कहानी शुरू के पहले कुछ बाते जो आपको बता होनी चाहिए रेखा और घरवालो के बारे मे. रेखा जिसके बाप का नाम सुनील है.
सुनील भी फिज़िकल हेल्ती है (उसका बचपन कुश्ती लड़ते हुए ही बिता है). इसी लिए रेखा को फिज़िकल फिट रहना बहुत है इसलिए वो रोज सुबा सुबा च्चत पेर होमे एक्सर्साइज़ केरती है.
तो अब कहानी शुरू करते है.
रोज की तरह ही रेखा एक्सर्साइज़ केरने च्चत पे एक्सर्साइज़ कर रही थी, सुनील भी अपना न्यूसपेपर और छाई लेकर च्चत पे ही आ गया.
रेखा ने शॉर्ट्स और जिम वाली टॉप पहनी थी ( सुनील रेखा की गांद के पीछे कुर्सी डाल कर बैठ गया). जब जब रेखा अपने हंतो से अपने पेर का अंगूठा चुने झुकती उसकी बाहर निकली गांद सुनील का मूड बना देती. ऐसा कही देर तक चलता रहा, तक तक सुनील की छाई भी कहताम हो गयी.
(सुनील ने आज सोच लिया क्यू ना मस्ती की जाए.)
सुनील – रेखा बेटी, तेरे पेर तो मूड जाते है जुक्ते टाइम.
रेखा – हाँ, पता है! 2-4 दिन लगातार करूँगी तो फिर नही मुड़ेगा.
सुनील – चल फिर आज से ही सीडा केरवाते है तेरी टाँगे.
रेखा – ठीक है फिर.
सुनील आकर उसकी गांद से चिपक गया और पेट के तोड़ा नीचे हंत रख कर जुखने लगा.
सुनील – अभ धीरे धीरे नीचे हंत कर, मैं पीछे से खड़ा हू झुके नि दूँगा.
रेखा धीरे धीरे हंत नीचे ले जाती रही. अचानक उसके पेर मूड गये तो सुनील उससे उसकी कमर को पकड़े हुए अपने जिस्म से पूरा चिपकते हुए वापस पहले वेल पोज़िशन मे लाया. (जिससे सुनील ने अपना लंड खड़ा करवा किया.)
फिर उसकी कमर पकड़ कर 3-4 धक्के मरने लगा.
सुनील – ये डेली एक्सर्साइज़ करती! अभी तक पेर सीडे नही कर पाती है.
रेखा – हो जाएगा पापा!
सुनील – हो तो जाएगा लेकिन लुंडोभासन अससन से.
रेखा – लुंडोभासन, ये कॉन्सा अससन है.
सुनील – जब मा तेरी उमर का था तब मुझे इस अससन के बारे मे गुरु जी ने बतया था.
रेखा – इसमे क्या होता है?
सुनील – इसमे तेरी गांद मे कुछ गूसाना पड़ेगा जिससे तेरा बॅलेन्स बन सके.
रेखा – आपका मतलब मेरी गांद के अंदर.
सुनील – हाँ, होमे एक्सर्साइज़ का बेसिक रूल नही पता है.
रेखा – चलो ठीक है, मैं ले लूँगी गांद मे.
फिर क्या बस सुनील को इसी का इंतेज़ार था उसने रेखा को जुकाया और उसकी गांद पे 2 थप्पड़ मारे और उसके शॉट्स को हल्का नीचे केरके अपना पायरा लंबा लंड निकल कर उसकी गांद के छेड़ मे रख कर एक हटका मारा.
रेखा – ओह मी गोद! पापा ये क्या डाल दिया अपने मेरी गांद मे, निकालिए इससे प्लीज़.
रेखा की बात सुनकर उसन्ने गांद से लंड निकल लिया, रेखा ने पीछे मूड कर देखा तो उसकी आँखे फ़ाटी की फ़ाटी रह गयी.
रेखा – पापा ये तो आपका पेनिस है.
सुनील – यही तो तेरी गांद मे जाएगा जिससे तेरा बॅलेन्स बनेगा.
रेखा – इससे सच मा बॅलेन्स बनेगा.
सुनील – आज ट्राइ केरके देख अगर ंही हुआ तो काल्से मॅट लियो.
रेखा – ठीक.
रेखा दोबारा पीछे मुद्दई और झुक गयी, इश्स बार सुनील ने बड़े प्यार से अपना टोप्पा रेखा की गांद मे लगया 2 झटके मे पूरा गुस्सा कर खड़ा हो गया.
तभी भागी भागी रेखा की मा आई.
मा – क्या हुआ मेरी बाकची! ऑश मी गोद क्यू छिलाई क्या हुआ?
रेखा – कुछ नही बस नया अससन ट्राइ किया है इसलिए दर्द हो रहा है.
