हेलो दोस्तो मेरा नाम अरुण है और आज मई आपको बताने जेया रहा हू मेरे और मेरे घर की केर्टेकर लेडी के बीच हुए सीन के बारे मे. मेरी उमेर 20 साल है और मई कल्ग स्टूडेंट हू एक बार की बात है जब मई सम्मर वाकेशन पे घर आया हुआ था.
तब किसी काम से मेरे मम्मी पापा को बाहर जाना पड़ा और घर पे मई और रेणु दीदी ही रह गये. नैना दीदी हुमारे घर मई पिछले 10 साल से है और वो सुबा आता है और शाम को जाती है मेरी और उनकी बॉनडिंग काफ़ी अची है.
मई 2 साल पहले फाड़ने के लिए दूसरी सिटी चला गया था और वही रह रहा था. मई जब घर आया तो पता चला की मों दाद को किसी ज़रूरी काअम से 15 दिन के लिए जाना होगा. और आस मेरे कोई भाई भें नही है तो मई अकेले रह गया. जबकि मेरा मान मों दाद के साथ टाइम स्पेंड करने का था पर क्या कर सकते है.
अब मों दाद चले और मई तोड़ा साद हो गया. रेणु दीदी घर के सारे काम कर रही थी खाना बनाना और बाकी चीज़े.
मई तोड़ा उदास बेता था तो दीदी बोली की अरुण बाबा आप इतनी उदास मॅट हो आप तो एक महीना यहा हो और साहब तो सिर्फ़ 15 दिन के लिए गये है काफ़ी दिन बचेंगे.
मई – हन नैना दीदी आप शी कह रहे हो और आप भी तो हो यहा आपसे भी तो इतनी दिन बाद मिल रहा हू.
नैना दीदी – अरे बाबा मई तो अची हू बस आपके बिना घर खाली ही रहता था. साहब और मालकिन काम पे निकल जाते मई सारा दिन ऑलमोस्ट फ्री.
मई – ओह अछा शी है फिर तो आचे से आराम करा अपने मेरे बिना कोई फेलने वाला नही था ना.
नैना दीदी – अरे नही बाबा मज़ा तो तभी आता है जब कुछ बिखरे वरना तो सब वही का वही रखा ही है.
मई – तो फिर बिखेर डू सब?
नैना दीदी – जैसा आप चाओ बाबा मई सॉफ कर दूँगी.
मई – अरे नही दीदी मई तो मज़ाक कर रहा हू. वैसे एक बात है दीदी आप काफ़ी अलग लग रही हो थोड़ी स्लिम ट्रिम.
नैना दीदी – अरे बाबा वो तोड़ा वेट भाड़ रहा था तो एक्सर्साइज़ वगेरा कर लेती हू थोड़ी बस तो उससे सही हो गया.
मई – अछा है दीदी अची लग रही हो.
फिर कुछ दिन यूँ ही निकल जाते है और हम यूँ ही अलग अलग बाते करके एक दूसरे के साथ टाइम स्पेंड कर रहे होते है. शाम को मेरे दोस्त आते है या मई बाहर चला जाता बाकी टाइम तो दीदी के साथ ही रहता था.
अब तोड़ा दीदी के बारे मई बता डू दीदी की आगे 35 यियर्ज़ है और उनका रंग गोरा है और फिगर भी अची है और वो अक्सर शादी फेंटी है. अगर वो ना बताया की वो क्या काम करती है तो सब उनको मालकिन ही समझे. उनका एक बेटा है और पति एक प्राइवेट जॉब करता है पर सकल से फुदू ही लगता है.
अब ऐसे ही कुछ दिन निकले और हम अची बात चिट करने लगे. लगभग 5 दिन निकल गये थी हम मस्त एंजाय कर रहे थी साथ मोविए देखना, बाहर से माँगा लेना आंड ऑल फुल चल रहा था.
एक दिन एक मोविए चल रही थी उसमे एक दीदी जैसी फिगर की ही मॉडेल मस्त डीप नेवेल सारी पहें के घूम रही थी. तो मैने ऐसे ही दीदी से मज़ाक मई बोल दिया की यॅ देखो दीदी यॅ तो आप जैसी लगी रही है.
दीदी – धात बाबा कुछ भी, यॅ कहा मई कहा.
