दीदी के साथ बदलते रिश्ते

हेलो फ्रेंड्स, मैं सिद्धार्ट वापस आया हू अपनी स्टोरी कामिनी दी का फोर्त पार्ट ले के.

अब तक आपने पढ़ा..

मैने दी के लिए एक पार्ट ओरगणीज़ की थी और उनकी सारी ख्वाहिश पूरी करने की कोसिस कर रा था. अब वक़्त था दारू की ख्वाहिश का बुत दी ने क्लब मैं पीने से माना कर दिया. क्यूकी उनका फर्स्ट टाइम था तो उनको दर था तो हम लोग घर के लिए निकल गये.

अब आयेज..

हम दोनो कार से घर जेया रहे थे आंड बॉटल मेरे ही पास थी. मतलब् कार मैं थी दी का म्नन तो था पीने का बुत उनको दर था की कही पे के वो फैल ना हो जाए. तब मुझे एक आइडिया आया आंड मैने उनसाई कहा.

मे- दी एक काम करते है घर पे चल के पे लेना आप.

दी – घर पे कैसे ज़्ब तो है वाहा..

मे- हम टेरेस पे चलते है यार वाहा कोई आए गा भी नही.

दी – देख ले सिड कोई प्राब्लम ना हो.

मे – अभी तक कोई प्राब्लम हुए है क्या दी. आपको मज़ा आया ना आज?

दी – हा मज़ा तो भूत आया थॅंक्स भाई आज तक इतनी कुशी मुझे कभी ना मिली.

मे- तो बस आपको कुशी देना मेरा फ़र्ज़ है.

दी – ठीक है टेरेस पे चलते है घर पौच् के बुत मेरी एक शर्त है.

मे – कैसे शर्त?

दी – तुझे भी मेरे साथ पीनी होगी.

मे – दी मैने आपको कुल्ब मैं ही बताया था मैं नही पीटा कभी ना पे.

दी – मैं कॉन्सा पीटी हू फर्स्ट आंड लास्ट है लेकिन तू पिएगा साथ तभी मेरी हन है व्रना ना है.

मे- यार याई क्या बात हुई..

आंड मुझे मजबूरी मैं हन करनी पड़ी वो मेरी लाइफ का फर्स्ट आंड लास्ट ड्रिंक दे था.

हुमारा घर 15 मीं की दूरी पे था. मुझे अब स्नॅक्स, कोल्ड रिंक आंड पानी लेना था. तो रास्ते मैं एक होटेल कुहला मिल गया आंड मैने ज़्ब पॅक करा लिया.

फिर हम घर पौच् गये दी ने बोला की तू कार पार्क कर मैं चेंज कर के उपर आती हू. तो मैने दी को बोला दी आप इस ड्रेस मैं भूत प्यारी ल्ग र्ही हो. इसी को उपर पहन के आ जाओ ना.

तो दी ने स्माइल दी और ओक बोला और कहा की तू भी बड़ा क्यूट ल्ग रा है तू भी चेंज मत करना. और वो कार से उतार के अपने घर चली गयी.

आंड मैने कार पार्क की आंड अपने घर चला गया बेल बजाई. मम्मी ने गाते ओपन किया. मैने अपने रूम मैं चला गया जो 1स्ट्रीट फ्लोर पे था..

मेरा और कामिनी दी के घर का स्ट्रक्चर सेम ही है. 1 फ्लोर का हाउस है ग्राउंड फ्लोर पे 2 रूम्स आंड 1स्ट्रीट पे 2 रूम. जिसमे एक रूम मेरा है आंड सेम दी का है.

बस उनके टेरेस पे एक स्टोर रूम नही है मेरे घर के टेरेस पे है.

तो मैं सीधा सम्मान ले के टेरेस पे चला गया दी अभी आ नही पाए थी. मैने स्टोर रूम मैं से एक टेबल पुरानी सी आंड एक पुराना सा सोफा निकाला टेरेस पे र्ख दिया. सोफा तोहड़ा बड़ा था उसपई एक इंसान आराम से सो सकता था.

सर्दी का टाइम था तो ठंडी हवा चल र्ही थी बुत स्टोर रूम तोहड़ा गंदा था. इसलिए मैने स्टोर रूम मैं टेबल नही र्खी बल्कि टेरेस पे र्खी. आंड ज़्ब कुछ अरेंज कर दिया बॉटल, स्नॅक्स एट्सेटरा.

