बीवी की भांजी की चुदाई शुरू

हेलो दोस्तों, मैं आपका दोस्त ज़ीशण हाज़िर हू एक और चुदाई की दास्तान लेकर. मुझे आप लोगों के काफ़ी मेल्स मिले. इतना रेस्पॉन्स देने के लिए थॅंक योउ. लेकिन कुछ लोग फेक एमाइल से मसाज करते है, तो उनसे रिक्वेस्ट है की फेक लोग मैल ना करे. चलिए अब आते है अपनी कहानी पे.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की कैसे व्सी पे मैने माल निकाला और उसके बाद शालिनी का मसाज आया की उसे फील हुआ की मेरा माल उसके उपर ही निकला था. अब चलते है आयेज इस पार्ट में.

दिन में मुझे एक अननोन नंबर से मसाज आया: मैं शालिनी हू. मेरा चारजर घर ही छ्छूट गया है, और फोन स्विच ऑफ हो गया है. ये नंबर दीपा का है, तो आप मेरा चारजर लेकर कल आ जाना. दीपा वीकेंड पे उसके हज़्बेंड के यहाँ जेया रही है, तो तुम भी ऑफीस से लीव लेकर आ जाना यहीं.

मैं समझ गया था की मेरी बीवी की छूट में खुजली हो रही थी, जो मेरे लोड से ही शांत होगी. तो मैने भी ऑफीस में अपने सीनियर को मैल डाला की अर्जेंट काम से आउट ऑफ सिटी जाना है, तो वीकेंड पे ऑफ चाहिए. उसने भी काम ना होने के कारण मुझे लीव दे दी.

फिर मैं नेक्स्ट मॉर्निंग रेडी हो कर पहुँच गया दीपा के घर. मैं तो पूरा भरा हुआ था, तो मैने विग्रा खा ली थी मॉर्निंग में ही, और उसका असर मेरे लोड पे दिखने भी लगा था.

मैने डोर बेल बजाई, तो 10 मिनूट तक किसी ने भी गाते नही खोला. मैने हल्का सा धक्का मारा तो पता चला गाते ओपन ही था. ये देख मैने सोचा की दीपा जेया चुकी थी, तो वाइफ पूरी तायारी में थी.

तो मैने अंदर आ कर गाते लॉक कर दिया. हॉल में कोई नही था. मैने अपनी त-शर्ट उतरी, और बेडरूम में पहुँच गया. बातरूम से पानी की आवाज़ आ रही थी. मैने जल्दी से गाते खोला, तो अंदर का नज़ारा देख कर मैं डांग रह गया.

अंदर दीपा पूरी नंगी हो कर नहा रही थी, और एक पैर को टाय्लेट सीट पे रख कर अपनी छूट के बाल क्लीन कर रही थी. मेरे गाते खोलने की हरकत से वो एक-दूं से दर्र गयी, और उसकी छूट के पास कट लग गया.

मैं भी जल्दी से बाहर आया, और हॉल में बैठ गया. थोड़ी देर बाद दीपा हॉल में आई. उसने बात कोट पहना हुआ था, और अंदर से पूरी नंगी थी. मैं और वो एक-दूसरे से आँखें नही मिला पा रहे थे. दोनो चुप बैठे रहे. फिर मैं बोला-

मैं: शालिनी कहाँ है?

दीपा: उसको अर्जेंट घर जाना पड़ा. नानी की तबीयत थोड़ी खराब है, इसलिए वो मुझे छ्चोढ़ कर चली गयी. वो बोली तो थी की आप आओगे, लेकिन टाइम नही बताया था.

मैं: दीपा अभी जो हुआ कुछ देर पहले उसके लिए सॉरी. मेरा कोई इरादा नही था ऐसा. मुझे नही पता था की वो यहाँ नही है, और बातरूम में तुम हो. मैने तो सोचा था वो अकेली है घर पे.

दीपा: फिर तो अछा हुआ आपने तोड़ा कंट्रोल रखा खुद पे, वरना क्या पता आप तो नंगे ही आ जाते अंदर अपना लोहे का औज़ार लेकर.

इतना बोल कर वो हासणे लगी, तो मैने भी थोड़ी राहत की साँस ली. लेकिन तभी उसकी हस्सी दर्द भारी आअहह में बदल गयी. मैने पूछा उसे तो उसने कुछ नही बताया. लेकिन जब तोड़ा ज़ोर डाला तो वो बोली.

दीपा: वो क्या है, पेट तोड़ा बाहर निकल गया है, तो नीचे का दिखता नही है ठीक से. लेकिन डॉक्टर ने बोला था हयगें का ध्यान रखने के लिए, तो क्लीन कर रही थी. आप एक-दूं से आए तो कट लग गया.

