बर्तडे पर बड़े लंड से थ्रीसम चुदाई

सिस्टर सेक्स स्टोरी का अगला पार्ट:-

तो जोसेफ की लंड पिलाई से शिखा की छूट का भोंसड़ा बन गया, और वो मेरा और जोसेफ का माल अपनी छूट में लिए बेसूध सी पड़ी थी.

इधर मैं और जोसेफ सोफे पर बैठे थे, रेस्ट कर रहे थे, और नेक्स्ट रौंद के लिए तैयार हो रहे थे. थोड़ी देर बाद मैं उठा, और शिखा के पास गया, और उसके सिर पर हाथ रखा. उसने आँखें खोली और मुझे देखा. फिर वो छूट पर हाथ रख कर, पैर सिकोड कर लेट गयी.

शिखा: मार दिया भैया आज आपने मुझे. बहुत दुख रहा है छूट में भैया. मुम्मा और पापा आएँगे तो कैसे मॅनेज करूँगी मैं भैया? मैं आप से प्यार करती थी भैया, और आपने मुझे रंडी बना दिया.

विवेक: अर्रे मेरी जान, कैसी बातें कर रही है तू ये? तू मेरी जान है यार, और मैं भी तुझसे उतना ही प्यार करता हू, जितना तू करती है. ये सब तो मैने तेरे मज़े के लिए किया है. याद है उस दिन तूने ही बोला था की दो लंड होते तो मज़ा आ जाता, तो बस मज़े ले अब यार.

जोसेफ उधर से शिखा को रोते हुए देखा, तो पता नही क्या लकड़ी का टुकड़ा लेकर आया बाग से, और बोला की इसको चबा कर खाओ, और पानी पियो.

शिखा को लगा कोई डॉवा थी, तो ज़्यादा नही कुछ बोली, और वो टुकड़ा खा गयी. लगभग 20 मिनिट तक रूम में कुछ भी हरकत नही हुई. मैं शिखा के पास बैठा और जोसेफ सोफे पर अपना लंड सहला रहा था. फिर वो उठ कर आया, और शिखा को हिलाया, और पूछा-

जोसेफ: रेडी फॉर रौंद 2?

शिखा ने मेरी तरफ देखा और बोली-

शिखा: प्लीज़ भैया, अब नही.

मैं कुछ बोलता इससे पहले बहनचोड़ जोसेफ ने शिखा को पकड़ा, और गोद में उठाया, और दीवार की तरफ ले गया. वहाँ दीवार से सत्ता कर छूट पर खूब सारा लोशन डाला, और फिर माल दिया उसे आचे से. फिर लंड पकड़ा और छूट पर रखा.

शिखा: भैया!

तभी जोसेफ ने फॅक से लंड पेल दिया. शिखा की छूट में लंड फॅक से घुसा, और जोसेफ ने पूरा लंड छूट में उतार दिया. वो दीवार पर उपर खिसक गयी, और जोसेफ के सीने पर हाथ रख लिए.

शिखा: आह भैया, निकालो इसका लंड यार. ये मेरे पेट तक लंड पेल रहा है.

फिर उसने शिखा की कमर पकड़ी, और एक और ज़ोर का झटका मारा. शिखा के मूह से चीख निकली. जोसेफ बस अब छोड़ने में लगा था, और मैं वहाँ खड़ा बस देख रहा था. शिखा उसके गले में लिपट गयी, और हर झटके को बर्दाश्त कर रही थी.

अब तो जोसेफ को और मज़ा आ रहा था शिखा को छोड़ने में. वो दे दाना दान लंड पेल रहा था, और हर झटके पर हेस्ट हुए बोल रहा था “हॅपी बर्तडे शिखा”.

फिर मैने देखा अब धीरे-धीरे शिखा का दर्द कम हो गया था, और वो भी मज़े लेने लगी. वो झटकों पर उपर नही खिसक रही थी, और चिल्ला भी नही रही थी.

शिखा: उम्म्म मा ह्म उउउइ माआ मॅर गयी रे आ आ.

मुझे समझ गया अब शिखा की छूट ने जोसेफ के लंड को अपना लिया था, और शिखा को मज़े आने लगे थे. मैं शिखा के पास गया और पीछे से उसकी पीठ पर किस करने लगा.

विवेक: शिखा मेरी जान कैसा लग रहा है अब? मज़ा आ रहा है इस गढ़े के लंड को खा कर?

