चुदाई के दौरान मर्द ने औरत को भावुक किया

सुरेश जी अपनी सालों पुरानी दोस्ती को धोखा देकर मेरी चुदाई करने लगे थे. मैं भी अपनी मस्ती से चुड रही थी, और मेरी बातों से उनको उकसा रही थी.

संगीता: श, उम्म्म, आहह. बहुत मज़ा दे रहे हो आप तो. कहा थे इतने सालों से? सुरेश जी बस आप ही हो जो ऐसा अनुभव करवा रहे हो. इतने समय तक मैं एक असली मर्द से डोर रही हू.

सुरेश जी: मुझे भी कहा पता था की इतनी खूबसूरत औरत को मैने इतने सालों तक अपने से डोर रखा.

संगीता: अब जो हुआ सो हुआ. अब से मैं आपकी बीवी हू. आपका जैसे मॅन करे वैसे मेरी चुदाई करे.

अब मैं उनके आयेज घोड़ी बन गयी, और वो पीछे से मेरी छूट छोड़ने लगे. वो पीछे से मेरे बाल पकड़ कर कुटिया बना कर छोड़ रहे थे. 50 साल की उमर थी, फिर भी उनकी छोड़ने की ताक़त जवान मर्द जैसी थी. एसी चालू था, फिर भी हम दोनो पसीने से लत-पाठ हो गये थे. मैं चरम सुख पर पहुँच गयी और झाड़ गयी.

मेरी छूट की गर्मी से वो भी मेरी छूट में झाड़ गये. वो सीधे हुए, और बेड पर लेट गये. उनका स्पर्म मेरी छूट से निकल कर मेरे पैरों पर बह रहा था. मैं भी बातरूम गयी, और फ्रेश हो कर उनको चिपक कर सो गयी.

सुरेश जी: संगीता मैं तुम्हारा शुक्रिया अदा कैसे करू? मेरे जीवन में संभोग ख़तम हो गया था. बहुत सालों बाद मैने आज चुदाई की है. तुमने बहुत आचे से मुझे सुख दिया है (उन्होने मेरे फेस पर हाथ रखा और माथे पर किस किया). तुम बहुत अची हो. मैं तुम्हे रानी बना कर रखूँगा.

संगीता: आपने जब कहा की आपने सालों से चुदाई नही की. मैं समझ सकती हू एक मर्द के लिए ये कितना कठिन है. मैं आपसे बहुत प्यार करती हू. मेरे से आपका ये दुख देखा नही गया. मैने बहुत ग़लत कर दिया ना? अपने पति को धोका दिया. मेरे से बहुत बड़ी ग़लती हो गयी. आप अब मुझे कैसी औरत समझोगे. किसी को पता चल गया तो मेरे क्या होगा ( मैने रोने का नाटक किया, ताकि उनको मेरी सकचाई ना पता चले. पर सच तो ये था की मुझे गैर मर्दों से संबंध बनाने में मज़ा आने लगा था)?

सुरेश जी ( मुझे अपनी बाहों में जाकड़ कर): तुम इतना मत सोचो. हमारा रिश्ता हमारे बीच ही रहेगा. तुमने कुछ ग़लत नही किया है. अपने पति से चुदाई करवाना कुछ ग़लत नही है ( मैने ये सुनते ही मुस्कुरा कर उनके होंठो पर किस किया).

सुरेश जी: मैं हमेशा तेरे साथ हू. हम ऐसे ही कही अची जगह पर मिलते रहेंगे, और मैं वादा करता हू मेरी वजह से तुम्हे कोई तकलीफ़ नही होगी.

मैने भी झूठ-मूठ का रोने का नाटक किया, और उनको मेरे प्यार में फ़ससा दिया. अब मैने उनको ये भी यकीन दिलाया की मेरे जीवन का आ पहला गैर मर्द से रिश्ता था, और ये आखरी होगा. सुरेश जी भी मेरी बातों से भावुक हो गये. मुझे उनको देख कर अंदर से खुशी हो रही थी, की अब एक और मर्द मेरे जिस्म का गुलाम बन गया था.

