? तीस इस नन ऑफ युवर बिज़्नेस. (बेबी तुम ऐसा क्यूँ कर रही हो? ये तेरा काम नही है.)

मम्मी: ई नो इट’स नोट मी जॉब. आंड आफ्टर ई गो तो मी हाउस ई’ल्ल फाइंड इट नोवेर. (मैं जानती हू की ये मेरा काम नही है. और मैं अपने घर गयी तो मुझे कहीं भी ये नही मिलेगा.)

दवीड: बेबी, बुत डॉन’त मेक आ हॅबिट ऑफ इट. (बेबी, लेकिन इसकी आदत मत लगाना.)

मम्मी (उसको हग करके): थॅंक्स डियर. योउ अरे सो स्वीट. लोवे योउ.

दवीड ने अपने पॉकेट से एक छ्होटी सी टॅबलेट निकली, और उसकी जीभ पर रख दी, और मम्मी के सामने मूह खोल दिया. मम्मी ने उसको स्माइल दी, और उसको लिप्स किस करके वो टॅबलेट को अपने मूह में रख कर खा गयी. उसके बाद दोनो ने स्मूच किया. जब से गोआ आए थे, मम्मी मुझे झटके पर झटके दिए जेया रही थी.

मम्मी और मेरी जेनरेशन के बीच इतनी बड़ी गॅप होने के बावजूद वो आज की डटे में मेरे से भी बहुत अड्वान्स चल रही थी. वो उसके जवानी में भी तब की जेनरेशन से बहुत आयेज निकल चुकी होंगी. मम्मी उसको बाइ बोल कर लिफ्ट का वेट कर रही थी. मैं वहाँ से फटाफट सीडी से नीचे उतार गया.

उस दिन हमने स्कूटी रेंट पर ली, और गोआ में घूमने लगे. मम्मी स्कूटी पर मेरे से बिल्कुल चिपक कर बैठी थी. हम दोनो एक कपल की तरह गोआ के सारे बीचस पर घूमने लगे. हमने वहाँ पेरॅलाइडिंग किया. हमने वॉटर स्कूटर पर बैठ कर समुंदर का मज़ा लिया. मम्मी बहुत खुश हो गयी. हम फिर वहाँ बीच पर जहाँ भीड़ कम थी, बैठ गये.

मैं: मम्मी आपको गोआ कैसा लगा?

मम्मी: बेटा गोआ के बारे में जितना सुना था उससे ज़्यादा मज़ा कर रही हू. थॅंक्स तो योउ. तुम्हारे बिना इतना मज़ा नही आता.

मैं: मुम्मा आपकी इंग्लीश बहुत सही है. कहाँ से सीखी हो?

मम्मी: पागल मेरा बा का सब्जेक्ट इंग्लीश था. मैं स्कूल में बच्चो को भी पढ़ती थी.

मैं: श.. तो फिर आपने जॉब क्यूँ नही किया?

मम्मी: तेरे दादा ने जब हमारी शादी फिक्स होने वाली थी, तब कंडीशन रखी थी की बहू जॉब नही करेगी. और तेरे पापा की भी इक्चा नही थी की मैं जॉब करू.

मैं: ओह ऐसा है क्या.

मम्मी (तोड़ा मूह फूला कर): हा, हमारे घर में ऐसा ही है.

मैं: मुम्मा, आप टेन्षन क्यूँ ले रहे हो. अब मैं हू ना.

मम्मी: तुम हो तो मैं हू.

मैं (तोड़ा अपसेट हो गया): मुम्मा आज हमारा आखरी दिन है. कल हम वापस घर चले जाएँगे. साला पता ही नही चला ये 4 दिन कहाँ ख़तम हो रहे है. हम दोनो यहाँ खुल कर अपनी आज़ाद ज़िंदगी जी रहे है. मुझे ये दिन बहुत याद आएँगे.

मुम्मा (उनकी आँखों में आँसू थे): सच कहा बेटा. वक़्त का पता ही नही चल रहा. मैं कल फिर से घर की चार दीवारों में बंद हो जौंगी.

मैं (उनके कंधे पर हाथ रख कर): हा अब कर भी क्या सकते है?

मम्मी (मुझे हग कर लिया और रोने लगी): अभी मुझे यहाँ तेरे साथ बिताया हर पल याद आने वाला है. ये जो मस्ती की है, एंजाय किया है, वो सब कुछ.

मैं (उनको शांत करते हुए): मुम्मा मैं आपके साथ हू ना. घर पर भी हम दोनो होते है. और मैं आपको बाहर घूमने ले जया करूँगा. डॉन’त वरी. आपका बेटा आपकी सारी विशस पूरी करेगा.

