बुआ से पहले चाची की चुदाई

हेलो दोस्तों, मैं सोनू अपनी परिवार में चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके हाज़िर हू. जैसा की पिछले पार्ट में आपने पढ़ा बड़े पापा सब मेरे नाम कर देते है, और बड़ी मम्मी और चाची की गुलामी करने के लिए भी तैयार हो जाते है. फिर बुआ आती जिनसे मैं बहुत लंबे समय के बाद मिलता हू, और बुआ को देख के मैं पागल हो जाता हू. अब आयेज-

बुआ को रूम देने के बाद चाची मेरे पास आती है, और बड़ी मम्मी और मम्मी भी मेरे पास आती है और बोलती है-

मम्मी: सोनू डार्लिंग, अपनी बुआ के उपर फिदा हो गया?

सोनू: हा मम्मी, बुआ बहुत सेक्सी हो गयी है.

मम्मी: वो तो है.

रंजीता: अर्रे सोनू, तू टेन्षन मत ले. अमृता तेरे से आराम से चुड लेगी.

सोनू: कैसे?

रंजीता: अर्रे जब अमृता तेरे को गले लगाई, तो कैसे तेरी पीठ को सहला रही थी.

सोनू: हा ये मैने भी नोटीस किया.

रंजीता: इसीलिए बोल रही हू.

रेणु: और अगर तेरी बुआ चूड़ने के लिए नही मानेगी तो हम लोग माना देंगे तेरे लिए.

सोनू: हा ठीक है.

मम्मी: हम लोग फाइव्सम करेंगे.

सोनू: हा, बहुत मज़ा आएगा.

रेणु: तू बस तेरी बुआ को पाटने की कोशिश कर.

सोनू: हा करता हू.

फिर मम्मी चाची बड़ी मम्मी आपस में कुछ बात करने लग जाते है. फिर घर के मेहमआनो से बात करने लग जाते है, और मैं सीधा बुआ के रूम में जाता हू. बुआ के रूम का दरवाज़ा खुला रहता है. मैं अंदर जाता हू, और देखता हू तो मेरी आँखें फाटती की फाटती रह जाती है.

बुआ ग्रीन कलर की चड्डी ब्रा में मिरर के सामने खड़ी रहती है, और अपनी ब्रा खोलते रहती है. मैं पीछे से बुआ को देखते रहता हू. बुआ का बड़ा सा गोल चूतड़ चड्डी में समा नही रहा था, और उनका मोटा-मोटा जाँघ कमाल का लग रहा था. मैं बस पीछे खड़े-खड़े बुआ के चूतड़ देखते हुए खो जाता हू. लेकिन बुआ मिरर में मेरे को देख लेती है, और ये भी देख लेती है की मैं उनका चूतड़ देख रहा था. फिर बुआ बोली-

अमृता: सोनू क्या देख रहा है?

मैं तोड़ा घबरा जाता हू.

सोनू: सॉरी बुआ, मेरे को नही पता था की आप कपड़े चेंज कर रही हो.

अमृता: अर्रे इसमे सॉरी क्यूँ? तू तो अपना ही है आजा, और थोड़ी मेरी हेल्प भी कर दे. मेरी ब्रा नही खुल रही है, खोल दे प्लीज़.

ये सुनते ही मेरे मॅन में लड्डू फूटने लग जाते है, और मैं तुरंत बुआ के पास जाता हू, और उनके पीछे खड़ा हो जाता हू. बुआ अपने दोनो हाथ अपने दूध में रख लेती है. फिर मैं बुआ की ब्रा खोलता हू, और बुआ मेरी तरफ घूम जाती है.

वो अभी अपना हाथ अपने दूध पर रखे रहती है. लेकिन बुआ का दूध बड़ा होने की वजह से हाथो से नही धक पाता है, और मेरे को दिखते रहता है. मैं बस बुआ के दूध को देखते रहता हू. बुआ ये सब देखते रहती है, और मुस्कुराते हुए बोलती है-

अमृता: सोनू तू 2 मिनिट यहीं पे बैठ, मैं बातरूम में कपड़े चेंज करके आती हू.

सोनू: हा ठीक है.

फिर बुआ अपने कुछ कपड़े लेकर बातरूम में चली जाती है, और थोड़ी देर में चेंज करके आती है. वो एक नॉर्मल सी निघट्य पहने रहती है, और आके मेरे बगल मैं बैठ जाती है, और बोलती है-

अमृता: और बता सोनू, तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?

सोनू: गर्लफ्रेंड तो नही है, लेकिन मेरे पास कुछ लॅडीस है जिनके होते हुए मेरे को गर्लफ्रेंड की ज़रूरत नही है.

अमृता: मतलब तेरे को औरतें पसंद है?

सोनू: हा बुआ, मेरे को अपने से बड़ी उमर वाली औरतें बहुत पसंद है.

अमृता: तेरी पसंद थोड़ी अलग है. वैसे ये बता तू कितनी औरतों के साथ सेक्स किया है?