मर्द को भावुक बना कर चूड़ने में जो सुख मिलता है, वो हवस में भी नही है. चुदाई बहुत प्यार से होती है और हमारा हर एक काम निकल जाता है. मैने उनका लंड हाथ में पकड़ा और सहलाने लगी. वो बड़ा होने लगा.

संगीता: आप बहुत जोशीले है, मेरी इतनी चुदाई के बाद भी ये खड़ा होने लगा है.

सुरेश जी: तेरे जैसी औरत साथ में हो तो मुर्दा भी ज़िंदा हो जाए, फिर ये तो मेरा लंड है.

उनके लंड पर मेरा और उनका स्पर्म सूख गया था. मैने नीचे झुक कर स्मेल किया तो उसकी गंध मुझे मदहोश करने लगी. मैने अपना मूह खोला और लंड चूसने लगी. थोड़ी देर चूसने बाद वो पूरा टाइट हो गया. अब मैं उनके लंड पर बैठ गयी, और उछाल-उछाल कर चूड़ने लगी.

साथ में अपने बूब्स भी दबाने लगी. लगातार 10 मिनिट की चुदाई के बाद मैं झाड़ गयी. मैने देखा तो सुरेश जी का लंड अब भी पूरा टाइट पड़ा था. मैने उनसे कहा की आप चाहो तो मेरी गांद छोड़ सकते हो.

वो बहुत खुश हुए पर मैने कहा: आप बहुत जोशीले है, तो तोड़ा प्यार से करना, जिससे मुझे चलने में तकलीफ़ ना हो.

उन्होने अब मुझे उल्टा किया और घोड़ी बना दिया. अब उन्होने जो किया वो मैने कभी सोचा नही था, की कोई मर्द इतना गंदा सेक्स करता होगा. सुरेश जी मेरी गांद के च्छेद को चाटने लगे. मेरे पेट में गुदगुदी होने लगी.

मैं हस्स रही थी और वो भी मेरी गांद पर थप्पड़ मार कर मेरी गांद चाट रहे थे. जब उनका थप्पड़ गांद पर पड़ता, तो मुझे तोड़ा दर्द होता. पर वो दर्द मुझे और एग्ज़ाइट कर रहा था. अब उन्होने उनके लंड पर कॉंडम लगाया, और मेरी गांद में लंड डाल दिया. मुझे गांद मरवाने की आदत थी, तो इतना दर्द नही हुआ, पर मज़ा बहुत आ रहा था.

उस दिन उन्होने लगातार मेरी 20 मिनिट गांद मारी. एक बार तो दोनो टांगे कंधे पर लेकर भी गांद मारी. मेरी तो हालत इतनी खराब हो गयी की मेरे बाल बिखर गये. हम दोनो की बॉडी पूरी पसीना से भीग गयी. सुरेश जी झड़ने का नाम ही नही ले रहे थे. उन्होने फिर मेरी एक और बार छूट छोड़ी, और और कुछ 20 मिनिट के बाद बोले-

सुरेश जी: मेरी जान, तेरी छूट और गांद छोड़ने में बहुत मज़ा आ रहा है. मॅन करता है उसको छोड़ता ही राहु.

संगीता: आप सच में तगड़ी चुदाई करते हो. मेरी तो हालत खराब हो गयी है. आपसे चुड कर पता नही कितनी बार झड़ी हू. सुरेश जी आज रहने दो ना, अब छूट में दर्द होने लगा है. मैं कहा मर्री जेया रही हू. आप जब कहो छुड़वाने आ जौंगी.

सुरेश जी: ठीक है मेरी जान. वैसे मैं भी बुरी तरह तक चुका हू, पर मेरा निकल नही रहा है. और ऐसे बिना झाडे मुझसे रहा नही जाएगा.

संगीता: मैं हू ना. मेरे होते हुए आपको ऐसे थोड़ी छ्चोढ़ सकती हू (मैने अब उनके लंड पर से कॉंडम निकाला, और उस पर किस किया. सुरेश जी बुड्ढे थे, पर जोश बहुत था. सेयेल का लंड अब भी खड़ा था)

संगीता: आप सच में बहुत तगड़ी चुदाई करते हो. मेरी तो जान निकल गयी. आप तो एक साथ दो औरत को संतुष्ट कर सकते हो इतना दूं रखते हो (मेरी बात सुन कर वो खुश हो गये).

