बाय्फ्रेंड के दोस्त के बर्तडे पर गंगबांग

ही एवेरिवन, मेरा नामे ज़ेनिशा है, और मैं प्राउड होके कहती हू की मैं लंड की पुजारन हू. मेरा एक ही शौक है, लंड लेना. एस्पेशली लंड बड़ा हो तो मैं उस लंड के लिए कुछ भी कर सकती हू. मैं दिखने में एक-दूं माल दिखती हू. मैं गोरी हू, और नॉर्तीस्ट इंडिया से हू. मेरे बूब्स मीडियम है और गांद गोल-गोल और बड़ी है, एक-दूं स्लुटती.

आप लोगों ने मेरी पिछली कहानियाँ तो पढ़ी होंगी की मैं कैसे अपने ब्फ के दोस्तों के साथ चुदाई करती हू. शायद मेरे बाय्फ्रेंड का कोई दोस्त नही होगा, जिसने मुझे नही छोड़ा होगा. मेरा बाय्फ्रेंड बहुत महीनो से आउट ऑफ सिटी था. पर मैं अपनी छूट की भूख उसके दोस्तों से बुझती थी, और उसको इसके बारे में कुछ पता नही था.

तो ये बात मेरे बाय्फ्रेंड के दोस्त मिलन के बर्तडे सेलेब्रेशन के दिन की है. मिलन के साथ बहुत चुदाई हो चुकी थी मेरी. उस दिन मिलन ने मुझे कॉल की और बोला-

मिलन: शाम को बर्तडे पार्टी है छ्होटी सी, तो तुम आ जाओ. और भी बहुत सारे दोस्तों को, लड़का-लड़की सब को इन्विटेशन दिया है.

मैं: ठीक है, मैं आ जौंगी.

मैं सोच रही थी की शायद मिलन के खुद की सिटी के दोस्त आए होंगे. क्यूंकी मिलन दूसरी सिटी से था, और इधर रेंट पे रहता था. फिर मैं वाहा जाने के लिए रेडी हो गयी शाम को. मैं तो सोच चुकी थी आज मिलन से फिरसे बहुत चड़वौनगी और मैने अपने बाय्फ्रेंड को भी कॉल करके बोल दिया की मैं रिलेटिव के यहा जेया रही थी, तो मुझे कॉल ना करे. उसने बिलीव भी कर लिया.

जब मैं वाहा पहुँची तो देखी की उधर कोई लड़की नही थी, बस 10 लड़के थे, और मैं अकेली लड़की. ये देख के ही मैं हॉर्नी होने लग गयी थी. उनमे से मैं सिर्फ़ मिलन और अनूप को जानती थी. फिर मिलन ने सबसे मेरा इंट्रोडक्षन कराया. बाकी के नाम जावेद, अंकित, आर्यन, सलीम, मयंक, रोहित, पठान और हमाद थे.

फिर तोड़ा ड्रिंक करने के बाद मिलन ने मेरी सारे बात बता दी की मैं कितनी बड़ी रंडी हू. फिर बोला की दोस्तों मेरा बर्तडे का गिफ्ट तुम लोगों के लिए यही रंडी है. उसके बाद वो आके मुझे किस करने लगा. ये देख के सब लोग मुझे किस करने लगे, और मेरी कपड़े फाड़ दिए. फिर वो लोग मेरे बूब्स चूसने लगे, और सलीम मेरी छूट चाटने लगा.

अंकित और हमाद मेरी आर्म्पाइट्स चाट रहे थे, और पीछे से जावेद मेरी गांद चाट रहा था. वो सब बोल रहे थे की क्या मस्त माल है साली रंडी.

फिर मैं बोली: मुझे तुम सब का लंड बारी-बारी चूसना है.

वो सब लाइन में खड़े हो गये, और मैं चूसने लगी. शुरू में मैं मिलन का लंड चूसने लगी. मैं बहुत गरम होके लंड चूस रही थी. साथ में अंडे भी चूस्टी और गांद भी चाट रही थी. सब लोग मेरी चूसने के स्किल्स की बहुत तारीफ कर रहे थे.

फिर मैं अनूप का लंड चूसी. उसके बाद पठान का कटा हुआ लंड. फिर रोहित का, फिर अंकित का, फिर आर्यन, फिर मयंक, फिर हमाद, फिर सलीम और जावेद का. उनके लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था. उनका लंड भी सभी के 8 इंच के थे.

करीब 2 घंटे सब का लंड चूसने के बाद भी उन लोगों का माल नही झाड़ रहा था. तो उन्होने बोला की उन्होने कुछ ड्रग्स की थी, इसलिए नही झाड़ रहे थे. फिर उसके बाद सलीम ने मुझे बिस्तर पे पटक दिया ज़ोर से, और मेरी छूट में लंड डाल दिया.

आ, उसका बड़ा कटा हुआ लंड घुसते ही बहुत मज़ा आ गया. पर मुझे आदत होने के कारण ज़्यादा दर्द नही हुआ. वो बहुत अग्रेसिव होके छोड़ रहा था, और बहुत गालियाँ भी दे रहा था. पर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर जावेद मुझे छोड़ने लगा.

