भाइयों और बहनो का ग्रूप सेक्स

ही दोस्तों, सिस्टर सेक्स स्टोरी के लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा की मैने अमन की बेहन को उसके सामने रग़ाद कर छोड़ा. इसका बदला उसने सेम मेरी बेहन के साथ करके लिया, और ये एक कॉंपिटेशन में बदल गया. खैर अब आयेज-

सुबह हुई तो मैं और रश्मि उठ गये थे.

रश्मि ने कहा: मैं नहाने जेया रही हू.

रश्मि नहाने चली गयी, और उसके पीछे-पीछे मैं भी बातरूम में घुस गया. मैं पीछे से रश्मि को पकड़ के उसके गले पे किस करने लगा.

रश्मि: अभी बहुत प्यार आ रहा है. कल उस अमन से मुझे बचा नही सकते थे?

रोहित: मैं तुम्हारा ही तो बदला ले रहा था.

रश्मि: मतलब?

रोहित: मतलब ये की नेहा असल में अमन की बेहन है, और तुम्हारा बदला लेने के लिए ही मैं उसे बुरी तरह से छोड़ रहा था. मैने सोचा की मैं उसकी बेहन को उसके तरह बुरी तरीके से छोड़ूँगा, तो वो शांत हो जाएगा, और तुम्हारे साथ गेंट्ली करेगा.

रश्मि: अछा पर आपका आइडिया तो उल्टा हो गया. उसने तो इसको चॅलेंज समझ लिया.

रोहित: हा वो तो है, पर अब क्या कर सकते है, छ्चोढो.

रश्मि: क्या छ्चोढो? छोड़ा तो उसने मुझे है बुरी तरह से. मेरी पूरी छूट चुड-चुड के लाल हो गयी है.

रोहित: तो मैने तो कहा था की मुझसे घर पे चुड लो. तुम तो मानी ही नही.

रश्मि: मैं तो चाहती थी की हमारे बीच सब नॉर्मल हो जाए. इसलिए मैने वैसा कहा था.

रोहित: ये जान लो की अब नॉर्मल यही है. और वैसे भी मुझे तुमसे और नेहा दोनो से ही प्यार हो गया है, और मुझे तुम दोनो चाहिए. अब तुम चाहती हो की मैं तुम्हारी हेल्प करू, तो तुम्हे मुझसे चूड़ते रहने के लिए मानना होगा.

मैं ये कह कर बाहर आ गया. उधर अब नेहा और अमन भी उठ चुके थे. रश्मि बाहर आई, तो नेहा नहाने चली गये. अमन ने बोला-

अमन: सुन रश्मि, इधर आ. मॉर्निंग ब्लोवजोब नही देगी?

रोहित: पर इसका टाइम तो ओवर हो चुका है.

अमन: नही मैने इसको दो दिन के लिए बुक किया है. ये मेरे साथ आज रात तक रहेगी, और मैं आज पुर दिन इसको छोड़ूँगा.

रश्मि: नही मैं अब ये नही कर सकती. आचे से करते तो मैं कर भी लेती. पर तुम दोनो तो अपना गुस्सा उतार रहे हो.

अमन: गुस्सा उतार रहे हो, मतलब?

रश्मि: मतलब ये की मुझे पता है की नेहा आपकी बेहन है.

अमन: तुम्हे ये कैसे पता?

रश्मि: ये मुझे रोहित भैया ने बताया है.

अमन: रोहित मतलब तुझे पता था की वो मेरी बेहन है, और फिर भी तूने मेरी बेहन के साथ ये सब किया? मैं तुझे नही छ्चोधुंगा.

रश्मि: अर्रे चुप. तुमने भी तो वही सब उसकी बेहन के साथ किया है.

अमन: उसकी बेहन, क्या मतलब?

रश्मि: मतलब ये की मैं रोहित की बेहन हू.

अमन: क्या ये सच बोल रही है रोहित?

रोहित: हा ये सच बोल रही है.

अमन: अर्रे तू बोल देता मुझे, तो मैं शायद इसके साथ ये सब ना करता.

रोहित: सच में तू नही करता? मैने तुझे ग़लत समझा मेरे भाई, सॉरी. मुझे तेरी बेहन के साथ ये सब नही करना चाहिए था.

अमन: हा तुझे मेरी बेहन को इन्वॉल्व नही करना चाहिए था. और मैं सच में अगर तू बता देता, तो तेरी बेहन साथ ये सब ना करता, तेरे सामने.

रोहित: मतलब तू बाद में करता?

अमन: क्या करू यार, ये चीज़ ही ऐसी है. इसकी लिए बिना मुझे चैन नही मिलता.

रोहित: चल जो हुआ सो हुआ. पर अब तू हमे जाने दे.