सोनू: 4 औरतों के साथ सेक्स किया हू, और थ्रीसम फोरसम भी किया हू.

अमृता: तू तो बहुत चालू निकला, वैसे वो औरतें कों है, फोटो तो दिखा.

सोनू: बुआ मैं आपको सीधा उनसे मिला दूँगा.

अमृता: अछा कब मिला रहा है उसने तू?

सोनू: सही टाइम आने दो.

अमृता: ठीक है.

सोनू: वैसे आप भी एक बड़ी उमर की औरत हो बुआ. क्या आपको मेरे जैसा जवान लड़का पसंद नही है?

अमृता: तू ये बात बोला है तो मैं तेरे को अपना एक सीक्रेट बतौ. लेकिन तू ये किसी को नही बताएगा.

सोनू: हा मैं किसी को नही बतौँगा.

अमृता: सोनू तू तो जानता है की शादी के बहुत लंबे समय तक मेरा बच्चा नही हो रहा था. तो तब मेरे को पता चला की तेरे फूफा कमज़ोर है, और बच्चा पैदा नही कर सकते. ये जानते ही मैं उदास हो गयी. फिर मेरे ससुराल वाले मेरे को सुनने लग गये, और तेरे फूफा भी मेरे को सुनने लग गये.

सोनू: फूफा आपको क्यूँ सुनने लग गये? कमी तो उनमे ही है.

अमृता: तेरे फूफा को ये बात पता ही नही है की कमी उनमे है, और मैने ये बात तेरे फूफा को बताई ही नही, और कभी बतौँगी भी नही.

सोनू: हा फिर आयेज क्या हुआ?

अमृता: हा तो मैं सब का सुन-सुन के तक चुकी थी. तो मैने एक लड़के से दोस्ती की. उस टाइम वो लगभग तेरी उमर का ही रहा होगा. फिर मैने उसके साथ सेक्स करके बच्चा पैदा किया. फिर दूसरा बच्चा भी मैने उसी लड़के के साथ सेक्स करके पैदा किया. तेरे फूफा और पुर ससुराल के लोगों को लगता है की दोनो बच्चे तेरे फूफा के है, और अब सब अछा चल रहा है.

सोनू: वैसे आप सही ही की. लेकिन क्या आप अभी भी उस लड़के के साथ सेक्स करती हो?

अमृता: असल में मेरा दूसरा बच्चा पैदा होने के बाद वो मेरा शहर छ्चोढ़ कर अपने शहर चला गया.

सोनू: अछा तो ऐसा बात है. लेकिन क्या आप फूफा के साथ सेक्स में खुश हो?

अमृता: नही यार सोनू, तेरे फूफा का बस 2 मिनिट में हो जाता है, और जिस लड़के के साथ मैं बच्चा पैदा की, वो भी ज़्यादा देर सेक्स नही कर पाता था. मेरे को सेक्स का पूरा मज़ा कभी नही मिला.

सोनू: तो आप बाहर किसी के साथ सेक्स क्यूँ नही कर लेती?

अमृता: इस बारे में मैं सोच रही हू.

तभी बुआ को फूफा का फोन आता है, और वो बात करने लग जाती है. मैं थोड़ी देर वेट करता हू. लेकिन उनकी बात ज़्यादा लंबी चल रही थी, तो मैं रूम से बाहर चला जाता हू और हॉल में बैठ जाता हू. तभी मम्मी आती है और बोलती है-

मम्मी: सोनू तेरी बुआ के साथ तेरी कुछ बात बनी?

फिर मैं मम्मी को सब बता देता हू. मेरी पूरी बात सुनने के बाद मम्मी बोली-

मम्मी: सोनू जब तेरी बुआ तेरे को अपने बारे में ये सब बताई है, तो वो ज़रूर तेरे से चुड लेगी. लेकिन इतनी आसानी से नही चूड़ेगी?

सोनू: तो क्या करना चाहिए?

मम्मी: मैं, रंजीता दीदी, और रेणु मिल कर एक प्लान बनाए है.

सोनू: कैसा प्लान?

मम्मी: सुन, खाना खाने के बाद रेणु तेरी बुआ को दूध देने जाएगी, और दूध में सेक्स का गोली मिला देगी. फिर तू अपनी बुआ के पास जाना और बोलना की तेरे को आज रात उसी के साथ सोने का मॅन है. बस फिर बाकी का काम तो तू कर ही लेगा.

सोनू: एक-दूं सही प्लान है.

मम्मी: ठीक है फिर.

फिर मम्मी चली जाती है, और मैं हॉल में बैठा रहता हू. फिर मेरे पास चाची आती है और बोलती है-

रेणु: सोनू तेरी मम्मी तेरी बुआ को छोड़ने का प्लान बता दी?

सोनू: हा चाची.

रेणु: चल सही है. वैसे मेरे को तेरे से तोड़ा काम है. मेरे रूम में आ.

सोनू: ठीक है.

