हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अरुण है. दिखने में अछा हू. मेरा लंड 21 की आगे में 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था. इस स्टोरी में मैं आपको बतौँगा की कैसे अपनी बेहन के साथ मैने मज़े किए
बेहन का इंट्रो:- 19 की आगे हो चुकी थी. दिखने में बहुत कामुक लगती थी. उसके बूब 30″ के, और हिप्स 34″ की थी. अभी से उस पर जवानी चढ़ रही थी. गली में लोग उसे ही देखते रहते थे, पर वो मासूम थी.
मैं एक दिन बात ले रहा था. तभी मैने मम्मी से टवल माँगा. पर शायद घर पर हम दोनो अकेले ही थे, तो वो टवल ले आई. मैने हल्का सा डोर खोला, पर डोर आधा खुल गया, और मेरा लंड जो खड़ा ही था वो बेहन को दिख गया. वो तो उसे देखती ही रह गयी.
पहली बार उसने लंड देखा था, और वो भी इतना बड़ा. वो यू शॉक हो गयी, और उसकी आँखें खुली की खुली रह गयी. मैने खुद को संभाला, और टवल लपेट लिया फटाफट. एक दिन मैं उसके रूम में गया अपना फोन लेने, और जो देखा मैं भी शॉक हो गया. वो इंटरनेट पर लंड की पिक्स और सेक्स देख रही थी.
उसका एक हाथ उसके बूब पर था. वो मुझे देख कर दर्र गयी, और फटाफट फोन हिस्टरी क्लियर करने लगी. मैं चुप-छाप बाहर आ गया. मैं तो खुश था, क्यूंकी ऑपर्चुनिटी मिल गयी थी मुझे उसे छोड़ने की. फिर मैं प्लान करने लगा. प्लान सेट करने के बाद मैने ऑनलाइन स्पेशल आयिल और प्रेग्नेन्सी रोकने की पिल मंगवा ली.
प्लान के अकॉरडिंग मम्मी पापा बुआ के गये हुए थे. वो उस दिन मेरे पास दररी सहमी आई, और उस दिन की माफी और मम्मी पापा को ना बताने की बात करने लगी. मैने उसे डरने के लिए कॉल करने की आक्टिंग की. वो रोने लगी और बोली-
बेहन: आपकी हर विश पूरी करूँगी, पर कॉल मत करो.
मैं उसे दादी से छुपाते हुए, जो सो रही थी और डिसेबल थी, उपर ले गया. फिर प्लान के अकॉरडिंग उसको बिस्तर पर बिता दिया, और डोर लॉक कर दिया.
बेहन: तुम क्या चाहते हो?
मे: बस जो करू माना मत करना, वरना कॉल कर दूँगा.
वो बोली: ठीक है.
मैने उसे कहा: अपनी टॉप और ब्रा उतरो.
बेहन: ची, आप वही करोगे जो मैने नेट पर देखा था.
मे: हा वरना कॉल.
उसने जल्दी ब्रा उतार दी जो वाइट थी. उसके बूब्स अब मेरे सामने थे. उसके बूब्स बहुत मोटे और बड़े थे, जो क्रीम की तरह डब रहे थे. मैने उसे बिस्तर पर लिटा दिया, और वो चुप-छाप लेट गयी.
मैने ज़्यादा ध्यान नही दिया, और दबाते हुए उसके डार्क और नुकीले निपल्स दबाए. अब मैने उन्हे चाटना शुरू कर दिया. बेहन ने कोई जवाब नही दिया. वो अब शायद एंजाय कर रही थी. एक को दबा रहा था, और दूसरे को तेज़-तेज़ चूस रहा था. उसे दर्द हो रहा था, पर उसके कोमल हाथ कुछ नही कर सके.
उसके बूब्स लाल हो चुके थे. उसकी कमर तो क्या बतौ बूब्स के साथ फिट थी, मोटे बूब्स पतली कमर.
बेहन: अब जाने दो प्लीज़.
मे: अभी तो बहुत कुछ बाकी है.
मैं पूरा नंगा हो गया. लंड तो बेहन को देख 8 इंच का पूरा खड़ा हो गया था. वो लंड को छूने लगी, और हिलने लगी. मैने उसे चूसने को कहा.
वो बोली: ची, यहा से तो टाय्लेट भी आता है ना?
फिर कॉल का जब बोला, तो उसने लंड के कॅप हो चूसा, जो उसके मूह में ही नही आ रहा था. मैने हेल्प की और धक्का मारा, तो 4 इंच लंड उसके गले तक आ गया. वो घुट रही थी, लेकिन मैं बस उसके बाल पकड़ कर धक्के मारने लगा. कुछ ही देर में वीर्या उसके गले और मूह में भर गया.
अब उसकी पंत निकली. लेकिन पनटी को देख मैं भी शॉक था. उसकी पनटी पूरी गीली थी. मैने उसे पनटी उतारने को कहा.
बेहन: अब बस करो ना.
मे (हेस्ट हुए): कॉल करू?
उसने पनटी निकली, आयेज गोरी योनि थी जो पानी छोढ़ रही थी शायद लंड को देख कर.
