हेलो ऑल, मेरा नाम निक है. मैं आमेडबॅड गुजरात से बिलॉंग करता हू आंड ये मेरी सेकेंड स्टोरी है. कोई भी भाभी या लड़की मुझसे चूड़ना चाहे या कोई लड़का किसी भाभी आंटी बेहन को सेट करना चाहे तो मैल मे.
पहले मेरे बारे में आपको बता डू. मैं एक बिज़्नेसमॅन हू, आंड मेरी फॅमिली में, मेरे मम्मी पापा, मैं और मेरी बेहन ईशा है. जिसने मेरी पहली स्टोरी पढ़ी होगी, वो ईशा को जानते होंगे.
ये स्टोरी मेरे कज़िन भाई की शादी की है, और ये मैं पुर विस्तार से बतौँगा, की कैसे शादी टाई हुई, क्या सेट्टिंग थी, मेरी बेहन कौन थी कौन बनी, और फिर वो मेरी क्या बनी. तो ज़्यादा बोर ना करके सीधा स्टोरी पर आते है.
मेरे स्कूल डेज़ में एक धीरा नाम की लड़की ने मुझे रखी बँधी थी, आंड तब से वो मेरे घर पे आती रहती थी. उसके मों-दाद आंड मेरे मों-दाद भी फ्रेंड्स बन गये थे, आंड मैं और धीरा भी बेस्टीएस थे. हम सब बातें शेर करते थे, चाहे वो किस की हो, सेक्स की, या पॉर्न मूवीस की. वो थोड़ी फॉर्वर्ड आंड नॉटी थी.
उसके बारे में बता डू, तो उसकी हाइट 5’4″ थी, आंड फिगर 38-34-38 था. थोड़ी मोटी थी, बुत बहुत क्यूट थी. उसकी एक एल्डर रियल सिस थी, उसका नाम रुचिका था. वो भी अची माल थी. रुचिका का फिगर कुछ 36-32-36 होगा, आंड हाइट 5’6″ थी. वो फॅशन डिज़ाइनर की हेड टूटर थी, तो मैं उसे भी रुचिका दी कहता था.
उनकी सेट्टिंग मेरे मौसा के बेटे ध्रुव के साथ थी, जो हम सब को पता थी, और हमे उस रिश्ते को अरेंज मॅरेज बनाना था. क्यूंकी उनकी फॅमिली में लोवे मॅरेज पासिबल नही थी.
तो मेरा बर्तडे था आंड सब ने प्लान बनाया डिन्नर के लिए मिलने का. वहाँ सब ने मुझे पूछा के तेरी कोई गफ़ है. तो मैने बोला-
मैं: मेरे लिए ईशा दी ढूँढेंगी. पर रुचिका दी आपका कोई ब्फ है?
तो उसके पापा रुचिका दी के कुछ बोलने से पहले ही बोले: हमारे घर में ये सब नही चलता. हम ढूँढ रहे है लड़का.
तो मेरी मों ने बोला: मेरी बेहन का बेटा है. आप कहो तो बात चलौ?
मेरे मों-दाद को सब पता था.
फिर उसके पापा ने बोला: हा बीॉदाता भेजो, कुंडली मिलते है, मिले तो बात चलते है.
तो मैने बोला: अंकल क्या आप, लाओ ऑनलाइन मिला देता हू. अभी कॉल कर लेते है.
फिर उन्होने रुचिका दी की डीटेल्स भेजी. ध्रुव की डीटेल्स थी मेरे पास. उनके 28 गुण मिल रहे थे, तो उन्होने ओक बोला, और मिलने का प्लान बना दिया सनडे का. मैने ध्रुव और रुचिका दी को कान्फरेन्स में लेकर समझाया की दोनो शरमाना और कुछ गड़बड़ मत करना. ईवन ध्रुव के मों-दाद को सब पता था, और धीरा को भी पता था.
फिर उस हिसाब से सब आचे से सेट हो गया, और एंगेज्मेंट भी हो गयी दोनो की. 12त डिसेंबर का मुहूरत आ गया. अब डाइरेक्ट मैं 11त डिसेंबर पर आ जाता हू, नही तो कहानी बहुत लंबी हो जाएगी. लड़कियाँ उंगली और लड़कों अपना हाथ घूमना चालू कर दो.
