बाय्फ्रेंड गर्लफ्रेंड की लंड चुसाई में आया ट्विस्ट

आइए स्वागत है आप सभी का! आप सभी का फिरसे आने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. आप मेरी कहानी को इतना प्यार देते आ रहे है, ये देख कर मुझे बहुत ही अछा लगता है. ये कहानी मेरी और मेरी गफ़ की मा के बीच की है. तो देर ना करते हुए आए कहानी को पढ़े और मूठ मारे.

एक ज़माना था जब चुदाई सिर्फ़ घर की चार दीवारों के बीच ही होती थी. लेकिन आज के समय में जिसका जहा मॅन करता है, वो वही छोड़ देता है, और जिसका जहा मॅन करता है चूड़ने का वो चूड्ता भी है. आइए कहानी को शुरू करते है-

मेरा नाम कामदेव है, और मैं 24 साल का लड़का हू. मैं बहुत ही बिंडसस रहता हू. कों किसको कहा छोड़ रहा है, कों कहा चुड रहा है. मेरे लंड पर कुछ फराक नही पड़ता, क्यूंकी मेरे पास मेरी गफ़ है.

मेरी गफ़ का नाम है रुक्मणी. उसकी आगे 26 साल की है. उसके घर में उसकी मम्मी, और उसका छ्होटा भाई है. रुक्मणी के पापा उस रहते है. यहा बस वो तीनो ही रहते है. ई नो रुक्मणी मुझसे बड़ी है. लेकिन इस बात से हम दोनो को कोई दिक्कत नही है.

रुक्मणी के बूब्स बहुत आचे है बिल्कुल गोल, गांद का उभार भी अछा-ख़ासा है. वो अपनी छूट को हमेशा क्लीन रखती है, ये उसकी अची बात है. रुक्मणी और मैं बहुत क्लोज़ है एक-दूसरे के. वो मेरे बारे में और मैं उसके बारे में सब जानते है.

रुक्मणी से मैं सबसे पहले एक पार्टी में मिला था, और आज उससे मिले हुए मुझे पुर 2 साल हो चुके है. इन 2 सालों की खुशी में ही आज मैं रुक्मणी के घर आया हुआ था.

रुक्मणी की बहुत अची आदत है सेक्स को लेकर. अगर उसका मॅन नही है सेक्स का, तो वो नही करती, और अगर उसका मॅन है, तो वो सेक्स में कोई कमी नही आने देती. आज कुछ ऐसा ही हुआ. उसका मॅन नही था सेक्स करने का. मैने उसे बोला-

मैं: प्लीज़ रुक्मणी, बस 2 शॉट्स.

रुक्मणी: नही बेबी, मेरा मॅन नही है.

मैं: लेकिन बेबी मेरा तो है.

रुक्मणी: ई नो यार, बुत प्लीज़ समझ ना. मेरा ज़रा सा भी मूड नही है, और बिना मूड के करने में कोई मज़ा नही है.

मैं: हा वो तो मैं मानता हू यार. लेकिन अब अपने मूड को लाइट कैसे करू?

रुक्मणी: अंदर जेया कर हिला आ.

मैं: अब अंदर कों जाएगा यार. एक काम कर तू ही हेल्प कर दे ना.

रुक्मणी: वॉट दो योउ मीन हेल्प कर दे?

मैं: हेल्प मतलब मदद.

रुक्मणी: मैं कोई मदद-वदद नही करने वाली. खुद कर आ जो करना है तेरे को.

मैं: ना तू सेक्स कर रही, ना मेरी मूठ मारने में हेल्प कर रही.

रुक्मणी: यार इसमे मैं तेरी क्या ही हेल्प कर सकती हू?

मैं: उम्म्म्म सोचने दे.

हा तू एक काम कर, न्यूड हो कर बैठ जेया. मैं तेरे को देख कर ही मूठ मार लूँगा.

रुक्मणी: हहहे पागल है क्या देव तू?

मैं: यार इसमे पागल वाली क्या बात है? प्लीज़ ना, प्लीज़ यार.

रुक्मणी: अछा लेकिन बस एक बार, ठीक है?

मैं: हा ठीक है.

अब हम दोनो ने अपने कपड़े उतरे. मैं नंगा हो कर सोफे पर बैठ गया, और वो भी मेरे सामने चेर पर बैठ गयी. उसके बूब्स और क्लीन शेव्ड छूट को देख मेरा लंड झटके मारने लगा. ये देख वो भी तोड़ा ब्लश करने लगी. अब मैने अपने लंड को पकड़ा, और मूठ मारने लगा. लेकिन मेरे को ऐसे मज़ा नही आ रहा था. तो मैने उससे बोला-

मैं: बेबी एक काम करो ना.

रुक्मणी: हा बोलो बेबी.

मैं: तुम बीच-बीच में मेरे को बोलो कुछ.

रुक्मणी: लीके?

