कॉलेज फेस्ट मे मेरी चुदाई

ही दोस्तो ये कहानी मेरे कॉलेज के फर्स्ट एअर की है. कॉलेज मेरे लिए एकद्ूम नया एक्सपीरियेन्स था. मई हमेशा से ऑल गर्ल्स स्कूल मई पढ़ी हू जहा सिर्फ़ लड़किया ही थी. स्कूल के बाद मैने पास के ही एक इंजिनियरिंग कॉलेज मई अड्मिशन ले लिया.

इंजिनियरिंग कॉलेज तो मेरे लिए सपने समान था. हर तरफ हर पारकार के लोग. लड़के लड़किया साथ मई बैठ के बात करतें थे. वाहा लड़कीो की तादाद भी कम थी.

कॉलेज के लड़के जब मुझे गंदी नज़रो से देखते थे तो मुझे अंदर ही अंदर बहुत अक्चा लगता था. फिर भी मेरे पहनावे के कारण कोई लड़का मुझसे सामने से बात नही करता था. मई हुमेशा सूट सलवार ही पहेना करती आँखो मई चस्मा और दो छोटी किए हुए बाल ही मेरा पहनावा हुआ करता था. कॉलेज मई सिर्फ़ एक दो लड़किया ही मेरी दोस्त थी जो की सिर्फ़ पढ़कू टाइप की थी.

मई कुछ नया ट्राइ भी करना चाहती तो भी पापा के दर्र से हिम्मत नही होती. फिर आया कॉलेज फेस्ट का टाइम मैने सोच लिया था की कुछ ना कुछ तो करना परेगा. मैने मम्मी से ज़िद कर के कॉलेज फेस्ट मई जाने की पर्मिशन मिल गयी.

मैने कुछ पेसे सवे कर के सिल्वर बॅकलेस स्लिप ड्रेस भी ले ली. घर से तो मई नॉर्मल ड्रेस पहें के निकली मगर रास्ते मई रुक कर ब्यूटी पार्लर से हेर और मेकप करवा लिया और उससी पार्लर मई ड्रेस भी चेंज कर लिया.

जब मई पार्लर से निकली तो वाहा के लड़के लड़किया मुझे देखते रह गये. ड्रेस मई मेरा 70% बूब्स दिख रहे थे. ये अटेन्षन मुझे काफ़ी अक्चा लग रहा था. फिर मई कॉलेज फेस्ट के लोकेशन पे पहुचि मेरी दोस्त लोग वही बोरिंग घर के कपारे जैसे ही पहें के आए थे.

वो भी मुझे देख कर हैरान थे. फिर हम अंदर गये. अंदर काफ़ी ज़ोर शोर से पार्टी चालू थी और सब लोग आपस मई डॅन्स कर रहे थे. मैने भी अपने दोस्तो को बोला मगर वो लोग दर्र से डॅन्स करने को रेडी ही नही थी.

फिर मई उन्हे चोर कर ही डॅन्स करने चली गयी. पार्टी मई वैसे तो ड्रिंक्स अलोड नही थे मगर कोई लड़का घुपा कर ले आया था और सबको शॉट पीला रहा था. मुझे देख कर वो रुक गया और मुझे भी दारू ऑफर किया. पहले तो मैने माना किया मगर उसके फोर्स करने पर पी लिया. ऐसे ही एक दो शॉट के बाद मुझे तोरा तोरा नशा होने लगा.

दूर खरा एक लड़का मुझे तारे जा रहा था. मैने भी उससे देख और हल्का सा स्माइल दिया और दोबारा डॅन्स करने लगी. थोरी देर बाद वो लड़का मेरे पास आके डॅन्स करने लगा.

हे: ही… ई आम सुभम और तुम?

मे: मेरा नाम सीमा है..

सुभम: मई मेकॅनिकल 3र्ड एअर और तुम फ्रेशिए हो क्या?

मे: न क्से फर्स्ट एअर.

सुभम: नाइस ड्रेस.

ऐसे ही हुमारी बातें बढ़ने लगी. धीरे धीरे वो मेरे और करीब आने लगा और मेरे जस्ट पीछे ही नाचने लगा. मुझे भी हल्का नशा हो गया था तो मेरे अंदर का दर्र भी निकल गया था.

कुछ देर बाद वो पूरा ही मुझसे सात गया उसके साँसे मई अपनी गर्दन पर महसूस कर सकती थी. मैने भी अपना सिर पीछे गुमाया तो उसके लिप्स और मेरे लिप्स काफ़ी करीब थे. वो तुरंत ही आयेज बढ़ा और मुझे किस करने लगा मई भी उससे किस करने लगी.

लगभग 10 मीं हम दोनो किस करते रहे. उसके बाद हम दोनो फिर डॅन्स करने लगे. वो मेरे इतने करीब था की उसका खरा लंड मुझे मेरी गांद पर महसूस हो रहा था.

डॅन्स करते करते सुभम मेरे मज़े भी ली रहा था. कभी वो मेरी गंद दबाता तो तो कभी मेरी बूब्स पर हाथ पेरटा तो कभी मेरी जाँघो को दबाता. सुभम की इन हरकटो से मई गरम होते जा रही थी. इसीलये बीच बीच मे मई भी अपनी गंद सुभम के लंड पर रग़ाद रही थी.

थोरी देर सुभम मुझे भीर से दूर लेगया और मेरी कमर को अपने दोनो हाथो से जाकर लिया और फिर हम दोनो किस करने लगे. मैने तो मानो शरम बीच खाई हो. सुभम का लंड एकद्ूम खरा हो चुका था. उसको मई लड़की टाय्लेट मई ले गयी और एक कॅबिन मई हम दोनो किस करने लगे. सुभम पूरी तरह से मुझपर चड़ा हुआ था.

