हेलो दोस्तो, मैं आपका नील आपके लिए लेकर आया हू अपनी भाई-बेहन सेक्स कहानी एक नया पार्ट, जो की बहुत ही हॉट और सेडक्टिव होने वाला है. तो जैसा की हमने लास्ट पार्ट में पढ़ा था, की कैसे हम भाई-बेहन मज़ा कर रहे थे, और मुझे नया प्रमोशन मिला था, जिसमे मैने दीदी की ब्रा उतरी, और उनके बूब्स को टच किए थे, और मसाज दी थी. अब आयेज-
नेक्स्ट दे मम्मी दी को उठाने उनके रूम में आती है, और वो देखती है की आज भी रूम का गाते ओपन था, और दीदी के कपड़े नीचे ही पड़े थे. तब मम्मी दी को उठा कर बोलती है-
मम्मी: नेहा, ये क्या है? तू आज फिरसे बिना कपड़ों के सिर्फ़ ब्रा पनटी में सो रही है, और गाते भी लॉक नही है. बेटा तू समझती क्यूँ नही. तेरे पापा नही आते, लेकिन तेरा भाई कभी ग़लती से आ गया, और उसने तुझे ऐसे देख लिया तो?
नेहा दी: मम्मी नही आएगा. मुझे पता है सूभ सिर्फ़ आप ही आते हो, और कोई नही. तो कोई नही देख सकता ऐसे. और देख भी लेगा तो भी कुछ नही होगा.
मम्मी: कैसे कुछ नही होगा. अगर उसने ऐसे तुझे देख लिया ना, तो उसके मॅन में तेरे लिए ख़याल बदल जाएँगे. वो तेरे बारे में उल्टा-सीधा सोचेगा.
नेहा दी: मम्मी आपके साथ ऐसे हुआ है क्या?
मम्मी: नही हुआ, लेकिन मुझे पता है सब.
नेहा दी: अछा पापा को देख कर बोल रहे होंगे आप, की वो कैसे क्या करते है आपके साथ.
मम्मी (साद मूड के साथ): नही वो तो कुछ नही करते अब. उनके बारे में क्या सोचु? वो तो तू छ्चोढ़. तू ऐसा मत किया कर, लॉक किया कर.
नेहा दी: मम्मी, कुछ बात है क्या? कल भी जब बात आप पर आई थी, तो आपने बात पलट दी थी, और आज भी.
मम्मी: नही, वो कुछ नही. छ्चोढ़ उसे, तेरे मतलब की बात नही है.
नेहा दी: क्यूँ मेरे मतलब की बात नही है? मेरी मम्मी साद होगी, तो उससे मुझे बहुत मतलब है. बताओ ना मम्मी क्या बात है? मैं आपकी प्राब्लम सॉल्व करने का ट्राइ करूँगी.
मम्मी: नही नेहा, वो तुझसे नही हो सकती. वो अब जो प्राब्लम है, मैं उसके साथ रह लूँगी, तू नही समझ सकती, और अब मुझसे प्लीज़ मत पूच इस बारे में. अब उठ जेया और रेडी हो जेया.
नेहा दी मम्मी को हग करती है और बोलती है: मम्मी आपको कोई भी हेल्प चाहिए हो तो बताना. मैं और नील हमेशा आपकी हेल्प करेगे. आप हमसे सब कुछ शेर कर सकती हो. हम आपके लिए कुछ भी कर सकते है.
मम्मी: हा बेटा मैं जानती हू तुम दोनो मुझसे बहुत प्यार करते हो, और मेरे लिए कुछ भी कर सकते हो. थॅंक योउ सो मच मेरे प्यारे बच्चो.
फिर मम्मी चली जाती है, और नेहा दी मम्मी के बारे में सोचने लगती है. तब वो टाइम देखती है तो वो लाते हो रही थी. फिर वो जल्दी से रेडी हो जाती है, और मुझे उठाने आती है, और बोलती है-
नेहा दी: नील, उठ जाओ अब देखो कों आया है. तेरी प्यारी नेहा दी.
फिर मैं उठ कर बैठा होता हू और बोलता हू: गुड मॉर्निंग नेहा दी.
लेकिन नेहा दी मुझे अपनी तरफ खींच कर किस करती है, और 5 मिनिट की लीप किस के बाद बोलती है-
नेहा दी: ऐसे बोलते है गुड मॉर्निंग, समझा? रोज़ की तरह लीप किस के साथ में.
फिर मैं बोलता हू ठीक है और उनको अपने उपर खींच कर फिर लीप किस करने लग जाता हू. आज मैं साथ में बूब्स भी दबाता हू. दीदी भी कुछ नही बोलती. वो भी एंजाय कर रही थी. फिर एक लंबे किस के बाद लिप्स अलग करके मैं बोलता हू-
मैं: नेहा दी, इसको बोलते है गुड मॉर्निंग इन प्रमोटेड स्टाइल. अब जब कल प्रमोशन मिला है, तो इसका भी प्रमोशन करे ना?
