मे: क्या हुआ?
रेहान: तेरी मा ने मेरे औज़ार की ताक़त देख ली है. जब वो नज़दीक आई, तभी जीन्स में मेरे औज़ार को पानी से गीला हो गया देख वो उधर शांत हो गयी है.
खाना ख़तम कर हम किचन में प्लेट रखने गये. मा वाहा शांत खड़ी थी. हमने प्लेट रखी. मैं देख रहा था रेहान जान-बूझ कर मा के हाथो से अपनी हाथ टच कर रहा था. जैसे ही रेहान मुड़ा, मैने देखा मा नीचे उसके पंत पर खड़े लंड को देख रही थी.
फिर हम अपने रूम में चले गये, और आराम करने लगे. मा भी थोड़ी देर में नॉर्मल हो गयी, और हस्सी मज़ाक करते हुए रूम में आ कर रिश्तेदारो की बातें करने लगी. फिर हम सो गये. दूसरे दिन मा नहाने बातरूम में गयी.
रेहान: इसे आज मुझे नंगा देखना है. ये मेरे लंड को बेकाबू कर रही है. आज तक मैने मूठ नही मारी, हमेशा छूट मिल जाती थी. लेकिन इसको देख कर लगता है आज ये मेरे लंड का माल भी गिरवा देगी.
मे: एक तरीका है. बातरूम में एक च्छेद है वेंटिलेशन का, जो की हॉल से दिखता है.
रेहान: जल्दी चल सेयेल, तेरी मा का बदन मेरे लंड को बुला रहा है.
हम दौड़ते हुए हॉल में आए. फिर वो चेर लगा कर उस पर खड़ा हुआ. लेकिन उसकी हाइट अभी भी वेंटिलेटर तक नही पहुँच रही थी.
उसने कहा: तू बैठ जेया, मैं तेरे उपर चढ़ कर देख लूँगा.
मे: और मैं कैसे देखूँगा?
रेहान: सेयेल वो मेरी जान है अब, समझा?
मैं चेर पर बैठ गया, और रेहान मेरी पीठ पर खड़ा होके अंदर देखने लगा. देखते ही वो बोला-
रेहान: अर्रे म्सी सेयेल, क्या बवाल रंडी है, साली पूरी शेव्ड छूट और बदन है इसका. कितनी गोरी है मेरी माल. साली ये तेरी मा नही जन्नत की हूर है.
ये कह कर वो अपना लॉडा निकाल कर दीवार में रगड़ने लगा. उसका लंड बेकाबू हो रहा था. वो अपने लंड को पकड़ मेरी मा के दूध जैसे गोरे बदन को देख पागल की तरह हिला रहा था. अचानक उपर से मेरे सामने कुछ गिरा. मैने देखा उसका लंड पुर दीवार को अपनी मूठ से भर चुका था. उसने अपना फोन निकाला, और मा के नंगी बदन की पिक्स निकालने लगा. फिर हम रूम में चले गये.
मे: पिक तो दिखा कैसी ली है.
रेहान: कुछ मत पूच, साला इतनी गोरी माल है, की सेयेल लंड से सब गिरने के बाद भी मेरा लंड फिर टाइट हो गया. मैने ग्रूप में डाल दी है पिक्स.
फिर उसने पिक्स दिखानी शुरू की. जैसे वो बता रहा था, वैसे ही मा का पूरा बदन शेव्ड था, और वो दूध की तरह चमक रही थी. उनके चूचे गोल और टाइट थे, जिन्हे नंगे देख हमारा लंड फिर फंफनाने लगा. तभी मैने दूसरी पिक देखी. उसमे मा उपर देख रही थी ठीक कॅमरा में.
मे: आबे सेयेल मा ने तुझे उसकी पिक निकालते देख लिया है, देख.
रेहान: उहह, अब तो और मज़ा आएगा मेरी जान.
तभी अशरफ का मेसेज आया-
अशरफ: ये कों सी गड्राई पोर्नस्तर है? मेरी सेट्टिंग करा दे रेहान.
रेहान: ये कारण की मा है.
अशरफ: चल कुछ भी बोलता है सेयेल, मैं सीरीयस हू.
रेहान: सही में?
अशरफ: सेयेल इसकी उमर और बदन देख. ये किस आंगल से मा लग रही है? मुझे चूतिया बना रहा है.
