दोस्त की सेक्सी बहन की चुदाई

ही रीडर्स इट’स शुभम हंस हियर आंड ई आम 23. ई लिव इन अमृतसर पुंजब. मेरा रंग सांवला है आंड हाइट 5’9″ है. मेरे लंड का साइज़ डीसेंट एनफ है अर्रौंद 7 इंचस आंड 3 इंच मोटा.

लोवेलीन की हाइट भी अची है आंड फिगर कुछ ख़ास नही बस 28-28-30 है. वो ब्रा बहोट ही कम पहनती है. लास्ट स्टोरी में अपना फीदबक्क देने के लिए धन्यवाद. मुझे बहोट सारी मेल्स आई और 1 रीडर के साथ मई सेक्स करने वाला हू. वो स्टोरी भी आप से जल्द ही शेर की जाएगी.

ई होप की आप सब ठीक होंगे. सो लेट’स स्टार्ट थे स्टोरी.

पिछली स्टोरी में बात करी थी की कैसे मैने मानसून में लोवेलीन की चूत का मज़ा लिया. अगर किसी ने वो स्टोरी नही पढ़ी तो पढ़ लेना पहले.

यहा पढ़े पिछला पार्ट – मानसून में छूट का तोहफा

सो गाइस अपने अपने लंड और छूट पे हाथ रखलो, पानी पानी जो होना है सब ने. सो लेट’स स्टार्ट स्टोरी.

बात 3 डेज़ पहले की है बारिश का मोसां था और मई बचो के साथ गली में खेल रहा था. तभी लोवेलीन का भाई बाहर आया और मुझे आवाज़ दी की शुभम बात सुनो यार. मैने हाल चाल पूछा और पूछने लगा की हन ब्रो क्या बात हो गयी?

हे: यार न्यू लपटॉप लिया है इसे सेटप करदो और ज़रूरी सॉफ्टवेर इनस्टॉल करने है प्लीज़.

मे: कोई बात नही ब्रो, मई कर देता हू मई घर से पेंद्रीवे लेकर आता हू.

मई मेकॅनिकल इंजिनियर हू और इट फील्ड में डिग्री कर रहा हू सो टेक्नालजी की बहोट नालेज है तो नॉर्मली हेल्प माँग ही लेते है सब.

बुत मैने 1 दिन पहले ही उसकी बेहन की चूत चोद कर आया था उसकी दोस्त के घर में. तो सोच रहा था की वो कैसे रिक्ट करेगी. तो मई उनके घर जाता हू और आंटी लोवेलीन और उसका भाई अंदर ही थे.

मैने लपटॉप देखा और पता चला की लोवेलीन ने ही न्यू लपटॉप लिया है और काफ़ी एक्शिटेड थी वो इसके लिए. नॉर्मल बाते वाते चलने लगी और इतनी देर में आंटी कॉफी बना कर ले आई.

फिर आंटी ने बोला की मोहल्ले में आज आंटीस की किटी पार्टी है और उनको भी जाना है सो वो रेडी हो कर जाने लगी. मई सॉफ्टवेर इनस्टॉल कर रहा था और मई लोवेलीन नॉर्मली बाते कर रहे थे.

थोड़ी देर बाद उसका भाई उसको बोलने लगा की उसको भी बाहर जाना है और वो थोड़ी देर में आएगा.

मेरी खुशी का कोई ठीकना नही था और मुझे ये साँझ नही आता की हम दोनो अकेलो को छ्चोड़ कर वो बाहर गया ही क्यू? खैर मई तो खुश था ही. मुझे पता था की छूट और गांद दोनो मिलने वाली है. मई और लोवेलीन बाते कर रहे थे और मैने पूछा की प्यार कैसा लगा उसको मेरा परसो वाला?

शी: बहोट मज़ा आया था बुत तोड़ा पाईं अब भी है नीचे.

मे: मैने तो सोचा था की अब छूट और गांद दोनो लूँगा.

शी: दाफ़्फ़र भाई आ गया तो और मुम्मा का क्या?

मे: पार्टी 2-3 घंटे तक चलेगी और जब भाई आएगा तो बंद कर देंगे.