फिर दी अपनी टेरेस पे आ गये आंड मैने हाथ पकड़ के उनको अपनी टेरेस पे कूड़ाया.

वो सारा अर्ृंगमेंट देख के मुझ से बड़ा इंप्रेस हुई. आंड बोला की वा भाई अपनी बेहन की सारी ख्वाहिश पूरी कर के ही र्हेगा.

तो मैने बोला आपसे प्यार ही इतना करता हू पूरी तो करनी ही है. याई सुन के दी ने एक प्यारी सी स्माइल दी. आंड हम सोफे पे जेया के बेत गये अभी टाइम हो था शायद 11: 07.

आपको टा ही है दी ने स्लीवलेशस गाउन आंड नेककलेशस गाउन पहनी थी तो उनको हल्की सी ठंड ल्ग र्ही थी. तो मैने अपना ब्लेज़र उनको फीना दिया उतार के. आंड हम दोनो तॉहड़ी दायर ऐसे ही बाते करने लगे ड्रिंक स्टार्ट करने से पहले. हमारे बीच मैं तो दी दूरी थी.

दी – सिड इतनी कुशी मुझे आज तक नही मिली जितनी तूने मुझे दी है काश तेरा जीजा भी ऐसा कर पाता मेरे लिए.

मे – य्र दी खा जीजू की बात ले के बेत गये आपके लिए मैं हू तो यार आपकी सारी कुशी देने वाला आपकी सारी ख्वाहिश पूरी करने वाला.

दी – मैं जानती हू तू मुझे कभी दुखी नही होने देगा. बुत एक प्यार करने वाले की कमी तो ह्ंशा रहेगी ना.

मे – क्यू रहेगी मैं आपको प्यार नही करता क्या या चाचा चाची नही करते??

दी – लेकिन हज़्बेंड का प्यार तो..

इतना सुनते ही मैं सोफे से उठा आंड मुझे उठता देख दी बोली सिड क्या हुआ कहा जेया र्हा है?

फिर मैं दी के पैरो के पास गया और अपने गुहटनो पे बेत गया. जैसे कोई किसी को प्रपोज़ करने के लिए बेत था है. फिर मैने दी का एक हाथ पकड़ा और दी से खा.

मे – यार क्या आपने हुबी हुबी ल्गा र्खा है. आपने कभी सोचा भी है की आपको इस दुनिया मैं कोई और भी भूत प्यार करने वाला हो सकता है..

दी – कों होगा?

मे- आपको बचपन से ले कर अब तक मैं प्यार करता आ रा हू क्या आपने कभी मेरी फीलिंग्स की सोची या मेरा प्यार देखा दी?

दी – तेरा प्यार तो सिड भाई बेहन वाला है लेकिन मुज्जे हज़्बेंड वाले प्यार की जरूरत है.

मे – आपको पता है शादी से कुछ वक़्त पहले मैं आपके पास आया था आपको प्रपोज़ करने. बुत आपकी और जीजू की बात सुन ली आंड आपने उनको ई लोवे उ बोला और आप कुश र्ही तो याई सुन के मैं चला गया की आपकी कुशी मैं मेरी कुशी है.

और आज जब मुझे टा चला की मेरी बेहन मेरी लाइफ इतना दुखी है. तो मुझे कितना दुख हुआ आपको टा है. आपकी सारी ख्वाहिश पूरी कर सकता हू मैं बिकॉज़…

इतना कहते ही मेरी आँखो मैं आंशु आ गये आंड याई देख के दी की भी आँखे भर आए..

दी – भाई मैं तेरी फीलिंग को समझती हू लेकिन मरा रिश्ता कैसे होगा. मैं भी तुझे प्यार करती हू. लेकिन कुछ रुकावट है जो ह्मरे प्यार को नही मिलने डाई स्क्ति है.

मे- तो क्या सॅचा प्यार सारी रुकावट को तोड़ नही सकता और इतना कहते ही मैने दी का हाथ छोरा आंड अपनी शर्ट की पॉकेट मैं से एक केस निकाला आंड उसको ओपन कर के दी को बोला-

कामिनी दी ई लोवे उ सो मच विल योउ बे बिकम मी पार्ट्नर?

