एक बहन के साथ मस्ती, दूसरी के मूह पे माल

हेलो दोस्तों, पार्ट 1 और 2 को इतना प्यार देने के लिए थॅंक्स. अब आते है आयेज. नेक्स्ट दे शिप्रा बुक लेने आई, तो मेरी नींद खुली. अब रात का सोच के मुझे दर्र लगने लगा. शायद वो भी शर्मा रही थी. वो बस गुड मॉर्निंग बोल के जाने लगी. मैने भी सोचा अछा मौका था उसकी मम्मी के उठने से पहले मैं चला जाता हू.

मैं घर आया, पर पुर दिन डरता रहा की कही उसकी मम्मी मेरे घर कंप्लेंट ना कर दे. जब भी मम्मी का फोन बजता मैं दर्र जाता. दर्र के मारे मैं कॉलेज भी नही गया, और तबीयत खराब होने का बहाना बना कर सो गया.

शाम को मम्मी उठाने आई तो बोली: शिप्रा की मम्मी का फोन आया था. कह रही थी शिप्रा का पेपर बहुत अछा गया है, इसलिए वो हम लोगों को खाने पे बुला रही थी. मुझे और तेरे पापा को तो रमण अंकल की 25त आनिवर्सयरी में जाना है. तो एक काम कर, तू ही हो आ. कोई नही जाएगा तो अछा नही लगेगा.

पहले तो मैने सोचा कही सब को बुला कर सब के सामने तो नही इन्सल्ट करेंगी. पर जब मम्मी ज़बरदस्ती करने लगी, तो मुझे जाना पड़ा. मैं तोड़ा जल्दी चला गया, की जल्दी पहुँच जौंगा तो जल्दी निकल लूँगा. पर वाहा पहुचा तो उसकी मम्मी और बेहन अभी मार्केट जेया रही थी.

वो बोली: बेटा बस 15-20 मिनिट तुम और शिप्रा बातें करो, मैं आती हू.

शिप्रा ने जीन्स और वाइट टॉप पहनी थी. हमने थोड़ी देर पेपर की बात की. वो भी शर्मा रही थी, और कल का कुछ डिसकस नही की तो मैं भी नही किया. पर अब उसको ऐसे सामने बैठा देख के मेरा फिरसे खड़ा होने लगा. फाइनली मैने ही सोचा कुछ बात आयेज बढ़ने का.

मैं: शिप्रा पेपर अछा जाने के बाद भैया को थॅंक योउ नही बोलॉगी?

शिप्रा: हा भैया थॅंक योउ.

मैं: आज ऐसे बोलॉगी?

वो शर्मा के सर नीचे कर ली.

हम दोनो सिंगल वाले सोफे पे बैठे थे.

मैं: शिप्रा मुझे बुलाओ.

शिप्रा: समझी नही भैया, बुलाओ मतलब?

मैं: मुझे कैसे बुलाती हो वैसे?

शिप्रा: भैया, ऐसे?

मैं: हा.

शिप्रा: भैया.

मैं: और तोड़ा तेज़.

शिप्रा: भैया.

मैं: आयेज ओह लगाओ.

शिप्रा: ओह भैया.

मैं: आ अब

शिप्रा: आ भैया.

उसकी आवाज़ भी अब लाउड और डीप होने लगी. वो समझ गयी मैं क्या करवा रहा था.

शिप्रा: आ आ आ भैया ओह भैया.

मैने उसे इशारे से बुला कर गोद में बिता लिया. वो मेरे लंड पे बैठ गयी फेस आयेज करके, और उसका फेस तोड़ा घुमा कर मैं उसे किस करने लगा. हमने 5-10 मिनिट तक किया. तब तक बेल बाजी, और वो अलग हो गयी. जाते-जाते वो मुझे मुस्कुरा के पिल्लो दे गयी ताकि मैं अपना टेंट च्छूपा साकु.

शिप्रा और उसकी मम्मी किचन में चली गयी. उसकी बेहन डिप्टी रूम में थी. वैसे तो वो उससे 6 महीने छ्होटी थी. पर इस वक़्त मेरा पूरा खड़ा था, तो वो भी मुझे सेक्सी लग रही थी. मैं जान-बूझ कर उसके सामने ही लंड को रगड़ने लगा धीरे-धीरे. ऐसे शो करता जैसे कुछ प्राब्लम हो रही थी.

दीप्टा: क्या हुआ भैया, कुछ प्राब्लम है क्या?

उसका टोने तोड़ा सही था, तो मुझे लगा वो ये गुस्से में नही पूच रही थी.

मैं: डिप्टी लग रहा है, छींटी चली गयी है.

डिप्टी: ओह, आप वॉशरूम में चेक कर लीजिए जेया कर.