शी: कामीने प्यार भी करता है या छूट का भूखा है बस?

मे: तू कुछ भी साँझ पर अब टाइम मत वेस्ट कर जो करना है कर लेते है.

वो मेरे क्लोज़ आई और मेरी लेग्स के ऊपर बैठी और हम दोनो किस करने लगे. हम दोनो एक दूसरे को बीते कर रहे थे वो भी बहोट एंजाय कर रही थी. हम अपना एक भी मिनिट कराब नही करना चाहते थे. वो इतनी ज़ादा क्यूट है की क्या ब्ताओ.

हम बस एक दूसरे को खाई जेया रहे थे और बाहर ज़ोर की बारिश भी स्टार्ट हो गयी थी. मैने उसे बेड ओए पटका और खुद उसके ऊपर आ गया. उसने अपनी लेग्स खोली और उनके बीच आ गया. उसके कान आंड नेक पे बीते कर रहा था जिसस से उसे काफ़ी म्ज़ा आ रहा था और वो सिसकारिया ले रही थी.

वो बस आइज़ क्लोज़ कर के आनंद ले रही थी और मेरे सर को दबा रही थी. मैने उसकी टशहिर्त उतारी और उसके बूब्स दबाने लगा. उसने ब्रा भी नही पहनी थी. मई उसके नेक पे ज़ोर से बीते करने लगा तो उसने मना किया. और बोलने लगी की यहा मत करो सब देख लेंगे और वाहा करो जहा क़िस्सी को पता ना चले.

फिर मैने उसके बूब्स को मूह में लिया और दाँत से छोटे छोटे निपल्स को खीचने लगा. और उसकी आआअहह आआआअहह निकल रही थी. बूब्स पे ज़ोर बीते कर दी जिसस से वाहा निशान आ गया और वो मुझे मारने लगी.

मैने बोला की पहले चूस तो ले लंड को और लंड उसके मूह में डाल दिया और आंद्र बाहर करने लगा. लंड उसके थूक से पूरा बाहर गया था. अब मैने उसकी छूट पे लंड सेट किया और धकका देने लगा. उसकी छूट अभी भी काफ़ी टाइट थी और तोड़ा तोड़ा करके मैने लंड उसकी छूट में उतार दिया और उसकी साँस बीच में ही अटक गयी.

जब बाहर निकाला तो उसकी साँस में साँस आई. और फिर से आंद्र डाला और आंद्र बाहर करने लगा. वो लके लके डरड में लंड के मीठे मीठे झटको को एंजाय करने लगी.

उसके मूह से हल्की हल्की आआआहह आआअहह आआआअहह.. शुभम आराम से करो की आवाज़े आने लगी. जो मुझे बहोट अची लग रही थी और सोच रहा था की लंड में दूं तो है.

वो आआआहह ओह आआहह शुभ शुभ सिसकारिया ले कर मज़े ले रही थी. और मई आंद्र तक लंड की टक्कर मार रहा था. मेरा लंड उसकी छूट की गहराई माप रहा था.

15 मिनिट्स में वो काँपने लगी और झड़ने वाली थी. मई चाह कर भी झड़ना नही चाहता था क्यूकी उसकी गांद जो लेनी थी. थोड़ी देर में ही वो सारा पानी झाड़ गयी. वो अब मारी हुई लाश की तरह बेड पे लेट गयी और मैने अपना लंड उसकी गांद से सताया. और वो कहने लगी की तक गयी मई.

मैने बोला की गांद की गहराई भी नापनी है. उसने मना किया पहले तो प्र मई उसे किस करते करते मना लिया और डॉगी बन जाने को कहा और वो बन गयी.

मई बेड से नीचे उतर कर खड़ा हुया और टाय्लेट से आयिल ले कर आया और उसकी गांद के छेड़ पे लगाने लगा और अपने लंड की भी आचे से मालिश करी. और लंड को उसकी गांद पे सेट किया और धकका दिया.

