दोस्त की गर्लफ्रेंड को पटा कर चोदा

दोस्ती सबसे फ्ले मे अपने और अपने दोस्त की गफ़ का इंट्रो देता हू. मेरा नाम भूवी है, मई इश्स साइट का रेग्युलर पहतक हू. मई इश्स साइट पे सभी कहानी को पद चुका हू. इश्स सब को पड़ते पड़ते मुझे ल्गा की मेरी लाइफ मे जो सॅकी घटना हुई उसे मुझे शेर करना चाहिए.

मई झारखंड का रहने वाला हू, मेरा गर सिटी से बहूत दूर था. मई 10त तक गॅव मे पढ़ा उसके बाद मैने 11त की पदाई सिटी मे पड़ने की सोची. 11त मे मुझे मोहित नाम का लड़का मिला वो मेरा अक्चा दोस्त बन गया. हम साथ पड़ते साथ गुंटे और हॉस्टिल मे साथ रहते थे.

धीरे धीरे हुमारी दोस्ती बढ़ी. उसने मुझे अपनी गफ़ से इंट्रो कराया वो भी उससी स्कूल मे पड़ती थी. उसकी गफ़ का सिटी मे ही घर था सो वो अपने घर चली जाती. हम दोनो तो हॉस्टिल मे रहते थे.

जिस दिन उसने अपनी गफ़ से मुझे मिलाया, मेरी आखे उससे देख के पूरी खुल गयी. उसकी गफ़ का नाम हिया था. मैने जब उससे हाथ मिलाया तो उसके सॉफ्ट हाथो के स्पर्श से करने सा डॉड गया. उसके बड़े बड़े बूब्स मुझे ललचा रहे थे. उसकी बड़ी और गड्रई गांद मानो मुझे कह रही हो आजा भूवी और चाड जा.

मैने जेसे तेसे कंट्रोल किया और बाते करने लगा. उसके लिप्स गुलाब की पंखदिओ जेसे थे. मान कर रहा था सारा रस पिई जौ. मैने उसके परो को देखा तो उसके पेर इतने क्यूट आंड सेक्सी थे मॅन कर रहा था अभी के अभी छत लू. बहूत बहूत कोशिश करके अपने लंड को संभाला.

हिया ने मोहित को साइड मे बुला के कुछ तेली मे दे रही थी. मैने ज़्यादा ध्यान नही दिया और हम दोनो फिर रूम पे गये. मई रूम मे जाके बेड पे लेट गया. मोहित ने बोला मे बाहर से कुछ खाने का ले आता हू. मैने कहा ठीक है.

उसके जाने के बाद मुझे तो बस उसकी गफ़ का वो सेक्सी बदन ही याद आ रहा था. मई जात से बातरूम मे गया और उसकी गफ़ को अपने मॅन मे लंड चूसा रहा हू सोच कर जोरो से मूठ मारी. मेरा पानी बहूत तेज़ी से बाहर आया और मुझे कुछ आराम मिला.

फिर मे बाहर आ गया, मैने टेबल पे तेली पड़ी देखी जो हिया ने मोहित को दी थी. मैने तेली मे डेका तो मानो स्वर्ग ही मिल गया हो. उसमे हिया की ब्रा थी. शायद उसने मोहित को सुंगने के लिए दो हो. मैने जात से ब्रा बाहर निकली, साइज़ 34-द थी, मेरी हालत खराब हो गयी.

मैने जात से ब्रा को सुंगने लगा. यूयेसेस ब्रा की खुसबु से मुझे पूरा मदहोश कर रखा था. मई पागल हुए जेया रहा था. मैने उस ब्रा को आक्ची तरह से सुँगा फिर मैने उसे लंड मे रखा. लंड पे गिसने ही वाला था की मुझे लगा अगर पानी ब्रा पे गिर गया तो मोहित को पता लगा जाएगा. इसलिए मैने यूयेसेस ब्रा को लंड पर गिस्सा नही पेर यूयेसेस ब्रा को लंड पे रख कर खुक पिक्स ली.

