भाई की शादी के लिए मामी के साथ शादी-1

राम राम दोस्तो. मई रोमी अकपा दोस्त आज आप सब के लोगो के सामने हाज़िर हू अपनी 1 कहानी लेके की केसे मेरी शादी मामी के साथ हुई और हमारी 15 दीनो तक सुहग्रत हुई.

मामी का नाम सुमन है, उनकी हाइट 5’4 है, रंग दूधिया और फिगर 36-32-38 का है. जो की मैने खुद नापा और उनकी गांद को तो खा जाने का मॅन करता है.

ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधा कहानी पर चलते है, ये कहानी है 2019 की.

मेरी मामी बहुत प्रेशन थी क्यूकी उसकी बेटे, यानी मेरे भाई की बहुत कोसिस करने पर भी शादी न्ही हो रही थी. मामी आस पड़ोस मे सभी औरतो को कहती रहती थी की कोई लड़की हो तो बताना.

कुछ दिन यूही बीत जाते है फिर 1 दिन पड़ोस की मामी बताती है की फ्ला फ्ला जगह 1 पंडित है तू उनसे पूछ इस बारे मे. अगले दिन मामी पंडित के पास जाती है और अपने बेटे की कुंडली दिखती है. कुंडली देख कर पंडित-

पंडित- जी आपके लड़के की कुंडली मे योनि दोष है इसीलिए इसकी शादी न्ही हो रही.

मामी- तो अब?

पंडित- अगर इसको दूर ना किया गया तो आजीवन ये कुवरा रहेगा.

ये सुन कर मामी चिंतित हो गयी.

मामी- तो पंडित जी इसका कोई उपाय करो.

पंडित- उपाय तो है लेकिन कठिन है.

मामी- मई सब कुछ करने को टायर हू.

पंडित- सोच लीजिए.

मामी- इसमे सोचना क्या पंडित जी शादी तो करनी ही है.

फिर पंडित जी मामी को बाहर इंतेज़ार करने को कहते है और अपनी दासी कम असिस्टेंट को बुलाते है और उसको सब समझा देते है. वो मामी को 1 शांत जगह लेके जाती है जो की पंडित के घर के साइड के बगीचे मई होती है और उनकी बातें शुरू होती है.

दासी- देखिए आपके बेटे की कुंडली मे योनि दोष है जिसे सिर्फ़ आप ख्तं कर स्क्ति है.

मामी- मई टायर हू आप बताओ.

दासी – आपको 15 दीनो तक दोबारा शादी करनी पड़ेगी वो भी किसी एसए लड़के से जिसकी उमर 24 से कम हो और उसके लंड पर तिल हो.

मामी- ये केसे हो सकता है, मई दोबारा..

दासी- इस योनि दोष को ख़तम करने को सिर्फ़ ये ही उपाय है.

मामी ना छाते हुए भी टायर हो जाती है. पर अब ये प्राब्लम थी की एसए लड़के को ढूँढे केसे. तभी उनको ख्याल आते है की उनके भनजे यानी की मेरा, की मेरे लंड पर तिल है जो की उन्होने काई बार मुझे बचपन मे नहलते हुए देखा था.

मामी दासी से – मेरे भनजे के लंड पर तिल है, मैने देखा था बचपन मे उसे नहलते हुए.

दासी – ये तो और भी अची बात है, भनजे के साथ किया हुआ दान तो सबसे अछा है.

मामी- पर मई उससे ख़ौँगी क्या की मेरे साथ शादी करो?

दासी – रूको मई पंडित जी से बात करती हू.

मामी वही रुकती है और दासी अंदर चली जाती है, कुछ देर बाद वो वापिस लॉट्टी है और-

दासी – आप अपने भनजे के साथ आ जाओ पंडित जी उसे सब आचे से समझा देंगे.

मामी को ये ठीक लगता है और मामी घर आ जाती है. घर आ कर वो मेरी मम्मी को कॉल करती है और कहती है की उनके बेटे साहिल की शादी के लिए उपाय करना है और इसमे रोमी की मदद चाहिए होगी.

मम्मी कुछ ना सोचते हुए हा कर देती है. क्यूकी मम्मी भी बहुत परेशन थी, मम्मी मेरे पास आती है-

मम्मी- रोमी तुझे अपने मामा के घर जाना है तेरी मामी को काम है.

मई- ठीक है.

अगले ही दिन मई टायर होके मामा के घर पोछता हू और बेल बजता हू. मामी दरवाजा खोलती है, शायद मामी अभी नहाई थी. वो मुझे देख कर खुश हो जाती है और मुझे गले लगा लेती है. उनके बालो से महक मेरे अंदर तक जाती है. अब तक मेरे अंदर मामी को ले कर कोई बुरा ख़याल नि था, हम अलग होते है.