मई – अरे दीदी स्ची आप एसी ही लगती हो, और यॅ कोंसि सूपरस्टार है ऐसे ही है कोई और आप किसी से कूम थोड़ी हो.
दीदी – थॅंक योउ बाबा पर मेरे से ज़्यादा सनडर है वो.
मई – अरे दीदी सब मेकप का कमाल है आप एसा रेडी हो जाओ और तोड़ा मेक उप करो इससे अची ना लागो तो बोलना शर्त है.
दीदी – क्या बाबा कुछ भी.
मई – अछा देख लेंगे मई आपको साबित कर दूँगा आप भी ना बिना बात खुद को इतना शक करते हो इतनी तो सनडर हो आप.
दीदी – ह्म (शाइ होकेर).
मई – चलो खड़े हो मई आपको दिखता हू.
दीदी – क्या बाबा?
मई – अरे उठो तो.
दीदी – ओक.
अछा अब चलो थोड़ी अपनी सारी को उस मॉडेल जैसे कर लो प्लीज़ अभी पता चल जाएगा आपको.
दीदी – अरे बाबा ऐसे केसे.
मई – अरे दीदी मई ही तो हू आपका प्यारा छोटा बचा. और वैसे भी सिंपल ही तो फेनु हुई है इसने.
मेरे काफ़ी बोलने के बाद दीदी मान जाती है और रूम मई जाके सारी को डीप करके आती है जिससे उनका पूरा नेवेल बाहर आ जाता है. फिर मई उनका तोड़ा पल्लू साइड करवा देता हू, वो बहोट मस्त लग रही होती है.
मई – देख लो दीदी अब कों अछा नही लग रहा.
दीदी – मुझे ऐसे शरम आ रही है बाबा (और सारी वापिस उपेर करने लगती है).
मई – अरे इसमे शरम केसी दीदी और आपको मुझपे भरोसा नही है क्या?
दीदी – अरे नही बाबा पूरा भरोसा है आप पर.
मई – तो फिर ऐसे ही रहने दो अची लग रही हू आप.
दीदी – ठीक है.
मई – वैसे दीदी एक बात काहु अगर बुरा ना मानो तो..
दीदी – हन बोलिए?
मई – आपकी नेवेल बहोट सनडर है और आप ऐसे और ज़्यादा अट्रॅक्टिव लग रही हो.
दीदी – थॅंक योउ बाबा.
मई – वैसे एक बात पूचु दीदी सच स्ची बताॉगी?
दीदी – हन.
मई – आप इतनी सुंदर हो आपका मान नही करता ऐसे यॅ सब अलग अलग कपड़े ट्राइ करने का या यूँ तोड़ा स्टाइल मई सारी बँधे का.
दीदी – मान तो करता है कभी कभी पर मई तो बस एक केर्टेकर हू.
मई – दीदी प्लीज़ ऐसे मॅट बोलो आप फॅमिली का हिस्सा हो, बचपन से मम्मी से ज़्यादा आपके साथ रहा हू.
दीदी – थॅंक्स बाबा.
मई – दीदी अगर आप फेनाना चाओ तो आपको पूरी आज़ादी है अपना शोक पूरा करने की.
दीदी – जी बाबा पर मेरा पति को नही पसंद यॅ सब और ना मालकिन को अछा लगेगा.
मई – अरे दीदी अभी यहा ना मालकिन है और ना आपके पति.
दीदी – मतलब् बाबा?
मई – अरे दीदी आपको मान है तो पूरा दिन यही हो और अब तो रात को भी यही हो आप यही फेन लो जो आपका मान हो, मेरे से केसी शरम. (मम्मी ने उनकी आब्सेन्स मई दीदी को रात को भी रुकने को कह दिया था.)
दीदी – ह्म बाबा.
फिर कुछ दिन दीदी को मई और कंफर्टबल करता हू अपने साथ और दीदी भी हो रही होती है और अब वो बड़ी फ्रीली डीप नेवेल सारी फेन के घूम रही होती है. अब मई उनको मों के रूम मई बुलाता हू.
मई – दीदी इधर आना.
दीदी – हन बाबा.
मई – यॅ लो (मों का एक नाइट स्लिक गाउन जो कट स्लीव्स होता है और नीचे से तोड़ा शॉर्ट होता है वो दे देता हू).
दीदी – बाबा यॅ तो मालकिन का है मई केसे..?
मई – अरे तो मों का ही है अप बस उसे करो उनके आने से पहले वापिस रख देना. अची लगोगी इसमे रात को नींद भी अची आएगी. सारी मई सोने से ज़्यादा मज़ा आएगा.
दीदी – अरे नही बाबा.
मई – ठीक है नही फेनाना तो ज़बरदस्ती थोड़ी कर सकता हू आपके साथ. अप मेरे लिए रात को यहा रुक रही हो तो बस मुझे लगा आपको कंफर्टबल कपड़े दे साकु. उसी सारी मई जो पूरा दिन पहनी उसमे नींद केसे आती है आपको..
दीदी – आ जाती है बाबा आदत है, घर मई भी ऐसे ही सोती हू.
मई – अछा, मुझे तो बिल्कुल नींद ना आए ऐसे, चलो बाकी जैसा आप चाओ.
दीदी – जी बाबा.
मई – वैसे एसा कुछ फीना तो होगा ही अपने?
दीदी – नही.
मई – ओह अछा.
दीदी – जी बड़ा.
मई – अछा चलो फिर सो जाते है अब, वैसे अची बहोट लगती आप और एक न्यू चीज़ ट्राइ कर लेती. खुद ही कह रही थी बड़ा मान करता है अलग अलग चीज़े ट्राइ करने का.
दीदी – करता तो है.
मई – हन तो फिर जब मोका है ना ना करो, फिर पति और मलिन को कोसो.
दीदी – अरे नही बाबा वो बात नही है.
मई – अरे कोई बात नही है यॅ लो ट्राइ कर लो फिर बदल लेना उसमे क्या.
दीदी – ओक (तोड़ा सोचते हुए).
फिर दीदी टाय्लेट मई चली जाती है चेंज करने और थोड़ी डरे बाद बाहर आती है.
दीदी तोड़ा शरमाते हुए बाहर आती है.
मई – वाह दीदी अची लग रही हो एकद्ूम मस्त और मॉडर्न.
दीदी – थॅंक्स.
(मई तोड़ा ठीक करने के बहने से पास जाता हू).
मई – अरे दीदी यहा से ठीक करो.
दीदी – कहा से से बाबा?
मई – अरे दीदी यॅ उपेर से स्ट्रॅप एट्सेटरा..
दीदी – ओक.
मई – अरे दीदी अपने ब्रा नही उतरी.
दीदी – बाबा क्या बोल रहे हो आप?
मई – अरे इसके नीचे ब्रा नही फेनटे दीदी, कंफर्टबल केसी होगी फिर यॅ. मों भी नही फेंटी इसके नीचे कुछ.
दीदी – अछा.
मई – हन दीदी, मैने तो सुना था लॅडीस रात को ब्रा नही फेंटी.
दीदी – हन उतार तो देती है हम लोग.
मई – हन तो फिर इसके नीचे कू, उतार दो यॅ बहोट सॉफ्ट कपड़ा होता है अछा लगेगा आपको.
दीदी – ओक (तोड़ा सोचते हुए).
(फिर दीदी अपनी ब्रा उतार देती है).
मई – अब बताओ दीदी केसा लग रहा है.
दीदी – काफ़ी अछा और कंफर्टबल बस थोड़ी शरम आ रही है काफ़ी छोटा है यॅ, स्लीवलेशस और ऐसे उछा भी.
मई – अरे दीदी सोना के कपड़े से जंग के थोड़ी की पूरे कवर्ड होंगे.
दीदी (हेस्ट हुए) – क्या बाबा आप भी..
मई – शी तो कहा इतनी तो अची लग रही हो और नींद भी देखना मस्त आएगी एकद्ूम. आपको पता नही क्या लोग नंगे सोते है ताकि कंफर्टबल हो सके आप उसकी छोटा बता रही हो.
दीदी – ची बाबा केसी बाते कर रहे हो आप मेरे साथ.
मई – अरे दीदी इसमे एसी कोंसि बात की मैने जो होता है वो बता रहा हू.
दीदी – जी पर अभी आप थोड़े छोटे हो इन सब बातो के लिए.
मई – दीदी आपको मई अभी भी छोटा बचा लगता हू ना इसलिया आप ऐसे रिक्ट कर रही हो हैईना?
दीदी – अरे नही बाबा प्लीज़ एसा मॅट सोचिए, एसा कुछ नही है मेरा वो मतलब् नही था.
मई – तो केसा है दीदी अब मई भी अडल्ट हू आपकी तरह आप आचे से बात कर सकती हो मेरएसए मुझे भी अछा लगेगा. समाज नही आता सब मुझे क्यू छोटे बचे जैसा कू ट्रीट करते है सब. जैसे अभी भी प्राइमरी स्कूल मई हू मई.
(थोड़ी और एसी बाते करके दीदी को एमोशनल करने लगता हू और दीदी की इस बात का फायेदा उठाने लगता हू.)
दीदी – अरे बाबा आप मेरी बातो का ग़लत मतलब् मॅट लीजिए प्लीज़..
मई – तो केसी बात है, एक बात स्ची बताओ यॅ सब आप यूँ ही मेरा मान रखने के लिए कर रही हो ना जैसे बचपन मई करती थी, आपका खुद से कोई मान नही है ना.
दीदी – अरे बाबा मान है मेरा प्ल्स आप गुस्सा मॅट हो और मई आपको बिल्कुल बचा नही समझूंगी.
मई – ओके (तोड़ा रोने की आक्टिंग सी करने लगता हू).
दीदी – बाबा (दीदी पास आके मुझे हग देती है टाइट).
मई – ओक दीदी.
मई भी दीदी को टाइट हग कर लेता हू उनकी बॉडी मस्त मेरी बॉडी को टच हो रही होती है उनके बूब्स एट्सेटरा मेरा तोड़ा खड़ा होने लगता है.
दीदी – चलो अब सो जाते है.
मई – ओक दीदी.
सुबा हो जाती है और मई जब किचन मई जाता हू तो दीदी उसकी ड्रेस मई काम कर होती है.
दीदी – गुड मॉर्निंग बाबा, आपका फॅवुरेट खाना बनाया है आज.
मई – थॅंक योउ दीदी.
(दीदी स्ची उस ड्रेस मई बड़ी मस्त लग र्ही होती है और अब मेरा इंटेरेस्ट दीदी की तरफ भाड़ रहा होता है).
दीदी – आप फ्रेश हो जाओ मई खाना लगती हू.
मई – हन दीदी हो जौंगा, वैसे अपने चेंज नही किया रात को.
दीदी – अरे नही बस फिर फेन लिया तो सोचा यही शी और फिर अब आप भी आज जल्दी उठ गये वरना सब करके अभी नहाने ही जाने वाली थी.
मई – ओह अछा.
मई तोड़ा रात की बात पे हल्का अपसेट टाइप हू एसा दिखाने की कोसिस कर रहा था और उस वजा से दीदी मुझे मानने की.
फिर हम खाना वगेरा खाते है और बाते करते है पर इस बार दीदी तोड़ा खुल के बात कर रही होती है तो मई भी धीरे धीरे नॉर्मल हो रहा हू ऐसे दिखाने लगता हू.
अब मई दीदी की फ्लवर वास से एक फ्लवर देता हू.
मई – मेरा ब्यूटिफुल दीदी के लिए उनसे कूम ब्यूटिफुल फ्लवर.
दीदी – अछा जी और यॅ किस लिए?
मई – वो रात को मुझे आप पे गुस्सा नही करना छाईए था आप मेरएसए बड़े हो.
दीदी – अरे बड़ा छोड़ो अब उन बातो को.
फिर दीदी मुझे एक हग देती है उसमे मेरा हाथ दीदी की साइड्स पे जाता है. तो महसूस होता है की दीदी ने पनटी भी नही फेणी हू और वो गाउन के नीचे न्यूड है. उनका फिगर फील करके बड़ा मज़ा आ रहा होता है और मेरा तोड़ा खड़ा हो जाता है.
अब मेरी फीलिंग दीदी के लिए काफ़ी भाड़ रही थी और अब मैने ट्राइ मरने की कोसिस करने की सोच ली थी.
थॅंक योउ फॉर रीडिंग मी स्टोरी अगर आप जानना छाते है की आयेज क्या हुआ दीदी के साथ तो प्लीज़ कॉमेंट सेक्षन मे कॉमेंट करे.