मई यूयेसेस ब्रा को सुंगते सुंगते एक बार और अपना पानी चोर दिया. फिर झट से मैने ब्रा को वापिस तेली मे रख दिया आंड पुबग खेलने लगा गया.

थोड़ी देर बाद मोहित आया उनसे मुझे नास्टा दिया. फिर रात को मई सो गया सोच कर मोहित उठा और यूयेसेस ब्रा को बातरूम मे ले गया और वाहा मूठ मरने लगा.

मई जाग रहा था तो मुझे आवज़े आ रही थी थोड़ी सी और मई फिर गरम ही गया. मैने अपने मोबाइल से ब्रा की अपने लंड के साथ पिक निकली और फिर एक अपनी अंडरवेर मे ही मूठ मार ली. मुज़मे अब अंडरवेर चेंज करने की ताक़त नही थी तो मई मोबाइल बंद करके सो गया.

सुबा हम उठे और दोनो स्कूल गये. स्कूल मे असेंब्ली मे मई हिया की स्कर्ट को ही देख रहा था और उसकी गोरी गोरी जंगे किसी का भी खड़ा कर्दे.

मई कुछ दीनो तक ाओसए ही मूठ मरता रहा.

एक दिन शयड उन दोनो को चुदाई करनी थी. मोहित ने कहा तू जाके हिया को यूयेसेस कन्स्ट्रक्षन बिल्डिंग पे ले आना मई थोड़ी देर बाद ओँगा. मैने अपने दूसरे दोस्त (जो भी सिटी मे ही रहता था) की बिके ली आंड हिया को उस कन्स्ट्रक्षन बिल्डिंग पे ले आया.

वो बिल्डिंग बहूत सुनसान जगह पे थी, वाहा कन्स्ट्रक्षन भी बहूत दीनो से रुका पड़ा था. मई हिया को वाहा ले गया और हम मोहित का वेट करने लगे.

हुँने लगबग 4 गाँते तक वेट किया फिर हिया ने कहा उसे कॉल करते है, मैने कहा ओक. फिर मैने कॉल लगाया, कॉल आउट ऑफ नेत्ओोरक बता रहा था. मैने बहूत ट्राइ किया पेर नही लगे रहा था. शाम के 5 बाज चुके थे, हिया ने कहा की एक बार और कॉल लगाओ.

मैने कहा ये लो मोबाइल तुम लगाओ तब तक मे कुछ खाने का ले आता हू. उसने कहा लॉक है, मई पासवर्ड बता के बाहर गया. जब मई दुकान से कुछ ले रहा था तो मुझे याद आया की गल्लारी मे हिया की ब्रा की पिक्स है. मेरे तो रिंग्टे खड़े हो गये!

मैने सोचा काश हिया मने गल्लारी ना खोली हो. मई जब वापिस गया तो उसने मुझे अलग नज़रो से देखा. मैने उसे आइस क्रीम देके मोबाइल लिया. उसने खाते खाते मुझे बोला शायद मोहित आज नही आएगा. मैने बोला हन शायद.

उसने कहा वैसे टुमरी गफ़ नही है क्या?

मैने कहा ना.

उसने कहा ह्म.

फिर उसने कहा तुम्हारे मोबाइल गॅलरी मे मेरी ब्रा के पिक कहा से आए?

मई तो सुन्न पद गया और कुछ नही बोला और वो बोली अरे डरो मार यार, बताओ ना वो ब्रा की पिक तुमने ली?

मैने सर हन मे हिलाया. उसने फिर कहा और वो कला से बड़ा लंड टुमारा है? मैने फिर सर हन मे हिलाया. उसने कहा मेरी ब्रा तुम्हे आक्ची लगती है? मई फिर हन मे सर हिलाया.

वो हास पड़ी और बोली ब्रा तो तुमने मेरी सुंगई होगी, पनटी सूनग़ॉगे? मेरे आखे खुल गयी. मे मॅन ही मॅन सोच रहा था ये तो सपना होगा. उसने फिर कहा सुंगनी हो तो बोलो.

