बीवी को दो लोड़ो ने दर्द देकर चोदा

हैल्लो दोस्तों, में भी आप सभी की तरह कामुकता डॉट कॉम पर पिछले कुछ सालो से सेक्सी कहानियों के मज़े लेते आ रहा हूँ। मैंने अब तक ना जाने कितनी कहानियों के मज़े लिए और फिर एक दिन मेरे मन में अपनी भी एक सच्ची घटना को आप सभी तक पहुँचाने के बारे में विचार आया और इसको मैंने लिखना शुरू किया। दोस्तों आज में आप सभी जो अपनी घटना सुनाने जा रहा हूँ और मुझे उम्मीद है कि यह आप सभी को जरुर बहुत पसंद आएगी। दोस्तों मेरी शादी को पूरे तीन साल हो चुके है, सबसे पहले में आप सभी से अपना और मेरी पत्नी का परिचय करवा देता हूँ। दोस्तों मेरी उम्र 30 साल है और मेरी पत्नी की उम्र 24 साल है, मेरा नाम सलीम और मेरी पत्नी का नाम साना है। हमारी सेक्स लाइफ बहुत अच्छी तरह से चल रही है। मेरे लंड का आकार 7 इंच लंबा करीब 2 इंच मोटा है। दोस्तों मेरी पत्नी साना बहुत सुंदर, गोरी और सेक्सी लड़की है, जिसको पकड़ में मन ही मन बहुत खुश था क्योंकि वो उसके स्वभाव की भी बहुत अच्छी है। दोस्तों उसने मुझे हमेशा बहुत संतुष्ट किया हर बार वो मेरा पूरा पूरा साथ देकर मेरा मन जीत लिया करती और वो मेरे साथ बहुत मज़े ले लेकर चुदाई करवाती है। कभी किसी भी बात के लिए मना नहीं करती, इसलिए हम दोनों बहुत ही जोश में आकर मज़े करते है इसलिए हम दोनों को पता ही नहीं चला कि यह साल कैसे निकल गए?

एक दिन मैंने उसकी चुदाई करते समय उसको भी कामुकता डॉट कॉम के बारे में बताया और मेरी पूरी बातें सुनकर वो बहुत खुश होकर उत्सुक होने लगी, उसके मन में भी यह सब देखने पढ़ने के विचार आने लगे और फिर उसने मेरी बातो को सुनकर जोश में आकर मुझसे कहा कि आप हमारे घर में भी इंटरनेट लगा लो जिसकी वजह से में भी आप जिसकी इतनी तारीफ कर रहे है उसको एक बार देख लूँ और अब में भी एक बार देखना चाहती हूँ कि वहां पर ऐसा क्या है जिसकी आप इतनी तारीफ कर रहे है? मेरे मन में भी एक बार वो सब देखने की इच्छा अब होने लगी है। दोस्तों मैंने अपनी पत्नी की वो बात सुनकर खुश होकर उसके कहने पर अपने घर में दूसरे ही दिन इंटरनेट केबल लगा ली और फिर साना को भी मैंने यह साइट खोलकर सच्ची कहानियाँ दिखा दी। तो उसने वो सब देखी और बहुत सारी कहानियाँ उसने पढ़ी भी जो उसको बहुत अच्छी लगी वो मज़े से पूरा दिन बस उन्ही को पढ़ती रही।