मैने उसे कट वाली जगह दिखाने का बोला और तिंचेर इोडीन की ट्यूब ले आया. उसने अपनी टाँगें फैलाई और अपनी फिंगर से इशारा किया.

दीपा: मौसा जी ये यहाँ पे.

मैने अपनी उंगली पे ट्यूब ली, और कट पे लगाई, तो उसने अपने हाथो से मेरे बालों को जाकड़ लिया. फिर वो सिसकारी लेने लगी. मेरा भी लोड्‍ा खड़ा होने लगा विग्रा के असर से. उसकी छूट की खुश्बू मुझे पागल करने लगी.

मैने उसकी टाँगें फोल्ड करके थोड़ी और खोल दी, और अपना मूह उसकी छूट पे रख दिया. दीपा भी इससे एक-दूं से सिहार उठी, और मेरा सिर अपनी छूट पे दबाने लगी. फिर मैने भी अपना पूरा मूह खोल कर उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया. उहह.. क्या गरम छूट थी उसकी, मज़ा आ रहा था.

वो भी ज़ोर-ज़ोर से सिसकारी लेने लगी: आहह ऊहह, और करो आ, रुकना मत बेबी.

जितना वो शोर करती, उतना ही मैं उसकी छूट को अंदर तक चाटने लगता. 20 मिनिट की छूट चटाई में उसने 3 बार पानी छ्चोढा, जो मैं पी गया सारा का सारा. फिर उपर आ कर उसके होंठो को अपने होंठो से चूसने लगा. क्या मस्त वाइल्ड किस कर रही थी वो, मज़ा आ गया.

उसके होंठ चबा कर मैने झट से उसका बात कोट खोला, और उसे पूरा नंगा कर दिया. मैं उसकी बूब्स दबाने लगा, जिसमे से हल्का-हल्का दूध निकालने लगा. अब फिर उसने मुझे सोफे पे लिटाया, और मेरे कपड़े खोले. मेरा खड़ा मोटा लंड देख कर उसकी आँखों में चमक आ गयी. फिर वो बोली-

दीपा: मौसा जी आपका तो मेरे पति से बड़ा और मोटा है. इससे चूड़ने में बहुत मज़ा आएगा. मेरी छूट तड़प रही है कब से लोड्‍ा खाने के लिए. छोड़ दो अपनी इस रॅंड को. कर दो मेरी छूट का भोंसड़ा.

उसके मूह से ऐसी बातें सुन कर मेरा लोड्‍ा और टाइट हो गया. फिर उसने झट से मेरा लोड्‍ा चूसना शुरू किया. आअहह क्या मस्त लोड्‍ा चूस रही थी यार. ऐसा लोड्‍ा तो शालिनी ने भी नही चूसा था. मैं तो सातवे आसमान में उड़ने लगा. उसने 10 मिनिट में ही मेरा पानी निकलवा दिया, जो मैने उसी के मूह में झाड़ दिया. वो मेरा गाढ़ा माल पी गयी एक ही बार में.

उसे देख कर ऐसा लग रहा था, मानो सालों की हवस भारी हुई हो उसमे. फिर उसने मुझे बिताया, और मेरी गोदी में आ कर लोड्‍ा छूट पे सेट किया. फिर धीरे-धीरे बैठने लगी. अभी वो पूरी तरह से बैठी भी नही थी, की उसकी जान निकालने लगी.

वो अपने नाख़ून मेरे चुभाने लगी, लेकिन लोड की भूख के आगे वो हार मान चुकी थी. इसलिए उसे लोड्‍ा तो घुस्वाना ही था. जैसे ही मेरा लोड्‍ा पूरा उसके अंदर गया, उसके पसीने निकल गये. फिर थोड़ी देर रुकी और उपर-नीचे होने लगी. अब उसे मेरे लोड से मज़ा आने लगा.

इस पार्ट में इतना ही, अगले पार्ट में बतौँगा कैसे हम दोनो की चुदाई शुरू हुई, जिसमे फिर शालिनी को भी शामिल किया. तब तक आप अपनी फीडबॅक मुझे बेगज़ीहाँ@गमाल.कॉम पे भेज सकते है. और अगर कोई गर्ल, भाभी, या आंटी अपनी सर्विस करवाना चाहती है, तो वो भी इसी पे मैल करे. प्राइवसी पूरी रहेगी. मुझे आपकी मेल्स और प्यार का इंतेज़ार रहेगा, तब तक के लिए बाइ.

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