मई- मामा और भाई कहा गये?

मामी- वो किसी काम से गये है, श्याम को लोटेंगे.

मई- मम्मी कह रही थी भाई की शादी के लिए कोई उपाय है.. मई भी खुश था अपने भाई की शादी के लिए.

मामी- हा इसीलिए तो तुझे बुलाया है, दोध पीले फिर हमे पंडित के पास जाना है आज.

मई दोध पिता हू और वॉशरूम जाता हू सस्यू करने के लिए. वाहा सस्यू करते वक़्त मेरी नज़र मामी की गीली पनटी पर गिरती है और मेरा हाथ खुद बा खुद उसे उठा लेता है. और मई सूंघटा हू, वो मुझे कामुक कर देती है. पर मई उसे वापिस रख कर भर आ जाता हू, मामी को चलने को बोलता हो.

हम गाड़ी मे पंडित के पास जाते है.

मामी- नमस्ते पंडित जी.

पंडित- जी नमस्ते आइए.

मामी- ये मेरा भांजा है जेसा मैने ब्टाया था आपको.

पंडित- हंजी आप बाहर इंतेज़ार करिए मई आपको बुलाता हू.

मामी उठ कर चलने लगती है, मई भी साथ उठता हू तो पंडित जी मुझे बैठने को कहते है. मई वापिस बैठ जाता हू और मामी बाहर चली जाती है.

पंडित जी मुझसे इधर उधर की बातें करने लगते है और फिर मुझे बताते है की मेरे भाई की कुंडली मे योनि दोष है, इसीलिए उसकी शादी न्ही हो रही.

मई- हन पंडित जी मामी ने बताया था दोष है, लेकिन ये योनि दोष क्या होता?

पंडित- जानम देते समय ही उसके साथ ये दोष शुरू हो गया था.

मई- तो इसका कोई इलाज?

पंडित- इलाज है लेकिन मुश्किल है.

मई- आप बताओ तो सही इलाज तो करना ही है, शादी जो ज़रूरी है.

पंडित- इलाज ये है की टुमरी मामी की शादी दोबारा हो, वो भी ऐसे इंसान से जिसके लंड पर तिल हो. (अब पंडित जी मुझसे खुल कर बात कर रहे थे.) मई समझ जाता हू की मामी ने मुझे क्यू बुलाया है.

मई- हन ये बात सच है की मेरे लंड पर तिल है, पर वो मेरी मामी है, मई उनके साथ शादी…

पंडित- टुमरी मामी टायर है, अब सब तुम्हारे उपर है.

मई सोचता हू और हामी भर देता हू. पंडित जी मामी को अंदर बुलाते है.

पंडित- आपका भांजा टायर है.

मामी शर्मा जाती है और मई भी.

पंडित – अगर कोई आप्त’ती ना हो तो दोनो को साथ मे विधि संजौ?

हम दोनो हामी भर देते है.

पंडित- आपको 2 दिन बाद शादी करनी है. 1 दूसरे को कोई धागा बंद कर और फिर आने वेल 15 दीनो तक साथ पूजा करनी है. और 15 दीनो तक संभोग जितना ज़्यादा हो सके.

ये सुन कर हम दोनो 1 दूसरे को देखते है. हम टायर थे हम पंडित जी से अलविदा लेता है और गाड़ी मे आ कर बैठ जाते है. मई गाड़ी स्टार्ट करता हू और घर आने को चल देते है. हम दोनो चुप थे, मामी छुपी तोड़’ती है-

मामी- देखो बेटा मुझे ग़लत मत समझना, मई ये सिर्फ़ तुम्हारे भाई के लिए ही कर रही हू.

मई- हा मामी मई समझता हू इसीलिए ही मई टायर हू.

मामी अब फेले से ज़्यादा कंफर्टबल थी.

मई- मामी अगर हमे ये सब करना ही है तो क्यू ना इस शरम के पर्दे को हटा के करे.

मामी सोचती है और हामी भारती है. मई गाड़ी चला रा होता हू, मामी अपना हाथ मेरी तिघत पर रख कर ख्ती है – की तू सही कह रहा है, हमे करना ही है तो खुल कर करे.. और हम दोनो मुस्कुराते है.

मामी मेरे कंधे पर सिर रख लेती है. मई मामी के माथे को चूम लेता हू, वो खुश होती है. इसी तरह हम घर आ जाते है तब तक मामा और भाई भी आ चुके होते है. हम लोग डिन्नर करते है और मई भाई के साथ सो जाता हू और मामी मामा के साथ.