मैं जानता था अब दर्द का काम शुरू. मैने उसके हाथ पकड़े, और एक-दूं से योनि में दो उंगलियाँ डाली. वो चीख पड़ी, और उसकी टांगे काँप गयी थी. पर मैं नही रुका, और उंगलियों के साथ अब जीभ भी थी. कुछ ही देर में टाइट से एलास्टिक हो गयी उसकी छूट.
मे: गुड गर्ल.
योनि पानी छ्चोढने लगी थी, और तभी दो पिचकारियाँ आई. एक मेरे मूह में और दूसरी डोर जाके गिरी.
वो बोली: आह मॅर गयी.
मे: कैसा लगा?
बेहन: मैं मॅर रही हू, मज़ा भी आया.
अब मैने लंड पर तेल लगाने लगा. वो सिचुयेशन समझ गयी थी. फिर मैने उसको बिस्तर पर धक्का दिया और किस्सिंग स्टार्ट कर दी बूब पर और मौत में. उसने अब मुझे रोका नही. फिर हल्के से लंड छूट पर रगड़ने लगा.
वो बोली: कुत्ते, कमीने, ये 8 इंच लंबा, और 3 इन मोटा लंड इस योनि में कैसे जाएगा?
मे: तुम बस देखती जाओ.
मैने एक हाथ से लंड योनि के च्छेद पर रखा, और दूसरे हाथ से बेहन के हाथ पकड़े रखे. अब हल्का धक्का मारा, जिससे लंड का टोपा छूट में घुस गया. वो चीख पड़ी और लंड को बाहर निकालने की भीख माँगने लगी.
मैने उसे किस्सिंग से चुप किया. जब उसका दर्द कम हुआ, तो धीरे-धीरे लंड अंदर जाने लगा. 4 इंच अंदर जाने पर छूट की गर्मी का एहसास हुआ. बेहन की टांगे तो जैसे दर्द से ठंडी पद गयी थी. अब एक धक्के में पूरा लंड छूट फाड़ता हुआ अंदर घुस गया, और खून निकला.
मैने जल्दी से खून सॉफ कर दिया ताकि बेहन दर्र ना जाए. अब मैं हल्के धक्के मारने लगा और कभी बेहन के बूब्स चूस्टा और कभी मूह. वो तो रोटी रही, लेकिन मैं अपनी हवस ना रोक सका. अब मैने धक्के तेज़ कर दिए. उसकी पूरी बॉडी हिल रही थी, और पलंग तो टूटने की हालत में था. बेहन भी हॉर्नी आवाज़े निकाल रही थी.
लगभग 15 मिनिट बाद वो झाड़ गयी. मैं भी झड़ने वाला था, और 25 मिनिट बाद एक तेज़ पिचकारी उसकी छूट में गयी. पूरी छूट वीर्या से भर गयी. इससे वो दर्र गयी.
बेहन: कुत्ते, अब मैं मा बन जौंगी क्या?
मे: टेन्षन मत लो, मेरे पास इसका इलाज है.
मैने लंड छूट से निकाला और उसे चाटने को दिया. वो उठ भी नही पा रही थी, और उसकी छूट वीर्या से भर गयी थी. मैने अब उसे उल्टा करके डॉगी पोज़िशन में कर दिया. नीचे सपोर्ट के लिए तकिये और आस-पास के कपड़े लगा दिए. उसके छूट और गांद अब सामने थी. गांद भी गोरी और मोटी थी. गांद के च्छेद को मैं चाटने लगा.
वो बोली: ये क्या कर रहे हो, मुझे जाने दो.
अब लंड भी दोबारा खड़ा था. मैने गाने के च्छेद और लंड पर तेल लगाया, और एक ही धक्के में 4 इंच घुस गया. चीख निकल गयी बेहन की. मैने उसे चुप कराया, और धीरे-धीरे पूरा लंड घुसा दिया. फिर मैने उसको छोड़ा. तभी नीचे से दादी की आवाज़ आई-
दादी: बेटा तेरे मा-बाप 10 मिनिट में आ रहे है.
बेहन: जल्दी करो.
मैने भी स्पीड पकड़ी, और गांद को ज़बरदस्त छोड़ने लगा. कुछ देर में मम्मी पापा गली में आ गये. लेकिन मैं इधर झाड़ ही नही रहा था. मैने फुल स्पीड पकड़ी थी. बेहन की तो गांद इस स्पीड से फटत गयी थी. फिर मम्मी ने बेहन को आवाज़ दी.
बेहन: रूको, अभी अवँगी जल्दी करो.
मैं झड़ने लगा दो-टीन धक्के मार कर, और वीर्या उसकी गांद में छ्चोढ़ दिया. अब मैने ही उसका बदन सॉफ किया, और कपड़े डाले. लंड उससे सॉफ कराया. फिर नीचे गया, और मम्मी को उसके पीरियड्स का बहाना मार दिया. रात को उसे प्रेग्नेन्सी रोकने की पिल दी.
बेहन: अब तो नही बताॉगी किसी को?
मे: नही, जब भी मेरा मॅन करेगा, तुम्हे सेक्स करना होगा.
बेहन: उम्म, चलो ठीक है.
उसके बूब भी अब फूल गये और छूट तो पनटी खोल कर देखा तो लाल और सूजी हुई थी.
तो कैसी लगी ये स्टोरी? अगले पार्ट में मिलते है.