गेट एग्जाम की तैयारी ने चूत दिलवाई

मस्कार पाठको, मेरा नाम नाम अनुज है और मैं दुर्ग का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं गेट के एग्जाम की तैयारी कर रहा हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और मेरे लड़ का साइज़ 8 इंच लम्बाई और 3 इंच मोटाई है | मेरे घर में मैं हूँ, मम्मी और पापा, भाई बहन दोनों है जो कि मुझसे बड़े हैं | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ ये मेरे जीवन की पहली कहानी है और मेरे जीवन में घटित सच्ची घटना है | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए अब कहानी शुरू करता हूँ |

मैं जहाँ पर गेट एग्जाम की तैयारी कर रहा हूँ वही पर मेरे साथ एक लड़की पढ़ती है जिसका नाम आकृति है | वो दिखने में सांवली है और भरे बदन की मल्लिका है | जब उसने एडमिशन लिया मैं उसे तब से पसंद करने लगा था | वो इतनी सेक्सी है कि जब वो नहा कर आती है तो क़यामत ही लगती है | मैं उससे प्यार करने लगा था | मैं उसके सामने एक दम सीधा सादा लड़का बना रहता था ताकि वो मुझे बिगडेल लड़का न समझे | अब सभी बहुत अच्छे से जानते हैं कि जब कोई लड़का किसी लड़की से प्यार करता है तो कितनी गांड फटती है उसे अपने प्यार को इजहार करने में | मेरे साथ भी यही कहानी है कि मैं उससे अपने प्यार का इजहार नही कर पा रहा था | उसी दौरान मेरा जन्मदिन आया तो मैंने सभी को समोसे की पार्टी दिया था | पर मेरी बदकिस्मती थी कि वो उस दिन नही आई थी | मैं बहुत निराश हो गया था उस टाइम |

फिर वो अगले दिन आई तो मैंने उसे समोसे दिए तो उसने मुझसे पूछी कि ये समोसे किस ख़ुशी में दे रहे हो अनुज ? तो मैंने बताया कि यार कल मेरा बर्थडे था पर तुम आई नही तो आज मैंने तुम्हे पार्टी दे दी | फिर उसने मुझे थैंक्स कहा मुझे बर्थडे विश की हाँथ मिला कर | उसके हाँथ के छुअन से मेरा दिल गार्डन गार्डन हो गया था | उसके हाँथ इतने कोमल हैं कि क्या बताऊ यार ? मैं तो खुशी के मारे पागल हो गया था | उसके बाद हम दोनों की फ्रेंडशिप हो गयी | कभी मैं उसकी हेल्प मांगता तो कभी वो मेरी हेल्प ले लेती | ऐसा नही है कि जो और भी बच्चे आते थे उनसे हेल्प नही लेती थी | बल्कि मेरी हेल्प वो इसलिए लेती थी क्यूंकि मेरी मैथ्स अच्छी है | सिर्फ आकृति ही नही बहुत सारे बच्चे मेरी मैथ्स में हेल्प लेते थे | जब हम आपस में हम कोई चीज़ सोल्व नही कर पाते थे तो सर हमारी हेल्प करते थे | एक दिन मैंने उससे हेल्प के लिए कहा तो उसने मुझसे कहा कि यार ये तो मुझसे भी नही बनता है | तो मैंने सर से हेल्प ली |

एक दिन की बात है जब आकृति मेरे पास हेल्प लेने आई तो मैंने उससे कहा कि यार मुझे तुमसे कुछ कहना है | तो उसने मुझसे कहा कि हाँ बोलो न क्या बोलना है ? तो मैंने उससे कहा कि यार जो मै तुमसे बोलना चाहता हूँ शायद तुम्हे सुन कर अच्छा न लगे पर फिर भी मैं तुमसे कहना चाहता हूँ क्यूंकि वो बात मेरे दिल को अन्दर ही अन्दर खाए जा रही है | तो उसने कहा कि ठीक है अनुज बोलो जो भी तुम्हे बोलना है | फिर मैंने उससे कहा कि आकृति मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ और तुमसे शादी करना चाहता हूँ | तो उसने मुझसे पूछी कि तुम्हे मैं ही मिली क्या प्यार करने के लिए ? तो मैंने कहा कि यार प्यार करने से पहली शक्ल सूरत नही देखी जाती | प्यार तो एक एहसास है मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करता हूँ आकृति और शायद आज मैंने इतनी हिम्मत कर के ये बात कहा तुमसे पर अब दोबारा मेरे पास इतनी हिम्मत नही हो पायगी तुमसे बात करने की भी | मैं तुम्हे हर्ट नही करना चाहता आकृति पर क्या करू ? तुमसे ये बात कहना था तो कह दिया |