वो सब बहुत अग्रेसिव होके छोड़ रहे थे. वो लोग मुझे मिशनरी पोज़िशन में छोड़ रहे थे, और उपर चढ़ के मेरे मूह को भी छोड़ रहे थे. दो लंड हाथ में भी थे. वो बारी-बारी मेरी छूट और मूह दोनो साथ में छोड़ रहे थे. मुझे तो पता भी नही चल रहा था की कों किधर छोड़ रहा था.

फिर हमाद ने मुझे डॉगी-स्टाइल में किया, और मेरी गांद पे थूक लगा के एक झटका दिया, और पूरा अंदर डाल दिया. मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं ज़ोर से चिल्लाई. पर आयेज से मिलन ने मेरे मूह में लंड तूस दिया. अब वो लोग साथ में गांद और मूह छोड़ रहे थे.

बहुत गालियाँ दे रहे थे मुझे. अब दर्द नही हो रही थी, और बहुत मज़ा आ रहा था. सब ने बारी-बारी गांद मारी मेरी. फिर मयंक मुझे कोबाय पोज़िशन में लाया, और छोड़ रहा था. तभी पीछे से पठान ने गांद में भी डाल दिया लंड. पर अब बहुत मज़ा आ रहा था. मेरी छूट में 1 लंड, गांद में 1 लंड, मूह में 1, हाथ में 2 लंड थे, और बाकी 5 खड़े होके छोड़ने का वेट करके हिला रहे थे. वो पोज़िशन्स चेंज करके एक साथ छूट और गांद छोड़ रहे थे.

फिर सलीम मुझे हवा में उठा कर छोड़ने लगा. वो लोग बहुत स्ट्रॉंग थे. सब जिम वाले. वो बहुत ज़ोर से छोड़ रहा था. फिर वो दूसरे लड़कों को बोला की इस रंडी को हवा में उठा के कों सबसे ज़ोर से से छोड़ेगा ये चॅलेंज है.

सब ने चॅलेंज आक्सेप्ट किया. फिर सब बारी-बारी मुझे एक सेक्स टॉय की तरह हवा में उछाल के छोड़ने लगे. सब ने मुझे बारी-बारी छोड़ा छूट और गांद में. सब उसे कर रहे थे मुझे और सब ने सलीम का चॅलेंज कंप्लीट कर दिया. अब वो लोग छूट और गांद साथ में छोड़ रहे थे उठा कर ही.

मैं बहुत लाउड मोन कर रही थी. चुदाई चालू हुए फाइव अवर्स हो चुके थे, और मैं हैरान थी की उन लोगों का माल क्यूँ नही झाड़ रहा था. हड्द तो तब हो गयी जब उन्होने एक साथ छूट में दो लंड डाल दिए. मेरी छूट और गांद बहुत ही खुल चुकी थी, तो दो लंड चले गये एक साथ, और तभी तीसरा उनके उपर से मेरी गांद मारने लगा.

अब मेरी छूट में 2 लंड, गांद में 1, और मूह में 1, और हाथ में 2 लंड थे. उन्होने बारी-बारी ऐसे ही छोड़ा. फिर वो लोग गांद में 2 लंड ट्राइ करने लगे, और कुछ देर ट्राइ करने के बाद लंड चले गये. अब उन्होने मुझे रिवर्स कॉवगिरल पोज़िशन में लिया, और एक साथ गांद में दो और छूट में एक लंड डाल दिया.

अब 6 अवर्स हो चुके थे, तो अब वो लोग झड़ने लगे. रोहित और मयंक छूट के अंदर ही झाड़ गये और बाकी 8 लोगों ने मेरे फेस पे माल गिरा दिया. उनका कम बहुत ही ज़्यादा क्वांटिटी में गिर रहा था, और मैं मूह खोल के सब का माल ले रही थी. आधा माल मूह में जाता और आधा फेस पे और बॉडी पे लग गया.

अब सब झाड़ चुके थे. जितना माल मूह के अंदर था, मैं सब पी गयी, और फ्लोर पे गिरा हुआ माल भी चाट गयी. मैं पूरी माल में भीगी हुई थी.

कुछ देर बाद अंकित बोला की उसको पेशाब लगा था, तो वो टाय्लेट जेया रहा है.

पर जावेद बोला: टाय्लेट पे नही, इस रंडी के उपर मूटो सालों.

उन सब को पेशाब लगी थी, तो सब ने मेरे उपर ही पेशाब कर दिया. मैं भी मूह खोल के पेशाब ले रही थी, और बोल रही थी, “एस, उसे मे आस आ टाय्लेट”.

कुछ देर वो लोग सिगरेट पीने लगे. फिर मुझे छोड़ने लगे. पर इस बार सभी लाइन में खड़े होके एक-एक करके मुझे छोड़ने लगे. और इस बार सब ने माल छूट के अंदर ही झाड़ दिया. वो लोग मेरी बहुत तारीफ कर रहे थे. अब सुबह हो चुकी थी, और बहुत तक गये थे सब. तो सब वही साथ में सो गये.

जब हम जागे तो शाम के 4 बजे थे. और उन लोगों ने उठते ही मेरे फेस पे फिरसे पेशाब कर दिया.

फिर सलीम बोला: साली रंडी, आज तुझे आउटडोर छोड़ेंगे साली रंडी.

इससे आयेज दूसरी स्टोरी में लिखूँगी. फक मे, ई आम रंडी.

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