शिखा: ह्म भैया मा छोड़ दी सेयेल ने. पर अब मज़ा आ रहा है इसके लंड से चूड़ने में. हाए छोड़ सेयेल! भैया आप भी पेलो गांद में. दोनो साथ में मज़े दो ना अपनी कुटिया को.

विवेक: जोसेफ क्या खिलाया था तूने इसे?

जोसेफ: ये एक जड़ी बूटी है, जो पेनकिलर और सेक्स बूसटर दोनो का काम करती है.

शिखा: आ मज़ा आ रहा है. फक मे आ!

जोसेफ: तुम ऐसी 16वी लड़की हो जिसको उसके बर्तडे पर छोड़ रहा हू उसके ब्फ के साथ.

मैने भी शिखा की गांद में लंड पेल दिया, और अब हम दोनो ताल बिता कर पेल रहे थे शिखा को. शिखा बिल्कुल पागल हुए जेया रही थी मज़े से.

शिखा: उफ़फ्फ़ हाए मेरे भैया आ. फक मे प्लीज़!

जोसेफ: नोट सो फास्ट शिखा. अभी टाइम लगेगा तुम्हारा रस्स निकालने में. बूटी डेले कर देगी तुम्हारा ऑर्गॅज़म.

शिखा: ऑश तब मैं सोचु इतनी मज़ेदार चुदाई के बाद भी अभी तक छूट ने रस्स क्यूँ नही छ्चोढा.

जोसेफ शिखा को किस करने चला होंठो पर, तो शिखा ने उसको थप्पड़ मारा.

शिखा: सोचना भी मत मुझे किस करने की.

जोसेफ ने उसके बूब्स दाँत से दबाए और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा.

शिखा: आ ज़ोर लगाओ भैया. आयेज से इतना डुमदार झटका पद रहा है. गांद में भी उतने ही दूं से मारो ना यार आह.

फिर जोसेफ ने हम दोनो को पकड़ा और घुमा कर बेड की साइड ले गया, और मुझे लिटा दिया शिखा के साथ. अब पहले मैं, फिर शिखा, फिर जोसेफ थे. उसने शिखा को पकड़ा, और हचक कर पेलने लगा.

शिखा: आह छोड़ो मुझे. रंडी बना दिए मुझे.

10 मिनिट ऐसे ही छोड़ने के बाद जोसेफ ने अपना लंड उसके मूह में पेल दिया. वो उसके मूह की चुदाई कर रहा था. 5 मिनिट तक लंड से मूह छोड़ने के बाद वो मूह में माल छ्चोढने लगा. शिखा का मूह भर गया, और उसे सारा माल गताकना पड़ा.

फिर मैने भी शिखा की गांद ताबड़तोड़ बजाई 5 मिनिट्स, और उसकी गांद में ही झाड़ गया. जोसेफ ने अपना लंड निकाला, तो शिखा ने जो तोड़ा माल उसके मूह में बचा था, थूक दिया.

शिखा: मुम्मा-पापा के आने का टाइम हो रहा है. अब निकलो, रेस्ट करने दो भैया.

शिखा बेड से उतार कर लड़खड़ा कर वॉशरूम गयी, और खुद को धो कर आई आचे से. जोसेफ ने फिरसे एक लकड़ी का टुकड़ा दिया शिखा को ये बोल कर, की इससे दर्द और सूजन 1 घंटे में बिल्कुल ठीक हो जाएगी.

शिखा ने वो लड़की छबाई, और फिर जोसेफ ने अपना कार्ड दिया की कभी फिरसे चूड़ना हो तो कॉल कर देना. फिर उसने शिखा के बूब्स अपनी मुट्ठी में भरे, और दाँत से ज़ोर से काट लिया निपल्स के पास और निपल्स के उपर. शिखा के बूब्स पर उसके दांतो के निशान पद गये, जिसे देख कर बहुत खुश हुआ जोसेफ.

जोसेफ: हॅपी बर्तडे शिखा, बाइ.

हम दोनो जाने लगे रूम से, तो शिखा ने मुझे रोक लिया और बोली-

शिखा: आप बाद में जाना, अभी मेरे साथ रूको. बहुत दर्द हो रहा है छूट और गांद में.

जोसेफ चला गया, और मैं शिखा के पास रुक गया. उस लकड़ी के टुकड़े से उसे कुछ आराम मिला. फिर वो सो गयी, तो मैं भी ड्यूप्लिकेट चाबी से डोर लॉक करके अपने फ्लॅट पर चला आया.

यह कहानी भी पड़े  चाची ने गिफ्ट मे दी मामी की चूत

error: Content is protected !!