पहले तो उसे कुछ नि हुया क्यूकी लंड ज़रा सा भी आंद्र गया ही नही था और स्लिप हो गया था. अब फिर से सेट किया तो बार बार स्लिप हो रहा था तेल के कार्न. सो मैने पहले थोड़ी सी फिंगर आंद्र डाली और उसे तोड़ा तोड़ा कुछ फील हुया और आयिल को ठीक से लगाया उसके होल के आंद्र. अब लंड को सेट किया और धकका दिया.

कहा मेरी फिंगर और कहा 3 इंच मोटा लंड. जैसे ही लंड तोड़ा सा आंद्र गया तो वो उछाल गयी और माना करने लगी. शयड बहोट ज़ोर से लगी उसको. मई किस करते करते उसको फिर से पोज़िशन में लाया और तोड़ा सा आंद्र डाला. और उसकी बॅक पे किस करने लगा और वो रो रही थी.

मई उसे कहने लगा की प्लीज़ कुछ नही होगा तो वो कहने लगी की तेरे लिए कुछ भी करूगी. मई उसके उपर लेता रहा और तोड़ा तोड़ा करके लंड आंद्र डालने लगा. जिससे उसकी अब बहोट फटटने लगी. और मैने लंड बाहर निकाला और उसकी गांद पे किस करी .तेल लगा कर लंड फिर से आंद्र डाल दिया.

अब मई उसकी गांद में धीरे धीरे लंड आंद्र बाहर करने लगा. वो सिर्फ़ तकलीफ़ में थी. मुझे लग ही नही रहा था की वो क़िस्सी मजे में थी. क्यूकी गर्ल्स जो फीलिंग छूट में लेती है वो गांद में कभी नही लेती.

वो बस मेरी खुशी के लिए डरड सहती रही और आआआहह की आवाज़े निकालने लगी. जो की सच में डरड से भरी थी. मई अपना काम कर रहा था और नीचे से बूब्स भी दबा रहा रहा था. और छूट में 2 फिंगर्स डालने लगा ताकि उसको भी म्ज़ा आए.

एक साइड छूट में मई ज़ोर ज़ोर से फिंगर्स आंद्र बाहर कर रहा था और दूसरी साइड गांद छोड़ रहा था. जिससे वो काफ़ी एक्शिटेड होने लगी और मई भी अब झड़ने वाला था. मैने अपने लंड की स्पीड ब्धाई और उसकी गांद में अपना सारा माल उतार दिया और उसके ऊपर लेट गया.

गांद में लंड को ऐसे ही रहने दिया और नीचे से छूट में फिंगरिंग तेज़ कर दी और वो भी झाड़ गयी. फिर गांद से लंड निकालने के बाद सारा माल उसकी गांद से बाहर गिरने लगा और उसकी गांद को बेड शीट से ही सॉफ कर दिया.

फिर हम दोनो ने किस करी. दोनो ही काफ़ी तक गये थे और लपटॉप में सॉफ़्टवरेस इनस्टॉल किए और उसकी गांद आंड छूट में भी इनस्टॉल करने के बाद मुझे अब घर जाना था.

बारिश अभी भी काफ़ी तेज़ थी और मेरा घर 2 घर छ्चोड़ कर ही है तो मैने वाहा से जाना ही ठीक समझा. सो कपड़े पहने और बेड शीट चेंज करने में लोवेलीन की हेल्प करी उसको ढोने के लिए रख दिया. और उस प्र पेन की इंक के निशान लगा दिए. ताकि किसी को कुछ पता ना चले की बेड शीट चेंज क्यू करी. देन हॉट हॉट कॉफी पी साथ में और मई फिर घर आ गया.

सो रीडर’स कैसी लगी मेरी स्टोरी प्लीज़ कॉमेंट्स में ज़रूर ब्टाना. मेरी मैल ईद है

ई होप आपको स्टोरी अची लगी होगी और अगली स्टोरी मेरी रीडर के साथ आएगी. अगर उसके साथ सब कुछ अछा रहा तो ज़रूर शेर करूगा. सो तब तक अपना प्यार देना और छूट और लंड का पानी निकालते रहना. गुड-बाइ आंड सब का शुकरिया.

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