फिर उसने एक दिन मुझसे पूछा कि यह थ्रीसम सेक्स कैसा होता है? मैंने उससे कहा कि मुझे लगता है कि शायद तुमने आज थ्रीसम सेक्स की जरुर कोई कहानी पढ़ी है इसलिए तुम मुझसे यह बात पूछ रही हो? तो वो मुस्कुराते हुए कहने लगी कि हाँ आपने एकदम ठीक पहचाना, तो फिर मैंने उससे कहा कि कपल में दूसरे मर्द भी साथ में होता है जिसके साथ मिलकर वो सेक्स का काम किया जाता है क्या तुम चाहती हो कि तुम्हे भी किसी और के साथ सेक्स करना चाहिए? तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर शरमाते हुए हंसकर मुझसे कहने लगी कि अगर तुम चाहो तो में भी तैयार हूँ। दोस्तों में भी उसके मुहं से हाँ शब्द सुनकर अब चाहता था कि मेरी पत्नी ने मुझे इतना सेक्स का मज़ा दिया है, क्यों ना में उसकी भी इस इच्छा को पूरा करके उसको बहुत जमकर चुदाई के मज़े दूँ और उसको अपने सामने दूसरे के साथ चुदते हुए एक बार अपनी आखों से देखूं? क्योंकि जब मैंने उसको भी उस तरह के काम के लिए तैयार देखा तो मेरे मन में विचार आने लगा। दोस्तों मेरा एक बहुत ही करीबी दोस्त है, जिसके ऊपर मुझे बहुत भरोसा है, इसलिए मैंने मन ही मन सोचा कि हमारे इस काम के वो एकदम ठीक रहेगा और फिर मैंने उसी समय अपनी पत्नी से कहा कि हमारे साथ वो काम करने के लिए अकरम कैसा रहेगा? मेरे मुहं से मेरे दोस्त का नाम सुनते ही वो तुरंत शरमाते हुए कहने लगी कि ठीक है और फिर हम दोनों के बीच शनिवार के दिन उस काम को करने का विचार सेट हो गया।

फिर मैंने दूसरे दिन अकरम से बातों ही बातों में हमारे उस मन के विचार उस काम के बारे में कहा, तो वो मेरी पूरी बात को सुनकर तैयार हो गया और फिर वो शनिवार के दिन उसी रात को हमारे घर आ गया। तो उस समय साना ने काले रंग की सलवार, कमीज़ पहनी हुई थी और वो बहुत ही सुंदर लग रही थी। उसके कूल्हे और बूब्स बहुत ही आकर्षक लग रहे थे और वो दिखने में बड़ी मस्त कयामत लग रही थी, जिसको देखकर अकरम एकदम पागल बिल्कुल बैचेन हो रहा था। फिर साना कुछ देर में हम लोगों के लिए कोल्ड ड्रिंक लेकर आ गई और उसने मुस्कुराते हुए अकरम को हैल्लो कहा और वो उसके बाद हमारे साथ ही बैठ गई। अब मुस्कुराते हुए साना से मैंने कहा कि यह लो आज आपके लिए अकरम आ गया है, आप इसके साथ बहुत मज़े करोगी, आज की रात हम तीनों के लिए बहुत यादगार होगी, जिसके बाद हम इसको पूरे जीवन याद करेगे। आज हम सभी को मिलकर ज्यादा से ज्यादा मज़े लेने है, ले लो सब इस रात के मज़े, क्या पता दोबारा हमे ऐसा कोई मौका मिले या ना मिले? तो साना मेरे मुहं से यह पूरी बात सुनकर शरमाते हुए नीचे मुहं करके मुस्कुराने लगी और उसके बाद हम तीनों एक दूसरे से बातें करने लगे। फिर इतने में मेरा एक दूसरा दोस्त भी घर के बाहर आ गया और वो मुझे आवाज देने लगा, मैंने तुरंत खड़े होकर उन दोनों को कहा कि आप लोग बैठकर बातें करे तब तक में अपने उस बाहर खड़े दोस्त को फ्री करके अभी आता हूँ और में उनको यह बात कहकर बाहर चला गया। फिर मुझे करीब तीस मिनट बाहर अपने उस दोस्त के साथ लगे और जब में वापस अपने घर आया तो कमरे के अंदर जाते ही वहां का द्रश्य ही एकदम अलग था। अब मेरी पत्नी साना मेरे उस दोस्त अकरम की गोद में बैठी हुई थी और वो एक दूसरे को चूम रहे थे, मुझे अचानक से अपने सामने देखकर साना थोड़ा सा घबरा गयी। फिर मैंने उनको कहा कि तुम क्यों मुझसे डरते हो? तुम तो अपने काम में लगे रहो और फिर मैंने साना से कहा कि तुम अपने यह कपड़े उतार दो, क्योंकि बिना कपड़ो के तुम बहुत सुंदर लगती हो और वो मेरी यह बात सुनकर मुस्कुराने लगी। अब हम सभी ने अपने अपने कपड़े उतार दिए और फिर अकरम, साना को देखकर एकदम चकित होकर उससे कहने लगा, वाह भाभी आप तो बहुत ही सुंदर, आकर्षक, कामुक जिस्म की मालिक है में सच कहता हूँ आपको शायद पता नहीं होगा कि आप बहुत ही सुंदर हो और वो यह बात खत्म करके आगे बढ़कर उसको चूमने लगा।

