उनको बहुत दर्द हो रहा था, मैं थोड़ा और रुक गया।
जब वो कुछ सामान्य हुईं तो मैंने फिर से एक धक्का मार दिया, अब मेरा पूरा लंड गांड में घुस गया।
वो दर्द से चिल्ला उठीं ‘आह्ह.. मर गई..’
मैं उनके मम्मों को दबाता रहा और दो मिनट बाद वो खुद अपनी कमर हिलाने लगीं। मैं भी उनको मजे से पेलने लगा। कुछ मिनट तक पेलते हुए मैं उनकी गांड में ही झड़ गया।
वो मुझे ख़ुशी से किस करने लगीं.. मैं भी उनको किस करता हुआ उनके बगल में लेट गया।
इस तरह से मेरा उनके साथ जिस्मानी रिश्ता बन गया था। अब मैं उनको मौका मिलते ही चोद लेता हूँ।
आप सबको मेरी कहानी कैसी लगी। अगर आपको पसंद आई हो.. तो मुझे मेल जरूर कीजिएगा, मुझे आप सबके मेल का इंतजार रहेगा।