हेलो फ्रेंड्स ई’म राघव. मेरी उमर 22 साल है, और उमर के हिसाब से दिखने में और लंड की ताक़त में ठीक ताक हू. ये स्टोरी दो परिवार के बीच है, और स्टोरी लंबी चलने वाली है. सो लंड के राजा और चूत की रानियो, अपना पानी निकालने के लिए तैयार रहना.
मैं, मेरा छ्होटा भाई बाबू(19), मेरी मा सीमा(44, 34-30-36), पापा रवि (48), मेरा दोस्त विकी(24), उसकी मा सुवर्णा आंटी (उमर 45, 40-32-44), और नरेश रेडी अंकल(52), ये इस कहानी के मुख्या किरदार है.
ये कहानी सोशियल मीडीया से शुरू होती है. अभी कुछ 6 महीने पहले में फ्ब के ज़रिए विकी से मिला. उसकी प्रोफाइल में साउत इंडियन मल्लू आंटी की ड्प थी, और इन्सेस्ट लवर का टॅग था. तो मैने आड फ्रेंड किया, क्यूंकी मुझे बचपन से मल्लू आंटीस बहुत पसंद है. तो अब स्टोरी पे आते है.
मे: ही.
विकी: हेलो, कों?
मे: ई’म राघव.
विकी: क्या चाहिए?
मे: आपने प्रोफाइल पे इन्सेस्ट लवर लिखा है. तो मैने आपसे इसलिए कॉंटॅक्ट किया.
विकी: तू भी इन्सेस्ट लवर है क्या?
मे: हा भाई
विकी: किसी को छोड़ा है फॅमिली में?
मे: नही भाई, पर छोड़ना चाहता हू.
विकी: किसको?
मे: अपनी मा को!
विकी: तो छोड़ता क्यू नही?
मे: दर्र लगता है भाई.
विकी: आबे सेयेल, पत्ता अपनी मा को मज़े ही मज़े देगी. वैसे माल है क्या वो?
(फिर मैने मा के बारे में सब बताया, और थोड़ी हिचकिचाहट के बाद उसको मा की फोटो दी)
विकी: आबे सेयेल, इतनी हॉट माल को अब तक नही छोड़ा. भाई पेल दे उसको, रोज़ मज़ा देगी. यार मैं पागल हो जौंगा.
मे: थॅंक्स भाई, वैसे आपने किसी को छोड़ा है?
विकी ने डाइरेक्ट्ली अपनी मा की पिक सेंड की. सुवर्णा आंटी इतनी मल्लू थी, की फोटो देख के मेरे लंड ने लार टपकाना शुरू कर दिया. अब भी स्टोरी लिखते टाइम मेरा बंटी आंटी के गुफा को महसूस कर रहा है. इतनी मल्लू आंटी को देख के मुझे डाउट हुआ तो मैने पूछा-
मे: भाई ये फेक है, तुम्हारी मा नही है.
विकी: आबे यही मेरी मा है. बहुत बड़ी रंडी है.
फिर भी मैने यकीन नही किया तो उसने आंटी की चुदाई की दो-टीन पिक्स भेजी. उसके बाद भी मैने यकीन नही किया, तो उसने अपना नंबर दिया.
मे: भाई ये क्या है?
विकी: सेयेल तेरे को यकीन नही होता, तो इस नंबर पे कॉल कर, और बात कर ले रंडी से.
मे: भाई वो सब तो ठीक है पर सोशियल मीडीया पे डाइरेक्ट कोई अपना नंबर नही देता, सच बताओ क्या चाहिए?
विकी: तेरी मा.
मे: वॉट!
विकी: आबे सच में जब से उसको देखा है, उसने पागल कर दिया है.
वैसे मेरी मा सुवर्णा आंटी से ज़्यादा खूबसूरत थी. पर आंटी के तरबूज़ जैसे बड़े-बड़े बूब्स और उभरी हुई गांद उनको मेरी मा से ज़्यादा हॉट बना रहे थे. और उनकी काली, और छ्होटे बालों वाली छूट तो मानो किसी के भी लंड में तूफान ला देगी.
मे: पर भाई, आपके पास इतनी मालदार मा होते हुए आप मेरी मा पे क्यूँ नज़र डाल रहे हो?
विकी: आबे वो है ही इतनी सेक्सी. जब से देखा हू तो अपने लंड को उनकी छूट में जाते हुए महसूस कर रहा हू.
मे: हा वो तो है. मेरी मा बहुत सेक्सी है.
विकी: भाई एक बार मिल जाए साली, फिर उसकी छूट को खा जौंगा.
मे: पर…
विकी: चाहे तू मेरी मा को छोड़ दे.
मे: सच में?
विकी: जो नंबर दिया है डाइयल कर.
यहा ये मेरा पहला एक्षपरिएनसे था रियल सेक्स के बारे में. तो मैं तोड़ा दर्र रहा था. पर सुवर्णा आंटी के पिंक निपल्स के बारे में सोच के मैने कॉल लगाई.
रिंग-रिंग!
मे: हेलो.
विकी: सेयेल इतनी देर क्यू लगा दी?
मे: वो भाई में वो.
विकी: वो छ्चोढ़, ले बात कर रंडी से.
