मेरी सिस्टर सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की कैसे दीप्शिखा की धमाकेदार चुदाई हुई थी. अब आयेज-
दीप्शिखा दीदी को बहुत अची नींद आती है रात को. अगले दिन सुबा वो बड़े आराम से उठती है. उसके फेस पे बड़ी सी स्माइल थी. फिर उसे रियलाइज़ होता है की उसके बॉडी पे एक भी कपड़ा नही था. तभी उसके माइंड में रात की चुदाई का फ्लश बॅक होता है. ये सोच के दीदी शर्मा जाती है.
तभी उसके वॉशरूम से जॅक बाहर निकल के आता है. जॅक के सामने दीप्शिखा दीदी बिल्कुल न्यूड बस एक ब्लंकेट लिए बेड पे लेती हुई थी. ये नज़ारा देख के जॅक के लंड में हुलचूल होने लगती है. जॅक उसे देख के स्माइल करता है, और बेड की तरफ चलने लगता है. फिर जॅक अब दीप्शिखा दीदी के पास बैठ जाता है.
जॅक: कैसी आई नींद?
दीप्शिखा: जी पता ही नही चला कब सोई.
जॅक: हा तक जो गयी थी इतना, हाहाहा.
तभी जॅक दीप्शिखा दीदी का हाथ पकड़ के उसे ब्लंकेट से बाहर ले आता है, और अपनी गोद में बिता लेता है. दीप्शिखा अब बिल्कुल न्यूड, अपने रूम में, अपने बेड पे जॅक की गोद में बैठी थी. उसे बहुत शरम आ रही थी
जॅक दीप्शिखा के आयेज होके किस करने लगता है. दोनो अब बड़े पॅशनेट्ली किस कर रहे होते है. जॅक के हाथ दीदी की पूरी बॉडी पे घूम रहे थे. दीप्शिखा भी एग्ज़ाइट होने लगती है. उनकी किस और इनटेन्स हो जाती है. जॅक अब अपना हाथ दीदी की छूट पे ले जाता है. जैसे ही वो हाथ लगता है, दीप्शिखा को दर्द होता है, और वो किस तोड़ देती है.
दीप्शिखा: आहह दर्द हो रहा अभी भी.
जॅक: असली लंड से चुदाई हुई है कल. तोड़ा दर्द तो होगा.
दीप्शिखा शरम से लाल हो जाती है. फिर जॅक आयेज होके फिर किस करने लगता है. तभी दीप्शिखा का फोन बजता है. दीदी अब किस रोक के फोन चेक करती है. फोन मम्मी का था.
दीप्शिखा: हेलो मम्मी.
मम्मी: हेलो बेटा! वो रियंस, मैं, और तेरे पापा मंदिर आ गये है.
दीप्शिखा: ठीक है. लेकिन मुझे बुलाए नही?
मम्मी: डोर नॉक की थी बेटा, लेकिन तू खोली ही नही. सिमरन को भी बुलाई, वो भी कुछ बोली नही.
दीप्शिखा: ठीक है मम्मी. आअहह…
जॅक दीदी के बात करते-करते उसके बूब्स चूसने लग जाता है, जिससे दीप्शिखा के मूह से आहह निकल जाती है.
मम्मी: क्या हुआ बेटा?
दीप्शिखा दीदी बड़ी कोशिश करती है जॅक को रोकने की, पर वो नही रुकता. अब वो अपनी फीलिंग्स को कंट्रोल करके बात करती है.
दीप्शिखा: कुछ नही मम्मी. वो सिमरन की पैर लग गया.
मम्मी: ठीक है चलो आते है थोड़े देर में.
दीप्शिखा: ठीक है मम्मी, बाइ.
ये कह के दीप्शिखा फटाफट फोन कट कर देती है. और तोड़ा गुस्से में जॅक की तरफ देखती है.
दीप्शिखा: अभी मरवा देते आप. पता चल जाता तो?
जॅक: मेरे होते हुए कुछ नही होगा तुम्हे, हाहाहा.
दीप्शिखा दीदी ये सुन के खुश हो जाती है, और आयेज होके एक बढ़िया किस करती है जॅक को.
दीप्शिखा: मेरे घर वाले आने वाले है कुछ देर में. अभी आपको जाना होगा.
जॅक: ठीक है.