बाकि सब तुम्हारे ऊपर है | उसने मुझसे कहा कि मैं तुमसे सोच के बताउंगी | मैंने भी कहा ठीक है | चलो ये बताओ क्या किस प्रॉब्लम में तुम्हे मेरी हेल्प चाहिए थी ? उसने मुझसे कहा कि यार मैं बाद में पूछ लूंगी | मैंने कहा कि तुम्हे बुरा लगा क्या मेरी बात का ? तो उसने कहा कि नही यार वो बात नही है चलो अच्छा मैं चलती हूँ | मैंने उसे बाय किया तो वो बिना कुछ जवाब दिए चली गयी | अगली सुबह मेरी तबीअत ख़राब हो गयी तो मैं नहीं गया क्लास | ऐसे ही मुझे 10 दिन की छुट्टी लेनी पड़ी | उसके बाद जब मैं क्लास गया तो आकृति मेरे पास आई तो मुझे लगा कि शायद कुछ पूछने आई होगी | तो मैंने कहा कि कुछ प्रॉब्लम है क्या ? तो उसने मुझसे कहा कि नही यार पहले ये बताओ कि तुम इतने दिनों से कहा थे ? तो मैंने उसे बताया कि यार मेरी तबियत ख़राब थी इसलिए मैं नही आ पा रहा था | फिर उसने मुझसे कहा कि यार क्लास ओवर होने के बाद मुझे स्टैंड पर मिलना | मैंने कहा ठीक है और फिर क्लास ओवर होने के बाद हम स्टैंड पर मिले तो मैंने उसे पूछा कि हाँ क्या हुआ है ? तो उसने मुझसे कहा कि यार मैं भी तुम्हे प्यार करने लगी हूँ पर मुझे डर लगता है कि कही तुम मेरा साथ छोड़ दोगे तो मेरा दिल टूट जायगा | तो मैंने उसका हाँथ अपने हाँथ में लिया और कहा कि तुम मुझ पर भरोसा रखो मैं तुम्हारा साथ कभी नही छोडूंगा | शादी मैं तुमसे ही करूँगा और फिर मैंने आई लव यू बोल दिया उसने भी स्माइल करते हए मुझे आई लव यू टू कहा |

अब हम दोनों की कहानी आगे बढ़ चुकी थी | हम दोनों के रिलेशन को जब तीन महीने हो गए तो मैंने उसने एक दिन अपने घर बुलायी | जब मैं उसके घर गया तो मैंने देखा कि उसके घर पर कोई नही था तो मुझे हल्का हल्का ऐसा लगा कि शायद वो चुदवाना चाहती है पर मैंने बोला नही | उसके बाद उसने ही मुझे अपनी बांहों में भर ली और कहने लगी कि अनुज मैं तुम्हार साथ सेक्स करना चाहती हूँ और हमारे रिलेशन को और मजबूत करना चाहती हूँ | उसके बाद वो मेरे होंठ को चूमने लगी और साथ में मेरी जीभ को चूसने लगी | मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ और जीभ को चूसने लगा | उसके बाद मैंने उसके टॉप को उतार दिया और ब्रा भी | अब मैं उसके दोनों दूध को अपने मुह में ले कर चूसने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्करिया लेने लगी |

फिर उसने मेरी शर्ट को उतारी और जीन्स को भी | फिर उसने मेरे अंडरवियर को उतार कर मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और चाटने लगी | तो मेरे मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | फिर मैंने उसे नंगी कर दिया पूरी और बेड पर लेटा कर उसकी चूत को चाटने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत में अपनी जीभ रगड़ रगड़ कर चाट रहा था और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी |

फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत में उतारते हुए चोदने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगी | फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से धक्के मारते हुए चोदने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके पेट पर गिरा दिया | उस दिन हम दोनों एक बार और चुदाई की | अब हमे जब भी मौका मिलता है तो चुदाई कर लेते हैं | जब मेरा गेट का एग्जाम नही निकला तो मैंने एग्जाम की तयारी करना छोड़ दी और अब मैं सी.डी.एस. की तैयारी कर रहा हूँ |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी |



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