गाओं की शादी के मज़े

हेलो गाइस आंड सेक्सी गर्ल्स तीस इस राइयन. ये मेरी पहली कहानी है जो मेरे रियल लाइफ स्टोरी की है. ई होप उ लीके इट आंड प्लीज़ गिव मे फीडबॅक.

मेरी आगे 23 है और मई मुंबई मे रहता हू, गुड इन लुक्स आंड ऑल. मेरा डिक साइज़ 7 इंच है. मेरी फॅमिली मे हम 4 लोग है मम्मी पापा मेरी बड़ी सिस और मई.

अब आते है कहानी पे.

तो ये बात है 2 साल पहले की जब मेरे कज़िन की शादी थी गाओं मे. हम एग्ज़ाइटेड थे क्यू के हम 7 साल बाद गाओ जेया रहे थे. तो हुँने मुंबई तो लुक्कणोव की फ्लाइट ली हम सुबा पोोच गये.

हुमारा घर बहोट बड़ा है लीके हवेली काफ़ी गेस्ट्स आए हुए थे हम सबसे मिले. मई आराम करने चला गया. कुछ 2-3 अवर्स बाद मेरी आँख खुली तो रूम के बाहर से कुछ लड़कीो के हसी मज़ाक करने की आवाज़ आई. मैने बाहर आके देखा तो मेरी आँख और मूह खुला का खुला रह गया.

वाहा मेरी सिस के साथ मेरी कज़िन सारा थी उसने ब्लॅक पटियाला सूट पहना था बड़े नेक का जिसमे वो बहोट हॉट लग रही थी. मई उसे 7 साल बाद देखा था.

(सारा मेरे चाचा की बेटी है और वो मुजसे 2 साल बड़ी है. 7 साल मे वो बहोट बदल गयी थी, सारा बहोट गोरी है इतनी के अगर उसे कोई चूमती करे तो लाल हो जाती है. तो सोचिए उसके बूब्स और पुसी कितनी गोरी होगी. उसके बूब्स 34 और 36 की गांद होगी).

मई उसे देख के खो गया था अचानक उसने मुझे देखा और बोली-

सारा: ही राइयन, तू तो काफ़ी हॅंडसम हो गया है और (नॉटी वे मे) बड़ा भी.

वाहा सारी लड़किया हासणे लगी.

मैने उसे सिर्फ़ ही किया क्यू के वाहा बहोट सी लड़किया थी तो मैने कुछ बोला न्ही.

शादी को अभी 6 दिन थे पर गेस्ट्स बदते ही जेया रहे थे.

वो दिन ऐसे ही मिलने मिलने मे गुज़र गया. और रात मे ह्यूम कहा गया के गेस्ट बहोट हो गये हैं तो ह्यूम रूम्स शेर करने है. तो हुँने डिसाइड किया के हम सब कज़िन्स एक ही रूम मे सोएंगे.

सब खाना खाने बैठे थे पर मेरी नज़र सारा पर ही थी. उसका सूट इतना टाइट था के एक एक पार्ट उठ के आरा था और जब वो कुछ लेने झुकती उसकी गले की गहराहि मेरे सामने आजाती मेरा बुरा हाल हो गया था और शायद उसने भी मुझे 2 3 बार नोटीस किया था ताड़ते हुए.

मैने अपना खाना ख़तम किया और अपने रूम मे जाके डोर लॉक कर के सारा के नाम की मूठ मारने लगा. मेरा डिक एकदम ताना हुआ था. मैने स्टार्ट ही किया था की कोई दरवाज़ा ठोकने लगा. मैने हड़बड़ा के अपना लंड ट्रॅक मे डाला पर मेरे ट्रॅक का तंबू नज़र आ रहा था.

त-शर्ट से कवर करते हुए मैने डोर खोला तो सामने मेरी सिस थी. वो अपना बाग लेके आई थी और जब वो बाग उठाने के लिए झुकी उसकी नज़र मेरे ट्रॅक मे बने तंबू पर पड़ी. उसने हल्की स्माइल दी और अंदर आकर अपना समान अड्जस्ट करने लगी. धीरे धीरे सब कज़िन अपना समान हुमारे रूम मे रख रहे थे. मई बाहर ताहेलने निकल गया.

करीब 11. 30 बजे जब मई अपने रूम मे आया तो देखा ज़मीन पर गद्दे बिछे थे और सब लाइन से सोए हुए थे मेरे लिए सबसे लास्ट मे जघा बनी थी कज़िन्स-सारा- सिस-मई. सिस और सारा गप्पे मार रहे थे मई अपनी जघा जाके आँख बंद कर के लेट गया और मेरी आँख लग गयी.