मैने धीरे से हन कहा.

उसने अपनी स्कर्ट को पेर के करके मेरे सामने अपनी पानी उतरी और मुझे दी. मैने हिचकिचाते हुए ली. जहा छूट टच होती है वो हिस्सा गीला था और बहोट मस्त खुसबु दे रहा था.

मैने यूयेसेस पानी को अपनी जीभ से चटा और हिया की तरफ देखा. उसका चेरा शर्मा के लाल ही गया था. मैने यूयेसेस पनटी को चबा डाला और खूब सुँगा.

ये सब देख के हिया खुद को रोक नही पाई और झट से मुझसे गले लग गयी. मुझे लगा आज मोका मिल गया है ल्गता है. मैने उसे खुद से तोड़ा अल्ग किया और उसकी आखो मे देखा और डेक्ते ही देखते हम दोनो एक दूसरे के होतो का रस पीने लगे.

मई तो सातवे आसमान पर था. उसके होतो का रस मुझे पागल किए जेया रहा था. मैने अपना एक हाथ उसके बड़े से बूब्स पे रखा और दूसरे हाथ से उसकी गांद को दबा रहा था.

मई फिर उसकी गर्दन मे किस करने लगा और काटने लगा धीरे धीरे वो गर्म होने लगी. मैने उसके बूब्स की बाहर निकाला देखे के लगा इश्स से बाड़िया बूब्स दुनिया मे कही नही मिले. मे जात से उन पर टूट पड़ा. उसके बूब्स बड़े थे पर निपल बाहर नही क्यूकी मोहित ने कभी उसके साथ इतना नही किया है जितना मैने आज कर दिया.

मई उसके बॉब्स को जाकड़ के दबा दबा के चूसा. उसके बाद मैने हिया को कहा तुम लेट जाओ. वो लेट गई और मई उसके जंगो के बीच मे अपना मूह ले गया.

तो मैने देखा वो हसीन पारी तो वर्जिन थी, मेरे तो भागे खुल गये. मैने सोचा आज तो इसकी वर्जिनिटी मई ही तोड़ूँगा. मैने उसके छूट पे अपना मूह रखा और खूब चूसा. वो मेरे मूह को छूट मे दबा रही थी, उसको तो मानो जन्नत मिल गई हो.

उसने कहा भूवी प्लीज़ रुकना मत प्लीज़…

मई चालू रहा और उसको चूस्ता रहा. थोड़ी देर बाद वो ढीली हो गयी, मैने देखा उसकी छूट मे से पानी भर आ रहा था. मई अपनी जीभ से एक एक बूँद छत ली.

उसके बाद मैने फिर से उसकी छूट मे अपनी एक उंगली डाली. उसकी छूट इतनी टाइट थी की मेरी उंगली तक अंदर नही जेया सकी. फिर कोशिश करने के बाद मैने धीरे धीरे उंगली घुसा दी.. उंगली को अंदर भर करके मुझे मज़ा आ रहा था पर हिया को तोड़ा तोड़ा दर्द हो रहा था.

मैने अपना लंड बार निकाला और उसकी छूट मे गिस्सने लगा. हिया ने मेरे लंड को देखा तो बोली अरे बाप रे, नही मुझे नही करना, ये बहोट बड़ा है. मैने कहा अरे बहोट मज़ा आएगा एक बार ट्राइ तो करो.

वो माना कर रही थी तोड़ा तोड़ा पर मैने एक ना सुनी और छूट के छेड़ पे लंड सेट किया. मैने उसके मूह पे हाथ रख के एक धीरे से धक्का मारा, उसकी तो जान ही निकल गयी.

फिर मई तोड़ा रुका और दूसरा धक्का मारा, यूयेसेस धक्के से उसकी चीख निकली. पर मैने उसके मूह पे हाथ रखा था इसलये आवाज़ डब गयी, उसकी आखो से अस्सी निकल पड़े और वो छटपटा रही थी.

