मेरी गांड के लिए पहला मर्द मिला

मैंने ऐसे बिहेव किया जैसे मैंने देखा ही नहीं.. अन्दर चला गया.. पर दरवाज बंद नहीं किया। अब मैं चुपके से देखने लगा कि वो आते हैं या नहीं।

मेरा अनुमान सही था.. वो मेरे घर आने लगे और मैं जल्दी से नहाने के लिए बाथरूम में चला गया।
तभी वो अन्दर आ गए और शायद दरवाजा भी लॉक कर दिया।

मुझे इस बात का अंदाज हुआ कि शायद डराने के लिए वो दरवाजे के पीछे छुप गए। मैंने कमरे के बाथरूम के एक होल से उनको देख लिया था।
मैंने जल्दी से साबुन लगाया पानी डाला… और बिना ठीक से जिस्म को पोंछे तौलिया पहन कर बाहर आ गया और शीशे के सामने खड़ा होकर अपने आपको देखने का नाटक करने लगा।

अभी तक भैया ने कुछ नहीं किया था।
तभी मैंने जानबूझ कर तौलिया गिरा दिया जैसे गलती से हुआ हो। फिर क्या था मैं पूरा नंगा खड़ा था.. मेरी गांड बहुत सेक्सी है।

फिर शीशे में से देखा तो कार्तिक भैया ने मुझे पीछे से आकर पकड़ लिया और मैंने डरने का नाटक किया।
मैंने पूछा- आप यहाँ कर रहे हो.. छोड़ो मुझे।

पर वो कुछ नहीं बोले.. बस मेरे गले से कान तक मुझे किस करते रहे, मैं पागल हो रहा था।
तभी उन्होंने अचानक से मेरे कान में कहा- आई लव यू बच्चा।

बस फिर क्या था.. मैं भी घूम कर उनके गले से लग गया। उन्होंने मुझे चूमना करना शुरू किया.. उफ्फ.. मैं तो इतना खुश था कि उनके मुँह का स्पर्श मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था।

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काफी देर तक हम दोनों सिर्फ चुम्बन ही करते रहे और मेरा लण्ड तन कर अकड़ गया था।

तभी अचानक से मुझे ध्यान आया कि मैं नंगा हूँ.. तो मैं शर्माने लगा और वो बस मुझे देखे जा रहे थे।

तभी उन्होंने धीरे से खुद के कपड़े भी उतारे मैं उनका नंगा जिस्म देख कर एकदम से उत्तेजित हो गया। जब उन्होंने अपना अंडरवियर उतारा तो उनका लम्बा लण्ड एकदम तना हुआ था.. मैं डर गया।

उन्होंने मुझे बांहों में भर लिया और बहुत किस किए। हम दोनों बिस्तर पर गिर गए और पागलों की तरह एक-दूसरे को चूमने लगे।
वो उठे और मुझे गोद में उठा लिया और बाथरूम में ले गए और फव्वारा ऑन कर दिया।
हम दोनों वहीं चुम्बन करने लगे.. वो मेरे निप्पल चूसने लगे.. फिर जोर से काट भी लिया.. गले पर चूमा और काटा।

हमारी सेक्स की आवाजें पूरे बाथरूम में गूँज रही थीं।
तभी उन्होंने मुझे नीचे की तरफ किया और मैं समझ गया कि ये लण्ड चूसने का इशारा था।

मेरा तो ये पहला अनुभव था.. बस वो जैसा-जैसा बोल रहे थे.. मैं वैसा-वैसा है करता गया।
उनका लण्ड इतना खूबसूरत था.. मैंने उसे चूमा और उसे धीरे से मुँह में ले लिया।

कुछ ही पलों में मैं उनके लौड़े को एक लॉलीपॉप की तरह चूसने लगा।

देर तक चूसने के बाद भैया ने अपना लण्ड मेरे मुँह से बाहर निकाला और फिर मुझे किस करने लगे।
हम दोनों बाथरूम के फर्श पर लेट गए।

वो एकदम से मेरे नीचे की तरफ जाने लगे और मेरी टाँगें उठा कर मेरी गांड को देखने लगे। पहले तो उन्होंने उसे सूंघा और फिर मदहोश होकर मेरी गांड को चूसने लगे।
मैं पागल हुआ जा रहा था.. मेरी मादक आवाजें बाथरूम के बाहर भी जा रही थीं।

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