Chudai porn story मिहिर वेर्मा ने अपना आईडी और पासवर्ड डाला लोग इन किया. सुधा ऑनलाइन थी. वादे के मुताबिक वो उनका इंतेज़ार कर रही थी.
लोग इन करते ही फ़ौरन उसकी मेसेज विंडो अपने आप खुल गयी. उसका असली नाम सुधा था.
सुधा – है. आइ वाज़ वेटिंग फॉर यू.
मिहिर – सॉरी थोड़ा लेट हो गया. एक क्लाइंट बैठा हुआ था, जाने का नाम ही नही ले रहा था.
सुधा – नही कोई बात. ज़्यादा वेट नही करना पड़ा. मैं भी बस अभी ऑनलाइन आई ही थी.
मिहिर – आपने अपना वादा पूरा किया.
सुधा – कैसी ना करती, आपने इतने प्यार से आने के कहा था.
मिहिर – वैसे एक बात बताऊं आपको?
सुधा – बताइए
मिहिर – जिस दिन मुझे पता होता है के आज आपसे बात होने वाली है, सुबह से ही मेरा लंड खड़ा रहता है.
सुधा – लोल …. तो घर में एक चूत है तो, घुसा दिया कीजिए.
मिहिर – मेरी बीवी? उससे बेहतर तो ये है के मैं बाथरूम में जाकर हिला लूँ
सुधा – तो क्या ऐसा किया?
मिहिर – मतलब?
सुधा – हिलाया?
मिहिर – हां हिलाया ना. सुबह से 3 बार मूठ मार चुका हूँ
सुधा – हिलाते हुए क्या सोच रहे थे?
मिहिर – यही के हक़ीकत में आपको चोदुन्गा तो कैसा फील होगा.
सुधा – डोंट वरी. जल्दी पता चल जाएगा. वैसे डर नही लगता तुम्हें?
मिहिर – किस बात का?
सुधा – यू नेवेर नो. हो सकता है के मैं कोई पागल किस्म की सीरियल किल्लर टाइप लड़की निकलूं. या हो सकता है के मुझे कोई एड्स टाइप बीमारी हो?
मिहिर = यआ राइट. लोल
मिहिर वेर्मा एक बड़ी कंपनी में काफ़ी अच्छी पोस्ट पर था. बड़ा सा घर, बड़ी सी गाड़ी, 2 बच्चे और शादी शुदा ज़िंदगी से परेशान.
उसकी शादी 22 साल की उमर में ही करा दी गयी थी. ऐसा नही के वो हमेशा से अपनी शादी से परेशान रहा था. उसकी बीवी एक पढ़ी लिखी, बहुत सुंदर और एक अमीर घराने की लड़की ती. शुरू शुरू में दोनो में सेक्स भी बहुत था. कई सालों तक मिहिर अपनी बीवी को हर रात चोद कर ही सोता था और सुबह होते ही सबसे पहला काम होता था बीवी पर चढ़ जाना. पर बच्चे होने के बाद धीरे धीरे उसकी बीवी सेक्स के मामले में जैसे बुझती चली गयी.
रोज़ रात होने वाला सेक्स अब वीक्ली बेसिस पर होने लगा था और उसमें भी उसे लगता था के किसी सेक्स डॉल को चोद रहा है. पहले कई साल तक उसने अपनी बीवी में फिर से वही चिंगारी पैदा करने की कोशिश की पर जब नाकाम रहा तो फ्रस्टरेट होने लगा. किसी रंडी के पास जाना उसके उसूल के सख़्त खिलफ़्फ़ था इसलिए सेक्षुयल फ्रस्ट्रेशन धीरे धीरे बढ़ने लगी.
और इसी फ्रस्ट्रेशन में उसने इंटरनेट का सहारा लिया. पॉर्न साइट्स पर जाना, पॉर्न वीडियोस देखना, चॅटरूम में जाकर किसी लड़की को ढूँढना और उससे गंदी गंदी बातें करना, उसकी सेक्स लाइफ यहीं तक सिमट गयी थी.
और एक दिन ऐसे ही एक चॅट रूम में उसको सुधा मिली. उसका असली नाम सुधा था. और उसके बाद फिर जैसे बातों का सिलसिला चल निकला. वो दोनो टाइम फिक्स करके ऑनलाइन आते और एक दूसरे से चॅट करते. पहले दोनो सिर्फ़ साइबर सेक्स और रॉलीप्लेस को लेकर ही बात करते थे पर फिर धीरे बातें सेक्स से हटकर भी होने लगी.
और यही वो टाइम था जब सुधा ने उसको सजेस्ट किया था के उन दोनो को मिलना चाहिए और जिस तरह से वो ऑनलाइन सेक्स करते हैं, वैसे ही हक़ीक़त में भी करना चाहिए.
मिहिर – मिलने का प्लान पक्का है ना वैसे?
सुधा – हां. होटेल में रूम बुक किया तुमने?
मिहिर – हां कर लिया. सॅटर्डे आंड सनडे
सुधा – अवेसम
मिहिर – ब्लॅक ब्रा आंड पॅंटी?
सुधा – हां खरीद ली. जैसी तुमने कही थी बिल्कुल वैसी.
मिहिर – मेरा तो सोच कर ही खड़ा हो रहा है
सुधा – मैं ठंडा कर दूं?
मिहिर – करो
ये उन दोनो का हमेशा का रुटीन था. दोनो सेक्स में कोई रोलेपले करते और इस तरफ मिहिर अपना लंड हिलाता और जैसा के सुधा ने उसको बताया था, वो भी दूसरी तरफ अपनी चूत में अंगुली करती थी. मिहिर ने कई बार उसपर ज़ोर डाला था के वो दोनो एक दूसरे को देख कर ये काम करें पर सुधा हमेशा मना कर देती थी. उसके हिसाब से एक दूसरे को नंगा उन्हें तभी देखना चाहिए जब वो मिले.
सुधा – आइ कॅंट बिलीव के कुच्छ दिन बाद ही तुम मुझे नंगी देखोगे
मिहिर – देखूँगा नही जानेमन, बहुत कुच्छ करूँगा
सुधा – क्या क्या करोगे?
मिहिर – तुम्हें बिस्तर पर रागडूंगा
सुधा – ऐसे नही, शुरू से बताओ. इमॅजिन करो के मैं बस अभी कमरे में आई ही हूँ
मिहिर – जैसी ही तुम कमरे में आई, मैने कमरे का दरवाज़ा बंद किया
सुधा – और मैं आगे बढ़कर तुमसे लिपट गयी.
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Call me any boy only Fun.