मेरा नाम कबीर है. मैं 20 साल का हू. आवरेज बॉडी और 5 फीट 10 इंचस हाइट है. मैने इसी साल इंजिनियरिंग कॉलेज में अड्मिशन लिया.
तो स्टार्टिंग में क्लासस, लब यही सब चला 10 दिन तक. फिर मैने इंस्था में एक सुंदर कन्या देखी, जो हमारे ही एअर की थी, बुत अलग ब्रांच से थी. उसे देखने के बाद मानो मेरे शरीर में करेंट से दौड़ने लगा. उसका नाम अनु था.
पूरा भरा हुआ बदन था. उसका फिगर 36-32-36 होगा. चब्बी थी, और गोरी भी थी, और एक-दूं सेक्सी लगती थी. तो मैने उसे फॉलो रिक्वेस्ट भेजी, और कुछ देर में उसने आक्सेप्ट भी कर ली. फिर मैने उसे “ही” लिख कर भेजा.
उसने भी बात की नॉर्मल की कहा से हो, कों सी ब्रांच से हो, ये सब. फिर ऐसे ही कुछ दिन चले गये. अब एक इवेंट था, तो मैने उसे मेसेज किया-
मैं: क्या हम मिल सकते है?
तो वो बोली: हा.
फिर हम मिले. उसे देखते ही मानो मेरी हार्टबीट फास्ट हो गयी. उसने येल्लो कलर की टाइट टॉप पहनी थी, जिसने की उसके बड़े-बड़े स्टान्नो को बंदी बना के रखा था. नीचे टाइट सी ब्लॅक पंत जिसमे उसकी दो बड़ी जांघें देख के सेक्स का मॅन हो जाए.
फिर हमने सब इवेंट देखे, और साथ में बैठ के सेल्फ़िएस ली. मैं उसके बदन का खुश्बू सूंग के पागल ही हो रहा था. फिर मैने उसकी तारीफ की तट योउ अरे ब्यूटिफुल. वो भी रिटर्न में मुझे हॅंडसम बोली. फिर हमने साथ में कॉफी, लंच किया, और फिर रात में मिले जहा डॅन्स और सिंगिंग होने वाले थे.
हम मिले, फिर डॅन्स किया. मैं उसके दो बड़े-बड़े गुब्बारों को उछालता देख पागल ही हो रहा था. फिर जब स्लो रोमॅंटिक गाना चला, तो मैं उसके पीछे आके खड़ा हो गया भीड़ के कारण. फिर थोड़ी देर बाद मैने अपना लंड उसके पीछे से टच करना चालू किया.
कुछ देर के बाद मैने उसकी दोनो जांघों के बीच में लंड को प्लेस कर दिया. तब मानो मुझे लगा मैं जन्नत में था, क्यूंकी वो जगह इतनी वॉर्म थी मानो कोई लावा प्रोड्यूस करने वाली जगह हो. उसके बाद मैने आयेज-पीछे करना चालू किया.
वो मेरी तरफ देखी तो मैने सोचा शायद कुछ बोलेगी. बुत उसने स्माइल दी, और अपने छूतदों को टाइट और ढीला कर रही थी. फिर उसकी दोस्त ने उसको बुला लिया उसके साथ फोटोस खींचने के लिए. उसके बाद वो हॉस्टिल चली गयी, क्यूंकी 10 बजे बंद हो जाता है हॉस्टिल का गाते.
फिर उसने व्प किया, और फिर हम लाइब्ररी साथ में पढ़ने जाते थे. वाहा पे हमारा बॉन्ड काफ़ी अछा बन गया था. वो कभी झुक के पढ़ती थी तो मैं उसकी क्लीवेज देखा करता था. ऐसा ही चलता रहा. फिर मिड-सें आए और हमने पेपर दिए. मिड-सें ख़तम होते ही हम मोविए देखने चले गये 7-8 लोगों के साथ ग्रूप में.
उस दिन उसने एक सिल्क ब्लू कलर की टॉप आंड डेनिम शॉर्ट्स पहनी थी. उसे देख के मेरा मॅन हो रहा था लेने का. उसके मोटे थाइस मानो रस्स-मलाई हो. उन्हे खाने का मॅन कर रहा था मेरा. फिर हमने साथ में मोविए देखी और पॉपकॉर्न खाए. मोविए नामे था “जवान”.
