हेलो फ्रेंड्स, कैसे है आप सब? मैने एक सेक्स स्टोरी लाई है आप लोगों के लिए एक बाप और एक बेटी की. आपको सब के बारे में भी बता देता हू. बाप का नाम सुनील (45) है, और बेटी का नाम नीता (22) है. तो चलिए शुरू करते है.
तो बात कुछ 2015 की है, जब मैं देल्ही में था जॉब पे. मेरी बेटी को भी पढ़ाई के लिए कॉलेज देल्ही में ही मिला था, तो मैने उसे यहा बुला लिया, और मेरी वाइफ और बेटा मुंबई में रहते थे.
तो मैं और मेरी बेटी अब देल्ही में थे. कुछ महीने ऐसे ही चला. नीता हॉस्टिल में ही रहती थी, और मैं यहा अकेले परेशन हो जाता था. मुझे कंवली रखनी पड़ती थी, तो मैने सोचा की नीता को ही घर लेके आ जाता हू.
फिर मैं उसे हॉस्टिल से निकाल के घर ले आया. अब मेरा काम भी आसान हो गया था, और मेरा टाइम भी बचने लगा, क्यूंकी नीता कुछ काम कर दिया करती थी घर का, और खाना भी बना देती थी. कभी-कभी हम बाहर से भी मंगवा लेते थे खाना. तो ऐसे ही हमारी लाइफ चल रही थी.
गर्मियों का महीना आ गया था, और नीता च्छुतियाँ चालू हो गयी थी. तो वो घर पे बोर होने लगी. उस दिन सॅटर्डे को जब मैं ऑफीस से हाफ दे पे घर गया, तो नीता ने कहा-
नीता: पापा मुझे बहुत बोर हो रहा है.
तो मैने उससे कहा: तुम मुंबई चली जाओ.
लेकिन उसने माना कर दिया और कहा: मुझे खाली च्छुतियाँ मिली है. मुझे और भी काम है कॉलेज के. मैं नही जेया सकती.
तो मैने उसे कहा: ठीक है, कल सनडे है. हम लोग कही घूमने चलते है.
ये सुन कर वो खुश हो गयी. फिर जब नेक्स्ट दे सनडे को हम सुबा उठे, तो मैने नीता को कहा-
मैं: छाई देदे मुझे.
फिर वो मुझे छाई देने के लिए मेरे सामने जब झुकी, तो मुझे उसके बूब्स दिखे. बुत मैने इग्नोर किए. बुत फिर जब वो मूड के जाने लगी, तो मुझे उसकी सेक्सी आस दिखी. क्यूंकी नीता ने नाइट सूट पहना था शॉर्ट शर्ट और चड्डी. उसे देख के मेरी नीयत बिगड़ने लगी. फिर भी मैने अपने आप को संभाला, और छाई ख़तम की.
फिर हम दोनो रेडी हो गये घूमने जाने के लिए, तो नीता ने बहुत ही सेक्सी ड्रेस पहनी थी. मेरी नीयत फिरसे बिगड़ने लगी, और हम कार में बैठ के निकल गये घूमने. हम माल गये वाहा घूमे. वाहा मोविए देखी नॉर्मल, और थोड़ी शॉपिंग भी की.
हम दोनो ने अपने लिए उंड़रगार्मेंट्स भी लिए तो मैने नीता को कहा की और लेले. उसने कहा बस 2 ही चाहिए. मैने दोबारा कहा और लेले, तो उसने कहा ठीक है. मैने फिर कहा की थोड़ी अची वाली ले, तो वो तोड़ा सा शर्मा गयी. फिर उसने थोड़ी अची नेट वाली ली. मैने भी पसंद किया.
फिर हम वाहा से निकले. शाम हो गयी थी. हमने बाहर से ही खाना भी लिया. फिर हम घर जाके फ्रेश होके खाना खाने बैठ गये. नीता ने वापस नाइट सूट पहन लिया, और मैने भी शॉर्ट्स पहन लिए. हम साथ में खाना खाने बैठ गये, तो मेरी नज़र फिर उसके बूब्स पे गयी.
उसने ये नोटीस किया. फिर हमारा खाना खा के हो गया. फिर जब वो सब समान किचन में ले जेया रही थी, तो उसकी सेक्सी आस पे मेरी नज़र पड़ी. उसकी आस सुबा से भी और ज़्यादा सेक्सी लग रही थी, उसके बूब्स और आस दोनो, क्यूंकी उसने ब्रा और पनटी पहनी थी न्यू वाली. फिर हम सोने चले गये. कुछ देर बाद नीता आई और बोली-
नीता: पापा बहुत गरम हो रहा है. मैं आपके रूम में सो जौ?
क्यूंकी नीता के रूम में एसी नही है, खाली मेरे रूम में एसी है.
तो मैने कहा: ठीक है.