मम्मी ने उनके लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिए. दोस्तों वो किस नही हमारा एमोशन था. क्यूंकी गोआ का तौर हमारे रिश्ते की एक मज़बूत कड़ी थी. यहाँ आ कर हम एक-दूसरे की नीड को आचे से समझने लगे थे. मा बेटे से कब इतने आचे दोस्त बन गये, हमे पता ही नही चला. लाइफ में सेक्स सब कुछ नही होता. अपने पार्ट्नर के साथ बिताई हर एक खुशी माइने रखती है.

मैं और मम्मी बहुत पक्के दोस्त बन गये थे. जिसको अब कोई फराक नही पद रहा था की हम एक-दूसरे की पीठ के पीछे क्या गुल खिला रहे थे. बस दोनो मिल कर एक-दूसरे के सपोर्ट से नये-नये कांड कर रहे थे.

दोस्तों रिलेशन्षिप में पोज़ेसिव होना ज़रूरी है. लेकिन इतना भी नही, की हम अपने पार्ट्नर की खुशी का गला घोंट दे. चाहे हम कोई भी रिलेशन्षिप में हो. पति-पत्नी, भाई- बेहन, मों-सोन, डॉटर-फादर, या गफ़-ब्फ. हमे हमारे पार्ट्नर को एक स्पेस देना ज़रूरी है. और इतने टाइम में उसका कोई थर्ड पर्सन से रिश्ता बनता है, तो कुछ ग़लत नही है, जब तक आपका पार्ट्नर आपके साथ लाइफ टाइम रहना चाहता हो, उसकी फर्स्ट प्राइयारिटी आप हो. आपसे वो विदाउट अन्य एक्सपेक्टेशन्स प्यार करता हो, आपकी केर करता हो. आप अपने पार्ट्नर को अपनी ज़िंदगी खुल कर जीने का मौका दोगे, तो आपकी रिलेशन्षिप और अची हो जाएगी.

वो पल हमारे हाथो से रेत की तरह फिसल कर जेया रहा था. हम दोनो नही चाहते थे की हमारा ये तौर ख़तम हो. लेकिन वक्त के आयेज कोई क्या कुछ कर सकता है? मैं बहुत अपसेट हो गया था, मम्मी ने मुझे संभाला.

मम्मी: बेटा दुनिया का यही नियम है. अछा और बुरा टाइम ख़तम हो जाता है. कल से हमारी रुटीन लाइफ शुरू हो जाएगी. ऐसे उदास हो कर बैठ कर टाइम बर्बाद नही करना है. चलो आज का दिन हमारी लाइफ का यादगार दिन बनाए.

मम्मी मुझे हाथ पकड़ कर समुंदर में नहाने ले जेया रही थी.

मैं: नही मुम्मा ये खारे पानी से मैं काला पद जौंगा.

मम्मी: अर्रे बेटा कुछ नही होता. और ऐसा हुआ तो तुझे घिस-घिस कर नहला दूँगी. छ्होटा था, तब बहुत नहलाया है, अब बड़ा हो गया है. अब तो मुम्मा को छोड़ने भी लगा है. मदारचोड़ बन गया है.

मैं: आप ना पूरी पागल हो गयी हो. क्या बोल रही हो. आपके मूह से ये सब बातें अची नही लगती.

मम्मी: वाह बेटा, मेरे मूह से गाली अची नही लगती. और मेरी छूट चाटनी अची लगती है.

मैं: मुम्मा अब छूट नही भोंसड़ा कहो. दवीड ने आपकी छूट का भोंसड़ा बना दिया है.

हम दोनो ऐसे ही बातें करते हुए समुंदर में नहाने लगे. मैं और मम्मी वहाँ भीड़ में चले गये थे. समुंदर की लेहायर में पब्लिक के साथ जंप लगाने का मज़ा आ रहा था. हम कुछ एक घंटा पानी में रहे. हम दोनो भीग गये थे, और भूख भी लगी थी. हमने वहाँ बीच पे एक रेस्टोरेंट में लंच किया, और होटेल पर आ गये. तब तक शाम के 4 बाज गये थे. हम एक साथ फ्रेश वॉटर से शवर ले रहे थे.

मैं: मुम्मा मैं बोल रहा था की समुंदर का खारा पानी सही नही होता. देखो पूरी बॉडी आयिली लग रही है. और हेर भी देखो खराब हो गये है. 3 बार शॅमपू कर चुका हू, अभी भी रेत नही निकल रही.

मम्मी: तुम ना तोड़ा अपने पापा पर भी गये हो. बेटा जब मौका मिले मज़ा लूट लेना चाहिए. तुम रोज़-रोज़ थोड़ी समुंदर में नहाने जाते हो. वहाँ तो बाहर निकालने का नाम नही ले रही थे. मैं बाहर आती तो मुझे पकड़ कर समुंदर की लहरों में गोते खिलते थे.