नेहा दी: हा सही कहा, तेरा ये प्रमोशन वाला गुड मॉर्निंग बहुत अछा लगा मुझे. तेरे साथ ये सब करने में बहुत मज़ा आता है, और बहुत अछा भी लगता है. ई लोवे योउ वेरी मच नील.
मैं: ई लोवे योउ टू नेहा दी, और मुझे भी बहुत मज़ा आता है आपके साथ में.
फिर मैं तैयार होने के लिए चला जाता हू, और तैयार होके ब्रेकफास्ट पे मिलता हू दी से. हम दोनो ब्रेकफास्ट करके कॉलेज चले जाते है. फिर रात को मिलते है डिन्नर पे. डिन्नर करने के बाद फिरसे हम रोज़ की तरह मम्मी पापा का सोने का वेट करते है, और मैं उनके सोने के बाद उनके रूम में जाता हू.
वहाँ जाके मैं और दीदी एक-दूसरे को देखते ही अपने कपड़े उतार देते है, और कल के प्रमोशन के हिसाब से मैं फुल न्यूड था, और दीदी सिर्फ़ पनटी में थी. फिर दीदी बोलती है-
नेहा दी: नील, आज तेरे लिए स्पेशल ऑफर. अगर आज तूने मुझे फिरसे खुश किया ना, तो आज भी तुझे प्रमोशन मिल सकता है. लेकिन आज कुछ सबसे अलग होना चाहिए, जिसमे बहुत-बहुत मज़ा भी आना छाईए.
मैं: ठीक है दीदी. तब तो आज आपको बहुत मज़ा दूँगा, और कुछ नया भी करके बतौँगा.
नेहा दी: ठीक है, लेकिन पहले कल वाला मज़ा दे. उसके बाद नयी चीज़ देना.
मैं फिर वापस दी को लिटा कर उनकी पीठ पे बैठ जाता हू. फिर उनके उपर लेट जाता हू, और पहले आचे से लीप किस करता हू. दीदी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. आज मैं मेरा लंड भी हिला रहा था, जिससे दीदी और उत्तेजित भी हो जाती है, और वो मेरी पूरी पीठ सहलाने लग जाती है.
फिर मैं उठता हू और दीदी के बूब्स की मसाज करता हू. लेकिन मैं मसाज से ज़्यादा उनको देखने और दबाने में इंटेरेस्ट ले रहा था. मुझे ख़ास मज़ा दीदी के निपल्स के साथ खेलने में आ रहा था. मैं जब भी उनको टच करता, दीदी की भी आआहह निकल जाती, जो मुझे और भी ज़्यादा एग्ज़ाइट कर रही थी.
मैं: दीदी अब नयी चीज़ करके बतौ? आपको मज़ा आएगा.
नेहा दी: ठीक है कर. लेकिन कुछ अलग और मज़ेदार होना चाहिए.
फिर मैं दीदी की पीठ पे बैठते हुए ही उनको बोलता हू: दीदी आखें बंद करो, और सिर्फ़ फील करना. तब दी हा बोल के आँखें बंद कर लेती है, और मैं उनके दोनो बूब्स को चिपका देता हू, और उनके बीच में मेरी फिंगर डाल के हिला कर फिंगरिंग करने लगता हू. अब दीदी आँखें बंद ही रहने देती है, और फील करते हुए आअहह आहह की मोनिंग करती है.
फिर थोड़ी देर बाद दीदी आँखें खोलती है, और बोलती है: ये सच में अलग और मज़ेदार था नील. मैं तुमसे बहुत खुश हू.
फिर मैं बोलता हू: दीदी आपको मज़ा आया ना? तो मैं कुछ करता हू, जिससे आपको डबल मज़ा आएगा. उसके लिए आप फिरसे आँखें बंद करके फील करना.
नेहा दी: थॅंक योउ सो मच नील. मुझे इसमे ही बहुत मज़ा आया, और तू इससे भी डबल मज़ा देगा. उसके बाद तू मुझसे कुछ भी माँग सकता है, जो भी तू चाहे. मैं तुझे कभी माना नही करूँगी.
मैं: ठीक है दी, अब देखो मेरा कमाल. अब दीदी आप आपकी आँखें बंद करो.
फिर दीदी आँखें बंद करती है, और उसके बाद मैं तोड़ा उपर होता हू, और अब फिरसे उनके बूब्स को पास में मिलता हू. लेकिन इस बार मैं बूब्स के बीच में मेरा लंड डालता हू, और आयेज-पीछे करने लगता हू. अब दीदी भी उसको फील करती है, और बोलती है-
नेहा: नील ये तो सच में डबल मज़ा आ रहा है.
अब दीदी मज़े ले रही थी, और फील करके अया अया कर रही थी.
मैं: दीदी मज़ा आ रहा है ना आपको? और आपको मज़े में देख कर मुझे भी खुशी हो रही है. साथ में वो आपकी सिसकारियाँ और एग्ज़ाइट कर रही है. दीदी अब बताओ तो मैं क्या कर रहा हू?
फिर दीदी उसको फील करके बोलती है: मुझे तो ये तुम्हारा वो लग रहा है.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. इस भाई-बेहन सेक्स स्टोरी पर अपनी फीडबॅक देने के लिए