उस केस को और मेरे वर्ड्स को सुन के दी शॉक हो गये आंड कुछ सेकेंड्स वो बिल्कुल कुहप र्ही. बुत बाद मैं उन्होने अपनी चुप्पी तोड़ी और रोते हुए हन मे सर हिलाया. मैने केस मैं से रिंग निकल के उनको पहना दी..

(मैं रिंग पहले ही लाया था जब पार्टी का प्लान बनाया था. मुझे ल्गा ही था की आज दिन आए गा दी को दिल की बात बताने का).

दी आंड मैने रोना बंद किया आंड हम दोनो के फेस पे एक सुकून सी स्माइल आ गये आंड दी उठी. आंड उन्होने मुझे कस के हग कर लिया. उनके बूब्स मेरे चेस्ट को पूरी त्रह से फील हो र्हे र्हे. उनके इस हग से मेरा लंड टाइट होने ल्गा हग करते हुए दीदी ने अपने हाथ मेरी पीठ पे र्खे हुए थे जैसे नॉर्मल र्खते है.

मैने भी अपने हाथ दी की पीठ पे र्ख लिए और उनको तोहड़ा और टाइट हग करने लगा. जिससे उनके बूब्स मेरी चेस्ट मैं और दबने लगे आंड उनकी पीठ पे से मुझे उनकी ब्रा के स्ट्रॅप फील हो र्ही थी.

करीब 3 मीं हम दोनो ने एक दूसरे के इतना टाइट हुआ करा. देन मैने उनको अल्ग किया आंड उनके हल्के हल्के आंशु आ र्हे थे. उनको सॉफ किया अपने अपने आँसू भी सॉफ किए आंड उनको सोफे पे बीतया. आंड उनको बोला की मैं ड्रिंक बंटा हू आप बेतो.

जैसे ही मैने बॉटल के लिए हाथ आगाई भादया. तभी दी ने मेरा हाथ पकड़ लिया आंड अपनी नसीली आँखो से मुझे देखने लगी. मैं खड़ा हुआ था और वो बेती हुए थी.

उनकी आँखे मानो कुछ कहना छा र्ही हो. मैने मौके की नज़ाकत को समझा आंड उनके दोनो हाथ पकड़े और दी की तरफ जूहका उन्होने अपनी आँखे बंद करली धीरे से.

मैं उनकी बात समझ कुहका था आंड मैने अपने लिप्स दी के लिप्स पे र्ख दिए. उनके गुलाब जैसे लिप्स पे जब मेरे लिप्स टच हुए तो बॉडी मैं एक करेंट सा फैल गया.

फिर मैने धीरे धीरे दी के लीप को स्मूच करने लगा आंड दी का भी धीरे धीरे मुझे साथ मिलने लगा. दी बेती थी और मैं खड़ा था तो मुझे जूहक के उनको किस करना पद रा था.

धीरे धीरे दी ने अपना हाथ मेरे बालो मैं ले गये आंड मेरे सर पे फिरने लगी. एक हाथ दी का मैने पकड़ा हुआ था. अब दी भी पूरा मूड मैं आ गये. वो मेरे लिप्स को काटने लगी आंड मैं उनके तौँगे को अपनी तौँगे से टच करने लगा.

मैं भी उनके लिप्स काटने लगा आंड हुमारा सलाइवा एक दूसरे को फील होने लगा. आंड तोहड़ा सा सलाइवा ह्मरे मूह से भर भी आने लगा. देन ह्मारा याई किस ऑलमोस्ट 10 मीं चला होगा. याई हुमारा फर्स्ट किस था तो हम दोनो ही भूत गरम हो गये थे. देन जब हम एक दूसरे से अल्ग हुए तो दी की आँखे पूरी रेड हो गये थी और शयद मेरी भी रेड हो गये थी.

हम दोनो लंबी लंबी साँसे लेने गये आंड मैं दी के पास ही सोफे पे बेत गया. एक दूं दी से चिपक गयी सम्तिंग 2 मीं बाद मैने दी का हाथ पकड़ा और और उनका फेस अपनी टरफ़ किया और डुब्रा किस करने लगा.

इस बार दी ने स्टार्टिंग से मेरा पूरा साथ देना सुरू कर दिया. तॉहड़ी दायर के ह्मरे किस के बाद मैने उनका ब्लेज़र उतरा आंड साइड मैं र्ख दिया.