दीप्शिखा दीदी अब उठ के अपनी वॉर्डरोब की तरफ जाती है. जॅक के लिए क्या बढ़िया नज़ारा था. दीदी बिल्कुल नंगी उसके सामने चल के जेया रही थी. उसकी गांद इतनी बढ़िया लग रही थी. जॅक का नज़र उसकी बबल गांद पे टिक जाती है, जो चलते वक्त उपर-नीचे मस्त तरीके से हिल रही थी.
जॅक (मॅन में): क्या मस्त गांद है यार. आग ही लगा दी मेरे लंड में. इसके घर वाले ना आ रहे होते तो अभी इसकी गांद मार देता.
दीप्शिखा अब जॅक के सामने ही कपड़े पहनती है. दोनो अब नीचे जाते है. तभी सिमरन किचन से बाहर निकल के आती है.
सिमरन: गुड मॉर्निंग! आंड हॅपी न्यू एअर अगेन दोनो को.
जॅक: सेम तो योउ, ब्यूटिफुल.
दीप्शिखा: इतनी सुबा-सुबा किचन में क्या कर रही है?
सिमरन: मुझे पता था तुम दोनो लोवे बर्ड्स तो जल्दी उतोगे नही. इसलिए मैं पहले ही ब्रेकफास्ट बना दी.
जॅक: आप लोग करो ब्रेकफास्ट. मुझे निकलना है. पहले ही लाते हो गया.
वो अब आयेज होके सिमरन के सामने ही दीप्शिखा दीदी को किस करता है, और सिमरन को आँख मार देता है. दीदी भी आचे से किस करती है.
जॅक: बाइ. रात को बात करते है.
दीप्शिखा: ठीक है जी, बाइ.
जॅक के जाते ही सिमरन दीप्शिखा को पकड़ के सोफे पे बिता देती है.
सिमरन: फिर कैसा रहा न्यू एअर गिफ्ट?
दीप्शिखा: कैसा गिफ्ट?
सिमरन: झूठ मत बोल. बाहर तक आवाज़ आ रही थी, हाहहाहा.
दीप्शिखा दीदी शर्मा जाती है.
सिमरन: ज़्यादा शर्मा मत अब, चल बता क्या-क्या हुआ और कैसा रहा?
दीप्शिखा दीदी अब डीटेल में सब कुछ बता देती है सिमरन को.
सिमरन: इतना बड़ा लंड लेके कैसा लगा फिर?
दीप्शिखा: सच बतौन, पहले तो इतना दर्द हुआ की इयागा मॅर ही जौंगी. से ही नही पा रही थी. पर फिर जॅक जी ने बड़े आचे से हॅंडल किया. फिर बाद में बहुत मज़ा आया.
सिमरन: बड़ा एक्सपीरियेन्स्ड लगता है तेरा जॅक.
दीप्शिखा: हा, तुझे पता है मुझे 4 ऑर्गॅज़म्स आए कल रात.
सिमरन: साची, मुझे तो एक भी नही आता मेरे ब्फ के साथ.
वो दोनो बातें कर रहे होते की तभी सिमरन के फोन पे मेसेज आता है जेम्ज़ का. दीप्शिखा वो देख लेती है.
दीप्शिखा: ये जेम्ज़ का मेसेज कैसे आया तुझे? तुम्हारे बीच भी कुछ हुआ क्या?
सिमरन: नही, ऐसा कुछ नही, बुत उसका मॅन तो पूरा था. और हा, कन्फर्म्ड है ये जेम्ज़ का भी लंड बहुत बड़ा है. कम से कम 9 इंच तो होगा.
दीप्शिखा: तुझे कैसे पता?
सिमरन: सॉफ दिख रहा था पंत में खड़ा था कल रात, हाहः.
दीप्शिखा: श हा. मैं तो भूल ही गयी थी. पार्टी का क्या हुआ हमारे जाने का बाद?
सिमरन: तेरे जाने के बाद आलेक्स और उसकी गफ़ भी फुल हॉर्नी हो चुके थे. इसलिए वो भी थोड़ी देर बाद सब चले गये. जाते हुए जेम्ज़ अपना नंबर दे गया.
दीप्शिखा: बाकी टाइम तूने क्या किया?
सिमरन: बाकी टाइम तेरी चीखें सुन रही थी.