अब मैने लंड चूसना और हिलना चालू किया. कुछ 5-7 मिनिट में वो झाड़ गये. मैने सारा स्पर्म चाट लिया. वो मेरा रंडी-पाना देख कर खुश हो रहे थे. मैं भी उनकी आँखों में देख कर लंड चाट रही थी. कभी सोचा नही था की सुरेश भैया के आयेज रंडी की तरह चुड़ूँगी. मैं खड़ी हुई, और उनके लिप्स को आचे से चूसा. अब हम दोनो फ्रेश हुए और मैने अपनी सारी पहन लिया.

वो मेरा हाथ पकड़ कर होटेल के मलिक के पास गये. होटेल मलिक कुछ 40-42 साल का होगा. दिखने में वो बहुत ही गोरा-चितता हॅंडसम था. उसकी हिगत बॉडी भी अची थी, और उसकी छ्चाटी पर घने बाल थे, जो उसकी पर्सनॅलिटी को सूट कर रहे थे.

होटेल मलिक: हेलो सिर, आपको हमारा रूम कैसा लगा?(वो बार-बार मेरी और देख रहा था. मैं भी उनकी आँखों में देख कर मुस्कुरा रही थी. मॅन तो कर रहा था की उसके साथ चुड जौ).

सुरेश जी: आपकी सर्विस बहुत अची लगी. अब से मैं आपका रेग्युलर कस्टमर रहूँगा.

होटेल मलिक: सिर आप दोनो बहुत ही स्वीट कपल लग रहे हो, और आपकी लवर बहुत खूबसूरत है (उसकी नज़र हाथ ही नही रही थी. वो मेरे बूब्स और कमर को देख रहा था. मैं भी पल्लू हटा कर उसको मेरी सेक्सी फिगर दिखा रही थी. मुझे मर्दों को ललचाना अछा लगता है).

सुरेश जी (हेस्ट हुए): थॅंक योउ. सच में बहुत खूबसूरत है, और मज़ा भी बहुत देती है (मैं सुरेश जी को हाथ की कोहनी मारी, और गुस्से से आँखें दिखाते हुए हस्स पड़ी). आपने रूम के बारे में नही बताया होता तो शायद हम ऐसे मिल नही पाते (उन्होने मेरे कंधे पर हाथ रख दिया).

संगीता: अर्रे बस करिए, सब के सामने अछा लगता है क्या? आप तो पागल होते जेया रहे है. कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा?

होटेल मलिक: मेडम जी आप इतनी हसीन है की सिर क्या, आपको देख कर कोई भी पागल हो जाएगा. (उसकी नज़र मेरे से हॅट नही रही थी. वो मेरे बूब्स और पेट की और घूर रहा था) और आप चिंता ना करे. हमारा होटेल बहुत सेफ है. हम आने वाले कस्टमर के बारे में किसी को कुछ नही बताते. जो अपने लवर के साथ आता है, उनकी हम रिजिस्टर में एंट्री नही करते.

होटेल मलिक ने उनकी होटेल का विज़िटिंग कार्ड दिया. जिसमे उसका टेलिफोन नंबर भी लिखा था. मैने स्माइल के साथ वो कार्ड बाग में रख दिया. फिर मैने पीछे मूड कर देखा तो वो होटेल मलिक मेरी गांद की और देख रहा था. मैने उसको देख कर नॉटी स्माइल पास की, और वन में बैठ गयी. मैने देखा उसने अपना लंड मसल दिया. सुरेश जी ने मुझे मेरे माइके के पास छ्चोढ़ दिया. जाते-जाते मैने सुरेश जी को हग किया, और गाल पर किस करके गुड बाइ कहा.

सुरेश जी ने बहुत बार मेरी छूट और गांद छोड़ी थी. उन्होने मुझे आचे-आचे होटेल में ले जेया कर छोड़ा था. मेरा और सुरेश जी का रिश्ता बहुत सालों तक चला. फिर उसमे भी काई बार अजीब चीज़े हुई. वो मैं आपको आने वाले पार्ट्स में शेर करूँगी.

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