मेरे भाई की शादी थी तो मैं पूरी व्यवस्था देख रहा था. जिसमे सारे रूम्स और होटेल का सेट उप मुझे देखना था. धीरा भी मेरी हेल्प कर रही थी, और हम दोनो रूम्स डिवाइड करने लगे सब को. लास्ट में एक ही रूम बचा तो मैने धीरा को बोला-
मैं: ये तू ले ले. मैं ईशा के साथ अड्जस्ट कर लूँगा.
धीरा: क्यूँ मैं तेरी बेहन नही हू? 2 के कार्ड्स है, टेन्षन ना ले.
तो मैने ओक कह दिया. मेरे दिमाग़ में कोई ग़लत ख़याल नही था उसके लिए, आंड शायद उसके दिमाग़ में भी नही था. उस नाइट तो हम अलग-अलग तैयार हो गये संगीत के लिए. पर जब मैने उसको देखा मैं देखता ही रह गया. चनिया-चोली पहन कर वो नाइल पैंट लगा रही थी, जिसमे से उसके बूब्स मुझे सॉफ दिख रहे थे. मैं चोर नज़र से देख रहा था उसको. बुत वो अपनी मौज में थी.
फिर मैने उसको बोला: आज तेरी कोई फ्रेंड के साथ सेट्टिंग करवा दे. शादी में कुछ तो एंजाय्मेंट चाहिए. तो उसने बोला ओक.
उसने मुझे उसकी फ्रेंड रोशनी और प्रिया से मिलवाया. फिर उसकी कज़िन जिया से मिलवाया. पर मुझे वो कोई ख़ास नही लगी.
फिर उसने बोला: छ्चोढ़, सब को, कल नेहा आएगी, उसमे मज़ा आएगा तुझे.
और फिर हमने वो नाइट संगीत में एंजाय किया. अब मैं बहुत तक गया था, और जूस लेकर सीधा रूम में घुस गया. मैं भूल गया की वो रूम मेरा और धीरा का था आंड मैं डाइरेक्ट घुस गया.
धीरा हेडफोन लगा कर मस्त पनटी में उंगली कर रही थी. चनिया-चोली भी पहने हुए थी उसने. उसे पता ही नही चला मैं अंदर आ गया था. मैने मिरर में देखा वो पॉर्न देख रही थी. पर क्या मस्त लग रही थी. मैने सोचा ये पॉर्न रियल कर डू, और मैं उसके पास बैठ गया. वो शॉक हो गयी और खुद को ब्लंकेट से धक लिया. शॉक तो मैं भी हो गया क्यूंकी वो भाई बेहन का पॉर्न देख रही थी.
मे: वॉट इस तीस? भाई बेहन? पागल है तू क्या?
धीरा: ये तो ऐसे ही देख रही थी, जो हाथ में आया.
मे: दे तेरा मोबाइल.
मैने देखा पूरा भाई बेहन का ही सर्च हिस्टरी था “हाउ तो सिड्यूस मी ब्रदर”, “ऐसा क्या करू के मेरा भाई मुझ पे चढ़ जाए?” आंड फिर एक वा नोटिफिकेशन आया, अर्रे कुछ ना कर, डाइरेक्ट बोल दे तट निक ई वॉंट योउ. और वो मेसेज फोरम का था, तो मैने पूछा ये क्या है.
धीरा: सॉरी यार.
मे: आजा बाहर.
और हम च्चत पर चले गये. फिर उसने बताया की उसने मुझे काई बार कहना चाहा पर कह नही पाई, और फिर मैने उसको हग किया. मैं और वो अभी भी एत्निक वेर में ही थे, और हमे पता ही नही चला की कब हम हग से किस तक आ गये, और एक-दूसरे को चूसने लगे.
10 मिनिट बाद हमे रीयलाइज़ हुआ, अछा था किसी ने देखा नही. फिर हम रूम में चले गये अपने, और अंदर जाते ही मैने उसके बँधे हुए बालों को खोल दिया, और दुपट्टा हटा दिया. फिर मैने उसके गले को सहलाते हुए लिप्स पे किस किया. उसके बाद गालों को किस किया. फिर आँखों में देखा, और लीप लॉक स्टार्ट कर दिया. हमारा लिपलोक्क करीब 30 मिनिट चला होगा. फिर हम रुके.
धीरा: क्या तुम मेरा साथ वो सब करोगे जो ध्रुव भाई कल रुचिका के साथ करेगा?
मे: एस, बुत हम शादी नही करेंगे.
धीरा: आब्वियस्ली, वी कॅन’त मॅरी. बुत वी कॅन लोवे ईच अदर.
