यह कहानी मैं अपनी सहेली लाजवन्ती की तरफ़ से उसी के शब्दों में लिख रही हूँ। मेरा नाम है लाजवन्ती, उम्र तेईस साल, रंग गोरा, अंग अंग मानो भगवान् ने अकेले बैठकर तराशा हो, लहराता जिस्म, पतली सी कमर, आग लगा देने वाली छाती बिल्कुल गोल-मोल और सेक्सी, किसी मर्द का, किसी लड़के का उन …
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