हेलो दोस्तो!! मेरा नाम मीट है, ये स्टोरी है मेरी और मेरी बेहन की उसकी ज़ुबानी, जो हम दोनो में हुआ, वेससे तो ये एक काल्पनिक स्टोरी है, पेर मुज्जे यकीन है की अप इस स्टोरी को भट्ट पसंद क्रोगे, और मुझे मैल क्रना मत भूलना, ये स्टोरी आप देसीकाहानी पे पारह रहे है, ज़्यादा टाइम ना वेस्ट करते सिडा स्टोरी पे आते है.
मेरा नाम स्वीटी है, में भत ही क्यूट न सेक्सी हू, ऐसे मेरे भैया मुझे कहते है, जिनका नाम मीट है, मेरी फॅमिली में मेरे पापा मूमी मेरे भैया और में हू, मेरे पापा और मम्मी जॉब करते है, इसलिए वो सुबह चले जाते है और शाम को घर आते है.
ये स्टोरी है जब मेने 12त क एग्ज़ॅम्स दिए थे और में रिज़ल्ट्स तक में बिल्कुल फ्री थी इसलिए मेने सोचा की इन दीनो में मस्ती करूगी जितनी हो सके, मेरे भैया मुझ से 2 साल बड़े है, और वो ब्कॉम 2न्ड एअर में पर्हते है.
एक दिन की बात है मेरे पापा और मम्मी सुबह 8 ब्जे त्यआर होके जॉब पे चले जाते थे और वो जाने ही वेल थे, 7:30 हुए थे तो मम्मी ने मुझे उठा दिया की उठ क नहा ले और अपने लिए और अपने भैया क लिए खाना ब्ना लेना, ह्मारे घर में 3बेड रूम्स थे.
एक नीचे ग्राउंड फ्लोर पे था जो की मम्मी पापा का रूम था और उपर वेल दो रूम मेरे और भैया क थे, तो में उठ गयइ और नहाने चली गयइ में रात को ब्रा और पेंटी पहन क नि सोती, क्यूकी ब्रा उतार क सोने में मज़्ज़ा ही कुछ और है.. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ र्हे है.
मेरे अबी 32 साइज़ था मेरे बूब्स का, सिर्फ़ लॉर आंड टशहिर्त पहन क सोती हू, रात को सोते टाइम जब मेरे बूब्स इधर उदार होते है तो भट्ट मज़्ज़ा आता है, तो नहाने क बढ़ मेने खाना बनाया और मेरा भाई अबी सो रा था, सिड आज उसकी छुट्टी थी.
तो में अपने भैया को उठाने उसके रूम में चली गयइ, वो सिर्फ़ बॉक्सर में सो र्हे थे, और उनका काइंड खड़ा हुआ था सिड कोई सेक्सी सा सपना देख र्हे थे, उसके लंड क उबार को देखके मेरे डिल में लालच आ गया, मेने कभी किसी का लंड नि देखा था ब्स अपनी सहेलिओ से सुना था सेक्स क बारे में, पहले कभी मेरे भैया क बारे में मेरे डिल में ग़लत ख्याल नि आया.
पेर आज टा नि क्यू उनके लंड को उनकी बॉक्सर क उपर से देखे जा र्ही थी, तो मेने ढेरे ढेरे भैया की तरफ गयइ और उनके लंड को टच करने का डिल किया पर्द दर्र था की कहीं भाई जाग ना जाए, पेर छूट में खुजली हो र्ही थी.
में ढेरे ढेरे भाई क लंड की तरफ हाथ लेके जा र्ही थी की तबी भाई जाग गये, और में एक दूं से दर्र गयइ, भाई मुझसे पुष्ने ल्ग गये.
भाई – स्वीटी क्या क्र र्ही है य्चा??
मैं – कुछ नि भाई वो आपको उठाने आई थी, नीचे आके ब्रेकफ़स्ट क्रलो.
भाई – ठीक है में न्हा क आता हू.
में नीचे चली गयइ पेर मेरे डिल में भाई का लंड देखने की इचा हो र्ही थी.
थोड़ी देर में भाई नीचे अगये और मुझे कहने ल्गे.
भाई – क्या सोच र्ही हो स्वीटी.
मैं – कुछ नि भैया वो सोच र्ही थी की आज सारा दिन क्या क्या क्रेगे.