अब मैं दी को गले पे किस करने लगा आंड दी ने अपनी आँखे बंद कर ली और अपने दोनो हाथ मेरे सर पे पीछे कर के सर पे गुहमने लगी. मैने दी के शोल्डर पे किस करने लगा. फिर गले पे डुब्रा आंड किस करते करते मैं उनके क्लेवगे के पास पौच्ा. क्लेवगे के उपर किस करने लगा.

दी अभी भी अपने हाथो को मेरे बालो मैं गुहमा र्ही थी. अब मैं दी के क्लेवगे के उपर पौच्ा जिसके उपर नेट का कपड़ा था गाउन के साथ. मैने नेट के कपड़े के उपर से ही दी के क्लीवेज पे अपनी तौँगे टच की. जिससे दी के मूह से एक आहा धीरे से निकल गयी.

अब मैने दी को खड़ा किया आंड उनकी पीठ अपने टरफ़ की और उनको कूहड़ से चिपका लिया अब मेरा लंड उनके हिप्स से टच होने लगा और उनको भी फील होने लगा शयद.

मैने दी के गर्दन से बाल एक साइड किए और दी की गर्दन को किस करने लगा दी ने अपनी आँखे क्लोज़ करली आंड धीरे धीरे सिसकिया लेने लगी मेरा एक हाथ आगाई की टरफ़ दी की कमर पे था आंड एक हाथ शोल्डर पे गले पे किस करते करते मैने तोहड़ा नीचे की टरफ़ आया आंड दी की गाउन के चैन को देखा आंड उसको ओपन कर दिया.

दी का गाउन उनकी बॅक से ओपन हो कुहका था आंड उनकी ब्लॅक ब्रा के हुक्स मुझे दिखने लगे.मैने उनकी पीठ पे ब्रा के हुक्स के उपर अपना हाथ टच किया आंड उनकी बॅक को लीक आंड किस करने लगे जिस से दी की सिसकिया निकल गये भूत हल्की सी…

टेरेस पे ठंड भूत भाड़ कुहकी थी आंड वाहा जाड़ा कुछ करने के लिए ठीक जघा भी नही थी मैने दी को कहा की हम मेरे रूम मैं चलते है यहा जघा नही है और ठंड भी है.

तो उन्होने बिना कुछ बोले हन मैं सर हिला दिया और मैने उनको रूम मैं जाने को बोला मैने दारू की बॉटल छिपा अपने साथ ले की ताकि सुबा अग्र मैं लाते उठा तो किसी को याई मिल ना जाए और बाकी ज़्ब ऐसे ही कोहर दिया..

अब मैं दी के पीछे पीछे जाने लगा.

दी सीडियो पे से उतार र्ही थी तो उनके हिलते हुए हिप्स मानो जैसे मुझे इन्वाइट कर र्हे हो की आओ पाकड़ो हंको.

उनकी गाउन की चैन भी कुहली हुए थी तो उनकी ब्रा भी दिख र्ही थी चलते हुए. और दी की ड्रेस लूज़ हो गये थी शोल्डर पे से चैन ओपन होने की वजा से. उस ज़्ब को देख के मेरा लंड जो पहले से खड़ा था. जीन्स मैं से भर आने के लिए तड़प रहा था.

दी रूम मई चली गये थी मुझ से पहले बुत रूम की लाइट ओं नही थी. मैं रूम मैं एंटर हुआ तो मैने दी की आवाज़ दी बुत किसी ने रेस्पॉन्स नही दिया. रूम भूत बड़ा तो नही था बुत इतना था की 10 लोग आराम से बेत के पार्टी कर सकते है. बातरूम भी उस्मन ही अटॅच्ड था.

मैं लाइट ओं कर के पूरे रूम मैं देखा बुत मुझे दी कही नही दिखी. मेरा दिमाग़ खर्ब हो गया की याई गये कहा वो भी ऐसी द्रीस मे.

तो बे कंटिन्यूड..

क्या हुआ दी अचानक से कहा गायब हो गये आंड कही ऐसा तो नही मेरे हाथ आया मौका मैने गाबा दिया क्या दी को टेरेस पे से नीचे लाना सही फ़ैसला था??

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