उसने कहा भूवी बाहर निकालो. मैने जात से निकल दिया. फिर तोड़ा उसको शांत देख कर फिर से सेट किया और अंदर घुसाया. इश्स बार उसने कुछ नही कहा बस तोड़ा सा उसे दर्द हुआ ऐसा लग रहा था.

मेरा लंड खून से लाल हो गया था, उसकी छूट मे भी खून तपाक रहा था. मैने टिश्यू कपड़े से सॉफ किया आंड तोड़ा सा आयेज पीछे करने लगा. उसको थोड़ी देर तक तो दर्द हुआ पर अचानक वो मुझे अपनी और किचने लगी जेसे उसे अक्चा लग रहा हो.

वो मुझे उछाल उछाल के दे रही थी और मई जाम के उसकी चुदाई कर था था. वो आ हूउ… भूवी एस एम्म्म एमेम ओउूच्च.. एस एस एस ओह एस भूवी… ऐसे ही करते रही. बोल बोल के मुझे जोश दे रही थी.

मई तो मानो ऐसे छोड़ रहा था जैसे कभी लड़की नही देखी हो. मेरी यूयेसेस चुदाई को देख के बोली भूवी तुम बहोट मस्त मज़े दे रहे हो. उसने कहा मोहित ने मुझे अपने लंड का पिक दिया था बहोट छोटा था. मुझे तो अब तुम्हारा लंड ही चाहिए प्लीज़ मुझे ऐसे रोज़ छोड़ना ह…

मैने कहा जान रोज़ तो नही हो पाएगा, टाइम मिलते ही तुम्हे मज़े दे दूँगा. और उसके होतो को काटने लगा और नीचे से धक्के चालू थे.

थोड़ी देर बाद मैने कहा हिया मेरी जानू मेरा पानी निकालने वाला है कहा गीरौ?

उसने कहा मेरे बूब्स पे गिराव ना मुझे देखना है. मैने कहा ओक फिर मेरी स्पीड बढ़ी, मैने झट से लंड निकाला और ज़ोर से हिलने ल्गा. मेरी पिचकारी हिया के बूब्स पेर जेया गिरी. इतने ज़ोर से पानी उड़ा की बूब्स के साथ साथ तोड़ा मूह पे जेया गिरा.

वो हास पड़ी, मैने कहा इसको टेस्ट करके तो देखो. उसनो तोड़ा सा टेस्ट किए तो उसको अक्चा लगा. फिर किया उसने तो पूरा चाट लिया. मैने कहा लंड पे भी तोड़ा लगा है तो वो भी छत सकती हो.

वो शर्मा गयी और मैने झट से अपना लंड उसके मूह पे ले गया. दोस्त उसके मूह के स्पर्श से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैने उसके मूह मे मेरा लंड डाला और वो तो उसको बचू के जैसे चूस रही थी. उसके मूह की गर्मी को मई बर्दाश नही कर पाया और उसके मूह मे ही झार गया. उसने एक एक बूँद चाट ली और हम एक दूसरे को देख के हास पड़े.

वो बोली मई आज 5 बार झार गयी तुमने ऐसा छोड़ा मुझे. मुझे अक्चा ल्गा सुन के, मैने फिर कहा तुम वेर्गिं थी ये मोहित को पता थी क्या बात? वो बोली नही ये बात मैने मोहित के लिए सर्प्राइज़ रखी थी. पर अब उसे बोलूँगी मई मास्टरबेट करती हू तब अपने चटा का हॅंडल डालती हू उससे वेर्गीनिटी टूट गयी.

मैने कहा ह्म ऐसा ही बोलना. फिर मैने उससे घर से तोड़ा दूर ड्रॉप करके हॉस्टिल आ गया. हॉस्टिल पे देखा तो मोहित के रिस्त्ेदार उससे मिलने आ गये थे. मैने बाटेकि और रात को सोते समय मोहित ने पूछा ब्रो हिया बहोट गुस्सा होगी मुझपे? मैने कहा हन वो गुस्सा थी, मई मॅन ही मॅन हास रहा था.

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