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फिर में आराम से वहीं पर बैठ गया और उन दोनों को प्यार करते हुए देखता रहा था, उसके बाद अकरम ने उसके बूब्स को अपने एक हाथ से मसलना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से साना मज़े लेते हुए जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी। उसके मुहं से अह्ह्ह्हह ऊफ्फ्फ स्स्सीईईइ की आवाज निकलने लगी। फिर कुछ देर दबाने मसलने के बाद वो अब उसके बूब्स के निप्पल को अपने मुहं में भरकर चूसने लगा और वो अपने एक हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा। ऐसा करके वो एक दूसरे को गरम करने लगे, यह सब उसने बीच कुछ देर चला और उसके बाद साना को लेटाकर अकरम ने उसके दोनों पैरों को खोला और फिर वो उसकी कामुक खुली हुई चूत को अपनी जीभ से चूसने चाटने लगा, जिसकी वजह से साना के मुहं से सिसकियाँ निकलने लगी थी और वो जोश में आकर अपनी गांड को ऊपर उठा रही थी और वो दिखने में बहुत ही बैचेन नजर आ रही थी। अब अकरम उसको चूसकर सहलाकर बहुत मस्त कर रहा था और में सच कहूँ तो उन दोनों को देखकर मेरा लंड भी अब तनकर खड़ा हो चुका था। फिर कुछ देर मेरी पत्नी की चूत को चूसने के बाद उसने अब अपना लंड साना के हाथ में दे दिया, साना ने जोश में आकर उसका लंड अपने हाथ में लेकर उसको सहलाना शुरू कर दिया और फिर अकरम ने उससे कहा कि तुम अब इसको अपने मुहं में लेकर चूसना शुरू करो, यह बात सुनकर झट से साना ने मेरी तरफ देखा तो मुझे उसकी आखों में एक शरम सी नज़र आने लगी और उसने अपनी आखों को नीचे झुका लिया और अकरम के लंड का टोपा वो अपनी जीभ से चाटने लगी।

फिर कुछ देर बाद वो टोपे को अपने मुहं में लकर चूसने लगी, जिसकी वजह से अकरम को बड़ा मस्त मज़ा आने लगा था और उसने पीछे से साना का सर पकड़कर अपना लंड जबरदस्ती पूरा उसके मुहं में डाल दिया। अब वो अपने लंड को अंदर, बाहर करने लगा और साना के बाल पकड़कर उसके मुहं को वो धीरे धीरे आगे, पीछे करने लगा। तभी थोड़ी देर के बाद वो कहने लगा कि इतना मज़ा तो मुझे मेरी पत्नी ने भी आज तक नहीं दिया, जितना तुम मुझे आज पहली बार दे रही हो। अब में अपनी जगह से उठ गया और में साना की चूत पर अपने हाथ को फेरने लगा, साथ ही उसके पूरे गरम, चिकने, जिस्म को सहलाने लगा। यह काम करने के कुछ देर बाद मैंने उसको किस किया। फिर साना ने मेरे लंड पर भी अपनी जीभ को घुमाना शुरू किया और उसके बाद उसने मेरे लंड को भी अपने मुहं में ले लिया। दोस्तों अब कभी मेरा लंड उसके मुहं में होता, तो कभी अकरम का और वो हम दोनों के ही लंड से बारी बारी खेलने लगी थी। उसको शायद यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसी समय साना से कहा कि आज तुम्हे बहुत मज़ा आएगा, क्योंकि कि तुम बहुत किस्मत वाली हो आज तुम एक साथ दो लंड के साथ अपनी चुदाई के मज़े लेने वाली हो, तुम्हे एक ही बार में दो का मज़ा आज मिलने वाला है।