पॉपकॉर्न खाते वक़्त मेरा हाथ उसके थाइ में टच हो गया, और मैने अचानक से दर्र के हटा लिया. तभी उसने मुझसे पूछा-
अनु: क्या हुआ, इतना दर्र क्यूँ गये? बस थाइस पर ही तो हाथ लगा है.
तो मैने बोला: बिना पर्मिशन के टच नही करना चाहिए, तो…
वो बोली: वाउ, तुम उस दिन अपना छ्होटा कबीर मेरे पीछे डाल रहे थे बिना पर्मिशन के, और आज पर्मिशन चाहिए.
फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा, और अपने थाइस पे रख दिया. मैने सोचा ये क्या हुआ. फिर मैने उसको देखा तो वो मुझे घूरे जेया रही थी. उसके बाद मैने धीरे से उसकी मोटी जांघों को सहलाना चालू किया. तब उसे देखा, तो वो खुश थी. फिर मैने उसकी थाइस को सहलाया, रगड़ा, खींचा, दबाया.
मैं ऐसे ही करते रहा. फिर मैने उसे बोला: मैं बाहर जेया रहा हू, तुम आ जाना.
फिर मैने बाहर उसका इंतेज़ार किया. कुछ देर बाद वो जैसे ही बाहर आई, मैं उसे लेके टाय्लेट चला गया. वाहा जाके उसको कस्स के हग किया और उसके बदन की खुश्बू सूँघी. फिर मैने उसकी नेक पे किस किया, तो कभी गालों पे. उसके बाद मैने अचानक से उसकी नेक को पकड़ा, और उसके लिपस्टिक से भरे हुए लिप्स को अपने लिप्स पे लगा के पूरा रस्स चूसा.
मैने लिपस्टिक भी पूरी चूस ली, और फिर मैने अपनी जीभ उसके मूह के अंदर डाल दी. अब हम फ्रेंच किस करने लगे. मेरा एक हाथ उसकी गर्दन पे था, और एक हाथ से मैं उसकी बड़ी मुलायम गांद दबा रहा था. फिर ऐसे ही चुम्मा-छाती चली. उसके बदन की खुश्बू और उसकी सिसकियाँ मानो पागल ही कर रहे थे.
फिर मैने उसके बूब्स पकड़ने का ट्राइ किया, पर उसने मुझे पीछे धकेला, और भाग गयी. तो मैं समझ नही पाया क्या हुआ था. उसके बाद हम साइलेंट ही हॉस्टिल आ गये. बुत हम अब कॅंपस में रेग्युलर रात को साथ बैठते थे, और घूमते थे. हम किस भी करते थे.
फिर एक दिन उसका बर्तडे आया. उसके दोस्त ने गपल करके उसकी बड़ी गांद को चप्पल से मार-मार के बंद बजा दिया. फिर हमने केक काटा, खाया-पिया, सेलेब्रेट किया, और फिर सेलेब्रेशन ख़तम होने के बाद सब चले गये. अब हम साथ में बैठे थे, और वो मुझसे अपना गिफ्ट माँग रही थी.
मैने बोला: मैने तो तुम्हारा गपल नही लिया.
तो उसने अपनी गांद मेरे मूह के सामने रख के बोला: लेलो गपल.
मैने उसको खींचा और अपनी बाहों में लिटाया उल्टा, और उसकी गांद में छानते मारने लगा. जैसे ही 3-4 छानते मारे वो बोली-
अनु: दर्द हो रहा है.
तो मैने उसको छ्चोढ़ दिया.
फिर मैने उसको बोला: मैं मदद कर सकता हू.
तो वो बोली: कैसी मदद.
फिर मैने बोला: मालिश कर डू?
तो वो नही मान रही थी. पर मेरे रिक्वेस्ट करने के कारण वो मान गयी. फिर मैने धीरे से उसकी हाफ पंत नीचे की. मैने देखा की उसकी पनटी एलास्टिक वाली थी. ऐसा लग रहा था जैसे किसी बच्चे की थी. फिर मैने उसका बदन सहलाया और मालिश की. फिर मैं उसको गिफ्ट में एक वॉच दिया और बोला-
मैं: दिन में शॉपिंग चलते है.
तो वो हा बोली.
आयेज की कहानी के लिए पार्ट 2 का वेट करे.