भाई – आज मेरे छुट्टी है, क्यू ना कहीं घूमने चले.
मैं – हन भाई में ब आपसे यही कहने वल्ली थी.
ये कहके मेने खुशी से अपने भाई को ज़ोर से हुगग क्र्ली, और उन्होने ब मुझे तोड़ा सा ज़कड़ लिया अपनी बहहों में और मेरी चुचिया उनकी चेस्ट में गड़ गयइ, तबी मेने शर्म से उनको शॉड दिया, और भाई क चेहरे पे मुझे सेक्सी सी स्माइल दिख र्ही थी.
तभी मेने सोच लिया की में अपने भाई को सिड्यूस क्रगी और उनसे ही अपनी छूट चत्वौुनगी, तो उस शाम में और भाई ने घूमने का प्लान बनाया, तो मेने एक सेक्सी सी ब्लॅक कलर की ड्रेस पहनी, ब्लॅक कलर मेरे भाई का फॅवुरेट कलर है
ये बात मुझे टा थी और वो ड्रेस ही भट्ट थी उन्हे सिड्यूस करने क लिए, और हम दोनो एक शॉपिंग माल में चले गये, तो वाहा पे भट्ट से कपल्स घूम रेज थे तो मेने भैया से पुशा.
मैं – भाई एक बात पुशु.
भाई – हन पुश बहना.
मैं – भाई आपकी कोई गफ़ न्ही है काइया?
भाई – स्वीटी तू ऐसा क्यूउ पुश र्ही है??
मैं – ऐसे ही भैया वो अप दूसरी लड़कीो की तरफ ऐसे देख र्हे थे तो पुशा.
भाई हासणे ल्गे और कहने ल्गे की अरे वो सुंदर लड़कीो की तरफ ध्यान चला जाता है अपने अप, तभी मेरे दिमाग़ में एक शेतानी आइडिया आया, और मेने भैया से कहा की भाई इसका मतलब में सुंदर नही हूउ, और मेने तोड़ा नखरा दिखाया जिस से भाई मेरी तरफ ध्यान दे.
तो भाई कहने ल्गे की स्वीटी तू तो मेरी बेहन है तुझे थोड़ी ना में उस नज़र से देखुगा, तो मेने भाई को सेक्सी सी स्माइल देके पुशा की उस नज़र से कैसे, भाई शरमाने ल्गे और कहने क्गे की बहेना वो में तुझे नि बीटीये सकता, और मेने ब ज़िद्द क्र्ली की मुझे नि टा भाई मुझे ब ब्ताओ की कों सी नज़र से, भाई ने कहा की ठीक है पेर तू गुस्सा मत क्रना मेने कहा ठीक है.
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तो भाई ने कहा की लड़कीो की ड्रेस इनटी हॉट होट्ती है की उन्हे देखके डिल में अजीब सी फीलिंग्स आती है और्र उनके फिगर की तरफ देख क ल्गता है की ब्स उन्हे देखते जाए, भाई ने बिना रुके ये सब कह दिया तो मेने कहा की भैया कुछ समाज में नि आया ठीक त्राह से समझाओ ना, तब भैया ने कहा की रात को तेरे रूम में आके समझौगा.
तो मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया की रात को भाई से चुड़वाके ही रहूगी., मेने अपने लिए ब्रा और पेंटी लेनी थी तो मेने भाई से कहा की मुझे अंडरगार्मेंट्स लेने है अप यही रूको में लेके आती हू, थोड़ी देर में में ले आई, मेने ब्लॅक कलर की ही ब्रा और पेंटी ली.
फिर हुँने वही कुछ खाया और घर आ गये, तब तक मम्मी पापा ब घर पे आ चुके थे, अब मुझे जल्दी जल्दी से रात होने का वेट था मेरी छूट में खुजली हो र्ही थी और मुझसे रा नि जा रा था.
इसके अग्गे की भाई से चुदाई की स्टोरी क लिए थोड़ी वेट क्रे, अगले पार्ट में ब्ठौगी कैसे मेने अपने भाई को प्ताया और उनके साथ बीवी की त्राह र्ही और उन्हे अपनी पति बनाया, और गालिओ क साथ चुदाई क्रवाई, और मुझे मैल क्रना ना भूले मेरी मैल ईद है