चाची साथ रोमॅंटिक दिन

सेक्स स्टोरी कंटिन्यूस-

अगले दिन सुबह 10:30 बजे मैं सीमा चाची के बेडरूम में सो रहा था. तभी मुझे सीमा चाची की आवाज़ सुनाई दी. तब मैं गहरी नींद में था. उनकी आवाज़ सुन कर मेरी नींद खुल गयी.

सीमा चाची: राज, राज, उठो, सुबा के 10:30 बाज गये है.

मैं नींद से उठ कर बैठा. तब मुझे याद आया की मैं पूरी तरह से नंगा था. सीमा चाची ने रात को मेरे उपर चादर डाली थी.

सीमा चाची: राज, राज, अब उठ भी जाओ.

मैं: हा चाची, मैं उठ गया हू. 15 मिनिट्स में तैयार हो कर बाहर आता हू मैं.

मैं जल्दी से बेड पर से उठ कर बातरूम में चला गया, और मैने शवर लिया. टूतपेस्ट और म्तवॉश से मैने अपना मौत क्लीन किया.

बातरूम से बाहर निकल कर मैने अपनी ट्रॅक पंत पहनी. तभी सीमा चाची हम दोनो के लिए 2 कप ब्लॅक कॉफी लेकर बेडरूम में आ गयी.

सीमा चाची ने येल्लो कलर की सारी और ब्लॅक डीप नेक ब्लाउस पहना हुआ था. उनके काले लंबे बाल खुले हुए थे. उनके बाल थोड़े से गीले थे. चाची ने मॅचिंग इयररिंग्स पहने थे. आँखों में काजल, और होंठो पर रेड कलर की लिपस्टिक थी. सीमा चाची के गले में मंगलसूत्रा की जगह पर एक गोल्ड की चैन थी. चाची एक-दूं क़यामत लग रही थी. इतनी ब्यूटिफुल. मैं चाची को देखता ही रह गया. अपनी त-शर्ट पहनना ही भूल गया.

सीमा चाची ने कॉफी की ट्रे ड्रेसिंग टेबल पर रख दी, और मुझे एक कॉफी कप दिया. मैं ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ा था. मेरे बाल गीले थे. बॉडी भी थोड़ी गीली थी. सीमा चाची भी मेरे सामने खड़ी हो कर कॉफी पीने लगी. हम दोनो कॉफी पीते हुए एक-दूसरे को देख रहे थे. ऐसा लग रहा था की मैं किसी खूबसूरत पारी को देख रहा था.

सीमा चाची: राज, राज, तुम किन ख़यालों में खोए हुए हो? तुम्हारी कॉफी ख़तम हो गयी हो तो कप मुझे वापस दे दो. मुझे और भी काम है.

मैने कॉफी का कप ड्रेसिंग टेबल पर रखा. फिर सीमा चाची की कमर पर अपना हाथ रखा, और उनको अपने करीब खींचा.

सीमा चाची: ये तुम क्या कर रहे हो राज?

मैं: आप इतनी खूबसूरत क्यूँ हो, सीमा चाची?

सीमा चाची हैरान हो कर मुझे देख रही थी. मैने उनको और कस्स कर पकड़ा, और उनके होंठो पर किस करने लगा. 15-20 मिनिट तक पॅशनेट्ली किस्सिंग करने के बाद मैने किस तोड़ी.

मैं: गुड मॉर्निंग चाची.

फिर मैने चाची को अपनी बाहों से आज़ाद किया. उसके बाद अपनी त-शर्ट पहनी, और बेडरूम से बाहर निकला. चाची भाग कर मेरे पीछे हॉल में आई.

मैं: शाम को 4:00 बजे तैयार रहना चाची. हम दोनो बाहर घूमने जाएँगे. और यही सारी पहनना (मैने स्माइल दी, और अपने घर चला गया).

सुबा के 11:30 बजे थे. मैने फ्रेश हो कर अपने कपड़े चेंज किए, और जिम चला गया. मैने आर्म्स और शोल्डर की इनटेन्स ट्रैनिंग की. फिर मैने अपने घर वापस आ कर लंच किया. तभी मुझे सीमा चाची का कॉल आया.

