दादा जी मेरी मों को छोड़ रहे थे. मैं दीदी को रूम से बाहर सब दिखा रहा था. दीदी पहले तो शॉक हुई, बुत फिर उसको मज़ा आने लगा.
थोड़ी देर बाद दादा जी ने मों को घोड़ी बना लिया. फिर दादा जी ने अपना लंड मों की छूट पर रख कर शॉट मारा. वो मों की कमर पकड़ कर छोड़ रहे थे.
मोनिका: भाई दादा जी का टूल कितना लंबा है. तभी मों पापा से चूड़ने की बजाए दादा जी से मरवा रही है.
अमित: ये तो ग़लत है. कोई बहू ससुर से करती है क्या ऐसे?
मोनिका: अर्रे मों को मज़ा चाहिए बस. दादा जी उसको मज़ा दे रहे है. ऑश कितना मोटा और लंबा है. मम्मी तो खूब मज़े ले रही है.
अमित: इतना लंबा तो मेरा भी नही है.
मोनिका ने झट से मेरे पाजामे को सहलाया. मोनिका ने मेरे लंड को पकड़ लिया. वो उसको सहला रही थी.
मोनिका: ऑश तुझे भी मों की चुदाई देख कर मज़ा आ रहा है. भाई तेरा भी बहुत लंबा है. ऑश वाउ यार चल खड़ा हो जेया.
अमित: क्यूँ क्या हुआ?
मैं जैसे ही खड़ा हुआ, तो मोनिका ने मेरा पाजामा नीचे किया, और लंड को पकड़ कर मूह में ले लिया. मैं तो एक-दूं से हैरान हो गया.
अमित: ये क्या ऑश कर रही हो?
दीदी मेरे लंड के टोपे को चूस रही थी. मुझे मज़ा आ रहा था.
अमित: ऑश दीदी आआहह अछा लग रहा है. आराम से करो.
दीदी ने लंड को सहलाया और फिर किस किया. अंदर मों की आ आ निकल रही थी. दादा जी मों की बंद बजा रहे थे, और बाहर एक भाई अपनी बेहन को अपना लंड चुस्वा रहा था. मुझे यकीन ही नही हुआ की दीदी इतनी जल्दी तैयार हो जाएगी.
मैने दीदी को उपर किया.
अमित: रूम में चलो दीदी.
मोनिका: चल भाई, यहा ठीक नही है. ई लोवे योउ भाई. मितू तेरे लंड बहुत लंबा है. रूम में चल भाई. ये किसी को बोलना मत जो देखा है.
दीदी ने मेरी गाल पर किस किया, और मैने पाजामा उपर कर लिया. हम जल्दी से रूम में आ गये. दीदी ने बड़ी वाली लाइट ओं कर ली. वो मुझे देख कर स्माइल कर रही थी.
मोनिका: भाई मों की चुदाई देख कर तेरा भी मूड बन गया है. चल जैसे मों के साथ दादा जी कर रहे थे, वैसे ही तू मेरे साथ कर.
अमित: सच में दीदी! आप बहुत अची हो यार.
मोनिका ने झट से मेरा पाजामा खोल दिया. मेरा लंड तन्ना हुआ था.
मोनिका: ऑश भाई तेरा तो बहुत मस्त है. ऑश थॅंक्स भाई आज तेरी बेहन के लिए इतना लंबा गिफ्ट भाई देगा.
मैने भी दीदी को नंगी कर दिया.
अमित: ऑश दीदी यार तू भी बहुत मस्त है.
दीदी के बूब देख कर मुझे बहुत अछा लगा. दीदी की चुचि पिंक कलर की थी. छूट तो बहुत मखमली लग रही थी.
मैने दीदी को अपनी बाहों में भर लिया. दीदी मुझसे लिपट गयी. दीदी का गोरा और चिकना बदन लगते ही मुझे मज़ा आने लगा. उनके बूब्स भी मेरे सीने से लग गये.
