भाई और बहन की चुदाई -2

तब भाई ने हंसते हुए कहा अच्छा अच्छा मेरी छिनाल बहन अब कपड़े पहन लो क्योंकि मामू को तो तुम्हारी चूत झेल लेगी अगर कहीं अफ़रोज़ अपनी अम्मी और बहन दोनो के साथ आ गयी तो मेरा लंड अभी इस हालत में नहीं है कि मैं उन तीनो को एक साथ झेल जाउं तब मैने कहा सिर्फ़ ३ क्यों मुझे नहीं गिन रहे हो? चारों को चोदना पड़ेगा तुम्हे और ये कह कर मैं हसने लगी और भाई भी हसने लगे मैने पहले वहीं छत की नाली पर जाकर पेशाब किया तो भाई भी वहीं खड़े हो कर मूतने लगा तब मैने कहा यार आराम से बैठ कर मूतो अभी अभी नहा कर आयी हूँ तुम्हारी छींटें आ रही है तब भाई भी वहीं बैठ कर मूतने लगा हम दोनो ने साथ में मूतकर अपने अपने कपड़े पहने वह तो पूरे कपड़े पहन कर नीचे चला गया

पर चूंकि मैं सिर्फ़ टोवल में थी और अब तक नीचे मामूजान आ चुके थे तो मैने अफ़रोज़ को अवाज़ दी कि मेरे कपड़े लेकर उपर चली आये और जब अफ़्फ़ो उपर आयी तो मुझे देख कर शरमा रही थी मैं समझ रही थी कि ये साली क्यूं शरमा रही है उसकी आंखें अभी भी गुलाबी हो रही थी और होंठ थरथरा रहे थे वो कांपते हाथों से मुझे कपड़े देकर नीचे जाने लगी तो मैने कहा जरा रुको मैं भी चेंज कर लूं तो साथ साथ चलते हैं और उसके सामने मैने टोवल वहीं उतार दी वो बहुत गौर से मेरे दोनो बूब्स देखने लगी जो उसकी चूची से काफ़ी बड़े थे और मेरी बुर को भी अज़ीब नज़रों से निहार रही थी तब मैने उसकी जम्पर के उपर से हाथ रखते हुए कहा क्या देख रही हो इतने गौर से?

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वो घबरा गयी पर खामोश रही मैं उसकी चूची पर थोड़ा सा जोर देकर फ़िर से बोली आखिर देख क्या रही थी तुम? जो मेरे पास है वो तुम्हारे पास भी तो है तब उसने झिझकते हुए कहा पर आपा आपकी तो हमसे बहुत बड़ी है? मैने कहा बतायेगी भी क्या? तब उसने मेरी चूची पर हाथ रख कर कहा ये मुझे हंसी आ गयी उसके भोलेपन पे मैने कहा नाम नहीं पता है इसका?

उसने शरमाते हुए कहा दुधू है तब तो मुझे बहुत जोरदार हंसि आयी फ़िर मैने उसकी चूची को कपड़े के उपर से ही जोर से दबा कर कहा धत्त बेवकूफ़ लड़की दुधू नहीं चूची कहते है इसे इतनी बड़ी हो गयी है अभी तक नाम नहीं पता क्या देखती है तु टीवी वगैरह में तब उसने कहा आपा यहां कहां टीवी देखने देते है अब्बु जी उंहें तो सिर्फ़ न्युज़ ही पसंद है मेरा चूची मसलना उसे शायद अच्छा लग रहा था वो कुछ बोल नहीं रही थी और मैं अपना काम कर रही थी मैने कहा मैं तेरी चूची सहला रही हूँ तो कैसा लग रहा है? उसने शरमाते हुए कहा अच्छा लग रहा है तब मैने कहा अभी तो कपड़े के उपर से ही मसल रही हूँ अगर पूरी नंगी होकर चूची दबवाओगी तो बहुत मज़ा आयेगा

अब वो थोड़ी थोड़ी खुल रही थी और अपने हाथ धीरे से मेरी चूची पर रखते हुए बोली आपा आपकी चूची इतनी बड़ी कैसे हो गयी जबकि आपकी उमर भी मेरे बराबर ही है तब मैने कहा ये सब मेरे अब्बु और भाई की करतूत है तब उसने चौंकते हुए पूछा क्या मतलब? तब मैने कहा मेरी नन्ही जान जब जवानी की प्यास लगती है तब चुदवाने का मन करता है और जब घर में लंड मौजूद हो तो बाहर का रुख नहीं करना चाहिये ज़माना बड़ा खराब चल रहा है हमारी अम्मी का कहना है भले ही घर में चुदवा लो पर बाहर वालों से नहीं क्योंकि साला आजकल एड्स का बहुत लफ़ड़ा है मेरे मुंह से चूत और लंड की बात सुनकर उसका मुंह खुला का खुला ही रह गया वो बोली हाय आपा आप कैसे गंदी बात करती हो? आपको शरम नहीं आती तब मैने कहा जो लड़की अपने भाई और अब्बु से चुदवा चुकी हो वो भी अपनी अम्मी के सामने उसे शरम कहां आयेगी शरम तो तुझ ऐसे कुंवारी कमसिन छोकरियों को आती है

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