अब वो लंड को अपने मुहं से बाहर निकालकर कहने लगी, हाँ आज की रात बहुत रंगीन है जिसको में अपनी पूरी जिन्दगी नहीं भुला सकती, आज आप दोनों मुझे बहुत जमकर चोदो, क्योंकि में आज की रात को अपने जीवन का सबसे सुखदाई रात की वजह से याद रखना चाहती हूँ। अब अकरम उसकी वो जोश भरी बातें सुनकर चेहरे से बहुत बैचेन लग रहा था, इसलिए उसने उसी समय साना से कहा कि तुम अब जल्दी से घोड़ी बन जाओ, क्योंकि में अब तुम्हे पीछे से चोदना चाहता हूँ। फिर साना ने उससे कहा कि तुम थोड़ा आराम से करना, कहीं जोश में अपने होश ना खो बैठना और उससे यह बात कहकर वो झट से उसके सामने घोड़ी बन गयी। फिर में उसके मुहं के सामने आ गया और मैंने भी बिना देर किए उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया, जिसको उसने भी बिना किसी विरोध के बड़े प्यार से अपने मुहं में लेकर चूसना शुरू किया। अब अकरम ने अपना लंड उसकी ऊँची उठकर खुली चूत के मुहं पर रखा और एक जोरदार झटका मारा, दर्द तेज धक्के की वजह से और उसके दर्द की वजह से उसके आगे होते ही मेरा पूरा लंड उसके मुहं में गले तक चला गया।

दोस्तों मैंने देखा कि एक साथ दो लंड की ठोकर ने उसको बड़ा तेज दर्द दिया था क्योंकि उस दर्द की वजह से उसकी आखों से आंसू बाहर आने लगे थे और उसकी वो चीख लंड के मुहं में होने की वजह से अंदर ही दबकर रह गई। वो बिन पानी की मछली की तरह छटपटाने लगी। फिर साना ने तुरंत ही मेरा लंड अपने मुहं से बाहर निकाला और उसने अकरम से कहा कि प्लीज थोड़ा धीरे से करो मुझे तेज दर्द हो रहा है, में क्या कहीं भागी जा रही हूँ जो तुम्हे इतनी जल्दी है? दोस्तों अकरम ने उसकी किसी भी बात पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया, उसने अब ज़ोर ज़ोर से लगातार धक्के मारने शुरू कर दिए। अब में उन दोनों को देखने लगा कैसे वो मज़े ले रहे थे? साना के मुहं से सिसकियों की आवाज़ आ रही थी और जब धक्का ज़ोर से लगता तो उसके बूब्स बड़ी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगते। दोस्तों मुझे उस वक़्त जो वो द्रश्य देखकर सुरूर मस्ती का नशा आ रहा था, साना की चुदाई उन धक्को को देखकर में बता नहीं सकता कि में उस समय क्या महसूस कर रहा था? अब अकरम पूरी तरह से मस्त हो चुका था, इसलिए वो जोश में आकर धक्के देने लगा था और अब उसका लंड बहुत तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था, जिसकी वजह से साना के मुहं से सिसकियाँ निकल रही थी और वो भी यह धक्के खाकर बहुत मस्त हो चुकी थी। अब वो दोनों ही ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा रहे थे, पीछे से अकरम धक्के दे रहा था और आगे से साना भी धक्के लगा रही थी।