मैं वॉशरूम में जेया कर पंत और अंडरवेर निकाला, और कस्स के रब करने लगा पेनिस. ना चाहते हुए भी मेरे माइंड में डिप्टी ही आ रही थी. उसकी आगे 18.5 ही थी, पर नाउ ई नोटीस्ड की उसके बूब्स अब बड़े हो रहे थे, और हाइट भी अची थी. देखने में 20-21 से कम नही थी. मैं ओह आ डिप्टी करने लगा.

पर पता ही नही चला कब मेरी आवाज़ तेज़ हो गयी, और उसे लगा मैं बुला रहा था. तो वो डोर के पास आके पूछी-

डिप्टी: भैया बुलाया क्या?

मैं तब होश में आया. फिर बिना कुछ बोले जल्दी से पंत पहन के (अंडरवेर निकाल के पॉकेट में रख लिया था) बाहर आया.

मैं: नही तो डिप्टी, मैने नही बुलाया.

डिप्टी: अछा अभी ठीक है?

मैं: तोड़ा बेटर है, बुत शायद काट ली है, तो खुजली हो रही है. तुम माइंड ना करना अगर मैं खुजली करू तो तुम्हारे सामने.

डिप्टी: अर्रे नही भैया. पर ज़्यादा प्रोब है तो मम्मी से काहु. वो कुछ दे देंगी लगाने को.

मैं: ना-ना, उसकी ज़रूरत नही है.

मैं डिप्टी को देख के फिरसे रब करने लगा, और ऐसे शो किया जैसे खुजली कर रहा था. बिना अंडरवेर के टेंट सॉफ दिख रहा था. तब तक वो उठी, और बाहर चली गयी. थोड़ी देर बाद वो आई.

मैं: कहा गयी थी?

डिप्टी: देखने की उन लोगो को कुछ हेल्प तो नही चाहिए. पर वो लोग अब पूरिया बना रहे है. 10 मिनिट बाद बुलाया है हमे.

मैं: अछा.

डिप्टी: और ये आपके लिए क्रीम लाई हू, आप लगा लो आराम मिलेगा.

वो दे कर बैठ गयी.

कहते है ना सेक्स का टाइम कुछ समझ नही आता. मेरे माइंड में ये घूम रहा था 10 मिनिट तक नही आएँगे वो लोग. और पता नही कहा से हिम्मत आई, की मैने वही पे ज़िप खोल के लंड बाहर निकाल लिया. फिर धीरे से मैने डिप्टी के चेहरा का एक्सप्रेशन देखा. वो शॉक्ड थी. पर फिर फोन में देखने लगी. अब मैं क्या कर रहा था मुझे खुद नही पता था.

मैं: डिप्टी यहा आना.

डिप्टी: हा भैया.

वो मेरे पास आके खड़ी हो गयी. वो काफ़ी ऑक्वर्ड फील कर रही. पर मैं पूरा बेशरम था.

मैं: डिप्टी तुम क्रीम लगा दो, मुझसे नही लग रहा.

डिप्टी: भैया मैं?

मैं: हा डिप्टी, बहुत पाईं हो रहा.

डिप्टी: पर भैया मैं पेनिस कैसे?

मैं: प्लीज़ डिप्टी बहुत पाईं है. और किससे काहु यहा? तुम्हारी मम्मी से कह नही सकता वो इतनी बड़ी है, और शिप्रा को बुलाया तो तुम्हारी मम्मी भी आ जाएगी.

डिप्टी: ओक भैया.

वो तोड़ा झुकी, और फिंगर पे क्रीम निकली.

डिप्टी: कहा पर भैया?

मैं: पुर पेनिस पे डिप्टी. स्टार्ट वित टॉप.

उसको झुकने से उसका क्लीव दिख रहा था. 30ब के बूब्स थे, और उसने ब्लॅक ब्रा पहना था अंदर. मेरा प्रेकुं आने लगा. उसकी फिंगर्स थोड़ी चिपचिपाने लगी. वो आइज़ क्लोज़ करके चुप-छाप क्रीम लगा रही थी.

डिप्टी: हो गया?

मैं: हा बस एक बार तोड़ा सहला दो, तो आराम मिलेगा.

वो कुछ नही बोली, बस हाथ में पेनिस पकड़ के उपर नीचे की. और सच काहु मुझसे कंट्रोल नही हुआ. फिर मेरा स्पर्म निकल गया, और निकल के सीधा उसके फेस पे. वो शॉक में आइज़ खोली, पर उसका पूरा फेस स्पर्म से भीग गया था. वो रोने लगी, और मैं दर्र गया.

फिर वो बातरूम में गयी, डोर बंद कर ली, और फिर थोड़ी देर बाद बाहर आई, और दूसरे रूम में चली गयी. मैं अब तक सब ठीक कर चुका था. पर अब डरने लगा मैं, की वो बता ना दे.

आयेज क्या हुआ, जानने के लिए आपको पहले कॉमेंट पे बताना होगा कैसी लगी स्टोरी. थॅंक योउ मेरे दोनो पार्ट्स को इतना पसंद करने के लिए.

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