सुवर्णा: श एस्स आहह.
मुझे कुछ अजीब सा लगा उनकी आहत सुन के.
मे: हेलो आंटी.
आंटी: एम्म उफ़फ्फ़ आहह.
मुझे तोड़ा शक हुआ, तो मैने फिरसे आंटी बोला तो.
आंटी: ह्म बोलो
मे: क्या कर रहे हो?
आंटी: विकी छूट फाड़ रहा है मेरी.
ये बात सुन के मेरी पंत में तंबू बन गया. मेरा लंड सौ तोपो की सलामी देने को खड़ा हो गया.
मे: क्या सच में?
आंटी: ह्म, तू भी आजा ना!
मैने पंत से पप्पू को निकाला, और
उसकी टोपी निकाल दी.
मे: वॉट?
आंटी: अर्रे विकी ने बताया था तेरे बारे में यॅ. आजा जल्दी, मेरी गांद मारेगा?
मैं बहुत एग्ज़ाइटेड हो गया तो आंटी को बोला व्सी करने को. फिर आंटी भी कॉल कट की, और व्सी की. आंटी डॉगी पोज़िशन में थी, और विकी छोड़ रहा था पीछे से उन्हे. आंटी के तरबूज़ लटक रहे थे, और उन्हे देख के मेरे 7 इंच के लंड में मानो भूचाल सा आ गया.
पुर रूम में पच पच सी आवाज़ गूँज रही थी, और पीछे से विकी आंटी को छोड़ रहा था. मेरे कहने पर विकी ने आंटी के बूब्स को पकड़ कर उन्हे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ा. फिर उनकी पोज़िशन चेंज हुई, और विकी नीचे और आंटी उपर आ गयी.
किसी बरसो की भूखी की तरह आंटी गांद उछाल-उछाल कर चुड रही थी, और मेरे लंड को इमॅजिन करके बोल रही थी-
आंटी: ओह राघव, छोड़ दे इस रंडी को. आज इसका सारा रस्स निकाल दे. आअहह छोड़ साले रंडवे.
इसी बीच विकी की स्पीड बढ़ गयी, और वो आह ऑश यॅ कहते हुए अपनी चरम सीमा पर आ गया, और आंटी की छूट के बालों को शॅमपू कर दिया अपने पानी से.
और यहा मेरा तो मानो बुरा हाल था. मेरा अब तक नही निकला था, हालाकी बहुत ज़ोर से हिला रहा था मैं. फिर आंटी अपनी छूट को कॅमरा के सामने लाई, और उसका अंदरूनी पिंक वाला हिस्सा दिखाई दिया जिससे अमृत तपाक रहा था, और विकी ने कॅमरा के क्लोज़ उप मैं उस रस्स और छूट को चाटने लगा.
इसी स्पीड से मेरे लंड ने बहुत सारी पिचकारी के साथ आंटी की छूट को सलामी दी. फिर आंटी ने विकी के लंड को चाट के सॉफ किया, और कुछ समय रेस्ट के बाद हमारी व्सी कंटिन्यू हुई.
विकी: तो क्या बोलता है, मेरी मा को छोड़ेगा?
मे: हा भाई, खा जौंगा रंडी की छूट को. बूब्स को काट के दूध पी जौंगा. उसकी सारी गर्मी निकाल दूँगा और.
विकी: बस-बस, समझ गया तू बुरी तरह मेरी मा को छोड़ना चाहता है. मगर मुझे क्या मिलेगा?
मे: क्या चाहिए भाई? कितने पैसे बोलो? आंटी के लिए तो कुछ भी कर दूँगा.
विकी: पैसे नही चाहिए.
मे: तो फिर?
विकी: मेरी मा के बदले में तेरी मा मुझे देगा?
मैं चौक उठा, क्यूंकी मुझे मा से दर्र लगता था, और विकी की बात सुन के मुझे लगा की मैं आंटी को भी नही छोड़ पौँगा. इस चक्कर में, और फिर मैने माना कर दिया.
विकी: अर्रे माना क्यू कर रहा है? सुवर्णा की रसीली छूट के बारे में सोच. उसके बड़े-बड़े पहाड़ जैसे दूध को तू खाएगा, क्या कहता है?
फिर भी मैं नही माना तो उसने एक चाल चली मेरे उपर.
विकी: अछा सुन, तेरी मा की बात छ्चोढ़, एक बार मेरी मा के साथ थ्रीसम कर ले. उसकी बहुत बड़ी तमन्ना है.
बस यही पे मैं बहक गया, और हा कर दी.
इसके आयेज क्या हुआ. कैसे मैने सुवर्णा आंटी को चोदा, और कैसे मेरा लंड शांत हुआ, वो अगले पार्ट में.
स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ कॉमेंट्स में ज़रूर बताना. क्यूंकी आपके कॉमेंट्स के उपर सुवर्णा की पनटी उतरेगी, और ये मेरा पहला एक्सपीरियेन्स है, तो जो ग़लती है प्लीज़ माफ़ कर देना. और जो आंटीस प्यासी है, वो मुझे कॉंटॅक्ट करे मेरी एमाइल ईद पे.
सारी आंटीस की प्यास बुझा सकता हू सेक्स छत में. तब तक के लिए बाइ.