ब्लॅकमेल के के गर्लफ्रेंड की माँ की चुदाई

हाई दोस्तों मेरा नाम यश हैं और मैं डोम्बिवली मैं रहता हूँ. मैं इस साइट का बहोत नियमित रीडर हूँ और मुझे सेक्स की स्टोरी पढना और सेक्स करना बहुत पसंद हैं. ख़ास कर के बड़ी उम्र की औरतो को चोदना मेरी कमजोरी हैं.

अब मैं अपनी सेक्सी कहानी पर आता हूँ. मेरी एक गर्लफ्रेंड हुआ करती थी, उसका नाम सोनल (फेक नाम) था. वो कच्छी लड़की थी और मस्त भरा हुआ बदन था उसका. मैंने उसके साथ बहुत मजे किये थे. और वो सेक्स में बहुत ओपन माइंडे टाइप की थी. जब हम रिलेशन में थे तो उसने मुझे अपनी मम्मी के कुछ नंगे पिक्स सेंड किये थे. और हम उसकी मम्मी के बारे में गन्दी बातें भी करते थे. अब मेरी एक्स गर्लफ्रेंड की शादी हो चुकी हैं. तो मेरे पास सेक्स का कोई चांस नहीं था. तो मैंने उसे कॉल कर के कहा की मुझे चोदना हैं तुझे. तो उसने कहा अब मैं अपनी लाइफ में बहुत खुश हूँ तो प्लीज़ कोई और ढूंढ लो. और उसने ये कह के फोन रख दिया.

मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था. तो मैंने सोचा की क्यूँ ना मेरी एक्स गर्लफ्रेंड को ब्लेकमेल कर के चोदा जाए. क्यूंकि मेरे पास उसकी भी नंगी पिक्स थी. तो मैं वो सारी पिक्स देख रहा था. और मुझे उसके मम्मी की भी तस्वीरें भी दिखाई दी. और उस दिन से मैंने सोच लिया की इसकी मम्मी को ही अपनी रखेल बनाऊंगा.

अरे मैं आप को उसके बारे में बताना तो भूल गया. उसका नाम ज्योति (फेक नाम) हैं और उनकी उम्र 48 साल हैं. और उनकी फिगर वैसी ही हे जैसे की गुजराती औरत की होती हैं. मस्त भरे हुए बॉल्स और बड़ी बड़ी गांड. वापिस स्टोरी के ऊपर आता हूँ. मेरे पास उनका नम्बर था तो मैंने उनको फोन किया.

ज्योति आंटी: हल्लो.

मैं: हाई आंटी, मैं यश बोल रहा हूँ आप की बेटी का एक्स बॉयफ्रेंड.

ज्योति आंटी: क्या हुआ मुझे फोन क्यूँ किया?

मैं: मेरे पास आप के और आप की बेटी की कुछ नंगी तस्वीरें हैं और अगर आप नहीं चाहती की मैं ये सारी दुनिया को दिखाऊं तो आप को मेरी रखेल बना के रहना होगा.

ज्योति आंटी: तुम्हे पता भी हैं की तुम क्या कह रहे हो? मैं पुलिस में कम्प्लेन कर दूंगी.

मैं: उसका कोई फायदा नहीं होगा इसमें बदनामी आप की होगी और आप के पति की होगी. आप पति की कच्छी समाज में बहुत इज्जत हैं.

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ज्योति आंटी थोड़ी डरी हुई थी, वो बोली: ऐसा कुछ मत करना तुम जो कहोगे मैं करने को तैयार हूँ!

मैं: आज से तुम मेरी रंडी हो और आज रात तुम मेरे साथ ही गुजरोगी!

ज्योति आंटी: रात को कैसे आ सकती हूँ!!! इनसे क्या कहूँगी की रात भर कहा जा रही हूँ?

मैं: वो तुम जानो अगर तुम मना कर रही हो तो बोलो मैं अभी सारे फोटो सब के भेज देता हूँ.

ज्योति आंटी: अच्छा ठीक हैं मैं आ जाउंगी. कहा और कितने बजे आना हैं मुझे बता देना?

मैं: आज रात साड़े 9 बजे आना हैं.

और मैंने उसे कहा आना हैं उसका एड्रेस दे दिया.

ज्योति आंटी: ठीक हैं मैं पहुँच जाउंगी.

मैं: आते वक्त अपनी चड्डी मत पहनना. और एक बार आने के बाद कोई नाटक या रोना धोना नहीं चाहिए. अगर ऐसा कुछ हुआ तो वो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा.

ज्योति आंटी: ठीक हैं तुम जैसे चाहोगे वैसे ही होगा.

और ये कह के उसने फोन रख दिया.

