कज़िन के साथ चुदना ओर चुदाना

Behan Ki Chudai दोस्तो कैसे है आप सब मैने अपनी फ्ली स्टोरी मेी बताया की कैसे मैने अपनी चाची और उसकी बेटी को छोड़ा.


आज जो स्टोरी मैं आपको बताने जेया रहा हूँ वो मेरे पहले सेक्स की है और वो सेक्स मैने अपनी कज़िन के साथ किया था. इश्स सेक्स से पहले मुझे सेक्स के बारे मेी कुछ नही टा था की मूठ मारना किससे खते है मुझे तो ये भी नही टा था की लंड को छूट मेी डालते है तो चुदाई के बारे मेी टा होना तो बहुत डोर की बात थी. तो दोस्तो बिना वक्त बर्बाद करे मैं अपनी स्टोरी स्टार्ट करता हूँ.

दोस्तो मेरी जो ये कज़िन है उसके घर मैं अक्सर छुट्टियों मेी जाया करता था क्यूकी बचपन से वो मुझे बहुत प्यार करती थी. भाई बेहन वाला प्यार करती थी. तो मैं उनके घर चला गया. उनके घर मेी उनके हज़्बेंड और उनका लड़का रहते थे.

लड़का प्ले स्कूल मेी जाता था और हज़्बेंड उनके इंजिनियर थे और दूसरी सिटी मेी जॉब करते थे. अब दीदी (मेरी कज़िन) के बारे मेी भी बता देता हू की वो कैसी दिखती है. वो थोड़ी मोटी हैं लेकिन उनके उपर मोटोपा सूट करता है. अगर वो पतली हो जाए तो वो बिल्कुल भी अची नही लगेगी. इनकी फिगर कुछ 38-36-36 है.

तो दोस्तो एक बार की बात है दीदी घर का काम करके बेड पर लाते गयी. सोई नही थी बस लेट गयी थी. तो मेरा भी लेटने का मॅन था लेकिन मैं बातरूम मेी चला गया. जब मैं वापस आया तो मेरा मूड बहुत खराब था. तो मैं बेड पर दीदी के पास बैठ गया.

दीदी मुझे पूछने लगी की क्या हुआ तो मैने शर्माके कुछ नही बोला लेकिन दीदी फोर्स करने लगी तो मैं कहा ठीक है बताता हू और उनसे प्रॉमिस करवाया की वो किसी को कुछ नही बताएेनेगी. तो उन्होने कहा ठीक है.

मैने उनसे कहा की मुझे डॉक्टर के ले चलो. तो वो बोली की पेट दर्द हो रहा है या सिर मेी दर्द है? मैने कहा नही ऐसा कुछ नही है. तो मैने उनको बताया की जब मैं बातरूम मेी गया और मैने अपनी अंडरवेर निकली तो वाहा पर (लंड) वाइट वाइट सा कुछ लगा हुआ था. और मैं रोने लगा तो दीदी बोली की दिखा क्या है मुझे.

लेकिन मुझे शर्म आ रही थी तो दीदी ने खुद ही मेरी पंत खोल के चेक करने लगी. फिर मैने कहाए देखो. तो वो बोली की अरी पागल ये तो 14-15 साल की आगे मेी निकलता है इससे हम टीनेजर बन जाते है.

ये पहले तो अपने आप निकलता है फिर लड़को को इससे निकलना पड़ता है. तो मैने कहा कैसे निकलते है तो वो बोली की इससे हाथ मेी पकड़ के हिलना पड़ता है. मैने लंड को हाथ मेी पकड़ लिया और उपर नीचे करने लगा. मतलब लंड को हाथ पेरख़्क गाड़ी के गियर की तरह उपर नीचे करने लगा.

तो वो बोली की आईए ऐसे नही होता. तो दीदी ने खुद ही मेरा लंड अपने हाथ मेी लेकर आयेज पीछे करने लगी, मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मुझे बड़ा अजीब सा फील हो रहा था जो पहले कभी नही हुआ.

दीदी इसके बारे मेी और कुछ बताने लगी तो वो फिर सेक्स के बारे मेी बोलने लगी. दीदी बोली की अगर तुम्हारा लंड किसी लड़की की छूट मेी चला जाए और जो वाइट सब्स्टेन्स अभी निकाला था. वो छूट मेी चला जाए तो लड़की प्रेग्नेंट हो सकती है.

मैने पूछा की अब छूट क्या होता है? तो वो बोली की जहा तुम्हारा लंड होता है लड़कियो का वाहा छेड़ होता है जिसमे लंड जाता है. फिर दीदी बोली की रुक अभी दिखती हू.

उन्होने अपनी सलवार का नडा खोला और और सलवार निकल दी और फिर पनटी भी निकल दी. फिर मेरे सामने उनकी छूट आ गयी, बिल्कुल क्लीन शेव थी. मैने उनसे पूछा की आपको बाल नही आते यहा? तो वो बोली की आते है लेकिन मैने ट्रिम कर लिए.

अभी हम दोनो बेड पर नंगे बैठे थे. मेरा लंड बड़ा हो गया था उनकी छूट को देख के और दीदी अपनी छूट रब रही थी. तो मैने पूछा की ये क्या कर रहे हो? वो बोली की अगर किसी का लंड ना हो तो अपनी उंगली डाल के भी छूट को शांत कर सकते है.

मैं अब बोहट ज़्यादा हॉर्नी हो गया था और दीदी सलवार वापस ना पहन ले इसलिए मैं सेक्स की बात करता गया. मैने उनसे पूछा की अगर लंड किसी की छूट मेी चला जाए तो लड़के को कैसा फील होता है? ये तो मुझे टा चल गया लेकिन लड़कियो कैसा फील होता है.