दीदी ने मेरी गाल पर किस किया.
मोनिका: ऑश भाई हो तो तेरे जैसा. ऑश आज अपनी दीदी को अपनी गर्लफ्रेंड बना कर रखेगा तू. भाई ई लोवे योउ भाई ऑश बहुत मस्त है तेरी बॉडी.
अमित: ऑश तू बहुत मस्त है यार. तेरे बूब भी मों जैसे है. मों पर गयी है तू.
मोनिका: थॅंक्स भाई, तू भी दादा जी पर गया है. तेरा तो अछा ख़ासा लंबा है. बस तू मुझे मज़े दे आज सारी रात. आज तू बहनचोड़ बन जेया. मैने सुना है की भाई से बेहन चुड़वति है तो बहुत मज़ा आता है.
अमित: ऑश दीदी सच में!
मोनिका मुझे चूस रही थी.
मोनिका: तू भी मुझे किस कर, मेरे होंठ और गाल चूस भाई. मैं कब से तुझे चूस रही हू.
अमित: तुम को किसने बताया ये?
मोनिका: भाई हॉस्टिल में एक गर्ल थी. वो अपने भाई से चुदाई की स्टोरी बताती रहती थी. उसका भाई उसको और उसकी बेहन दोनो को छोड़ा करता था.
अमित: ऑश वाउ, तो अब इस रूम में रात भर तेरी चुदाई चलेगी. उधर मों दादा जी के साथ और इधर हम दोनो को कोई डिस्टर्ब नही करेगा.
मोनिका: श भाई ऊहह मेरे गाल पर जीभ फेर ऑश अछा लग रहा है. लगता है मों भी हम दोनो को एक रूम में इसीलिए भेजी थी.
मैने दीदी को बेड पर लिटा लिया. उपर लेट कर बूब चूसने लगा.
मोनिका: ऑश भाई आ गुदगुदी हो रही है. आआहह ऑश भैया ऑश आअहह भाई बोल कर नही बता सकती तू बहुत मस्त चूस रहा है.
मैं दीदी की चुचि मूह में लेकर चूस रहा था. दीदी के बूब बड़े थे. बुत लगता था की मों जीतने बड़े हो जाएँगे.
मोनिका: भाई आज जो भी हुआ किसी को मत बताना. चलो अछा हुआ मों का भी पता चल गया. भाई आआहह ऑश आअहह ऑश दूसरे वाला भी चूस.
अमित: दीदी आप बहुत गोरी हो. आपके बूब भी मस्त है.
मोनिका: भाई दीदी अब तेरी है, शादी से पहले जितनी छोड़-छोड़ कर मज़े लेने है लेले.
अमित: ऑश ऊहह… ये छ्होटा भी आज से तेरी छूट ही छोड़ेगा.
मोनिका की छूट पर एक हाथ रखा और सहलाने लगा.
मोनिका: ऑश यार आहह भाई ऑश मज़ा आ रहा है भाई. ऑश बहुत मज़ा आ रहा है भाई.
मैने दीदी की छूट सहला दी. उसकी छूट बहुत टाइट लग रही थी. मैं उसकी छूट में उंगली करने लगा.
मोनिका: भाई सच में तू जवान हो गया है. ऑश मितू आअहह आचे से करो यार. ऑश तू सच में दीदी की ले रहा है.
अमित: ऑश मोनिका तेरी छूट भी चूसूंगा, और लोड्ा भी दूँगा.
मैने छूट चाटनी शुरू कर दी. मोनिका दीदी की आ आ बहुत ज़ोर से निकालने लगी. सिसकियाँ ले-ले कर दीदी ने मेरी भूख और बढ़ा दी.
अमित: ऑश, लग रहा है जैसे मम्मी की छूट चाट रहा हू यार. मों जैसी लग रही है तू.
