डाइवोर्स बॉस की अनगिनत बार चुदाई की कहानी

ही गाइस, मेरा नाम झोणनी है, और ये मेरी और मेरी बॉस रिधिमा की स्टोरी है. तो समय बचाते हुए स्टोरी स्टार्ट करता हू.

ये उन दीनो की बात है, जब मैं और रिधिमा साथ काम करते थे एक बड़ी मल्टिनॅशनल कंपनी में. तब वो मेरी बॉस हुआ करती थी. पर हम दोनो के बीच बॉस और एंप्लायी का रिश्ता कम, और दोस्ती ज़्यादा थी.

पहले मैने उसको कभी उस नज़र से नही देखा था. पर एक दिन वो ऑफीस की पार्टी में कॅषुयल वेर्ज़ में आई, जिसमे उसके टॉप से बड़े बूब्स दिख रहे थे. उस दिन से उसको देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा, और मुझे लगा की मुझे उसको छोड़ना है.

फिर मैं मौके की तलाश करते रहा, पर कुछ हो ऐसा नही दिख रहा था. धीरे-धीरे मुझे पता चला की वो अपने पति से जुड़ा हो कर अपनी मा के घर आई हुई थी. उसका उसके पति के साथ नही जमता था. तब मुझे तोड़ा और लालच आया की शायद मैं उसके कुछ कम आ साकु.

फिर धीरे-धीरे हमारी दोस्ती गहरी होती गयी. मैं उसके घर आता जाता रहता था. फिर उसके घर वाले भी मुझे जानने लगे. एक दिन हमने ऑफीस के रुटीन से बोर होके कही बाहर घूमने का सोचा.

तब हम दिउ के एक रिज़ॉर्ट में जाके रुके. वाहा जाके चेक इन किया. उसकी बड़ी सिस्टर और उसका बच्चा भी साथ में था, और वो भी थी. हम जब बीच पे या कही घूमने जाते तो वो सेक्सी टाइट्स और शॉर्ट्स में आती. उसको ऐसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता. वो इतनी सेक्सी दिखती थी उसमे. और उसी रात मुझे मौका मिला.

वो अपने बच्चे को अपनी बड़ी बेहन के पास सुला कर आई, और मुझे बोली-

रिधिमा: चलो वॉक पे चलते है.

हम दिउ की सुनसान सड़कों पे वॉक पे निकल गये. यहा-वाहा की दुनिया डारी की बातें की. फिर हम दोनो मेरे कमरे में आए. वो कभी ड्रिंक नही लेती थी. उस दिन मैने उसको बियर ऑफर की, तो उसने माना नही किया. अब हम दोनो बियर पी रहे थे.

फिर उसने कहा की वो रोज़-रोज़ के काम से काफ़ी स्ट्रेस्ड थी, और काई दीनो बाद उसको शांति मिली थी. उसको तोड़ा मसाज मिल जाए, तो और भी ज़्यादा मज़ा आ जाए, ऐसा उसने कहा. तब मेरा जी ललचाया, और मैने उसको कहा-

मैं: आ जाओ मेरे पास, मैं मसाज देता हू.

तो वो मान गयी. मैने उसको धीरे-धीरे मसाज देना शुरू किया. उसकी गर्दन पे, कंधो पे मसाज किया. फिर धीरे-धीरे उसकी बॅक पे, थाइस पे, और पैरो पे मसाज किया.

फिर वापस कंधो पे मसाज करते-करते देखा की वो एक-दूं रिलॅक्स हो गयी थी, और आधी नींद में भी थी. तब मौके का फ़ायदा उठा के मैं उसकी त-शर्ट उपर करके उसके बूब्स को मसालने लगा. ये देख कर वो थोड़ी सी सन्न हो गयी.

वो मुझे कुछ अजीब नज़र से देखने लगी, जैसे मुझे वो रोकना चाहती हो, पर रोक नही पा रही हो. फिर धीरे-धीरे मैं उसके बूब्स मसालने लगा. और फिर धीरे-धीरे मेरा हाथ उसकी छूट पे जाने लगा.