फिर मैं चाची के साथ उनके रूम में चला जाता हू. रूम में जाते ही चाची रूम का दरवाज़ा बंद कर देती है, और बोलती है-

रेणु: मेरी छूट में खुजली हो रही है.

सोनू: अर्रे चाची, तो मैं हू आपकी खुजली डोर करने के लिए.

फिर मैं चाची के होंठो को चूसना शुरू कर देता हू, और चाची भी मेरे होंठो को चूस्टे रहती है. कुछ देर होंठ चूसने के बाद मैं चाची को नंगी कर देता हू, और चाची मेरे को नंगा कर देती है. फिर मैं बिस्तर में बैठ जाता हू, और चाची मेरे लंड को चूसने लग जाती है.

सोनू: चूसो चाची मज़ा आ रहा है. मस्त लंड चूस्टी हो आप, और चूसो.

चाची बहुत मज़े से लंड चूस्टे रहती है, और मेरे को भी बहुत मज़ा आते रहता है. फिर कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैं चाची को बिस्तर में लिटा देता हू, और उनकी छूट चाटने लग जाता हू.

रेणु: अया अया आ और चाट आ, मज़ा आ रहा है अया.

मैं मज़े से चाची की छूट चाट-ते रहता हू, और चाची भी कमर को उठा-उठा के अपनी छूट मेरे मूह में रगड़ने लग जाती है.

रेणु: आ अया और चाट आ ऑश.

और कुछ देर में ही चाची मेरे मूह में ही झाड़ जाती है. मैं चाची की छूट सारा रस्स पी जाता हू. फिर मैं चाची के उपर चढ़ जाता हू, और अपना लंड छूट में घुसा देता हू, और छोड़ने लगता हू.

रेणु: अया अया अया अया तोड़ा देर रुक के छोड़ता ना. अया अया इतनी भी क्या जल्दी थी अया?

सोनू: अछा आपकी गर्मी तो शांत हो गयी. लेकिन मेरी गर्मी का क्या?

रेणु: अया अयाया अर्रे तो मैं हू ना तेरी गर्मी शांत करने के लिए. आ अया छोड़ मेरे को अया अया अया अया अया.

मैं अपनी स्पीड और तेज़ कर देता हू, और चाची मेरे को बहुत ज़ोर से जकड़े रहती है.

रेणु: अया अया कितना मज़ा आ रहा है अया अया रुकना मत. अया अयाया छोड़ते रह अपनी रंडी चाची को अयाया अया.

सोनू: हा मेरी रंडी चाची.

फिर कुछ देर ऐसे ही छोड़ने के बाद चाची मेरे को लिटा देती है. वो मेरे उपर चढ़ के मेरा लंड अपनी छूट में घुसा के बैठ जाती है, और उछालने लगती है.

रेणु: अया अया सोनू आ कुछ तो बात है तेरे में आ. तेरे से चूड़ने में बहुत मज़ा आता है आ श अया आ आ.

सोनू: इसीलिए तो मम्मी को, आपको, और बड़ी मम्मी को, मैं छोड़ के खुश किया हू.

रेणु: आ हा ये तो है अया अया. तू जब अया छोड़ता है, तो एक आ अलग ही अया एहसास होता है. जिससे जोश और बढ़ जाता है अया अया.

चाची और ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगती है, और मैं भी नीचे से अपनी कमर उठा-उठा के धक्के मारता रहता हू.

रेणु: अया अया मैं झड़ने वाली हू अया आ आ.

और चाची दूसरी बार झाड़ जाती है, और मेरे उपर गिर जाती है. लेकिन मैं नही झाड़ा रहता हू.

सोनू: चाची मैं अभी नही झाड़ा हू.

रेणु: अर्रे मैं हू ना.

फिर चाची बिस्तर में उल्टी लेट जाती है. मैं चाची उपर चढ़ जाता हू, और पीछे से चाची की छूट में अपना लंड घुसा के छोड़ने लग जाता हू.

रेणु: अया अया अया अया ऑश

मैं अपनी स्पीड और तेज़ कर देता हू, और चाची मेरे हर धक्के को एंजाय करते रहती है.

रेणु: अया अया और छोड़ मेरे को आ आ.

मैं पीछे से चाची को पूरा जकड़े हुए रहता हू. धक्के मारता रहता हू. मेरे हर धक्के में चाची के चूतड़ उछलते रहते है.

रेणु: अया अया अया बहुत मज़ा आ रहा है आ अयाया अया अया अयाया अया.

काफ़ी देर तक ऐसे छोड़ने के बाद मैं झड़ने वाला होता हू.

सोनू: चाची मैं झड़ने वाला हू.

रेणु: मेरी छूट में ही झाड़ जेया, मैं भी झड़ने वाली हू.

फिर मैं चाची की छूट में ही झाड़ जाता हू, और चाची भी मेरे साथ ही झाड़ जाती है. चाची पुर 3 बार झड़ी चुदाई के बाद. मैं और चाची दोनो बिस्तेर में लेते रहते है.

आयेज की सेक्स कहानी अगले पार्ट में. कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे

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