मोनिका: अर्रे तू तो मों को भी छोड़ सकता है, और अपनी दीदी को भी. ई लोवे योउ भाई… ऑश बस समझ ले की तेरी बेहन कम और वाइफ ज़्यादा हू. भाई ओह शादी होने तक तेरी ही वाइफ हू. ऑश भाई आअहह मेरी छूट भाई.
मैं खड़ा हो गया. दीदी को देख कर हस्सी आ रही थी. दीदी ने झट से मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.
लंड एक-दूं लाल हो गया था.
अमित: ऑश दीदी ऑश मोनिका मेरी डार्लिंग अब लंड को छूट में जाने दे.
मोनिका: ऑश इसमे पूछने की क्या बात है भाई? पकड़ कर डाल दे मेरी छूट में.
मैने लंड को छूट पर रगड़ा, और अंदर डाल दिया. पर लंड अंडार नही जेया रहा था. मैने ज़ोर लगाया तो लंड को दर्द होने लगा.
मोनिका: पहली बार तोड़ा टाइम लगेगा भाई. छूट चिकनी होने दे थोड़ी. ऑश रुक तू मुझे सहलाने दे.
अमित: दीदी आपकी छूट चाहिए बस. एक बार लंड अंदर चला गया तो फिर बाहर नही निकालूँगा. दीदी तेरी पिंक छूट बहुत अची लगी.
मोनिका छूट को सहला रही थी. उसकी दोनो टांगे चौड़ी हो गयी थी.
मोनिका: अब ये छूट भाई तेरी ही है. बस तू इसको अपना माल समझ कर रोज़ पेला कर ओह.
मुझे याद आया की मेरे पास एक कॉंडम का पॅकेट पड़ा था. मैं खड़ा हुआ और कॉंडम ले आया.
मोनिका: अर्रे ये कहा से ले आया तू?
अमित: यार विशु के पास था. वो छ्चोढ़ कर गया था.
मोनिका: ऑश बस काम बन गया. तेरे लंड को आगे कर. ये चिकना होता है.
मोनिका ने लंड को किस किया, और मेरी तरफ देख कर स्माइल दी. फिर लंड पर कॉंडम चढ़ा दिया.
मोनिका: ऑश भाई तेरे जैसा लंड देख कर मेरी छूट भी खुश हो गयी. सच में भाई तेरा लंबा है.
दीदी की छूट काफ़ी टाइट थी. मैने काई शॉट मारे बुत छूट खुली ही नही. मुझे लगा की आज ये छूट नही मिलेगी.
मोनिका: ऑश भाई दर्र मत. तू ज़ोर से शॉट मार. अपने आप ही अंदर चला जाएगा. पहली बार शायद टाइट होती है.
मैने ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे. दीदी आ आ कर रही थी. शायद उसको दर्द हो रहा था. कुछ देर बाद मेने बहुत ज़ोर से शॉट मारा, तो पूरा लंड एक ही झटके में अंदर चला गया. दीदी की ज़ोर से चीख निकल गयी. उसकी आँख में आँसू आ गये. वो रोने लगी थी. मुझे कुछ समझ नही आया.
अमित: क्या हुआ दीदी? तुम ठीक हो ना?
मोनिका: उउऊईई माआ मॅर गयी यार. आअहह ऑश मेरी छूट फटत गयी यार. ऑश भाई रुक जेया तोड़ा ऑश मेरी छूट.
मोनिका छूट की तरफ देखने लगी.
मोनिका: ऑश खून तो नही आया क्या?
अमित: ऑश सब ठीक है दीदी.
मोनिका: ऑश भाई आहह मैं तो दर्र गयी थी. तूने पूरा पेल दिया आह ऑश भाई अब अंदर बाहर कर यार. मेरी चुदाई शुरू कर दे अब. ऑश मज़ा आएगा.
मैने शॉट मारे पर छूट अभी भी टाइट थी. थोड़े से शॉट के बाद लंड में दर्द होने लगता. दीदी को भी दर्द हो रहा था.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. आपको स्टोरी कैसी लगी बताना. अंिटदेलही701@गमाल.कॉम पर.