वो मुझे रोक नही पाई, और आहें भरने लगी. उसके मूह से उम्म आ की सिसकियाँ निकालने लगी. अब मैं उसके बूब्स के साथ उसकी छूट को भी रगड़ने लगा, और धीरे-धीरे उसको नंगा कर लिया.

मैं खुद भी नंगा हो गया. उसको समझ नही आ रहा था क्या हो रहा था. तब मैने उसको लिटाया, और मेरा खड़ा हुआ लंड उसकी छूट में डाल दिया, और उसको छोड़ने लगा. उसके साथ लगभग 2 घंटे चुदाई की, और उसके बाद मैं उसकी छूट के अंदर ही झाड़ गया. वो भी आहें भरते हुए झाड़ गयी.

फिर हम दोनो वही सो गये. अगले दिन उसकी बड़ी बेहन को हमारे हाल देख के पता चल गया, की हम दोनो ने रात भर चुदाई की थी. पर वो कुछ नही बोली. उसको पता था की उसकी बेहन को पति से जुड़ा हुए काफ़ी समय बीट चुका था, और उसको अपने लिए कुछ ना कुछ तो चाहिए था.

उसको ये भी पता था की मैं भरोसे वाला आदमी हू, तो उसने कुछ नही कहा. फिर तो हम अक्सर चुदाई करने लगे. कभी हम पार्क मैं जाते, वाहा मैं उसको झाड़ियों के पीछे छोड़ता था.

कभी हम किसी सुनसान समंदर के किनारे जाते, तो वाहा मैं पत्थरो के पीछे उसको छोड़ता था. अगर कभी हम जंगल में जाते, तो मैं टेंट लगा के छोड़ता था.

एक दिन मैं उसको अपने दोस्त के फार्महाउस वाले बुंगलोव में ले गया. वाहा मैने उसको इतना जाम कर छोड़ा की क्या बतौ. जैसे पॉर्न फिल्म्स में अलग-अलग जगह पर करते है, वैसे मैने उसकी चुदाई की.

पहले मैने उसकी सोफे पे चुदाई की. फिर सोफे पे डॉगी स्टाइल चुदाई की. उसके बाद खड़े-खड़े चुदाई की. फिर सीडीयों पे बिता के चुदाई की. फिर बाल्कनी में खड़े होके उसको छोड़ दिया खुली हवा में. मैने उसको किचन में छोड़ा. फिर बातरूम में छोड़ा.

एक दिन मुझे ऐसा फॅंटेसी हुई, तो मैने पॉर्न फिल्म स्तर जैसी सेक्सी ड्रेसस और लाइनाये मँगवाई ऑनलाइन. 5 या 6 टाइप की अलग-अलग ड्रेसस थी पॉर्न फिल्म स्तर जैसी. फिर एक बार उसको वाइट कलर की सेक्सी ड्रेस पहना कर छोड़ा. उसके बाद रेड कलर की ड्रेस थी सेक्सी वाली. वो पहना कर सेक्स किया.

फिर पर्पल ड्रेस में, और फिर ग्रीन ड्रेस मैं सेक्स किया. वाह क्या मज़े आए उसकी चुदाई करने में. छोड़-छोड़ के उसकी छूट लाल कर दी. एक दिन उसका पति उसको मानने आया था. तो उसको घर पे बुलाया था. नीचे उसका पति उसकी बड़ी बेहन और उसकी मा के साथ बात कर रहा था, और उपर मैं और वो रूम में चुदाई कर रहे थे.

फिर एक दिन हमे पता चला की पिछले एक महीने में मैने उसको लगभग 50 बार छोड़ दिया था. एक दिन मैं उसको लेकर माउंट अबू घूमने गया.

वाहा हमने शनिवार दोपहर को चेक-इन किया. हमने जाते ही चुदाई शुरू कर दी. तब मैने लगातार दूसरे दिन चेकाउट करने के टाइम तक 20 घंटे उसको छोड़ा. हमने सिर्फ़ शाम का खाना खाने के वक़्त एक छ्होटा सा ब्रेक लिया. और अगले दिन बस 2 या 3 घंटे की नींद ली. बस उसके अलावा हम सिर्फ़ और सिर्फ़ चुदाई करते रहे.

ऐसे ही हमारा कारवा चलता गया, और हम चुदाई करते रहे.

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