फिर सुभम ने मेरे सिर पर हाथ रखा और हल्का सा पुश किया. मई साँझ गयी सुभम मुझे अपना लंड चुसवाना चाहता है.

मई भी उसके बॉडी को किस करते हुए अपनी घुटनो पर बायथ गयी और उसके लंड को जीन्स के उपेर से ही सहलाने लगी. फिर सुभम की जीन मई से लंड बाहर निकाला. सुभम का लंड 9 इंच लंबा और 3 इंच मोटा रहा होगा. मई तो सुभम का लंड देख कर ही दर्र गयी.

फिर मैने सुभम का लंड मैने हाथ मई लेकर हिलने लगिया और साइड से चाटने भी लगी. सुभम को सयद ये पसंद नही आया. उसने मेरा सिर पाकारा और लंड मेरे मूह मई डाल दिया. सुभम का लंड काफ़ी बरा था पहली बार मई तो मई चोक कर गयी.

मे: धीरे धीरे करो मेरे लिया ये सब नाया है.

सुभम : सॉरी बेबी.. एब्ब धीरे धीरे करूँगा.

फिर सुभम ने अपने लंड का टोपा मेरे मूह मई दिया. मई भी उससे चाटने लगी. सुभम का परे-कम काफ़ी टेस्टी था. फिर फिर ढेरे ढेरे मई उसका पूरा लंड मूह मई ले लिया.

कभी मई सुभम का लंड चुस्ती तो कही सुभम मेरा सिर पकड़ कर मेरे मूह मई लंड अंडर बाहर करता. सुभम का लंड चूसने से मई भी गीली हुई जा रही थी. फिर सुभम ने मुझे उठा कर टाय्लेट सीट पर बैठाया. और मेरी स्ट्रीप खोल दी. स्लिप ड्रेस होने के कारण मैने अंडर ब्रा भी नही लगाया था.

सुभम मेरे दो बूब्स को पकड़ कर चूसने लगा. उसका ज़ुबाना से मेरी चुचियों के साथ केलने से मई नीचे पूरी गीले हो चुकी थी.

फिर सुभम मेरी छूट के तरफ बढ़ा. और मेरी ड्रेस को उपेर किया.नीचे मैने नेट वाली डिज़ाइनर पनटी पहनी हुई थी. मेरी पूरी ड्रेस मेरे पेट पर थी. मई उपेर नीचे दोनो तरफ से नंगी थी. सुभम ने मेरी पनटी को अपने मूह से खोला.

मेरी पनटी पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. सुभम ने मेरी पनटी को सूँघा और अपनी जीन मई रख लिया.

फिर सुभम ने मेरी छूट के आस पास चाटने लगा. सुभम ने दो उंगली मेरी छूट मई डाल कर अंदर बेर करने लगा. उसके अंदर बनार करने से जो रस निकलता वो उससे मेरी छूट पर से चाट जाता. मेरी थोरी थोरी झट के बाल भी थे बीच बीच मई सुभम उन्हे भी दांतो से कीचता.

मई तो ज़ोर ज़ोर से मोन करने लगी. सुभम ने मुझे मोन करने से रोकने के लिए मेरी पनटी को ही मेरे मूह मई भर दिया. मेरी पनटी मई भरा हुआ रस काफ़ी टेस्टी था. फिर सुभम ने स्पीड भरा दी मुझे दर्द तो हो रहा था मगर मई उससे रोकना भी नही चाहती थी. थोरी देर बाद मई झार गयी. मेरे अंदर के पानी से सुभम का सेहरा भीग गया.

फिर सुभम सीट पर बैठा और अपनी जेब से कॉंडम निकाला. पहले तो मैने सुभम को कॉंडम पहनाया फिर मैने सुभम का लंड अपने छूट पर सेट किया और उसपर बैठ गयी. सुभम का मोटा लंड एक बार मई मेरे अंडर घुस गया.

मेरी तो दर्द से चीख निकल आई. फिर मई सुभम के लंड पर उपेर नीचे करने लगी और सुभम मेरे बूब्स को दबाने लगा. जब मई तक जाती तो मई रुक जाती और सुभम नीचे से मुझे छोड़ने लगता.

हम दोनो ही मोन कर रहे थे. फिर सुभम सीट पर से उठा और मुझे सीट पर गोरी बना दिया और पीछे से मुझे छोड़ने लगा. सुभम के हर शॉट मई उसका पूरा लंड मेरे अंदर जा रहा था और मई सिसक रही थी.

फिर सुभम ने मेरे बालो को पाकर कर खिछा और छोड़ने के स्पीड बढ़ा दी. मेरे मूह की पनटी भी मेरे मोनिंग के आवाज़ को रोक नही पा रही थी.

लगभग 30 मीं बाद मई दुबारा झार गयी और सुभम भी मेरे साथ ही झार गया. हम दोनो बिल्कुल तक चुक्स थे. 20 मीं तो मई सुभम के बहो मई नंगी बैठे रही. फिर हुँने कपारे पहेने और बाहर निकले.

सुभम ने मेरी पनटी याद ते तौर पर रख ली. मेरा मेकप बिल्कुल बिगर चुका था मेरी बाल बिखरे हुए थे. कोई भी मुझे देख के बता सकता था की मई चुड के आई हू. पर मुझे इस पर परौद था.

उस रात मई सुभम के साथ उसके प्ग मई ही रुक गयी. इसके बाद के रोमांचक कहानी मई इसके अगले भाग मई बौुंगी.

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