इंग्लीश टीचर को पटा के चुदाई करी

हेल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम राहुल है और मैं एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हूँ और मेरी उम्र 26 साल है | मुझे बचपन से ही चुदाई का बहुत शौख है | आज मैं आप लोगो के सामने अपनी पहली कहानी लेकर आया हूँ | मैंने बहुत सी लड़कियों और भाभियों की चुदाई की है | मैं बहुत ही अय्याश किस्म का इंसान हूँ मैं अपनी ज्यादातर कमाई लड़कियों पर ही लुटा देता हूँ मेरे खर्चे ज्यादा थे और कमाई कम इस लिए मैंने एक कोचिंग सेंटर को ज्वाइन कर लिया | वहां बहुत सी लड़कियां पड़ने आती थी जिनको देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता था | मैं अक्सर घर जाकर उन लड़कियों के बारे में सोंच कर मुठ मारता था | कुछ दिन पहले मेरे साथ जो घटना घटी आज मैं उसकी की कहानी आप लोगो के लिए लेकर आया हूँ मुझे आशा है की आपको पसंद आएगी |

मैं रोज की तरह एक दिन अपने स्कूल पहुंचा तो मैंने एक लड़की की को देखा क्या बला की खूबसूरत लग रही थी | वो प्रिंसिपल के रूम में जा रही थी और कुछ देर बाद वो बाहर निकली मैं खड़ा उसके निकलने का इन्तजार कर रहा था क्यूंकि अभी तक मैंने उसको पीछे से ही देखा था | उसकी गांड बहुत ही मस्त थी मैंने उसको जब आगे से देखा तो मैं देखता ही रह गया | उसका फिगर कुछ 34-32-36 होगा और उसकी उम्र लगभग 25 साल थी | उसके गोर बदन को देखकर मेरी हालत खराब हो गयी | उसके गोर फूले हुए गाल , गुलाब की पंखुड़ियों से गुलाबी होंठ ,बड़ी-बड़ी नशीली आँखें और पतली कमर देख कर तो किसी की भी हालत खराब हो जाये | मैंने उसके बारे में पता किया तो मुझे पता चला की वो हमारे स्कूल की नयी इंग्लिश टीचर है और उसका नाम अंजली है | मैं तो उसका दीवाना हो गया मैंने मन में ठान लिया की किसी भी तरह से उसको पटा कर उसकी चुदाई करनी है | उस दिन घर जाकर मैंने उसको याद करके मुठ मारी और अपने लंड को शांत किया |

अगले दिन मैं जल्दी ही स्कूल पहुंचा और उसके आने का इन्तजार करने लगा | आज वो साडी पहन कर आई थी क्या मस्त पटाका लग रही थी | उसकी गदराई हुई जवानी देखकरमेरा लंड फड़फडाने लगा मैंने उसको सम्हाला प्रिंसिपल ने उसको पूरे स्टाफ से मिलवाया | मैंने उसको हेल्लो बोला और उसने भी मुस्कुराते हुए मुझको हाय बोला फिर हम सभी अपनी-अपनी क्लास में चले गए | मेरा मन क्लास में बिलकुल भी नहीं लग रहा था बस उसका चेहरा मेरी आँखों के सामने घूम रहा था | हाफ टाइम में स्टाफ रूम में मैं खाना खा रहा था वो भी खाना खाने के लिए आई और मेरे पास वाली कुर्सी पर आकर बैठ गयी | मैंने उससे बात की तो मुझे पता चला की वो मेरे पड़ोस वाले मोहल्ले में ही रहती है | फिर हम लोगो ने अपना खाना ख़तम किया और वो चली गयी | अगले दिन सुबह मैं स्कूल आने के लिए मैं बस स्टॉप पे खड़ा बस का वेट कर रहा था | मैंने देखा की वो भी आकर बस स्टाप पे खड़ी हो गयी हम दोनों बातें करने लगे | थोड़ी देर बाद बस आ गयी और मैं बस में चढ़ गया बस में काफी भीड़ थी जिसके कारण वो भी आकर बिलकुल मेरे सामने कड़ी हो गयी | उसकी गांड मेरे लंड के बिलकुल सामने थी और मेरा लंड उसकी गांड में टच हो रहा था जिसके कारण मेरा लंड खड़ा हो गया |

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तभी बस के ड्राईवर ने एक दम से ब्रेक लगा दिया जिसकी वजह से मेरा लंड उसके चुतड के बीच में एक दम सट गया मुझे बहुत ही मजा आ रहा था | उसने पीछे मुड़कर मेरी तरफ देखा तो मैं डर गया की वो नाराज ना हो जाए पर उसने मुझको एक प्यारी सी स्माइल दी | फिर हम दोनों स्कूल पहुँच गए ये सिलसिला कुछ दिनों तक ऐसे ही चलता रहा | एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया उसका जन्मदिन था | मैं उसके घर पहुंचा और उसके लिए गिफ्ट में एक प्यारा सा सूट लेकर गया | उसने मुझे अपने घर वालो से मिलवाया उसके घर में उसके मम्मी-और पापा दो ही लोग थे | स्कूल का पूरा स्टाफ आया हुआ था हम सब बैठ कर गप्पे मारने लगे और फिर उसने केक काटा हम सब ने मिलकर केक खाया और अंजली ने हम सब से खाना खाने को कहा | हम सभी ने साथ में खाना खाया फिर सब लोग अपने-अपने घर चले गये मैंने अंजली से कहा की अच्छा अब मैं भी चलता हूँ | अंजली ने मुझसे थैंक्स कहा मैंने कहा वो किस लिए तो उसने कहा की तुम जो ड्रेस मेरे लिए लाये हो वो बहुत ही अच्छी है | मैंने कहा उसमे थैंक्स की क्या बात है फिर मैं अपने घर आया गया | कुछ दिन बाद मैंने एक बाइक खरीदी और मैं अंजली के घर पहुंचा अंजली बाइक देखकर बहुत खुश हुई | मैंने कहा की अंजली से कहा की अब तुम मेरे साथ स्कूल चलना तुमको बस में जाने की जरूरत नहीं है | उसने कहा नही मैं मैं बस में ही ठीक हूँ | मैंने उसकी मम्मी से कहा देखों ना आंटी मैं स्कूल अकेली ही तो जाता हूँ ये भी चलेगी तो इसको बस में धक्के नहीं खाने पड़ेगे |