फिर अकरम ने कुछ देर बाद अपना लंड चूत से बाहर निकालकर उसकी गांड के छेद पर रख दिया और हल्का सा धक्का दे दिया। फिर साना दर्द की वजह से जल्दी से पीछे हट गयी और वो कहने लगी कि नहीं यहाँ नहीं यहाँ मुझे बहुत दर्द होगा, बस आप चूत में ही डालो, उसी समय अकरम ने मेरी तरफ देखा तो मैंने उससे कहा कि साना मुझसे तो तुम करवाओगी नहीं एक बार अकरम से ही करवा लो, तुम्हे बहुत मज़ा आएगा, लेकिन वो कहने लगी कि इससे मुझे ज्यादा ही दर्द होगा, में इतनी तकलीफ़ को सह नहीं सकती, क्योंकि मैंने कभी भी ऐसा नहीं किया है और अकरम का यह लंड तो मोटा और लंबा भी कुछ ज्यादा है इसलिए मुझे डर भी बहुत लग रहा है। अब मैंने उससे कहा कि तुम धीरे धीरे आराम से कर लो और फिर मैंने अकरम को कहा कि तुम बहुत ही आराम से डालना, क्योंकि इसने इससे पहले कभी भी अपनी गांड नहीं मरवाई। फिर अकरम ने कहा कि साना तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो में बहुत ही आराम से करूंगा, साना ने डरते डरते हुए हाँ भरी। फिर मैंने अकरम को तेल लाकर दे दिया जिसको उसने अपने लंड पर और साना की गांड के छेद पर अच्छी तरह लगा दिया। मैंने अब उनसे कहा कि हम एक काम करते है में नीचे लेट जाता हूँ उसके बाद साना तुम मेरे लंड पर बैठ जाओ और मैंने अकरम को कहा कि तुम उसके बाद आराम से धक्का लगाकर अपना लंड इसकी गांड में डाल देना।

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अब साना यह बात सुनकर तुरंत ही मेरे लंड पर बैठ गयी और उसने अपनी गांड को ऊपर उठा लिया और अब साना का चेहरा मेरे सामने था, में उसको किस करने लगा और अपने दोनों हाथों से मैंने उसको जकड़ लिया और जिसके बाद पीछे से अकरम ने साना की गांड के छेद पर अपने लंड का टोपा रख दिया और अपने दोनों हाथों से उसके पेट के दोनों तरफ करके पीछे से उसने जकड़ लिया। अब आगे से मैंने और फिर उसने भी हल्का सा झटका दिया, दर्द की वजह से साना हिलने छटपटाने लगी और वो हमारी पकड़ से अपने आप को छुड़ाने की नाकाम कोशिश करने लगी, लेकिन हम दोनों ने ही उसको बड़ी मज़बूती से पकड़ा हुआ था। अब अकरम ने सही मौका देखकर एक और झटका दे दिया जिसकी वजह से उसका लंड आधा गांड के अंदर चला गया और साना बुरी तरह से चिल्लाने के साथ साथ हिलने भी लगी थी और दर्द की वजह से उसकी आखों से आँसू भी बाहर निकलने लगे। फिर बहुत ही मुश्किल से उसने अपने होंठो को मेरे होंठो से छुड़वा लिया और वो रोते हुए मुझसे कहने लगी कि बहुत दर्द हो रहा है तुम अब और मत डालना प्लीज़ मुझे अब तुम छोड़ दो उफ़फ्फ़ ऊईईईई माँ में मर गई ऊउह्ह्ह्ह छोड़ दो, लेकिन हम दोनों ही उसको छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं थे।