दीप्शिखा: तू भी ना कामिनी है.
सिमरन: वैसे तेरी कल की आवाज़े सुन के मेरा भी बड़ा मॅन किया एक्सपीरियेन्स करने का ऐसा सेक्स.
दीप्शिखा: तेरा भी सेट्टिंग करवा देती हू जेम्ज़ के साथ?
सिमरन: वो तो हो ही जाएगी. नंबर जो लेके गया है.
फिर थोड़ी देर बाद हम सब घर आ चुके थे. सब साथ में लंच किए. उसके बाद सिमरन भी चली गयी.
रात को भी खाना खाने के बाद सब अपने-अपने कार्मे में चले गये. दीदी भी बड़ी स्माइल के साथ अपने कमरे में गयी. अंदर जाते ही अपने यार को मेसेज कर देती है.
दीप्शिखा: हेलो जॅक.
जॅक: कैसी हो मेरी जान?
दीप्शिखा: आपकी जान बढ़िया है. आप बताओ?
जॅक: आ गयी अपने रूम में?
दीप्शिखा: हंजी आ गयी.
ये सुनते ही जॅक दीप्शिखा को तुरंत कॉल लगा देता है.
जॅक: अब बताओ. तुम्हारी ये सेक्सी आवाज़ सुने बिना अब बात करने में मज़ा नही आता.
दीप्शिखा: आप भी ना, हमेशा तारीफ करते रहते हो.
जॅक: तुम हो ही तारीफ के काबिल. इतनी सेक्सी, इतनी हॉट.
दीप्शिखा तारीफ सुन के शर्मा जाती है.
जॅक: मैं तो अभी भी भूल नही पा रहा तुम्हारा सेक्सी जिस्म. मॅन कर रहा अभी आ जौ तुम्हारे पास.
दीप्शिखा: मेरा भी यही मॅन कर रहा की अआप्के पास आ जौ.
जॅक: तो आ जाओ ना.
दीप्शिखा: आ सकती तो आ जाती. अभी मुश्किल है. कल पक्का मिलूंगी.
जॅक: हाए, कल तक का इंतेज़ार कैसे होगा?
दीप्शिखा: तोड़ा तो करना पड़ेगा ना मेरे लिए, प्लीज़.
जॅक: चलो ठीक है. आज तुम्हारा जिस्म चू नही सकता, पर देख तो सकता हू?
दीप्शिखा: क्या मतलब?
जॅक तभी वीडियो कॉल कर देता है. दीप्शिखा फटाफट अपने हेडफोन्स इयागा लेती है.
दीप्शिखा: अछा ऐसे देखना है?
जॅक: हा मेरी जान. बड़ी सेक्सी लग रही हो.
दीप्शिखा शर्मा जाती है.
जॅक: क्या पहना है तुमने?
दीप्शिखा अब फोन नीचे करके अपना नाइट वेर दिखती है.
जॅक: बढ़िया लग रही हो. पर ये ड्रेस सूट नही कर रही तुम पर. एक काम करो, उतार दो इसे.
दीप्शिखा: मैने ब्रा नही पहनी.
जॅक: फिर तो और बढ़िया है. जल्दी उतरो.
दीप्शिखा: मुझे शरम आ रही है.
जॅक: अर्रे मुझसे क्या शरमाना. मैने तो सब देखा है. जल्दी करो ना.
दीप्शिखा अब फोन सामने रख के बेड पे बैठ जाती है. फिर धीरे-धीरे अपनी निघट्य उतारती है. टॉप उतरते ही दीप्शिखा की गोरे-गोरे आम जैसे बूब्स जॅक के सामने आ जाते है.
जॅक: क्या मस्त चुचे है तुम्हारे. मॅन कर रहा कल की तरह आज भी आचे से चूस लू.
दीप्शिखा बस नीचे देख के स्माइल करने लगती है. जॅक अब अपना लंड बाहर निकाल के हिलने लगता है, और कॅमरा के सामने कर देता है.
जॅक: देखो कों याद कर रहा है तुम्हे.
दीप्शिखा अब उपर देखती है फोन में. उसकी आँखें अब बड़ी हो जाती है जॅक का लंड देख के. उसके माइंड में कल वाली चुदाई के सीन्स चलने लगते है. उसका एक हाथ अपने आप अपनी छूट पे चला जाता है. उसको भी अब थोड़ी एग्ज़ाइट्मेंट होने लगती है.