मैं रात को साड़े 9 बजे की वेट कर रहा था. उन्होंने पांच मिनिट पहले मुझे कॉल किया और कहा मैं अभी घर से निकली हूँ. मैं आती हूँ 10 मिनिट मैं. और वो सच में 10 मिनिट में आ गई. मैंने डोरबेल सुनते ही दरवाजा खोला और वो अन्दर आ गई. और जैसे ही अंदर आई मैं उन्हें देखते ही रह गया. टिपिकल गुज्जू स्टाइल वाली साडी पहन के आई थी. मैं उसके नावेल को देखने लगा था.

मैंने ज्योति आंटी के पास जा के पीछे से उनकी गांड पर हाथ रख के दबा दिया. तो वो थोडा आगे हो गई. मैंने कहा अच्छा लगा हाथ लगाकर समझ में आया की आप ने अन्दर चड्डी नहीं पहनी हैं. वो कुछ कहती उसके पहले ही मैंने अपने फोन में उसकी सारी पिक्स निकाल के उसे दिखाई. वो शोक हो गई. मैंने उनकी कमर में हाथ रख दिया और उन्हें गांड से पकड़ के अपने बेडरूम में ले गया और बेड के ऊपर बिठा दिया. उन्हें पानी के लिए पूछा तो उन्होंने मना कर दिया.

मैंने कहा आप के लिप्स बहुत ही सेक्सी हैं. और मैं अब उन्हें किस करने लगा. वो एकदम से शोक हो गई और उठ गई. और कहने लगी ऐसा मत करो मैं तुम्हारी माँ जैसी हूँ! मुझे गुस्सा आया और मैंने कहा जाओ यहाँ से मुझे अब जो करना हैं करूँगा, ये पिक्स अब सब को भेजता हूँ. ऐसा कह के मैंने फोन निकाला तो वो मुझसे माफ़ी मांगने के लिए मेरे पैरो में गिर गई. और कहने लगी तुम जो कहोगे वो मैं करुँगी लेकिन प्लीज़ किसी को बताना नहीं ये पिक्स.

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मैंने तुंरत अपनी पेंट से अपने लंड को बहार निकाला और उनके मुहं में दे दिया. और कहा चूस इसे रंडी. और मैं उनके मुहं में जोर जोर से लंड के शॉट मारने लगा. मैंने कहा दोनों बहनचोद माँ बेटी एक नम्बर की रंडिया हो लंड चूसने में. फिर 15 मिनिट तक लंड चुस्वाने के बाद मैंने उन्हें खड़ा होने के लिए कहा और सारे कपडे उतारने को कहा. वो 2 मिनिट में मेरे सामने नंगी हो गई. मैं उनके बूब्स देख के पागल हो गया. और उन्हें चूसने लगा. और जोर जोर से दबाने लगा. वो सिस्कारियां भर रही थी.

मैंने कहा रंडी नाटक तो ऐसा कर रही हैं जैसे पहली बार कर रही हो. और उनके होंठो को चूसने लगा. और चचूसते चूसते एक हाथ बिना बाल वाली चूत पर लगाया. मैंने आंटी की चूत में एक ऊँगली डाल दी. और वो उछल पड़ी.

मैंने फिर उनको निचे बिठाया और लंड फिर से मुहं में डाल दिया. अब वो मज़ा ले के चूसने लगी. मैंने कहा मादरचोद आ गई ना अपनी औकात पर. उन्होंने कहा मेरी रंडी बेटी ने जब मुझे रखेल बनाया ही दिया हैं तो क्यूँ ना पुरे मजे ले लूँ. और ऐसा कह के मजे से चूसने लगी. और गालियाँ देते देते कह रही थी की इसके बाप ने कभी नहीं चुस्वाया साले का अब तो खड़ा भी नहीं होता. फिर मैंने उनको बेड पर पटका और उनके पुरे बदन को चाटना चालु कर दिया. और वो और भी गरम हो गई और झड़ गई. फिर मैंने उन्हें उल्टा घुमाया और पीठ सहलाने लगा. वो सिस्कारियां भरते हुए गाली दे रही की. कह रही थी डाल दे भडवे और मत तडपा.

मैंने वैसे ही पीछे से अचानक लंड घुसा दिया. एक शॉट में पूरा लंड मैंने उसकी चूत में डाल दिया. मेरा लंड बड़ा और मोटा नहीं पर किसी भी लेडी को सटिसफाई कर सकता हैं. मैंने जैसे ही झटका मारा वो चीख उठी और मैं बिना रुके फटके मारता गया. मैंने 35 मिनिट उसकी चुदाई की उसमें वो 3 बार झड़ गई. हम अगले दिन सुबह 11:30 तक बहोत मजे करते रहे एक दुसरे के साथ. और एक बार तो मैंने उनकी गांड भी मारी!



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