बीवी की एरॉटिक मसाज नौकर से

हेलो गाइस, मैं आपका दोस्त संजू हाज़िर हू अपनी प्यारी, फूल जैसी वाइफ सुमन की सेक्स स्टोरी लेकर.

सो जब मैं शाम को अपने ऑफीस का काम ख़तम करके घर वापस आया, तो मैने नोट किया, की सुमन तोड़ा अजीब बिहेव कर रही थी. मैने खाना खाया, और सुमन को बोला-

संजू: सुमन बेबी, तुम रेडी हो जाओ. मैं तुम्हारी मसाज कर देता हू.

सुमन: बेबी आप रहने दो, आप ऑलरेडी थके हुए हो. काका कर रहे है ना मसाज आचे से.

इससे काका को भी जैसे ग्रीन सिग्नल मिल गया. मैं तोड़ा शॉक में था ये बात सुन कर, और मुझे पूरा शक था, की सुमन चुदाई करवाने के लिए रेडी थी काका से.

फिर काका मसाज करने के लिए नीचे बैठ गये. जैसे ही उन्होने पैरों को च्छुआ, तो सुमन ऑलरेडी सिड्यूस होने लग गयी. उसका हाथ मेरे लंड पर बढ़ने लगा, और मेरा शक यकीन में बदल गया. मुझे गुस्सा आया, तो मैने सुमन का हाथ हटाया, और अंदर सोने के लिए चला गया.

सुबा मैं जल्दी ऑफीस के लिए निकल गया, और सुमन सो रही थी. वो रोज़ रात को बिना ब्रा-पनटी के ही सोती है. मैं कॅमरास में देख रहा था, की सुमन आज अपने कमरे से बाहर नही आई थी.

फिर ठीक 10 बजे काका ने सुमन को मसाज के लिए बोला. बुत सुमन ने आज काका को कमरे में ही बुला लिया. जान काका रूम में गये, तो सुमन निघट्य में थी. ऐसी हालत में सुमन को देख कर उनकी आँखें फाटती की फाटती रह गयी.

सुमन बेड पर उल्टी लेती हुई थी बिना पनटी के. उसकी गांद उभरी हुई काका को सॉफ दिखाई दे रही थी. काका ने साँप ने फैलना शुरू कर दिया था, सुमन को ऐसे देख कर. काका ने पाजामे के नीचे कुछ नही पहना था मेरे ख़याल से.

सुमन: काका आप मसाज शुरू कर दो. मैं आज थोड़ी ताकि हुई हू, तो सोने लगी हू.

काका आयेज बढ़े, और सुमन के पैर को पकड़ा. फिर उन्होने मसाज शुरू कर दिया. काका की हिम्मत ऑलरेडी बढ़ चुकी थी. वो धीरे-धीरे सुमन की निघट्य को लेग्स से उपर करने लगे. सुमन की गोरी-गोरी लेग्स देख कर वो अपना कंट्रोल खो रहे थे.

दूसरी और सुमन रात से ही गर्मी में थी, क्यूंकी हम दोनो ने सेक्स नही किया था. काका बीच-बीच में सुमन की लेग्स पर अपना हाथ फेर रहे थे. बुत सुमन काका को कुछ नही बोल रही थी. इससे काका की हिम्मत बढ़ गयी. फिर काका ने अपना मूह सुमन के पैर की तरफ बढ़ाया, और उसके पैरों को सूंघने लगे.

फिर हिम्मत करके अपने काले लिप्स का सुमन के गोरे-गोरे पैरों से मिलन करवाते हुए, अपनी जीभ उसके पैरों पर फेरने लगे. इससे सुमन को झटका लगा, और सुमन ने बेडशीट को अपनी मुत्ठियों में जाकर लिया, लेकिन सोने का नाटक करती रही.