दीप्शिखा: मुझे भी याद आ रही आपके लंड की.
जॅक अब स्क्रीन पे अपना लंड हिलने इयागता है.
जॅक: चलो अब जल्दी से सारे कपड़े उतार दो. आज छोड़ तो नही सकता, कम से कम तुम्हे देख के मूठ तो मार लू.
जॅक अब अपना लंड हिलने लग जाता है कॅमरा पे दिखा के. दीप्शिखा दीदी ये देख के एग्ज़ाइटेड होने लगती है. दीदी अब धीरे-धीरे अपनी पनटी उतारती है, और तक़्नगें फोल्ड करके बैठ जाती है
जॅक: ऐसा क्या बैठ रही हो? मुझे तुम्हारी छूट नही दिख रही. चलो टाँगें खोल के दिखाओ ना.
दीप्शिखा बिना कुछ कहे टाँगें खोल के बैठ जाती है. जॅक अब दीप्शिखा की छूट देख के आचे से अपना लंड हिलने लग जाता है. दीप्शिखा भी ये सब देख के तोड़ा तो एग्ज़ाइट होने लगती है. वो इसी चीज़ में खुश हो रही थी की जॅक को उसकी बॉडी पसंद थी.
थोड़ी देर ऐसे ही हिलने के बाद जॅक झाड़ जाता है. जिसमे उसका ढेर सारा मलाई निकलता है. ये देख के दीप्शिखा तोड़ा एग्ज़ाइट हो जाती है. उसको कम क्रीम का टेस्ट याद आने लगता है.
जॅक: मज़ा आ गया. तुम्हारी छूट इतनी मस्त लगती है ना.
दीप्शिखा शर्मा जाती है. वो भी अब काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी.
दीप्शिखा: इतनी पसंद है आपको मेरी छूट.
जॅक: हा बहुत पसंद है. पास होती तो ऐसे आचे से मारता अभी. याद रखती तुम भी.
दीप्शिखा और एग्ज़ाइट हो जाती है ये सुन के. वो भी अब धीरे-धीरे उंगली करने इयगती है अपनी छूट पे.
जॅक: और ये जो माल निकला है, कल की तरह सारे तुम्हारे चेहरे के उपर डाल देता.
दीप्शिखा: और वो सारा मैं कल की तरह चाट लेती.
ये कह के वो और तेज़ अब उंगली करने इयगती है. जॅक खुश हो रहा था ये देख के. दीप्शिखा अब फुल मूड में बात कर रही थी.
जॅक: और तेज़ करो. सोचो मेरा लंड तुम्हारी छूट में जेया रहा है.
दीप्शिखा: आ, आपका लंड मेरी छूट में उउफ्फ.
ऐसे मोन करते-करते दीप्शिखा अब कुछ देर में झाड़ जाती है. कुछ देर में वो नॉर्मल होती है और उसे रियलाइज़ होता है की वो वीडियो कॉल पे थी. वो जॅक को देखती है, और थोड़ी शर्मा जाती है.
जॅक: मज़ा आया ना?
दीप्शिखा: हंजी, बहुत मज़ा आया.
जॅक: शाबाश, अब कल मिलो, फिर असली में मज़ा कारनगे हम.
दीप्शिखा: ज़रूर.
जॅक: पर मिलोगे कब?
दीप्शिखा: मैं सोच रही थी कल जिम के लिए तो अवँगी ही. उसी टाइम कहीं चल ईएँगे. रोज़ कुछ बहाना बना के निकलना मुश्किल होगा.
जॅक: हा ये भी ठीक है. मेरे घर चल ईएँगे.
दीप्शिखा: ठीक है. इसी बहाने आपका घर भी देख लूँगी.
जॅक: और भी बहुत कुछ दिखौँगा.
दीप्शिखा: आप भी ना.
जॅक: चलो अब सोता हू मैं. कल मिलते है.
गुड नाइट सेक्सी.
दीप्शिखा: गुड नाइट.
तो बे कंटिन्यूड…
नेक्स्ट पार्ट में पढ़ना जॅक कैसे दीप्शिखा को लेके अपने घर जाता है. और वहाँ दीप्शिखा की कमारतोड चुदाई करता है.