मैं: हा मुम्मा, बहुत मज़ा आ रहा था.

मम्मी: हा तो मज़ा किया ना? अब चुप-छाप खड़ा रह, मैं तुझे आचे से नहला देती हू. इतना बड़ा हो गया है, पर नहाना नही आता.

मम्मी मुझे आचे से नहला रही थी. वो पल हमारे लिए मा बेटा या हमारे बीच बने चुदाई के रिश्ते का नही था. हम काफ़ी आचे दोस्त बन गये थे. वो हमारे बीच हो रही छ्होटी-छ्होटी नोक-झोक हमे एक-दूसरे के और करीब ला रही थी.

मेरी मम्मी का कॅरक्टर मैं समाज गया था. वो किसी को चीट नही कर रही थी. वो खुद से अपनी लाइफ एंजाय करने का तरीका ढूँढ रही थी. मम्मी चुदाई की शौकीन है तो वो और मर्दों से रिश्ता बना रही थी. पर मम्मी मेरे से काफ़ी एमोशनली अटॅच्ड हो गयी थी.

उसके बाद हम दोनो 2-3 घंटे सो गये. रात को 8 बजे हमारी नींद खुली. मैने मम्मी को बता दिया था की आज हम रॉयल कसीनो में जाने वाले थे.

मैं: मुम्मा आप चाहो तो यहाँ अपने किसी दोस्त के साथ नाइट स्पेंड कर सकती हो.

मम्मी: बेटा लाइफ में चुदाई ही सब कुछ नही है. मैं यहाँ तेरे साथ एंजाय करने आई हू.

मैं: तट’स मी ग्रेट स्वीटहार्ट. आज कसीनो में बहुत मज़ा आएगा.

मम्मी: क्यूँ तुम जुआ खेलने वाले हो?

मैं: मुझे वो कुछ समझ ही नही आता. वहाँ अनलिमिटेड कॉकटेल, फुड और साथ में डॅन्स भी देखने को मिलेगा. तो बस वो देखने जाना है. और हमे मज़ा नही आया तो वापस होटेल आ जाएँगे, नही तो किसी डिस्को में जाएँगे.

मम्मी: हा ये भी ठीक रहेगा. देखते है कसीनो कैसा होता है.

मैने ब्लॅक सूट पहना, और मम्मी ने ग्रे कलर की सेमी ट्रॅन्स्परेंट सारी, और साथ में ब्लॅक स्लीव्ले, डीप नेक , डीप बॅक और वेरी प्रेटी ब्लाउस पहना. उन्होने हल्का मेक उप टच उप किया. मम्मी का लुक बहुत रिच लग रहा था. मम्मी की ह्टनेस उस दिन कुछ और ही मोड पर थी. वो बहुत अट्रॅक्टिव लग रही थी. हम जब कसीनो गये तब सब मर्दों की नज़र मम्मी की खूबसूरती पर जेया रही थी. कोई ऐसा नही होगा जिसने मम्मी को दोबारा ना देखा हो.

मैं: मुम्मा यहाँ बहुत बड़े-बड़े गॅंब्लर आते है. यहाँ बहुत से अमीर लोग होंगे.

मम्मी: अछा ऐसा है? लेकिन ये सबसे बड़ी अमीर मैं हू.

मैं: वो कैसे?

मम्मी (हेस्ट हुए): देख ना बेटा, जहाँ जेया रही हू. सब मुझे घूर रहे है. मैने सब का दिल चुरा लिया है.

मैं: हा ये आपने सही कहा. चलो डॅन्स देखते है.

हमने देखा वहाँ कुछ इंडियन लड़कियाँ डॅन्स कर रही थी. मम्मी और मैं डॅन्स देख रहे थे.

तभी मैने मम्मी से पूछा: आप शराब पीटी हो?

मम्मी: हा तेरे अमित मौसा के साथ कभी-कभी.

मैं: तो चलो आज मेरे साथ थोड़ी-थोड़ी.

मम्मी: ठीक है बेटा.

उसके बाद हम बार पर गये, और मैने विस्की और मम्मी ने वोड्का लिया. हम साथ में कुछ ना कुछ खा भी रहे थे. हम दोनो को कुछ फ्री काय्न्स भी मिले थे.

तो मैने कहा: मम्मी चलो ना ये फ्री काय्न्स उसे करते है. वैसे भी इसके पैसे वापस मिलने वाले है नही. मम्मी ने भी ओक कहा, और हम खेल को समझने एक टेबल पर चले गये. उसके बाद क्या हुआ, और हमने कसीनो में क्या एंजाय किया, आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा.

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