तो वो बोली की दर्द होता है शुरू शुरू मेी लेकिन बाद मेी बहुत मज़ा आता है. तो मैने कहा की काश मैं लड़की होता तो पता चलता की लड़कियो को कैसा लगता है.

दीदी मुसाकुराते हुए बोली की इसके लिए लड़की की क्या ज़रूरत है, वो तो ऐसे भी फील कर सकते है. मैं खुश होते हुए बोला की कैसे तो वो बोली की तुम्हारे जीजा तो 1 मंत मेी आते है. तो मेरे पास डिल्डो है जो एक आर्टिफिशियल लंड होता है. मैं इससे अपनी छूट मेी डालके इससे शांत करती हू.

तो दीदी बोली की तुमको ट्राइ करना है? मैं बोला की वो कैसे मेरे पास छूट थोड़ी है कहा डालोगे? तो वो बोली की उसकी चिंता तुम मत करो मैं अपने आप कर दूँगी. तुम बॅस अपने सारे कपदे निकाल लो और मैं भी निकल देती हू.

अब हम दोनो बिल्कील नंगे थे, दीदी ने तो अपनी ब्रा और पनटी भी निकल दी थी. तो मैं बोला की अब क्या करना है? दीदी बोली की घोड़ा बन जा तो मैं बोला कैसे? तो उन्होने करके दिखा और मुझे समझ आते ही मैं घोड़ा बन गया.

फिर दीदी ने डिल्डो लगा लिया और डिल्डो ऐसे बँधा की ऐसा लग रहा था की दीदी के पास भी लंड है. वो डिल्डो पिंक कलर का था. दीदी डिल्डो ठीक से बाँध रही थी की मैं बोला की जलदी करो ना. तो दीदी बोली बस मैं रेडी हू. वो बोली की दर्द बहुत होगा तो सहन कर लेना. मैने कहा ठीक है.

फिर दीदी ने मुझे कहा की तुम घोड़े तो सही बने हो. बस कमर को नीचे करो और हेड को उपर. दीदी ने जैसा कहा मैने वैसा कर लिए. फिर दीदी मेरे पास आई और उन्होने अपने दोनो हाथ मेरे चूतड़ के साइड से पकड़ लिया ताकि उनको ग्रिप मिले.

दीदी बोली की 3 तक गिनूँगी और डिल्डो तुम्हारे अंदर डालना शुरू कर दूँगी. मैने कहा ठीक है.

उन्होने काउंटडाउन शुरू किया 1. 2. 3. और डिल्डो मेरे अंदर डाल दिया. मुझे इतना दर्द हुआ की मैं आपको बता नही सकता. मैं बहुत ज़ोर से चिल्लाया और रोने भी लगा.

लेकिन कोई प्राब्लम नही थी क्यूकी उनका घर बहुत बड़ा है और आवाज़ किसी भी हालत मेी बाहर नही जेया सकती. मई रो भी रहा था और चिल्ला भी रहा था. लेकिन दीदी को दया नही आई बिल्कुल भी. मैने बहुत कहा उनको की बस निकल दो. लेकिन उन्होने नही मानी.

वो तो फुल स्पीड मेी अंदर बाहर अंदर बाहर कर रही थी डिल्डो के.ओ शायद उनको भी छूट मेी कुछ फील हो रहा होगा. फिर मुझे भी मज़ा आने लगा और अब दीदी डिल्डो को अंदर बाहर नही कर रही थी बल्कि मैं अपने चूतड़ को आयेज पीछे कर रहा था.

कुछ देर ऐसा करने के बाद हम रुक गये. फिर दीदी पूछने लगी की मज़ा आया या नही? तो मैने कहा बहुत मज़ा आया. दीदी बोली और कुछ ट्राइ करना है? मैने कहा हन करते है.

दीदी फिर बोली की अब तू ट्राइ कर. तो मैने कहा ठीक है और अब दीदी घोड़ी बन गयी और मैं अब उन्हे छोड़ने के लिए टायर हो गया. मैने दीदी की गांद मेी लंड डाला तो वो भी चिल्लाने लगी. लेकिन फिर मुझे भी दया नही आई और मैं भी ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगा.

मैने ग्रिप के लिए दीदी को चूतड़ के साइड से नही बल्कि उनके बूब्स को पकड़ रखा था तो मुझे और भी मज़ा आ रहा था. फिर मैं छोड़ता गया छोड़ता गया.

दीदी बोली की अंदर मत डालियो कम. मेरा कम निकालने से पहले मैने लंड निकल दिया. हम फिर से नॉर्मल हुए और हमारे चेहरे पर थोड़ी मुसाकुराहट थी.

फिर दीदी बोली अब मेरी बारी है छोड़ने की. मैने कहा ओक. दीदी बोली की मैं लेट जाती हू और तू अपनी गांद मेी डिल्डो फसा ले और फसाने के बाद मैं कुछ नही करूँगी. तेरे को जंप करना है धीरे धीरे डिल्डो पे. मैं भी मान गया.

ये शुरू होते ही मैं हल्का हल्का उपर नीचे हो रहा था डिल्डो पे. और साथ मेी हम किस भी कर रहे थे एक दूसरे को. हम लोग बहुत तक चुके थे और हम बेड पर ही लेट गये थोड़ी देर, वो भी नंगे ही.

फिर थोड़ी देर किस करके हम सो गये. जब तक मैं उनके घर पर था तब तक ये सिलसिला चलता गया. लेकिन अगली बार मैं नही छुड़ा, दीदी मुझसे चुड्ती रही.

तो दोस्तो कैसी लगी मेरी स्टोरी, अगर अपने ये स्टोरी पढ़ी है तो प्लीज़ ज़रूर फीडबॅक दे.

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