सीमा चाची: राज तुमने मुझे सुबा जो कुछ कहा है, क्या वो सच है? क्या हम दोनो सच में शाम को घूमने जाने वाले है?

मैं: हा सच है. आप सिर्फ़ तैयार रहना. और मेरी कॉल का वेट करना.

सीमा चाची: ओक, ठीक है.

शाम 4:00 बजे हम दोनो तैयार हुए. मैने भी येल्लो कलर की शर्ट पहनी और ब्लू जीन्स. मैने सीमा चाची को कॉल किया और हमारे बिल्डिंग एरिया से डोर एक बस स्टॅंड पर आने के लिए कहा. फिर मैं अपनी बिके पर यूयेसेस बस स्टॉप पर सीमा चाची का वेट करने लगा.

शाम 4:40 को चाची औउतोरिकक्ष्व से उस बस स्टॉप पर पहुँची. फिर हम दोनो मेरी बिके पर सिनेमकष थियेटर गये. मैने शाहिद केपर और कृति सनों की ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ लगी थी. मोविए के 2 टिकेट्स ऑलरेडी लेकर रखे थे मैने, वो भी कॉर्नर सीट्स.

हमने एक साथ मोविए एंजाय की. सीमा चाची ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ था. सीमा चाची ने अपना सिर मेरे कंधे पर रखा हुआ था. मोविए के एक रोमॅंटिक किस्सिंग सीन के वक़्त मैने सीमा चाची को किस करने लगा. पर सीमा चाची दर्र गयी.

सीमा चाची: राज तुम ये क्या कर रहे हो? कोई देख लेगा (धीरे से).

मैं: कुछ नही होगा. कोई नही देख रहा. यहाँ अंधेरा है.

फिर मैने इशारा करते हुए सीमा चाची को एक कपल दिखाया, जो किस कर रहा था. फिर दूसरी बार सीमा चाची और मैने पॅशनेट्ली किस किया. मोविए देखने के बाद हम दोनो फुड कोर्ट गये, और कॉफी आंड सॅंड्विचस ऑर्डर किए.

मैं: चाची, आपको मोविए कैसी लगी? मज़ा आया ना?

सीमा चाची: मोविए बहुत अची थी. मुझे बहुत मज़ा आया.

लगभग 7 साल बाद मैने थियेटर में मोविए देखी है. तुम्हारे राजेश अंकल को तो मूवीस देखना पसंद ही नही.

मैं: चाची क्या आपने कभी वेस्टर्न आउटफिट्स ट्राइ किए है?

सीमा चाची: नही. सिर्फ़ सरीस और पंजाबी सूट्स. तुम्हारे अंकल को वैसे कपड़ों से चिढ़ है.

फिर हमने नाश्ता फिनिश किया, और मैं चाची को एक लॅडीस बुटीक में लेकर गया. सीमा चाची के लिए मैने एक रेड ट्रॅन्स्परेंट शर्ट और ब्लू डेनिम जीन्स पंत कारीदी. और रेड नेट वाली ब्रा और पनटी (बिकिनी टाइप). बिल मैने पे किया. रात को 8:00 बजे मैं चाची को लेकर एक एक्सपेन्सिव होटेल गया. वहाँ हम दोनो ने कॅंडल लाइट डिन्नर किया.

मैं: सीमा चाची. आपको हमारी आज की ये डटे कैसी लगी?

सीमा चाची ने एक ब्यूटिफुल स्माइल दी, और मेरा हाथ पकड़ लिया. चाची की आँखों में उनकी खुशी सॉफ-सॉफ दिख रही थी.

डिन्नर के बाद हम दोनो मेरी बिके पर घर जाने लगे. लेकिन इस बार चाची ने अपना हाथ मेरे कंधे पर ना रखते हुए, मेरी कमर को कस्स कर पकड़ लिया. एक गर्लफ्रेंड की तरह. हम दोनो बिके पर एक-दूं चिपक कर बैठे थे. सीमा चाची ने मेरे गाल पर किस किया.

मैने बिके की स्पीड बढ़ा दी. सीमा चाची भी ये सब कुछ एंजाय कर रही थी. अभी तो रात जवान हुई थी. अगली सेक्स कहानी में पढ़े घर पहुँचने के बाद रात को क्या-क्या हुआ?

नेक्स्ट स्टोरी वेरी सून.

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