काका को मालूम पद रहा था, की सुमन सोने का नाटक कर रही थी. ना चाहते हुए भी मुझे गुस्सा तो बहुत आ रहा था, लेकिन पता नही क्यूँ, ये सब मुझे अंदर ही अंदर अछा भी लग रहा था. काका का जोश अब सातवे आसमान पर था. वो अब पुर पैरों को धीरे-धीरे चूसने लगे. इस वजह से सुमन का बुरा हाल हो रहा था.

सुमन का कोई रिक्षन ना मिलने पर काका की हिम्मत और बढ़ गयी. पैरों को चूस्टे हुए एक-दो बार काका ने उसके पैर का अंगूठा पूरा मूह में डाल लिया. इससे सुमन की हल्की सी सिसकी निकल गयी.

इस वजह से काका ने अपने आप को रोका, बुत सुमन अपनी चरम सीमा पर थी. काका के हाथ रुकते देख कर सुमन उठने की आक्टिंग करके लगी. फिर वो काका को बोलने लगी-

सुमन: काका, मेरी पीठ पर भी बहुत दर्द हो रहा था.

और ये बोल कर उसने दोबारा आँखें बंद कर ली. फिर काका ठीक सुमन के मूह की साइड आ कर खड़े हो गये. उन्होने अपने हाथ उसकी पीठ पर फेरने शुरू कर दिए. सुमन आँखें बंद करके बस एंजाय कर रही थी.

काका का लंड सुमन के बिल्कुल सामने था. लंड सुमन के लिप्स को छूने के लिए बिल्कुल तैयार था. सुमन की आँखें बंद थी, जिस कारण उसको लंड की कोई खबर नही थी. मसाज करते-करते काका का लंड एक बार सुमन के मूह से टकराया, जिस कारण सुमन की आँखें खुली की खुली रह गयी इतना बड़ा तंबू देख कर.

अब ये देख कर सुमन की आग और बढ़ने लगी, और काका का लंड उस आग में तेल का काम कर रहा था. काका को इस बात की खबर लग चुकी थी, की सुमन काका के हात्ोड़े को ताड़ रही थी. वो अब जान-बूझ कर अपने लोड को सुमन के मूह के करीब ला रहे थे.

फिर काका ने एक हाथ से सुमन की निघट्य थोड़ी सी उपर की, और वो अपने हाथ को सुमन की गोरी-चिकनी पीठ पर ले गये. वो धीरे-धीरे हाथ फेरने लगे, और मसाज करने लगे. सुमन की चुप्पी अब इस बात का संदेश था, की सुमन ने अब पूरा मॅन बना लिया था अपने बुड्ढे नौकर काका से चुदाई करवाने का.

ये सब देख कर मैं परेशन भी था, और हैरान भी था, की शरीर की आग एक औरत से कुछ भी करवा सकती है. फिर चाहे वो फूल की काली जैसी खूबसूरत औरत ही क्यूँ ना हो, जो अपने नौकर के लंड के लिए ये सब ड्रामा कर रही थी.

अब मैं भी भूल चुका था की सुमन मेरी पत्नी थी, और मुझे उसे रोकना चाहिए. रोकना तो क्या था, अब मैं भी ये सब ऑटोमॅटिकली एंजाय करने लगा, सुमन की चुदाई भी देखना चाहता था.

दूसरी और काका सुमन की मलाई जैसे शरीर पर अपने कठोर हाथ फेर रहे थे. वो अलग ही दुनिया में घूम रहे थे. इधर काका के लंड की स्मेल सीधे सुमन की नाक से उसकी छूट तक पहुँच रही थी, और उसको मदहोश कर रही थी.

काका की धोती से काका के 10 इंच के काले और लंबे लंड के दर्शन सॉफ-सॉफ सुमन कर पा रही थी. अब काका की धोती आयेज से गीली होनी शुरू हो गयी थी. लंड की स्मेल सुमन की बर्दाश्त से बाहर हो रही थी. सुमन अब भूल चुकी थी की वो एक हाइ प्रोफाइल लड़की थी, जो पूरा आटिट्यूड रख थी. आज वो लड़की काका से चूड़ने के लिए तैयार थी.

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