अगले दिन मामी मामा को बोलती है की बाज़ार चलो मुझे कुछ समान लाना है. मामा को कुछ काम होता है. तो वो कहते है रोमी को ले जाओ. मई वही बैयतन्ा ये सुन रा था, मामी मुझे देख कर नॉटी स्माइल देती है.

मामी- चलोगे रोमी या तू भी बहाने बनाओगे अपने मामा की त्रह?

मई- चलो मामी क्या बात करती हो तुम भी.

हम दोनो गाड़ी से मार्केट जाते है वो मुझ से चिपक कर बैठी थी, वो खुश थी. मामी घर का स्मन लेती है और मामी फिर हम ब्रा की शॉप पर जाते है.

मामी ब्रा देखने लगती है और इशारो मे मुझे से मेरी पसनड़ पूछती है. मई 3 ब्रा पनटी सेट पसनड़ करता हू. हम सारा स्मन लेकर घर के लिए निकलते है. रात हो चुकी होती है, मामी का हाथ मेरी थाइ पर छल रा था. मई भी अपना हाथ मामी की थाइ पे रख देता हू.

वो मुझे देखती है और मुश्करती है. हम दोनो 1 दूसरे की थाइ को रब करते है. मेरा लंड खड़ा हो जाता है जो मामी भी देख लेती है. अब मेरा खुद पर कंट्रोल कम होने लगता है.

मई गाड़ी को साइड मई लगता हू, व्हा अंधेरा होता है और मामी को किस करने लगता हू. वो मेरा साथ भ्रपुर देती है. अब मई उनको उठा कर अपनी गोद मे बिता लेता हू हम विलडली 1 दूसरे को स्मूच करते है.

मई उनकी बूब्स डबता हू वो और ज़्ीडा विलाड हो जाती है. मई उनका सूट निकल देता हू, मई शॉक्ड हो जाता हू दोध जेसा श्रीर रेड ब्रा मे बंद बूब्स. ये नजारा देख मेरा लंड जर्क करने लगता है. मई अपना हाथ पीछे से उनकी लेगैंग्स मे डालता हू. वो मुझे रोकती है और कहती है कल के बाद सब होना है, आज कंट्रोल कार्लो ब्स.

मई ना छाते हुए भी रुक जाता हू, मेरा मूह ब्न जाता है. हम छल पदते है घर के लिए, घर पहुँच कर डिन्नर करते है और सो जाते है.

नेक्स्ट दे, ये वो दिन था जब हुमारी शादी होनी थी. मामी सूभ से खुश लग रही थी. मई उठता हू, मुझे मामा और भाई कही नि दिखते.

मई- मामी.. मामा और भाई खा है दिख नि रहे.

मामी- वो हिसार गये है 2 – 3 दिन मे आएँगे.

हम 1 दूसरे को नॉटी स्माइल देते है और वो आ कर मुझे हग करती है और थॅंकआइयू करती है और हम एक दूसरे को स्मूच करते है.

मामी- उठो नहा लो फिर पूजा करनी है.

मई – हा मामी पूजा तो करनी ही है, आपकी भी और भगवान की भी.

मई नहा लेता हू मामी भी काम करके नहाती है. हम दोनो पूजा घर मई जाते है. पूजा करते उपाय अनुसार 1 दूसरे को धागा बाँधते है. वो मेरे पेर छूटी है, मई उनको आशीर्वाद देता हू. वो सीधी होती है और गले लगती है.

मामी- जी आप थोड़ी देर के लिए बाहर जाओ मुझे कुछ काम है, मई आपको कॉल कर दूँगी टीबी आ जाना.

मई- क्या मामी, मई दूसरे रूम मे बैठ जौंगा ना.

मामी- मामी नही सुमन.

मई- ठीक है सुमन.

मामी- जाओ ना कुछ देर की बात है.

मुझे भी ये ठीक लगता है, मई बाहर जाता हू और बड़ा पॅकेट कॉंडम लेने मेडिकल स्टोर जाता हू. तभी मामी का कॉल आता है की वो टायर है आ जाओ, लॉक खुला है बंद करके सीधा अंदर आ जाना.

मई ओक बोलकर रख देता हू.

अगर आपका रेस्पॉन्स अछा आया तो मई इसका नेक्स्ट पार्ट लिखूंगा.

होप योउ विल लीके तीस इन्सिडेंट. आप मुझे मैल भी कर सकते है – रोमिदेलही00@गमाल.कॉम

फिर मिलते है, बाइ.

यह कहानी भी पड़े  मोटे लण्ड की तमन्ना


error: Content is protected !!