अब अकरम ने एक और जोरदार धक्का मारा तो उसका लंड थोड़ा सा और अंदर चला गया। फिर दर्द की वजह से साना के मुहं से वो आईईईईईईइ माँ बचाओ मुझे चीख निकल गयी और वो बुरी तरह से रोने लगी, लेकिन हम दोनों ही अब उसकी चुदाई करने में बड़े मस्त हो गए थे, इसलिए हमे उसके दर्द से कोई मतलब नहीं था। अब मैंने अकरम को इशारा करके कहा कि बस अब और मत डालो, फिर मैंने साना को कहा कि बस मेरी जान ठीक है ना, अब हम दोनों तुम्हारे कहने पर रुक गए है? साना कहने लगी कि मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है, मेरी जान निकल रही है, आप अकरम से कहो वो अब और अंदर ना डाले। फिर मैंने उसको सहलाते हुए चुप करवाया और उससे कहा कि बस मेरी जान अब तो चला गया अब तुम्हे मज़ा आने वाला है तुम उसको लेना शुरू करो और फिर मैंने अकरम की तरफ इशारा करके कहा कि तुम अब आगे का काम शुरू करो। अब अकरम ने मेरा इशारा समझकर तुरंत अपना लंड अंदर, बाहर करना शुरू किया, जिसकी वजह से साना का पूरा जिस्म काँप रहा था और हम दोनों ने उसको अपनी बाहों में जकड़ा हुआ था। में लगातार उसके बदन को सहलाने लगा। फिर थोड़ी देर धक्के खाने के बाद साना को कुछ आराम आने लगा तो मैंने साना से पूछा कि अब तुम्हे कैसा लग रहा है, तुम्हे अब भी दर्द तो नहीं हो रहा? तो वो कहने लगी कि अब मेरा यह दर्द कम हो गया है और उसी समय मैंने एक झटके के साथ अपना पूरा लंड डाल दिया। अब अकरम ने मुझसे कहा आपने तो पूरा डाल दिया ना? मैंने कहा कि हाँ, लेकिन उसने अभी भी पूरा नहीं डाला था और अभी भी उसका लंड तीन इंच बाहर था।

फिर अकरम हल्के हल्के धक्के लगाने लगा और नीचे से में भी वैसे ही धक्के लगाकर उसको चोद रहा था, अकरम ने साना को कहा कि मेरा अभी भी थोड़ा सा बाहर है अगर तुम कहो तो में वो भी डाल दूँ। अब यह बात सुनकर साना की आखों में एकदम डर सा आ गया, फिर उसने मुझे कसकर पकड़ लिया, तो मैंने अकरम को इशारा किया कि हाँ डाल दो। अब अकरम ने अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर एक जोरदार धक्के से उसने अपना पूरा लंड साना की गांड में डाल दिया और अब वो ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा। दर्द की वजह से साना की चीख निकल रही थी और उसने मुझे बड़ी ही मज़बूती से पकड़ रखा था और अकरम उसको तेज तेज धक्के मार रहा था, साना को थोड़ी देर बाद में मज़ा आने लगा और वो आह्ह्ह ऊफ्फ्फ मर गई बस करो, तुम दोनों ने मेरी गांड और चूत को बहुत दर्द देकर चोदा है उफ़फ्फ़ अकरम अब बस करो वरना में मर ही जाउंगी।

अब में कभी भी किसी और से अपनी चुदाई नहीं करवाउंगी आह्ह छोड़ दो तुम बहुत हरामी हो, क्या कभी इस तरह भी किसी को चोदते है? अफफफफ छोड़ दो मुझे बस करो। फिर अकरम कुछ देर धक्के देते हुए ही झड़ गया और उसने ठंडा होने के बाद अपने लंड को साना की गांड से बाहर निकाला। तभी साना जल्दी से मेरे ऊपर से उठ गई और वो रोने लगी वो कह रही थी कि उसको बहुत तेज दर्द हो रहा है आह्ह्ह अब तुम ही बताओ में क्या करूं इस दर्द का, यह कैसे कम होगा। अब हम दोनों ने उसको समझाकर चुप करवाया, तब मैंने देखा कि उसकी गांड से अब खून भी बाहर आ रहा था, जिसको मैंने एक कपड़े से साफ किया और करीब आधे घंटे के बाद वो बिल्कुल शांत होकर सो गई ।।

धन्यवाद …



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