फिर मैने बातें करते-करते उसका ब्लाउस शोल्डर से उतार दिया, और गले में किस करने लगा. उसके बाद दूसरी साइड का उतार के उसके लहँगे में हाथ डाल दिया. उसकी छूट गीली थी, आंड क्लीन शेव्ड लग रही थी. ई वाज़ रियली एंजायिंग हेर फील और वो भी मोन करने लगी थी-
धीरा: आ उउउः उम्म्मह दो इट मोरे. निक तू आज पूरी रात मेरा है, और मैं तेरी. खा जा मुझे, जल्दी खा आ आ.
फिर मैने उसका ब्लाउस खोल दिया, और उसके 2 संतरे थोड़ी राहत में आ गये. अंदर उसने लाइट पिंक ब्रा पहनी थी, जिसमे से उसके आधे बूब्स दिख रहे थे, आंड वो हॉर्नी होती जेया रही थी. मेरा लंड सातवे आसमान पर था, आंड जैसे ही मैने उसके बूब्स हाथ में लिए, वो उठ कर पर्दे के पीछे च्छूप गये और मुझे तड़पने लगी. मैं वहाँ गया और उसको बोला क्या हुआ बेबी?
धीरा: यार तेरा फील हो गया, बहुत बड़ा है. ये अंदर कैसे जाएगा?
मे: तू पानी-पूरी पूरी समा लेती है मूह में?
धीरा: हा.
मे: तो इसका भी ट्राइयल कर ले.
और मैने उसका सिर पकड़ कर उसको नीचे बिता दिया, और पाजामे का नाडा खोल कर मेरा साँप बाहर निकाल लिया. उसका मूह एक-दूं खुला का खुला रह गया, और उसी खुले मूह में मैने लंड अंदर घुसा दिया. वो कॅंडी की तरह उसे चूसने लगी. क्या चूस रही थी वो, मानो एक बच्चे को बहुत दिन बाद आइस क्रीम मिली हो.
मे: देख आ गया ना पूरा मूह में.
धीरा: ह्म्म्म्ममम.
मे: अब क्या अमृत चख लेगी? छ्चोढ़ उसे, और तुझे प्यार करने दे.
और इतनी ही देर में दरवाज़ा नॉक हुआ. रात के 2 बाज रहे थे. हम सोच में पद गये कौन आ गया होगा, आंड धीरा बातरूम में चली गयी. मैने पाजामा पहन कर दरवाज़ा खोला तो रुचिका थी.
मे: ही रुकु, आप सोई नही?
रुचिका: नही मुझे धीरा से काम है, वो कहा है?
मे: पता नही, अभी तो यही थी, शायद बातरूम में होगी.
रुचिका (बातरूम के पास जेया कर): धीरा रूम में आओ, मुझे अर्जेंट कुछ चाहिए तुमसे.
ऐसा कह कर मेरे पास से सेडक्टिव वे में मेरा लंड देखते हुए स्माइल देकर चली गयी.
धीरा (बाहर आ कर): यार मैं तो दर्र गयी थी, अछा हुआ दी को नही पता चला.
मे: हा यार, सही है. इतने बड़े होटेल में सारे रूम फुल हो गये आंड पर्फेक्ट क्लाइमॅक्स के टाइम ही रुकु दी आ गयी. मैं तो सच में दर्र गया.
सॉरी गाइस, कन्फ्यूज़ मत होना, ये उनका प्लान था, जो मुझे उस मॅनेजर ने बता दिया था की आपके रूम में कॅमरा लगे है. पर उनको ये नही पता था की रुकु के रूम में भी मैने स्पीकर वाले कॅमरास लगा दिए थे, जिसमे से रुकु दी, धीरा, और किसी से वो फोन पे बात कर रही थी, उन लोगों का प्लान मैने सुन लिया था.
धीरा (शॉक में): तो तुझे सब पता है?
मे: हा, अब नेहा की फोटो दिखा जिससे तुम बात कर रही थी.
धीरा: अर्रे सर्प्राइज़ ही रख ना यार.
मे: ओक तो सर्प्राइज़ ही रखते है मेरे लिए भी, और रीडर्स के लिए भी. आंड हा तुम जाओ आज की रात लेसबो फन करने.
तो कैसी लगी आपको स्टोरी? अपना फीडबॅक तो देना ही, और किसी को भी सेट उप करना है चुदाई एक्सप्रेस का, वो भी कॉंटॅक्ट करे. जो कोई लड़की या भाभी मेरा 8 इंच का चखना चाहे, वो तो ज़रूर कॉंटॅक्ट करे