मैं: जैसे की देव फास्ट और फास्ट, कम प्लीज़ बेबी, यॅ ऐसे.

रुक्मणी: योउ मीन सिड्यूस करू?

मैं: हा सॉर्ट ऑफ.

रुक्मणी: ओके.

अब मैने फिरसे मूठ मारनी शुरू करी.

रुक्मणी: हा देव, ऐसे ही मूठ मारो आह ऐसे ही बेबी, एस, ह ह बेबी एस आ ऐसे ही.

मैं: आ बेबी, मज़ा आ रहा है ना, अब ऑश ऑश.

रुक्मणी: बेबी तेज़ मारो मूठ, और सारा पानी निकाल दो लंड में से. ह बेबी, मोटे लंड का टोपा देखो कैसे उपर नीचे हो रहा है.

मैं: बेबी छूट में भी ऐसे ही जाता है, ह ह.

रुक्मणी: लंड को देख छूट भी पानी छ्चोढ़ रही है (छूट दिखाते हुए).

मैं: हा बेबी ऐसे ही ह. मॅन कर रहा है चूस जौ सारा रस ह ऑश हूऊ ओह.

रुक्मणी: निकाल दे सारा पानी लंड में से. मज़ा आएगा तेरे को भी.

मैं: हा बेबी बस होने वाला है आह ह अपने बूब्स दब्ाओ ना प्लीज़ ह.

रुक्मणी: आ बेबी बड़े कर दिए तुमने मेरे बूब्स दबा-दबा कर, और चूस-चूस कर आ.

मैं: अभी तो और बड़े करूँगा इनको बेबी.

रुक्मणी: देखो देव, लंड पानी निकालने लग रहा है. बस अब सारा माल निकल जाएगा तुम्हारा.

मैं: हा बेबी तुम जैसी छूट हो तो किसका नही निकलेगा पानी.

30 सेकेंड बाद मेरा सारा माल निकला, और वो सारा माल उसकी बॉडी पर ही गिर गया. तोड़ा सा माल उसके बालों में भी गया था.

रुक्मणी: ची यार, ये क्या किया तूने?

मैं: बेबी क्या करू, कंट्रोल ही नही हुआ!

रुक्मणी: मेरे को अब हेर वॉश करके नहाना पड़ेगा.

मैं: बेबी सॉरी.

रुक्मणी: बैठो तुम यहा, आ रही हू मैं नहा कर.

मैं: ओके.

रुक्मणी नहाने चली गयी, और मैं आख बंद करके सोफे पर ही नंगा बैठ गया. मेरे को मूठ मारने में आज से पहले इतना मज़ा नही आया था. कुछ देर बाद मेरे लंड को रुक्मणी ने अपने हाथो में ले लिया, और मेरी आँखों पर अपना हाथ रख दिया.

मैं: बेबी आ गयी तुम नहा कर? और अभी तो तुम कह रही थी की मेरा मूड नही है, और अब एक-दूं से मूड भी बन गया.

अब रुक्मणी मेरे लंड को उपर-नीचे करने लगी, और बहुत स्पीड से मूठ मारने लगी.

मैं: बेबी आराम से, लंड है, ट्रेन नही जो 200 की स्पीड पर चला रही हो.

थोड़ी देर तक उन्होने लंड को रगड़ा, और फिर अचानक से लंड के उपरी हिस्से पर जीभ लगाई.

मैं: लगता है आज रुक्मणी जी का लंड चूसने का मॅन है. रुकिये अभी कर देते है आपकी इक्चा पूरी.

ये कहते ही मैने अपना लंड रुक्मणी के मूह में दे दिया,

और रुक्मणी भी बहुत स्पीड से लंड चूसने लगी. पुर कमरे में बस एक लंड चूसने की आवाज़ आ रही थी. 10-15 मिनिट तक रुक्मणी ने मेरा लंड चूसा, और मेरा माल उसके मूह में ही निकालने लगा.

मैं: आह बेबी ऑश सी’मों एस. तीस इस अमेज़िंग.

ये बोलते-बोलते मैने अपनी आँखें खोली और लंड रुक्मणी के मूह से बाहर निकालने लगा. लेकिन तभी मैने देखा, जो मेरा लंड चूस रही थी, वो रुक्मणी नही बल्कि उसकी मा थी.

ये देखते ही मैने लंड बाहर निकाला और माल उनके फेस पर निकल गया, उनकी सारे पर गिर गया, और कुछ ज़मीन पर भी गिर गया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो अगले पार्ट में. मुझे मैल पर रिप्लाइ करके फीडबॅक ज़रूर दे.

गमाल: कामदेवबबा996@गमाल.कॉम

कोई ऐसे ही सेक्स करना चाहता है तो मैल करके बताए, और अगर मुझसे कुछ ग़लती हुई हो तो मैं आपसे माफी चाहूँगा

थॅंक्स.

कामदेवबबा!

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