मा – ठीक, आराम से कर मैं जाती हू.
उसके जाने के बाद सुनील ने रेखा ही तान्नगे हल्की से खोल दी और हल्के हल्के झते देने लगा.
रेखा का भी पेर अब पेर जाड़ा नही झुक रहा था और आराम से ( हल्के हल्के दर्द के साथ) नीचे पेर तक जाती.
सुनील – देखा बेटी कितना असर दार है.
रेखा – बस पापा अब मेरी गांद से अपना लंड निकल लो, मैं कोई और एक्सर्साइज़ ट्राइ करूँगी.
सुनील उसके बाद मानकर लंड बाहर निकल लिया और रेखा ने अपना शॉर्ट्स उपर चड़ा लिया.
सुनील अपना लंड हंतो मे लेकेर बेटी इसका शानगार तो कर.
रेखा – शानगार क्या पता.
सुनील – इससे अपने मूह के कर शानगार मतलब पसीना सॉफ करो.
रेखा – ठीक पापा.
कहकर लंड को मूह मे लेकर सॉफ केरने लगी.
तभी रेखा की मा मोबाइल लेकर आ गयी.
मा – आजसे तेरी एक्सर्साइज़ की वीडियो बना कर यौतूबे पे उपलोआड केरके अपना खुद का चॅनेल बनेगे.
लेकिन जब उपर आकर रेखा को अपने ही बाप का लंड चूस्ते देख तो उसस्की हवा ही घुल हो गयी.
मा – ये क्या हो रहा है.
रेखा – शानगर कर रही हू.
मा – कामिनी लुंडो चूसने को ब्लोवजोब खेटे है शागार नही.
सुनील – तुझे भी अभी ही आना था.
रेखा ने लंड बाहर निकल कर खड़ी हो गयी.
मा – तुनने गांद मे तो नही लिया ना इनका लंड.
सुनील – पहले बार जब तू आई थी तब गांद मे ही था इसकी मेरी लंड.
मा – हो गया सत्यानस्स.
रेखा – लेकिन पापा ने तो बोला की इससे.
मा – साला ढल्ला हरामी है, आइए ही मेरी बेहन भी को छोड़ दिया है ये अपनी छिपानि चुपड़ी बाते केरके.
रेखा – वैसे, पापा का लंड है बहुत बड़ा.
मा – सही मे?
रेखा – हाँ.
मा – जी आई बाकी बचा काम नीच कर लिए.
रेखा – बचा कॉन्सा कम.
सुनील – वो जो अभी अदूरा छोरा तूने.
उसके बाद तीनो नीचे गये.
मा किचन मे गुस गयी और रेखा को सुनील ने सोफे बिता कर उसके हंतो मे लंड पकड़ा दिया.
रेखा भी बड़े पायर से अपने हंतो लंड को लेकर हिलने लगी. फिर अपना होंटो के पास ले जाकर अपने होंटो (उपर नीचे लगड़ने लगी लिपस्टिक की तरह बिल्कुल.)
धीरे धीरे बड़े प्यार से लंड का टोप्पा मूह मे लिया और टोप्पा पूरा गीला कर दिया.
सुनील ने उसका टोप्पा निकाला और उसकी चुचियो से खेलने लगा, वही नीचे से रेखा ने सुनील का पाजामा गिरा दिया. (मूह से लंड निकल कर होंटो हंतो मे ले लिया.)
रेखा – मम्मी तेल लाना ज़रा.
मा – तुम बाप बेटी मेरी जान खा जाओगे.
सुनील – तू ला ना, देख रेखा को क्या मज़ा वाला ब्लोवजोब दे रही है.
मा – हन मेरा अब आपको कहा मज़ा आएगा.
फिर तेल लाकर दी उसकी रेखा ने लंड पे तेल की मालिस की जिससे लंड से तेल टपकने लग गया.
लंड पकड़ कर रेखा खड़ी हुए, सुनील ने उसका शॉर्ट्स भी उतार दिया और घर मे दोनो नंगे, रेखा सोफे पे अपने दोनो पेर हवा मे करके बैठ गयी, जिससे रेखा की सील पॅक छूट को खोलने को सुनील तैयार हो गया.
लंड को हिलता हुआ रेखा की छूट तक आया और उसकी छूट पर लंड रख कर पहल्ला झटका मारा ( पच की अव्वाज़ निकली) उसके बाद तो पच पच पच. की आवाज़ ही चलती रही.
पचह पचह पचह.
पचह पचह पचह पचह पचह पचह
पच पचह पचह.
लंबी बारी खेलने के बाद सुनील इतनी जल्दी से रेखा की छूट मे ज़रा की सुनील को पता ही नही चला.
झरने के बाद सुनील छूट मे लंड गुसाए ही सोफे पे रेखा के उपर लेट गया और होंटो होंटो से चिपके रहे.