अमन: नही, मैं आज जेया रहा हू वापस अपने काम पे. तो मुझे आज रात तक के लिए लड़की चाहिए छोड़ने को. तो रश्मि को आज रात तक और तू छ्चोढ़ दे.

रश्मि: नही भैया, अब और नही.

ये कह कर रश्मि मुझसे चिपक गयी, और उतने में ही नेहा भी वापस आ गयी.

रोहित: ठीक है तुझे लड़की चाहिए ना? तो तू नेहा को छोड़ ले आज रात तक.

अमन: पर नेहा तो मेरी बेहन है.

रोहित: तो क्या हुआ? रश्मि भी मेरी बेहन है, और मैने तो उसे छोड़ दिया है. और झूठ मत बोल, मैने देखा है की कल तो कैसे उसके बदन को देख रहा था.

अमन: वो तो ठीक है, पर क्या नेहा मेरे साथ करना चाहेगी?

रोहित: नेहा मेरा कहा सब मानती है. वो मेरी गफ़ है. हैईना नेहा?

नेहा: हा, आप जो कहोगे वो मैं करने को तैयार हू बेबी.

अमन: ठीक है फिर अगर नेहा तैयार है, तो मैं भी तैयार हू.

रोहित: पर ये सिर्फ़ आज के लिए है, क्यूंकी तुम जेया रहे हो. उसके बाद नेहा मेरी गफ़ है, तो उसे तुम चू भी नही सकते. और रश्मि भी ये काम छ्चोढ़ देगी, तो तुम उसके साथ भी कुछ नही करोगे. ओक?

अमन: अर्रे हा-हा, ठीक है. पर अभी तो शुरू करो.

अब अमन नेहा के पास चला गया, और उसे किस करने लगा. इधर रश्मि लाइन पे आ चुकी थी, और मुझे सामने से किस कर रही थी. मैं भी पुर मज़े ले रहा था. कुछ देर के बाद हमने रश्मि और नेहा को ज़मीन पे ही लिटा दिया. फिर मैने रश्मि को छोड़ना शुरू किया, और अमन ने नेहा को.

ये अमन पहली बार अपनी बेहन को छोड़ रहा था. और नेहा भी इससे तोड़ा एग्ज़ाइटेड हो गयी थी. कुछ देर हमने दोनो लड़कियों को किस करते हुए छोड़ा, और फिर नेहा ने कहा-

नेहा: रोहित, चलो अब तुम मेरे साथ करो ना.

तो मैने उससे डोग्ग्स्त्यले पोज़ में किया, और उसकी छूट पे लंड सेट किया और छोड़ने लगा. उधर अमन ने अपना लंड नेहा के मूह में दे दिया, और नेहा उसे चूसने लगी.

रश्मि मेरे पास आई, और मुझे किस करने लगी. सच में कितना परिवारिक माहौल था. हम दो भाई बेहन के जोड़े प्यार करते हुए. फिर हमने सेम पोज़ में रश्मि को किया. अब रश्मि को डॉगी-स्टाइल में अमन छोड़ रहा था, और रश्मि मेरा लंड चूस रही थी, और नेहा अमन को किस कर रही थी.

कुछ देर ऐसे ही चुदाई करने के बाद मैं और अमन बेड पे लेट गये. फिर रश्मि मेरे लंड पे बैठ गयी, और नेहा अमन के लंड पे. दोनो लड़कियाँ हमारे लंड के सवारी करने लगी कूद-कूद के.

उन दोनो के बूब्स और गांद उछाल रहे थे, और वो दोनो एक-दूसरे को किस कर रही थी. फिर मैने रश्मि को मिशनरी में लिटा दिया, और उसको छोड़ने लगा. और उधर अमन नेहा को गोद में उठा कर छोड़ने लगा. मैने अपना सारा माल रश्मि की छूट में छ्चोढ़ दिया. अमन ने सारा माल नेहा की छूट में छ्चोढा.

ऐसे हम दोनो ने एक्सचेंज कर-कर के दोनो लड़कियों को पुर दिन छोड़ा. और इस बार दोनो लड़कियों ने भी खूब एंजाय किया. रात को अमन अपनी फ्लाइट से वापस चला गया. खैर अब रश्मि ने अपना काम छ्चोढ़ दिया है, और वो सिर्फ़ मुझसे चुड्ती है, और बदले में पॉकेट मनी लेती है.

अब मेरे पास छोड़ने के लिए दो दो लड़कियाँ है. मैं जब चाहु तब दोनो को छोड़ सकता हू. वो दोनो मेरे प्यार में पागल है. मैने अब नेहा की गांद की भी सील खोल दी है.

तो आपको ये सेक्स स्टोरी कैसी लगी, ज़रूर बताए. और मेरी नेक्स्ट स्टोरी के लिए अगर आपके पास कोई आइडिया हो, तो मुझे मैल करे.

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