करीब 2 बजे प्यास से मेरी आँख खुली तो मैने देखा के सारा मेरे बगल मे सोई हुई है. उसे सोता देख मेरी और बाबू र्म(लंड) दोनो की नींद गायब हो गयी.

मैने सारा हो तोड़ा हिला के चेक किया पर वो गहरी नींद मे थी. मेरी हवस आसमान छू रही थी. मैने ढेरे से उसकी कुरती गांद से हटाई. उसकी गोल गांद देख के मॅन कर रहा था अभी अपना लंड उसकी गांद मे उतार डू. मुझसे रहा न्ही गया और मई ढेरे से उसकी तरफ सरका और अपना लंड उसकी गांद से हल्का लगा दिया.

थोड़ी देर वैसे ही रहने पर जब कोई मूव्मेंट न्ही हुई तो मुझमे और हिम्मत आ गयी मई और तोड़ा उससे चिपक गया. अब मई सेम वही पोज़ मे था जैसे वो सोई थी और मई उससे पूरा चिपक गया. मेरा सीना उसकी पीठ से मेरा लंड उसकी गांद से जंघे जाँघो से एकदम लिपटी हुई थी.

मैने एक कदम आयेज बढ़ने की कोशिश की पर हिम्मत न्ही आई और उस रात मई उससे ऐसे ही लिपटे हुए सो गया. ये खेल 3 दीनो तक चलता रहा मई. अब तोड़ा आयेज बढ़ चुका था. मई अब सोते समय अंडरवेर न्ही पहेंटा था. और मेरा लंड ट्रॅक मे से ही उसकी गांद के खचे मे रगड़ता था, कभी उपर से ही उसके बूब्स पे हाथ फेरता था.

अब शादी को 2 दिन बचे थे मेरी और सारा की अब आक्ची बनने लगी थी.

आज हल्दी का फंक्षन था सारा ने येल्लो सूट पहना था सब एक दूसरे को हल्दी लगा रहे थे. अचानक किसी ने हम पर पानी फेका और सारा पूरी भीग गयी. उसके सफेद जिस्म पर पानी मोटी की तरह चमक रहा था. उसकी ब्लॅक ब्रा उठ कर दिख रही थी जिसे वाहा के सारे मर्द देख रहे थे.

कपड़ा बदन से चिपक गया था, उसकी मोटी और बाहर निकली हू गांद और छूट का शेप कपड़े के उपर से नज़र आ रहा था. ये नज़ारा देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मेरा लंड सॉफ दिख रहा था मई फटाफट वॉशरूम की तरह भगा और अंदर जाके आँख बंद मूठ मरने लगा.

मई उस नज़ारे मे इतना खो गया के मुझे पता ही न्ही चला के मैने डोर लॉक न्ही किया है और कोई मेरे सामने खड़ा है. जब मेरी आँख खुली तो मई दर्र गया सामने सारा थी और उसे देखते ही मेरा निकल गया. मई दर्र गया और मई सॉरी सॉरी.. बोलने लगा पर वो वाहा से हल्की दबी स्माइल मे निकल गयी.

मई उसके पीछे भगा वो हुमारे रूम मे चली गयी थी. मई उसके पास गया और बोला-

मे: सॉरी सारा, प्लीज़ इस बारे मे किसी को मत बताना.

सारा: बताना तो पड़ेगा इतना बड़ा जो हो गया है, और जो तू रात मे करता है वो भी बताना पड़ेगा.

मे: (ये सुनते ही मेरी फटके चार हो गयी मैने उसके पैर पकड़ लिए) प्लेआसीए सारा ऐसा मत करो तुम जो बोलॉगी मई वो करूँगा. तुमको पैसे चाहिए मई पैसे भी दूँगा. पर प्लीज़ किसी को मत बताना.

सारा: पैसे न्ही चाहिए मुझे. पर एक काम है जो तू कर सकता है.

मे: क्या…?? मई सब करने को टायर हू.

सारा: (नॉटी स्माइल से कहा) जो तू रात मे करता है उसे अधूरा मत छोड़ा कर.

इतना बोल के वो वाहा से चली गयी…

ये बात सुनते ही मेरे होश उड़ गये के ये तो क्लियर सिग्नल है चुदाई का. मई पागलो की तरह नाचने लगा. फिर मई बाहर आया तो वो कही न्ही दिखी फंक्षन भी ऑलमोस्ट ख़तम हो गया था शाम का टाइम हो गया था.