फिर वो अपना पिल्लो और कंबल लेके मेरे रूम में आ गयी, और ज़मीन पे सोने जेया रही थी.
तभी मैने कहा: बेटा क्या कर रही हो? बेड में सो जाओ मेरे साथ.
तो उसने कहा: पापा आपको डिस्टर्ब होगा क्यूंकी मैं बहुत फैल-फैल के सोती हू.
फिर मैने कहा: मालूम है बेटा. तेरी बचपन से यही आदत है.
तो वो आके मेरे साथ सो गयी. कुछ देर बाद नीता का चालू हो गया फैलना. वो कभी मेरी छ्चाटी में हाथ रखती, तो कभी मेरे लंड की साइड पे उसका पैर लगता. तो ऐसे होते-होते कुछ रात के 3 या 4 बजे मेरी आँख खुली. नीता मेरे से बिल्कुल चिपक के सोई थी मेरी साइड फेस करके, और उसके बूब्स सॉफ दिख रहे थे.
फिर मेरे मॅन में आया की कुछ ट्राइ करते है. तो मैने अपने लेफ्ट वाले हाथ पे उसका सिर रखा, और उसको अपने एक-दूं करीब कर लिया. फिर एक हाथ से उसके बूब्स पे धीरे-धीरे सहला रहा था. वो बेख़बर सो रही थी. जब मेरे सहलाने पे उसने कुछ नही किया, तो मैने थोड़ी हिम्मत की, और बूब्स दबाने लगा.
ऐसे करते हुए मुझे 15 मिनिट हो गये. फिर मैने सोचा सही मौका था मज़े लेने का. मैने उसकी शर्ट का एक बोट्तों खोला, जिससे उसके बूब्स और बाहर आ गये. फिर भी वो नही उठी तो मैने और 2 बोट्तों खोल दिए. अब उसकी ब्रा दिख रही थी. बस ब्रा की वजह से उसके बूब्स के दर्शन नही हो पाए.
फिर मैने ऐसे ही उपर से मज़े लिए. मुझे ऐसा लगा की वो उठने वाली थी, तो मैने उसके बोट्तों लगाए. लेकिन एक नही लगाया, और फिर सो गया. सुबा उठा और छाई माँगी तो नीता छाई लेके आई.
मैने पूछा: कैसी नींद आई?
तो वो हल्का सा मुस्कुराइ, और बोली: अची नींद आई थी.
फिर मैं ऑफीस चला गया. रात को जब आया तो देखा की नीता ने नाइट सूट ही पहना था, लेकिन दूसरा. पर कुछ अलग लग रहा था उसका फिगर. फिर हम दोनो खाना खा रहे थे, तो मैने नीता से कहा-
मैं: आज भी सो जाना रूम में.
उसने कहा: ठीक है.
और हल्की सी स्माइल दी. फिर सब प्लेट्स उठा के रखने लगी. उसकी स्माइल से मुझे लगा की शायद नीता को मालूम था की मैं उसके बूब्स से खेल रहा था. फिर हम दोनो बेड पे आ गये, और सोने लगे. कुछ ही देर में नीता सो गयी. फिर मैने देखा तो उसे फिर वैसे ही लिया अपने लेफ्ट हॅंड पे, और जब मैने उसके बूब्स देखे, तो उसने ब्रा नही पहनी थी.
मैं समझ गया की उसको पता चल गया था, तो मैने फिर बोट्तों खोले, और बूब्स सहलाने लगा. ऐसे ही करते-करते मैने उसके बूब्स को मूह लगा के तोड़ा सा सक किया. इससे वो तोड़ा हिली, और मैं पीछे हो गया. 2 मिनिट बाद फिर मैने उसके बूब्स पे मूह लगाया, और चूसने लगा.
अब वो नही हिल रही थी. कुछ देर चूसने के बाद वो हिली, और मेरी तरफ पीठ कर ली. तो मैने उसका पूरा शर्ट उतरा, और उसके पीछे से बूब्स दबाने लगा और उसकी आस में अपना कुछ रब करने लगा. मुझे फील हुआ की नीता शायद जाग रही थी. तो मैने तोड़ा सा उठ के देखा.
उसने आँखें थोड़ी सी खोली हुई थी. मैं समझ गया की वो मज़े ले रही थी, तो मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसकी पीठ पे रब करने लगा, और उसके बूब्स भी दबा रहा था. वो फुल गरम हो गयी थी, लेकिन कुछ बोल नही पा रही थी.
ऐसे करते हुए 20 मिनिट हो गये थे. लाइट ऑफ थी तो मैने उसका हाथ पकड़ा, और अपने लंड के पास रख दिया. अब वो धीरे-धीरे सहला रही थी, और मैं उसका बूब्स अब बे-फिकर होके दबा रहा था आचे से. वो अब उउहह आअहह कर रही थी.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको इस सेक्स कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा.