बुड्ढे ड्राइवर और जवान लड़की की लिफ्ट में चुदाई की कहानी

हेलो गाइस, मैं आ गयी अपनी स्टोरी का पार्ट 2 लेकर. चलो अब जल्दी से बैठ जाओ, और रूम को लॉक कर दो. मैं रागिनी एक हॉट सी लड़की जो अभी-अभी अपने पापा के साथ सेक्स कर चुकी थी, और अपनी वर्जिनिटी उन्हे दे चुकी थी, अब मुझे उस ड्राइवर को सिड्यूस करना था, जो मैं ऑलरेडी माल में चेंजिंग रूम में कर चुकी थी. अब आयेज की कहानी.

जब वो ड्राइवर बाहर था, मैने चेंज किया, और फिर बाहर आ गयी. मैं सारे कपड़े लेकर बिल काउंटर तक ले गयी, और वो मेरे पीछे-पीछे आ गये. बिल पे करने के बाद उन्होने मुझसे बॅग्स ले लिए और हम दोनो निकल पड़े लिफ्ट की और.

मैं काफ़ी नर्वस हो रही थी. फिर लिफ्ट आई और हम दोनो अंदर गये. अंदर जाते ही मैने पार्किंग लॉट के लिए बटन प्रेस की, और फिर लाइट चली गयी, और लिफ्ट रुक गयी. फिर मैने सोचा अभी आ जाएगी, बुत 2 मिनिट्स बाद मुझे लगा काफ़ी टाइम हो गया.

मुझे डार्कनेस में दर्र भी लगने लगा था, और फिर मैने फोन चेक किया उसमे नेटवर्क भी नही था. क्यूंकी ग्राउंड फ्लोर से नीचे आ गये थे लिफ्ट में.

तभी कुछ आवाज़ आई चूहे की लिफ्ट के उपर से, और मैं दर्र की वजह से ड्राइवर के पास चली गयी. मैं ऐसी पोज़िशन में थी, जैसे वो मेरे पीछे थे. स्लोली-स्लोली टाइम निकला, और मुझे लगा लाइट्स आने में टाइम था.

उन्होने स्लोली अपना हाथ मेरी कमर पे रखा, और मुझे ऐसा लगा मेरे बूम पर कुछ ग्रो हो रहा था. वो बुड्ढे का लंड था. सडन्ली उसने अपने हाथो को मेरी वेस्ट पर रखा, और एक स्लोली धक्का लगाया.

मे: आउच!

ड्राइवर: क्या हुआ रागिनी?

मे: कुछ नही (ये जानते हुए की उनका लंड अब मुझे काफ़ी आचे से चुभ रहा था).

ड्राइवर (कमर में हॅंड डालते हुए, और प्यार से सहलाते हुए): तो अभी तुमने आवाज़ की? दररो नही मैं हू यहा पर. थोड़ी देर में लाइट आ जाएगी, और फिर निकल जाएँगे.

मे (अपने हाथ को उनके हाथ जो मेरी कमर पर थे, उसपे रखते हुए): हा बस जल्दी से आ जाए लाइट. उफ़फ्फ़ यहा नेटवर्क भी नही है, काफ़ी गर्मी भी है.

ड्राइवर: हा अगर बुरा ना मानो एक बात बोलू (अपनी कमर को मेरी नरम गांद में घिसते हुए)?

मे: आह! हा बोलिए.

ड्राइवर: आपको अंडरे से दर्र लगता है?

मे: हा.

ड्राइवर: आप डरना नही, कुछ नही होने दूँगा आपको (ये बात वो इयर्स के पास बोल पड़ा, और गरम साँसे छ्चोढी). एक बार बात काहु?

मे: हा.

ड्राइवर: आप काफ़ी नरम हो (प्यार से मेरी कमर को पकड़ कर अपने लंड पे दबाया, जिससे मेरी गांद उसके लंड पर चुबी).

मे: उम्म, थॅंक योउ.

ड्राइवर: क्या आपको कुछ चुभ रहा है?

मे: हा काफ़ी ज़्यादा.

ड्राइवर: वो मेरी बेल्ट है, उसे निकाल देता हू.

मे: ओक एम्म.

ड्राइवर मुझे हल्की सा आयेज करते हुए अपनी बेल्ट निकाल देता है, और फिर वापस अपने हाथो से मुझे अपने सेम प्लेस पर लगा देता है. मेरी बटरी बट उसके अब टेंट में चुभ रही थी. मैं समझ गयी थी वो क्या चाहता था. पर मज़े लेते हुए वेट हो रही थी.

ड्राइवर: आ! आप इतनी कोमल हो, की बस बोल ही नही सकता.

मे: अछा! आ, अभी भी आप चुभ रहे हो.

ड्राइवर: सॉरी! वो आप इतनी सुदार हो, और मैं भी एक मर्द ही हू. शायद उसकी वजह से.

मे: हीही! कोई बात नही, मैं समझती हू.

बस ये सुनते ही कुछ देर तक उन्होने मुझे हंप करते-करते मेरी कमर को सहलाते मुझे सिड्यूस किया. फिर एक पल ऐसा आया उन्होने मुझे नेक पर किस किया.

ड्राइवर: मुआः.

मे: उऊँ! क्या, क्या कर रहे हो आप?

ड्राइवर: एम्म, आपकी वो स्कर्ट कही खराब ना हो जाए.

वापस वो धीरे-धीरे हाथ मेरी थाइस पर मूव कर रहे थे, और मैं मदहोश होती जेया रही थी. उपर से वो किस कर रहे थे मेरी नेक पर, और सक कर रहे थे. मुझे उस टाइम एक ऑर्गॅज़म आ गया, और देखते ही देखते मेरी स्कर्ट मेरी थाइस के उपर आ गयी. अब मेरी पनटी सॉफ सामने थी.

फिर ड्राइवर ने मुझे अपनी और घुमाया और मेरी साँसे तेज़ थी. मैने उन्हे रोका नही, और उन्होने इस चीज़ का फ़ायदा उठाया, और मुझे किस किया. उसने अपने होंठो को मेरे होंठो पर रख दिया.

किस 7 मिनिट्स तक चली. उस किस में इंटेन्सिटी इतनी थी, की वो भी समझ गये थे की मैं कितनी प्यासी थी. जब किस टूटा, तब तक उन्होने अपनी ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल लिया था. फिर मैने उन्हे हग किया. हग की वजह से उनका लंड मुझे आयेज चुभ रहा था. ऐसा लग रहा था की वो 6 इंच का लंड मेरी पनटी के होल में जाना चाहता था. कुछ देर ड्राइ हंप के बाद मैने कहा-

मे: आपका वो मेरी पनटी वेट कर देगा. उसे रोको.

ड्राइवर: वो बस आपकी पनटी के आयेज जाना चाहता है. उसे जाने दो, वो 5 सालों से तरस रहा है.

मे: ये सुन कर मुझे उसपे दया आ गयी, और फिर मैने धीरे से अपने आपको उनसे डोर किया.

वो ज़ोर-ज़ोर से साँसे ले रहे थे. उनका हाथ अभी भी मेरी कमर को पकड़े था.

मे: प्लीज़ किस को नही बताना.

ये बात बोलते ही मैने अपनी पनटी साइड की, और उन्हे देखा. ड्राइवर अब अपने लंड को मेरी पूसी के पास लेकर आया. अपने हाथ को मेरे बट पर रख कर मुझे अपने उपर बिताया, और उसका 6 इंच का लंड धीरे से मेरी पुसी में गया.

मे: आअहह!

ड्राइवर: अया! रागिनी उम्म जान, आप बहुत गरम हो अंदर से. आह, सच बोल रहा हू मुझे आज जन्नत मिल गयी है.

वो बार-बार मुझे अपने पास खींच रहे थे, और अपने लंड को मेरे अंदर डाल रहे थे, और निकाल रहे थे. मेरी एक थाइ उनके कमर पर ग्रिप बना ली, और फिर वो स्लो-स्लो मुझे धक्के मारने लगे

मे: आहह आहह ओह आहह आ ड्राइवर जी आ आ.

ड्राइवर: हा रागिनी हा आहह आ (ऐसा करते ही उन्होने अपने लिप्स को मेरी लिप्स पर रखा).

मैं भी उनको फुल सपोर्ट दे रही थी, और किस करते-करते उनसे छुड़वा रही थी.

मे: उउंम्म उम्म्म्म आह आह.

ड्राइवर: आहह एम्म्म म्‍म्म्ममम.

फिर 18 मिनिट्स बाद वो धक्के तेज़-तेज़ लगाने लगे.

मे: आ आह आह आह हाः आह अहह!

ड्राइवर: रागिनी बेटा, एम्म्म ह अफ तुम आहह ह बस थोड़ी और आहह, होने वाला है मेरा ह, कहा करू अहह अहह.

मे: करदो-करदो एम्म्म.

उन्हे मैने हग की टाइट्ली क्यूंकी मैं भी होने वाली थी. फर्स्ट उन्होने ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाए. अब लिफ्ट में बस पच पच पच की आवाज़ आने लगी. अफ! क्या बतौ मेरे अंदर पुसी में बारिश होने लगी थी. फिर उन्होने मुझे किस नही फ्रेंच किस किया, और धक्के मारते-मारते मेरे बट को ज़ोर से दबाया. फिर सारा माल मेरी वूंब में छ्चोढ़ दिया. मैं भी ज़ोर से चीख पड़ी.

मे: आअहह आहह.

ड्राइवर: आहह बेटा.

और वो सारा मेरे अंदर गरम-गरम. थोड़ी देर तक हम दोनो हानफते रहे, और धीरे से उनका लंड मेरे अंदर छ्होटा हो गया, और निकल गया.

मैने जल्दी से अपनी पनटी ठीक की, और स्कर्ट अड्जस्ट की. इससे पहले की हम दोनो समझते कुछ लाइट आ गयी, और वो भी जल्दी से अपनी पंत ठीक करने लगे, और बॅग्स उठाए मेरे.

मैने भी वेट की की लिफ्ट ओपन हो, और बाहर आ गयी. हम दोनो के बीच जो हुआ वो एक फॅंटेसी से कम नही था. एक जवान लड़की और एक बुद्धा ड्राइवर लिफ्ट में बस 29 मिनिट्स में सेक्स किए. फिर हम दोनो पार्किंग लॉट में कॅब में बैठ गये. उन्होने बॅग्स के साथ मुझे बिताया, और कार चल पड़ी. वो मुझे मिरर से घूरता और मैं विंडो के बाहर देखती. फिर कार चलते-चलते वो बोला-

ड्राइवर: आप ठीक हो?

मे: हा बस तक गयी हू.

ड्राइवर: आपको मैं जल्दी से होटेल ड्रॉप करता हू.

मे: हा बस मुझे सोना है अब.

मेरे अंदर उसे बुड्ढे का सीमेन था, जो अब मेरी पनटी में फैल रहा था. मुझे कही ना कही ये अछा भी महसूस हो रहा था, और घिंन भी आ रही थी. ये सिर्फ़ एक लड़की समझ सकती है. फिर होटेल आ ही गया. मैं उनसे नज़रें नही मिला पाई, और बॅग्स लेकर पैसे दिए बिना अंदर आ गयी. फिर मुझे ध्यान आया अर्रे मैने पैसे दिए ही नही, और ना उसने माँगे. तब मैने उसे कॉल की और कहा-

मे: हेलो.

ड्राइवर: हा हेलो.

मे: आपने मुझसे पैसे नही लिए, और चले गये?

ड्राइवर: हा वो मैं भी भूल गया, आप इतनी खूबसूरत जो हो.

ये बात सुन कर मैं भी हस्स पड़ी, और जो ऑक्वर्डनेस थी, वो चली गयी.

मे: हीही, आप भी ना, बुत आप पैसे लेलो.

ड्राइवर: नही आज आप तक गयी थी, कल मैं ले लूँगा.

मे: ओक (मैं समझ गयी थी की वो कल भी मुझसे मिलना चाहता था).

फिर मैने कॉल कट की, और अपने रूम में चली गयी.

नेक्स्ट स्टोरी जल्दी ही आएगी. बस आप सब सपोर्ट करना.

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