Goa Me Muth Marne Ka Jhuth

उसने मुझसे कहा- जल्दी करो, वरना मालिक चिल्लाएगा।

मैंने उसके कुछ और कहने से पहले उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और पागलों की तरह चूसने लगा।
वो भी मेरा लण्ड देखकर काफ़ी उत्तेजना में थी।
हम खड़े-खड़े ही एक-दूसरे को किस करते रहे।

अब मैंने उसे टेबल पर लिटाया और उसके मम्मों को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा, वो ‘आह.. आह..’ की आवाज़ निकल कर मुझे मदहोश कर रही थी।

मैं और भी उत्तेजित हो गया, अब मेरा एक हाथ उसके मम्मों पर और एक उसकी चूत पर था।

मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उठ कर पैन्ट की जेब से कन्डोम का पैकेट निकाला और लौड़े पर लगाया लिया, वो मुझसे कहे जा रही थी- राजा जल्दी से आ जा।

मैं भी कहाँ रुकने वाला था.. मैंने लंड को उसकी चूत पर रखा और एक धक्का लगाया और 2 या 3 धक्कों में ही वो मेरे लंड को पूरा निगल गई।
मैं एक हाथ से उसके मम्मों को दबा रहा था और एक से उसके होंठों के साथ खेल रहा था।

थोड़ी देर की लड़ाई के बाद मैं झड़ने वाला था और वो भी आने वाली थी।
मैंने उससे कहा- मैं झड़ने वाला हूँ क्या करूँ।

वह वीर्य पीने की शौकीन थी
वो बोली- मैं भी झड़ने वाली हूँ.. मुझे तुम्हारा रस पीना है।
मैंने ‘नहीं’ कहा.. तो वो ज़िद करने लगी और कहने लगी- पांच सौ कम दे देना.. पर ये पिला दो।

मैं हँस पड़ा और ‘ठीक है’ कह कर लंड बाहर निकाला और कन्डोम उतारकर लण्ड उसके हाथ में दिया।

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वो लॉलीपॉप की तरह उसे चूसे जा रही थी और आखरी बूँद तक पी गई।
अब वो मुझसे पूछने लगी- क्या मेरा रस पियोगे?

मैंने ‘नहीं’ कहा.. तो उसने कुछ नहीं कहा। अब हमने कपड़े पहन लिए और दो किस और दो बार मम्मों को दबा कर रूम से बाहर आ गया।

जब मैं जा रहा था.. तो वो मेरे पास आई, उसने मुझे वादे के अनुसार 500 रुपए वापस किए।

फिर मैं तुम लोगों के पास आया और तुम्हें वो मनघड़ंत कहानी बताई कि कुछ हुआ ही नहीं।
फिर मैंने भूषण से कहा- अच्छा तो यही था तेरी मुठ मारने का झूठ।
वो हँसने लगा।

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