मई भी फिर कपड़े चेंज करने अपने रूम मे लेट के इन बातो के बारे मे सोच रहा था के पता न्ही कब मेरी आँख लग गयी. मेरी आँख खुली तो देखा रात के 3 बाज रहे है.

मैने अपने बगल मे देखा तो मई सारा और मेरी सिस के बीच मे सोया हुआ हू. सारा को देखते ही मेरा जानवर जाग गया और आज तो ग्रीन सिग्नल भी मिल गया था. पर पहले मैने अपनी सिस को चेक किया. पर वो गहरी नींद मे थी.

मई सारा की तरफ करवट ली और सारा के जिस्म पे हाथ फेरने लगा. आज मुझे दर न्ही था. सारा के लोंग टशहिर्त और पाजामा पहना हुआ था.

मैने ढेरे से उसकी टशहिर्त मे हाथ डाला और उसकी कमर को सहलाने लगा और उसकी गांद पे हाथ फेरने लगा. और पीछे से अपना डिक ट्रॅक मेसए उसकी गांद मे रगड़ने लगा. उसके बदन को फील करते हुए मई हाथ उपर लेके गया तो पता चला उसने ब्रा न्ही पहना है.

मुझे जोश चढ़ गया और मैने उसके बूब्स को इतने ज़ोर से दबा दिया, की उसकी हल्की चीख निकल गयी और वो उठ गयी और ढेरे से बोली-

सारा: छूतिए आराम से कर ना.

मे : ओक बाबयी..

फिर मैने पीछे से उसकी गर्दन पे किस करना शुरू कर दिया और उसके बूब्स दबाने लगा वो आह उहह की सिसकिया भरने लगी. ढेरे ढेरे वो गरम होने लगी. मैने भी एक हाथ नीचे उसके पाजामे मे डाल के उसकी छूट पे ले गया. उसकी छूट एक दम मुलायम और चिकनी थी जैसे अभी सॉफ किया हो.

मैने एक उंगली उसकी छूट मे डाल दी वो मछली की तरह तड़पने लगी और सिसकिया भरने लगी. और एक हाथ पीछे करके मे मेरा लंड पकड़ लिए और सहलाने लगी और अपनी गांद मे दबाने लगी.

थोड़ी देर ऐसे ही चलते रहा फिर वो तड़प के बोली… फक मे राइयन… ये सुनते ही मुझसे रहा न्ही गया मैने उसका पाजामा नीचे कर दिया. और मेरा लंड सीधा उसकी गांद पे लगा वो और मचल उठी.

मैने अपने लंड पर थूक लगाया और उसकी गीले छूट पे सेट किया. एक हाथ उसके मु पर रखा और ज़ोर दर झटका मार और पूरा 7 इंच का लंड उसकी मुलायम छूट मे उतार दिया.

उसकी चीख मैने निकालने न्ही दी, वो मचलने लगी पर मैने उसे छोड़ा न्ही वैसे ही पोज़िशन मे पड़ा रहा. वो इससे पहले भी चुड चुकी थी इस लिए उसे ज़डा दर्द न्ही हुआ.

फिर थोड़ी देर बाद वो गांद आयेज पीछे करने लगी. तो मई समझ गया मई भी ढेरे ढेरे धक्के लगाने लगा और हम दोनो मुढ़होश हो के चूड़ी के मज़े लेने.

उसकी मोटी चब्बी गांद जब मुझसे टकराती तो पाट पाट की आवाज़ आती और उसकी हल्की सिसकिया रूम मे गूँज रही थी पर हम दोनो चुदाई मे खो गये थे. फिर वो मेरे उपर आकर बैठ गयी मैने स्पीड बधाई जिससे आवाज़े बढ़ गयी

सारा: (धेमे आवाज़ मे)आहहाहह फुउकककककक रयांन्न्न् बहोट दिन से प्यासी थी मेरी छूट. तू तो सछमे बहोट बड़ा हो गया हैरे आआहह. छोड़ तेरी इस रंडी बाहें को उफ़फ्फ़ तेरा लंड बहोट मज़े डेरा हैरे आआअहह.

आधे घंटे बाद हम दोनो झाड़ गये. और ऐसे ही पड़े थे की एक आवाज़ आई… कर लिए मज़े…

ये सुनते ही हम दोनो के पसीने छूट गये और वो आवाज़ थी… जानिए अगली स्टोरी मे.

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