रेहान: बता ना कारण.
मे: हा ये मेरी मा है.
अशरफ: च्छूप कर नंगी पिक ले रहा?
रेहान: अब छोड़ूँगा साली को.
अशरफ: सेयेल दो दिन में चूड़ने को तैयार कर दे. नही तो मुझसे बुरा कोई नही होगा. मैं आ रहा हू जमशेदपुर.
मैं और रेहान दर्र गये. अशरफ एक बहुत जल्दी गुस्सा होने वाला, काला, और बॉडी बिल्डर लड़का था, जिसकी उमर हम सब में सबसे ज़्यादा थी. उसके शरीर से हमेशा बहुत बदबू आती थी. उसकी हाइट 6 फीट थी, और कॉलेज में सब उससे दर्र कर रहते थे.
मा नहा कर बाहर आई. वो इस बार बहुत गुस्से में थी. उसने खाने के लिए भी नही पूछा. मैं देख रहा था वो तिरछी नज़र से दीवार को देख रही थी, जो रेहान के माल से भीगी थी. फिर मा ने हमे बुला कर खाना दे दिया, लेकिन वो कुछ नही बोल रही थी, और उनका मासूम चेहरा गुस्से में अलग-अलग एक्सप्रेशन ब्ना रहा था. फिर रात हो गयी, और हम सब सोने चले गये.
मे: क्या हुआ, तेरा जादू नही चल रहा क्या?
रेहान: तेरी मा तो जितनी खूबसूरत है, उतनी ही संस्कारी और ढीठ भी है. साला मैने उसके खाने में वियाग्रा मिलाया, जिससे उसके छूट की गर्मी बढ़ जाए, फिर भी वो नही तड़प रही.
मे: तो अब क्या?
रेहान: अब चिंता मत कर. ये चूड़ेगी तो ज़रूर, क्यूंकी मेरे इस शेर को अब उसकी गुफा में ही जेया कर दहाड़ना है.
मैं कन्फ्यूज़ था. फिर मैं सो गया. अगले दिन मा नहाने जेया रही थी. उसके पहले वो पुर घर में बिना कुछ बोले इधर-उधर देख रही थी. लग रहा था वो कुछ ढूँढ रही थी, लेकिन कुछ नही बोली.
मे: क्या हुआ मा, क्या देख रही है?
मा (धीरे से): कुछ नही.
मैने रेहान की तरफ देखा, तो वो स्माइल कर रहा था. फिर मा ने भी देखा और वो और गुस्से में आ गयी, जो उनके हाथ के मुट्ठी से मालूम चल रहा था. वो फिर नहाने चल गयी, और जब वापस आई, तो उसे देख मेरा मॅन बेचैन हो गया.
मा के चूचे आज और दिन से ज़्यादा बड़े, और उनकी सलवार से पुर शेप में दिख रहे थे. स्लीवलेशस कुर्ते में वो पूरी रॅंड लग रही थी, जिसे देख मेरा लंड भी हिलने लगा. मा पीछे मूडी तो मा की गांद भी आज मटक रही थी. मा येल्लो कुरती और लेगैंग्स में थी.
मैने गौर से देखा तो मा के चुचो से उनके निपल सॉफ-सॉफ दिख रहे थे. मैं समझ गया आज मा ने ब्रा पनटी नही पहनी थी. मैने रेहान को देखा वो अपना हाथ अपने लॉड पर मसल रहा था.
रेहान: आज तू घर से कुछ बहाना मार के बाहर चला जेया.
मे: क्यूँ?
रेहान: आज ये चूड़ेगी. मैने कल रात इसकी सारी पॅंटीस और ब्रास रूम से निकाल कर अपने पास रख ली. अब इसके पास पहनने के लिए नही है.
मे: कहा जौ?
रेहान: कही भी.
मे: मा मेरा दोस्त राहुल मुझे बुला रहा है बहुत दिन हो गये है. मैं बाहर जेया रहा हू.
मा: नही क्यूँ, रेहान भी जाएगा (रुकते-रुकते हुए).
मे: नही मा इसे यहा कों जानता है?
मा: लेकिन.
मैं बाहर निकल गया मा अपने काम में लग गयी. तभी मैं फिर वापस आके च्छूप गया.
इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.