उसकी मम्मी ने कहा की सही तो कह रहा है राहुल तू इसके साथ क्यूँ नहीं जाएगी | आंटी के कहने पर वो मान गयी और फिर रोज मैं उसको लेकर स्कूल जाता और उसको छोड़ने उसके घर जाता | एक दिन मैंने उससे कहा की अंजली मैं तुमसे एक बात कहना चाहता हूँ | तो उसने कहा क्या बात है मैंने उसको आई लव यू बोल दिया मैंने उससे कहा की अगर तुम भी मुझे प्यार करती हो तो तुम कल मेरी दी हुई ड्रेस पहनना मैं समझ जाऊंगा | अगले दिन जब मैं उसको लेने उसके घर गया तो मैं उसको देख कर बहुत खुश हुआ उसने मेरी दी हुई ड्रेस पहनी थी और वो बहुत सुन्दर लग रही थी | मैंने उसको बाइक पर बिठाया और फिर उसने रास्ते में मुझसे कहा की मैं भी तुमको बहुत प्यार करती हूँ मैंने गाडी रोक दी | वो बाइक से उतरी और मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया वो छुड़ाने की कोसिस करने लगी उसने कहा कोई देख लेगा | पर मेरी हिम्मत बहुत बढ़ चुकी थी मैंने उसको किस कर लिया वो भी मुझे किस करने लगी | अब हम लोग रोज फोन पर घंटो बातें करने लगे | अब हम दोनों एक दुसरे से काफी खुल गए थे और हम सेक्स के बारे में भी बातें कर लिया करते थे | मैं उसके साथ फोन सेक्स करके मुठ मारता था | पर मैं अब उसकी चुदाई करना चाहता था एक दिन वो समय आ गया मैं उसको छोड़ने घर पहुंचा तो उसने मुझको अन्दर बुलाया | उसके घर में कोई नहीं था मैंने उससे कहा की आज अंकल-आंटी नहीं दिखाई दे रहे है | उसने बताया की वो लोग एक रिश्तेदार की शादी में गए हुए है और कल तक वापस आयेंगे | मैं अन्दर से बहुत खुश हुआ मैं एक दम से उठा और उसको अपनी बाँहों में भर लिया और उसको चूमने लगा |

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कुछ देर तो उसने मेरा विरोध किया और कहती रही की ये ठीक नहीं है | पर थोड़ी देर बाद वो गरम होने लगी और वो भी मेरा साथ देने लगी मैं उसके बूब्स को सहलाने लगा और उसकी पैंटी में हाँथ डाल दिया | उसकी पैंटी एक दम गीली हो चुकी थी | मैं उसको अपनी गोदी में उठाकर उसके बेडरूम में ले गया और उसके पूरे बदन को चूमने लगा | फिर मैंने उसके कपडे निकाल दिए और उसको पूरा नंगा कर दिया | क्या मस्त बदन था उसका एक दम दूध जैसा सफ़ेद फिर मैं उसके नागे बदन को चूमने लगा और उसकी चूचियों को सहलाने लगा | उसने मुझसे कहा की कितना चूमोगे मैंने कहा मेरी रानी मैं बहुत दिनों से इसको चूमना चाहता हूँ और आज मुझे इसे जी भर के चूमने दो | फिर मैंने अपने कपडे उतार दिए और अपना लंड निकाल कर उसके हाँथ में दे दिया और उससे चूसने को कहा | वो मेरे लंड को चूमने लगी और फिर उसने मेरे लंड को अपने मुहँ में ले लिया और लोलीपॉप की तरह चूसने लगी | फिर मैंने अपना मुहँ उसकी चूत पर रख दिया और उसकी चूत को चाटने लगा | हम दोनों 69 की पोजीशन में थे मै उसकी गुलाबी चूत के दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा और चूमने लगा | वो मधोच हो रही थी और जोर से मेरा लंड चुसे जा रही थी | फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी वो मचल उठी और उसने मुझसे लंड को चूत में डालने को कहा | मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेंद पर सेट किया और एक धक्के में पूरा लंड पेल दिया | उसकी मुहँ से आह्ह निकल गयी फिर मैं उसकी चूत में लंड को अन्दर बाहर करने लगा | वो भी जोर –जोर से चिलाकर आह्ह ओह्ह्ह चोदो और चोदो आह्ह्ह आह्ह ओह्ह्ह की आवाजे निकाल रही थी | मैंने उसकी लगभग 20 मिनट तक चुदाई की फिर हम दोनों एक साथ झड गए | हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे फिर उस दिन उसने मुझे घर नहीं जाने दिया और मैंने उस रात उसकी पांच बार चूत मारी | वो बहुत खुश और संतुष्ट थी उस दिन के बाद उसका जब भी मन करता था वो मुझे बुलाकर अपनी चुदाई करवाती थी |



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